Son of Purvanchal

Son of Purvanchal भर,राजभर,भारशिव,नागवंशी,शैववंशी
(1)

इन दोनों चित्र में महाराजा  #बिजली_भर हैं, पहले  #भर  #राजा  #बिजली  थे, और बाद में हो गए महाराजा बिजली पासी, सोच कर बता...
30/09/2024

इन दोनों चित्र में महाराजा #बिजली_भर हैं, पहले #भर #राजा #बिजली
थे, और बाद में हो गए महाराजा बिजली पासी, सोच कर बताएं गद्दार कौन है भाई 😡
Omprakash Rajbhar
Son of Purvanchal
BBC News
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रॉबिन देव भार शिव
Anil Rajbhar
MYogiAdityanath

सब नीले सुअरों की देन हैं #कटाक्ष
#राजनिति_में_सब_जायज_है ॥

#पीयरका_गमछा


अपने सभी स्वजातीय मित्रों से निवेदन है अभी भी समय है एकता का परिचय दें॥

सभी  #राजभर_मित्रों को समर्पित 🙏🙏 #व्यंग्य 🤫🤫सभी सम्मानित मित्रों से अनुरोध है कि वे अपने सुझाव अवश्य दें  #राजभर मित्रो...
18/09/2024

सभी #राजभर_मित्रों को समर्पित 🙏🙏
#व्यंग्य 🤫🤫
सभी सम्मानित मित्रों से अनुरोध है कि वे अपने सुझाव अवश्य दें
#राजभर मित्रों की कांव-कांव, प्रायः यह देखा जाता है कि जब भी चिड़ियों के समूह पर या किसी एक चिड़िया पर कोई संकट आता है तो सारी चिड़िया ची-ची करने लगती हैं और खतरे का संकेत देती हैं। बच्चों को छोड़कर कर सारी चिड़िया उन्हें जैसे भी मौका मिलता है उस दुश्मन पर अपने नन्हे चोंचों से प्रहार करती हैं।अन्ततः उन चिड़ियों के इस प्रतिरोध से उस दुश्मन को भागना ही पड़ता है। #भर, #राजभर समाज उन चिड़ियों से इतना तो सबक लिया है कि जब भी राजभर समाज के गौरवशाली इतिहास स्तम्भ राजभर महापुरूषों के जातिय पहचान का अपहरण आये दिन हो रहा है किन्तु कांव कांव तो खूब करते हैं परन्तु उन चिड़ियों की तरह आपसी एकता का परिचय देते हुए उन अपहरणकर्ताओं का प्रतिरोध क्यों नहीं करते है यह चिन्तनीय का विषय है???🤫🤫
१ः- #महाराजा_सुहेलदेव_राजभर और #बिजली_राजभर को जगदीशपुर,निहाल गढ़ अमेठी में #राजभर की जगह पासी लिखकर पासियों द्वारा राजभर राजाओं के गौरवशाली इतिहास का अपहरण हो रहा है।राजभर समाज हाथ पर हाथ रख कर बैठा हुआ है।राजभर नेता तो समय-समय पर वोट के लिए पासी अपहरणकर्ताओं का ही पीठ थपथपाते आए हैं । #राजभर नेताओं ने तो दुकान खोल रखी है #वोट दो, राजा लो। #भाई चारा घलुआ में!
#राजभर नेता राजभर राजाओं को बेच रहे हैं।इस बिमारी से कोई राजभर नेता बचा नहीं है।जिसे जैसा मौका मिलता है,राजभर राजाओं को पासी,बोल देते हैं, तो राजभर समाज इन्हीं वोट के सौदागरों से राजभर राजाओं पहचान की रक्षा की उम्मीद किये बैठा है।
२:-राजभर समाज में कम से कम ३०संगठन अवश्य होंगे।ये संगठन राजनीति में प्रवेश और राजनितिज्ञो से सानिध्य बनाने के साधन मात्र बनकर रह गए हैं।जब कभी सारे संगठनों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की बात आती है तब वे संगठन पहले अपने आका (पार्टी के नेता) से पूछते हैं,जब नेता कहते हैं तब वे संगठनों के बैठक में भाग लेते हैं। अन्यथा अपने आका के कहने पर अन्दर अन्दर उस बैठक का ही विरोध करने लगते हैं। उपरोक्त प्रकरण में सभी संगठनों ने पत्राचार से परहेज़ कर रखा है। हां सोशल मीडिया पर कांव कांव अवश्य कर रहे हैं। ताकि राजभर समाज यह जाने कि मैं सोया नहीं हूं।
३:- फेस बुकिया राजभर योद्धा समाज में अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाने के लिए सोशल मीडिया पर कांव कांव कर रहे हैं पासियों से तू तू, मैं मैं, और तीर तलवार चला रहे हैं। परन्तु मौके पर नदारत रहते हैं।वे सोशल मीडिया पर इसलिए कांव कांव करते हैं कि समाज यह जाने कि मैं ही राजभर समाज का प्रथम सजग प्रहरी हूं परन्तु कभी भी मौके पर दिखाई नहीं देते हैं।उनकी यह सोच है कि #काम करो आड़ में, समाज जाये भाड़ में #असहाय राजभर समाज यह देख व सोच कर चिन्तित हैं कि #जिसकी पूंछ उठाते हैं,सब मादा नजर आते हैं #हम जांय तो जांय कहां, #किससे उम्मीद करें???
🤫🤫🥹🥹🤫🤫
Omprakash Rajbhar
Son of Purvanchal
🥹🥹🥹🥹🥹🥹

