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Shahid Kapoor Is Coming Back In His Angry Psycho Man Form In DEVA Movie
15/01/2025

Shahid Kapoor Is Coming Back In His Angry Psycho Man Form In DEVA Movie

एमपी की बेटी सुप्रिया जाटव ने अमेरिका के लास वेगास में आयोजित यूएस ओपन कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर ...
15/01/2025

एमपी की बेटी सुप्रिया जाटव ने अमेरिका के लास वेगास में आयोजित यूएस ओपन कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। वह इस टूर्नामेंट में गोल्ड जीतने वाली देश की पहली महिला कराटे खिलाड़ी बन गई हैं। सुप्रिया के इस शानदार प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर बधाई दी और कहा कि राष्ट्र को आप पर गर्व है।

सुप्रिया ने महज छह साल की उम्र से कराटे की ट्रेनिंग शुरू की थी। ग्वालियर से अपनी यात्रा शुरू करने वाली सुप्रिया अब तक छह इंटरनेशनल गोल्ड और 22 नेशनल गोल्ड समेत 37 मेडल जीत चुकी हैं। उन्हें एमपी में खेल कोटे से नौकरी मिली है और वह भविष्य में कोच बनने का सपना देखती हैं। भोपाल लौटने पर उनका भव्य स्वागत किया गया।



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कमल खुशलानी ने 1992 में अपनी आंटी से 10,000 रुपये उधार लेकर शर्ट बनाने का काम शुरू किया। 1998 में उन्होंने फैशन ब्रांड '...
15/01/2025

कमल खुशलानी ने 1992 में अपनी आंटी से 10,000 रुपये उधार लेकर शर्ट बनाने का काम शुरू किया। 1998 में उन्होंने फैशन ब्रांड 'मुफ्ती' की शुरुआत की। शुरुआती दिनों में वे बाइक पर सूटकेस में कपड़े लेकर बेचते थे।

कमल का फैशन के प्रति जुनून और नया सोच उन्हें सफल बनाती रही। 2000 के दशक में मुफ्ती ने भारतीय बाजार में स्ट्रेच जींस लाकर क्रांति की, जिसने ब्रांड को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। आज मुफ्ती के 379 एक्सक्लूसिव स्टोर और 1,305 मल्टी-ब्रांड आउटलेट हैं।

कमल खुशलानी की कहानी संघर्ष, साहस और विजन का प्रतीक है। यह हर उद्यमी को सिखाती है कि मेहनत और नया सोच सफलता की कुंजी है।



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प्रयागराज में आज से महाकुंभ 2025 का शुभारंभ हो गया, जो दुनिया का सबसे बड़ा जनसमूह बनने जा रहा है। फरवरी तक चलने वाले इस ...
15/01/2025

प्रयागराज में आज से महाकुंभ 2025 का शुभारंभ हो गया, जो दुनिया का सबसे बड़ा जनसमूह बनने जा रहा है। फरवरी तक चलने वाले इस भव्य धार्मिक आयोजन में 400 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश सरकार और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अनुसार, महाकुंभ से लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होगा। सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने इसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आर्थिक केंद्र बताया है।

व्यापार का मुख्य योगदान आवास, खाद्य, धार्मिक वस्तुएं, परिवहन और पर्यटन जैसे क्षेत्रों से होगा। दिल्ली से ही 40,000 करोड़ रुपये के सामान की आपूर्ति होगी।

यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है, बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा देगा।



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15/01/2025
राघवेंद्र कुमार, जिन्हें "हेलमेट मैन ऑफ इंडिया" के नाम से जाना जाता है, ने अपने दोस्त कृष्ण कुमार की दर्दनाक मौत के बाद ...
15/01/2025

राघवेंद्र कुमार, जिन्हें "हेलमेट मैन ऑफ इंडिया" के नाम से जाना जाता है, ने अपने दोस्त कृष्ण कुमार की दर्दनाक मौत के बाद हेलमेट बांटने का अनूठा मिशन शुरू किया। बिना हेलमेट के बाइक चलाने से हुए हादसे में कृष्ण की मौत ने राघवेंद्र की सोच बदल दी। उन्होंने नौकरी छोड़कर, घर और जमीन बेचकर 22 राज्यों में 60,000 से अधिक लोगों को मुफ्त हेलमेट बांटे।

राघवेंद्र हाईवे पर बिना हेलमेट वालों को खोजकर उन्हें जागरूक करते हैं। उनका लक्ष्य हेलमेट बैंक बनाना है, जहां लोग हेलमेट उधार लेकर इस्तेमाल कर सकें। उनकी पहल को समाज और सरकार दोनों का समर्थन मिला है। "पुस्तक लाओ, हेलमेट ले जाओ" अभियान से उन्होंने लाइब्रेरी भी बनाई। राघवेंद्र का कहना है कि असली हेलमेट और जागरूकता के जरिए हजारों जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।



