प्रिय श्याम प्रेमियों,
जय श्री श्याम, गत कई वर्षो से मुझे बाबा की बार-बार प्रेरणा मिल रही थी कि मैं बाबा के बारे मे कुछ लिखू पर ना तो मुझमे यह सामर्थय था और ना ही कोई सहारा, पर कहते है श्री श्याम प्रभु जो चाहते है वो करा ही लेते है, और ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ, एक दिन पिता श्री ने बाबा के नाम से पत्रिका प्रकाशित करने के लिए कहा, मुझे लगा कि श्याम बाबा पिता जी के माध्यम से मुझे सजग सचेस्ठ कर रहे ह
ै, और फिर मैं “ गुरो आज्ञा गरियसी “ ऐसा मान कर चल पड़ा, परिणाम स्वरूप यह पत्रिका आपके हाथ मे है,यह पत्रिका का प्रथम पुष्प है, इसीलिए इसके उद्देशय आदि को आपके सज्ञानार्थ रखना उचित ही होगा,
जैसा की श्री मदभगवत पुराण मे लिखित है कि श्याम प्रभु कलियुग के कल्यानार्थ अवतार लेंगे और धर्म ध्वजा फहराएंगे । श्री श्याम पुकार पत्रिका का उद्देशय श्री श्याम प्रभु का प्रचार व प्रसार करना है, ताकि समस्त भारत मे श्री श्याम प्रभु की ज्योत घर-घर हो और श्री शीएएम प्रभु कि जय-जयकार हो, और दूर बैठे भक्तो तक भी श्याम प्रभु कि जानकारी निरंतर पहुचती रहे, श्री श्याम प्रभु के बारे मे लोगो को जागरूक करना और उनके चमत्कारो से लोगो को अवगत करना ही पत्रिका का मुख्य उद्देशय है ।
भक्तो के कल्यानार्थ इसमे भागवत ज्ञान, गीता का ज्ञान, माह मे होने वाली एकादसी का महात्मय, सत्संग से लाभ, माह कि व्रत तालिका, श्याम जी का भजन, श्याम प्रेमियों कि वाणी, रेल जानकारी, वर-वधू कालम कि तरह श्याम पक्ष - श्यामा पक्ष होगा जिसमे आप रिश्ते निशुल्क प्रकाशित करवा सकते है, माह कि खास तिथि,श्री श्याम बाबा के बीते हुए और आने वाले कार्यक्रमो के बारे मे इसमे जानकारी इसमे निशुल्क प्रकाशित की जाएगी, श्याम मन सुमरण मे आपके द्वारा भेजे गई एसएमएस को प्रकाशित किया जायेगा,आप अपने लेख इसमे प्रकाशित करवा सकते है ।
आप सभी श्री श्याम प्रेमियों से श्री श्याम पुकार पत्रिका यह अपेक्षा रखती है कि आप पत्रिका को उसके मूल उद्देशयों को पूरा करने के लिए अपने लेख,धार्मिक कार्यक्रमों की जानकारी, अपने सुझाव हमे उपलब्ध कराते रहेंगे । ताकि श्री श्याम पुकार पत्रिका अपने उद्देश्यों को पूरा कर सके.....