दो शब्द 🙏🙏🙏 इनके लिए भी 🙏

जय महाराजा  #सुहेलदेव_राजभर🙏🙏      RajbharBrand2.0 Son of Purvanchal   and
10/08/2024

जय महाराजा #सुहेलदेव_राजभर🙏🙏
RajbharBrand2.0 Son of Purvanchal
and

दिनांक 10 जून 2024 को  #राजभर_सम्राट महाराजा  #सुहेलदेव_राजभर की वीरगाथा को शौर्य दिवस के रुप में मनाया जायेगा ॥ आप सभी ...
01/06/2024

दिनांक 10 जून 2024 को #राजभर_सम्राट महाराजा #सुहेलदेव_राजभर की वीरगाथा को शौर्य दिवस के रुप में मनाया जायेगा ॥ आप सभी को शौर्य दिवस की शुभकामना व सहयोग का आकांक्षी 🙏🙏 10june on at 09:00🙏🙏

29/04/2024

Rajbhar King 👑
Maharaja 👍
King of

  at   09:00pm Please     🙏🔥🔥परम प्रतापी महराजा नंदकूवर राय राजभर की जयंती की शुभकामनाएं।🙏🙏🙏हिंदू सनातन का मै सृजकभर,भार...
29/04/2024

at 09:00pm
Please 🙏🔥🔥

परम प्रतापी महराजा नंदकूवर राय राजभर की जयंती की शुभकामनाएं।🙏🙏🙏

हिंदू सनातन का मै सृजक
भर,भारत,भारशिव भरताज हूँ।
वीरसेन, सुहेलदेव, नंदकूवर का
रक्त भुजाओं मे ऐसी मै आग हूँ।

महादेव शिव का मैं वंशज
आदिशक्ति मां पार्वती का लाल हूँ।
धर्म,धरा,संस्कृति का रक्षक
दुष्ट,पापी, विधर्मियों का काल हूँ।

हिंदू, हिंदुत्व ,सनातन के रक्षक
रक्षित है भारशिव,भर है जब तक
हे भर,राजभर ना हो तू निराश
एक ऐसा भी दिन फिर आयेगा।
धर्मरक्षक बन भारशिव ,राजभर
भारतभूमि पर पुनः छा जायेगा।।
Son of Purvanchal
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Omprakash Rajbhar