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सिर्फ 16 साल की उम्र में, कोलकाता की ऋषिका बनर्जी ने इतिहास रच दिया है! रणिगंज, पश्चिम बंगाल में आयोजित 2025 नेशनल फुल क...
15/01/2025

सिर्फ 16 साल की उम्र में, कोलकाता की ऋषिका बनर्जी ने इतिहास रच दिया है! रणिगंज, पश्चिम बंगाल में आयोजित 2025 नेशनल फुल कॉन्टैक्ट कराटे चैंपियनशिप में ओपन-वेट एडल्ट कैटेगरी में उन्होंने अनुभवी फाइटर्स को हराकर जीत हासिल की।

ऋषिका ने अपनी इस ऐतिहासिक जीत पर कहा, "मेरे माता-पिता मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। उनका विश्वास मुझे आगे बढ़ाता है।"

चार साल की उम्र में कराटे की शुरुआत करने वाली ऋषिका को उनके पिता मयुख बनर्जी ने प्रशिक्षित किया। मयुख, जो खुद शोतोकन में ब्लैक बेल्ट और क्योकोशिन में 3rd डैन हैं, ने अपनी बेटी को कड़ी ट्रेनिंग दी, जिससे ऋषिका ने सिर्फ 11 साल की उम्र में ब्लैक बेल्ट हासिल किया।

ऋषिका की यह उपलब्धि युवाओं को प्रेरणा देने के साथ ही पूरे देश में कराटे के प्रति उत्साह जगा रही है।



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आंध्र प्रदेश के प्रोड्डटूर की रहने वाली भानुमति ने अपनी जिंदगी में तमाम मुश्किलों को हराकर सफलता की मिसाल कायम की। एक दि...
15/01/2025

आंध्र प्रदेश के प्रोड्डटूर की रहने वाली भानुमति ने अपनी जिंदगी में तमाम मुश्किलों को हराकर सफलता की मिसाल कायम की। एक दिहाड़ी मजदूर परिवार में जन्मी भानुमति का बचपन कठिनाइयों से भरा था। मात्र 16 साल की उम्र में शादी हुई, पति दर्जी थे और कमाई बेहद कम थी।

भानुमति ने राइतु बाजार में अटेंडेंट की नौकरी से शुरुआत की और धीरे-धीरे कंप्यूटर सीखा। दूरस्थ शिक्षा से डिग्री लेने के बाद, उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के साथ जुड़कर 5 लाख का लोन लिया और साड़ी का बिजनेस शुरू किया। बाद में यह महिलाओं को रोजगार देने वाले सिलाई केंद्र में बदल गया।

उन्होंने प्राकृतिक खेती के जरिए नकदी फसलों पर काम किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल की। उन्हें 'रैथु नेस्थम', 'सर्वश्रेष्ठ किसान' और कई अन्य पुरस्कार मिले। उनकी कहानी 20 देशों में साझा की गई, जो हज़ारों महिलाओं के लिए प्रेरणा है।



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पानी की कमी और मिट्टी की सेहत की समस्याओं से जूझते किसानों के लिए राजस्थान के इनोवेटर्स ने उम्मीद की किरण जगाई है। जयपुर...
15/01/2025

पानी की कमी और मिट्टी की सेहत की समस्याओं से जूझते किसानों के लिए राजस्थान के इनोवेटर्स ने उम्मीद की किरण जगाई है। जयपुर और उदयपुर के स्टार्टअप ईएफ पॉलीमर को फोर्ब्स की 2024 की '30 अंडर 30 एशिया' लिस्ट में जगह मिली है।
अंकित जैन और नारायण लाल गुर्जर द्वारा 2018 में शुरू की गई यह कंपनी बायो-पॉलीमर तकनीक से फसल उत्पादन बढ़ाने में मदद कर रही है। ईएफ पॉलीमर की यह तकनीक न केवल पानी की बचत करती है बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।

अंकित जैन ने इस उपलब्धि को टीम की मेहनत का नतीजा बताया और कहा कि वे किसानों और पर्यावरण के लिए सकारात्मक बदलाव लाने के अपने मिशन को जारी रखेंगे।



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उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के छोटे से गांव करतारपुर की रहने वाली चारुल होनारिया ने कठिन परिस्थितियों को हराकर NEET परीक...
14/01/2025

