14/12/2024
Indo-Nepal जिला स्तरीय सीमा समन्वय समिति की बैठक आयोजित,शामिल हुए दोनों देशों के प्रतिनिधि
केआर न्यूज़ लाइव : (रिपोर्ट बलराम सर्राफ) भारत-नेपाल जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक मिथिला चित्रकला संस्थान,सौराठ,मधुबनी की सभा कक्ष में अत्यंत सौहार्दपूर्ण वातावरण मेंआयोजित हुई।
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा एवं सीडीओ धनुषा रामु राज कादरिया की संयुक्त अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई,जिसमे दोनों पक्षो के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में दोनों पक्षो के अधिकारियों द्वारा बारी-बारी से विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत रूप से द्विपक्षीय चर्चा की गई। बिहार के रास्ते भारत में नेपाल से फेक करेंसी के आवागमन पर रोक लगाने पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई । बैठक में दोनों देश के बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष रूप से बल दिया गया। दोनों पक्षो के सदस्यों ने बारी-बारी से मानव तस्करी,शराब के भारतीय सीमा में प्रवेश पर नियंत्रण, बिहार में शराब बंदी को प्रभावी रूप से लागू करने में नेपाल के सीमावर्ती जिलों का महत्वपूर्ण सहयोग,बॉर्डर पर अतिक्रमण,जाली नोटों पर अंकुश, अपराधियों की धड़पकड़,असामाजिक तत्वों द्वारा खुली सीमा का दुरुपयोग, प्रतिबंधित दवाओं का दुरुपयोग,सूचनाओं का आदान-प्रदान सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयो पर व्यापक चर्चा हुई,एवं संबधित अधिकारियों ने अपनी-अपनी बात रखी।जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने सर्वप्रथम नेपाली प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी के साथ स्वागत करते हुए कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात विस्तार से रखी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ पूरी तरह से सजग होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध सदियों से अत्यंत प्रगाढ़ रहे हैं। दोनों देशों के बीच बेटी-रोटी का सम्बंध है। दोनों ही देशो के नागरिकों के बीच आपसी प्रेम एवं सौहाद्र बनी रहे,इसको लेकर भी भी हम निरन्तर प्रयासरत है। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने कहा कि हमेशा से ही दोनों पक्ष विभिन्न मुद्दों पर आपसी बातचीत से सभी बातों का हल निकालते आये है।उन्होंने बॉर्डर क्षेत्र अतिक्रमण को लेकर दोनों ही देश का संयुक्त अभियान चलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर अंकुश लगाना,मानव तस्करी को रोकना,नो मैन्स लैंड अतिक्रमण,शराब के धंधेबाजों के धड़पकड़,सूचनाओं के आदान-प्रदान सहित कई विषयो पर दोनों पक्षो के संबधित अधिकारियों ने अपनी-अपनी बातें रखी,जिसमे कई विषयों पर आपसी सहमति भी जताई गई है। उन्होंने कहा कि हमे आपसी तालमेल बनाकर पूरी सजगता के साथ कार्य करना होगा। जिलाधिकारी ने नेपाली पक्ष के साथ हुई चर्चा के आलोक में कस्टम ऑफिसर को भी अगली बैठक से भाग लेने की बात कही। उन्होंने बैठक को अत्यंत महत्वपूर्ण और फलदाई बताया। बैठक की संयुक्त अध्यक्षता कर रहे सीडीओ धनुषा ने भी कहा कि दोनों ही देश के बीच मे सदियों से बेटी-रोटी का संबंध है। उन्होंने कहा कि यह बैठक न केवल हमारे दोनों देशों के बीच सद्भाव और मित्रता का प्रतीक है,बल्कि सीमा क्षेत्र में शांति,सहयोग और समन्वय को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी प्रदान करता है। पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने दोनों देश एक दूसरे के अपराधियों की सूची आदान-प्रदान करने सहित कई विषयों पर अपनी बात रखी।उन्होंने अपराधियो की धर-पकड़,सूचनाओं का आदान-प्रदान,नेपाल में शराब की बिक्री पर नजर रखने,अवैध शराब एवं शराबियों पर कड़ी नजर,नेपाली नंबर के वाहनों के भारतीय सीमा में प्रवेश,नेपाली सिम का दुरुपयोग आदि विषयों पर अपनी बातें रखी। इसके पूर्व दोनों देशों के राष्ट्रगान के साथ बैठक की शुरुआत हुई। उक्त बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने किया। पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार,कॉन्सुल सीजीआई,बीरगंज,मनीष दास,अपर समाहर्ता शैलेश कुमार, डीपीआरओ परिमल कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर,बीरेंद्र कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी,बेनीपट्टी कुमारी मनीषा,अनुमंडल पदाधिकारी, फुलपरास,अभिषेक कुमार,एसडीसी मयंक सिंह,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,जयनगर, विप्लव कुमार,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, फुलपरास,सुधीर कुमार,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,बेनीपट्टी,नीतीश कांत भारती,एसएसबी 48वीं वाहिनी के कमांडेंट,जीएस भंडारी,एसएसबी 18वीं वाहिनी के कमांडेंट,दामोदर प्रसाद मीणा, उत्पाद अधीक्षक,विजय कांत ठाकुर, सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं नेपाल के दल का नेतृत्व सीडीओ धनुषा,रामु राज कादरिया ने किया। उनके साथ सीडीओ,महोतरी लाल बाबू कबारी,सीडीओ सप्तरी,भोला दहल, सीडीओ सिरहा,बासुदेव दहल,असिस्टेंट सीडीओ,महोत्तरी,उपेंद्र नुपाने,असिटेंट सीडीओ धनुषा विजय राज सुबेदि,सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस,महोत्तरी नकुल पोखरेल,सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस, सप्तरी,धकेन्द्र ख़ातिवाद,डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस सिरहा एवं धनुषा,आर्म्ड पुलिस फोर्स नेपाल,नेशनल इन्वेस्टिगेशन टीम नेपाल के ऑफिसर सहित नेपाल प्रशासन के अन्य अधिकारी भी शामिल थे।