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के छोटे से गांव करतारपुर की रहने वाली चारुल होनारिया ने कठिन परिस्थितियों को हराकर NEET परीक्षा में टॉप किया और AIIMS दिल्ली में प्रवेश पाया। एक किसान परिवार की बेटी चारुल के पिता की मासिक आय मात्र 8000 रुपये थी, जिससे सात लोगों का परिवार चलाना मुश्किल था।

चारुल ने बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा था। अंग्रेजी में कमजोर होने के बावजूद, उन्होंने कक्षा 6 से अपनी भाषा और पढ़ाई में सुधार करना शुरू किया। 10वीं के बाद उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET की तैयारी की। छात्रवृत्ति पाकर कोचिंग की मदद से कड़ी मेहनत की और 720 में से 680 अंक हासिल किए। अखिल भारतीय रैंक 631 के साथ उन्होंने AIIMS दिल्ली में प्रवेश लेकर इतिहास रच दिया।



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आगरा के अर्जुन नगर में रहने वाले बलबीर सिंह, जो टोरेंट पावर में संविदा पर लाइन खोदने और तार जोड़ने का काम करते हैं, के ब...
14/01/2025

आगरा के अर्जुन नगर में रहने वाले बलबीर सिंह, जो टोरेंट पावर में संविदा पर लाइन खोदने और तार जोड़ने का काम करते हैं, के बेटे शशांक और बेटी सिमरन ने अपनी मेहनत से पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। दिन-रात मेहनत कर मात्र 6,000 रुपये कमाने वाले बलबीर ने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए हर त्याग किया।

13 मार्च को मिर्जापुर पुलिस अकादमी की पासिंग आउट परेड में दोनों भाई-बहन यूपी पुलिस में उपनिरीक्षक बने। शशांक वर्तमान में लखनऊ के जानकीपुरम थाने में तैनात हैं। शशांक ने बीटेक और सिमरन ने एमएससी की पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की।

पिता ने बच्चों के सिर पर पुलिस की टोपी सजाई तो आंखें नम हो गईं। बलबीर का संघर्ष उनकी संतान की सफलता की मिसाल बन गया।



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रेणुका आराध्या, जो कभी गलियों में भीख मांगते थे, आज 40 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक हैं। उनका सफर संघर्ष और मेहनत की मि...
14/01/2025

रेणुका आराध्या, जो कभी गलियों में भीख मांगते थे, आज 40 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक हैं। उनका सफर संघर्ष और मेहनत की मिसाल है। बेंगलुरु के पास एक छोटे से गांव में जन्मे रेणुका का बचपन गरीबी में गुजरा। पढ़ाई के लिए दूसरों के घर काम करना पड़ा। युवा उम्र में शादी के बाद उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड, मजदूरी और ड्राइविंग जैसे काम किए।

ड्राइवर के रूप में चार साल काम करने के बाद उन्होंने अपनी सेविंग्स और बैंक लोन से पहली कार खरीदी और Pravasi Cabs Pvt. Ltd. नामक ट्रैवल कंपनी शुरू की। एक समय घाटे में चल रही एक कैब कंपनी खरीदी और मेहनत से इसे सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। आज उनकी कंपनी का टर्नओवर 40 करोड़ रुपये से अधिक है और सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला है।



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खो-खो विश्वकप में भारत ने शानदार आगाज करते हुए नेपाल को 42-37 से हराया। इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित इस मुकाबले में ...
14/01/2025

खो-खो विश्वकप में भारत ने शानदार आगाज करते हुए नेपाल को 42-37 से हराया। इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित इस मुकाबले में नेपाल ने अप्रत्याशित प्रदर्शन कर भारत को कड़ी चुनौती दी। भारत ने पहले टर्न में 24-0 से बढ़त बनाई, लेकिन नेपाल ने दूसरे टर्न में 20-0 से वापसी की। तीसरे और चौथे टर्न में भारत ने अपनी रणनीति के दम पर बढ़त बनाए रखी और पांच अंकों से जीत हासिल की।

इससे पहले, उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने विश्वकप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। विश्वकप में 23 देशों की टीमें हिस्सा ले रही हैं, और पुरुषों का फाइनल 19 जनवरी को खेला जाएगा।



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एम. शिवगुरु प्रभाकरन की कहानी संघर्ष, मेहनत और जज्बे का प्रतीक है। तमिलनाडु के एक साधारण किसान परिवार में जन्मे प्रभाकरन...
14/01/2025

एम. शिवगुरु प्रभाकरन की कहानी संघर्ष, मेहनत और जज्बे का प्रतीक है। तमिलनाडु के एक साधारण किसान परिवार में जन्मे प्रभाकरन के पिता शराब की लत से जूझ रहे थे, जिससे घर की आर्थिक हालत खराब थी। परिवार का सहारा बनने के लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ आरा मशीन पर काम करना शुरू किया, लेकिन आईएएस बनने का सपना नहीं छोड़ा।

बहन की शादी के बाद, उन्होंने दोबारा पढ़ाई शुरू की। सिविल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया और वीकेंड पर यूपीएससी की तैयारी की। रेलवे प्लेटफार्म पर रहकर भी उन्होंने हार नहीं मानी। चौथे प्रयास में उन्होंने 101वीं रैंक हासिल की और आईएएस बने।

उनकी यह कहानी हमें सिखाती है कि मेहनत और दृढ़ता से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।



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शार्क टैंक इंडिया के सीज़न 4 में जोधपुर के पूजा बलानी और नरपत सिंह राठौर का स्टार्टअप मिस चीज़केक छाया रहा। बेकरी बैकग्र...
14/01/2025

शार्क टैंक इंडिया के सीज़न 4 में जोधपुर के पूजा बलानी और नरपत सिंह राठौर का स्टार्टअप मिस चीज़केक छाया रहा। बेकरी बैकग्राउंड न होने के बावजूद, दोनों ने अक्टूबर 2023 में चीज़केक बनाना शुरू किया। 23 मई 2024 को जोधपुर में पहली दुकान खुलते ही 1 लाख फॉलोअर्स बन गए।

इनके चीज़केक्स हल्के, सस्ते और बिना प्रिजर्वेटिव के हैं। 4 महीने में 25,000 से ज्यादा चीज़केक्स बिके और आज ₹8 लाख मंथली सेल्स के साथ ₹3 लाख का मुनाफा होता है।

हालांकि शार्क टैंक में फंडिंग नहीं मिली, रितेश अग्रवाल ने अपना नंबर देकर मदद का भरोसा दिया। अब फाउंडर्स देशभर में फ्रेंचाइज़ी खोलने की तैयारी में हैं।



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भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट आकाश राणा का सफर न केवल अनूठा है बल्कि प्रेरणा से भरपूर भी। सेना की चौथी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व...
14/01/2025

भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट आकाश राणा का सफर न केवल अनूठा है बल्कि प्रेरणा से भरपूर भी। सेना की चौथी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करने वाले आकाश का परिवार सैन्य परंपरा से गहराई से जुड़ा है। उनके पिता 69वीं आर्मर्ड रेजिमेंट के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जबकि उनकी बहनें विभिन्न क्षेत्रों में सफल करियर बना चुकी हैं।

आकाश ने उत्तरांचल यूनिवर्सिटी से MBA किया और MMA में भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। 2016 में इंडिया ओपन MMA चैंपियनशिप जीतने के बाद उन्होंने सुपर फाइट लीग में प्रोफेशनल फाइटर के रूप में भी हिस्सा लिया।

हालांकि, उनका सेना में सफर आसान नहीं था। कई असफल प्रयासों और चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने ACC एग्जाम और IMA में शानदार प्रदर्शन कर कई प्रतिष्ठित मेडल जीते। 2024 में "मिस्टर IMA" का खिताब जीतने के बाद उन्होंने पैरा स्पेशल फोर्स में चयनित होकर अपने सपनों को साकार किया।



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14/01/2025

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2016 में, मैंने एक खबर देखी जिसमें एमपी अनुराग ठाकुर को टेरिटोरियल आर्मी (TA) की वर्दी में देखा। इससे मेरी जिज्ञासा जागी...
14/01/2025

2016 में, मैंने एक खबर देखी जिसमें एमपी अनुराग ठाकुर को टेरिटोरियल आर्मी (TA) की वर्दी में देखा। इससे मेरी जिज्ञासा जागी और मैंने TA के बारे में रिसर्च की। लेकिन तब महिलाओं को इसमें शामिल होने की अनुमति नहीं थी। फिर भी, मैं उम्मीद नहीं खोई। तीन साल के कानूनी संघर्ष के बाद, आखिरकार महिलाओं के लिए TA के दरवाजे खुले।

मैंने परीक्षा, इंटरव्यू, और SSB के कठोर चयन चरणों को पार किया और अप्रैल 2021 में, मुझे चुने जाने की खबर मिली। यह जानकर गर्व हुआ कि मैं गैर-विभागीय TA की पहली महिला अधिकारी बनी। चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) का प्रशिक्षण कठिन था, लेकिन इसने मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया।

13 नवंबर 2021 को, मैंने ट्रेनिंग पूरी की। यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि भारतीय सेना के समावेशी भविष्य की जीत थी। जय हिंद!



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