ये राख नहीं उस देवी की चिंगारी अब भी बाकी है , #भारशिव_भर_क्षत्रिय की तलवारों में हर धार अभी भी बाकी है ,तू भांड भला क्य...
28/04/2024

ये राख नहीं उस देवी की
चिंगारी अब भी बाकी है ,

#भारशिव_भर_क्षत्रिय की तलवारों में
हर धार अभी भी बाकी है ,
तू भांड भला क्या समझेगा
निज मान मूल्य क्या होता है ,

भौंडी लीला की वेदी पर
सम्मान बेच कर सोता है ,

अरबों तुर्कों से लड़े थे हम
तैयारी अब भी बाकी है ,

ये राख नहीं उस देवी की ...

मत खेल हमारे घावों से
सड़कें भर देंगे लावों से

जो मान हमारा छेड़ा तो
रौंदेंगे तुझको पाँवों से

#बहराईच तो केवल ट्रेलर था
पिक्चर तो अब भी बाकी है ,

ये राख नहीं उस देवी की ...

वो जौहर नहीं एक क्रन्दन है
हर हिन्दू हृदय का स्पन्दन है ,

जीते जी क्या मरने पर भी
नहीं शील का होना भन्जन है ,
#भारशिव_भर_क्षत्रिय के अमर बलिदान की
चीत्कारें अब भी बाकी हैं ,

ये राख नहीं उस देवी की ...

चौदह सौ साल लड़े हैं हम
ले धर्म की ढाल खड़े हैं हम ,

खुल कर आज़मा के देख ले तू
ये कैसी ज़िद पर अड़े हैं हम ,

सींचा जिसको है प्राणों से
वो क्यारी अब भी बाकी है ,

ये राख नहीं उस देवी की ...

यदि माँ का दूध पिया है तो
आ खुल कर खेलें मैदां में ,
#सालार_मसूद भी ख़ाली हाथ गया
बस तेरी फ़ज़ीहत बाकी है ,

ये राख नहीं उस देवी की ...

सभी #भारशिव_भर/ #राजभर मित्रो को समर्पित🗡🗡🚩🚩
जय #महाराजा_सुहेलदेव_राजभर 🚩🚩
जय भवानी 🗡🗡🚩🚩🚩
हर हर महादेव 🙏🙏🙏
सौजन्य से: ✍🏻✍🏻 #अमित_राजभर🙏🙏

आदरणीय भाइयों और स्वजातीय मित्रों ,इस पेज से जुड़े सभी वरिष्ठ समाजसेवियों, उद्यमियों, नौकरी पेशा में लगे सभी सम्मानित सा...
01/04/2024

आदरणीय भाइयों और स्वजातीय मित्रों ,इस पेज से जुड़े सभी वरिष्ठ समाजसेवियों, उद्यमियों, नौकरी पेशा में लगे सभी सम्मानित साथियों, इस अपील के साथ जो फोटो शेयर कर रहा हूं यह #रवि_कुमार_राजभर(ग्रैपलर), यह #राजभर समाज का उभरता हुआ सितारा #आजमगढ़ जनपद के #मेंहनगर तहसील के #खेवशीपुर गांव के निवासी हैं, वर्तमान समय में चौरी बेलहा महाविद्यालय तरवा में अध्यनरत हैं। इन्होंने अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में #महाराजा_सुहेलदेव_विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया और विगत वर्षों में तीन गोल्ड मेडल प्राप्त कर #महाराजा_सुहेलदेव_विश्वविद्यालय के साथ ही साथ पूरे #राजभर समाज का नाम रोशन किया।चार बार 62 किलो भार वर्ग में भारत केशरी रह चुके हैं, आठ बार नेशनल गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुके हैं, इसी तरह से कुल 30 गोल्ड मेडल प्राप्त किए हैं । दिनांक 1 मई 2024 से 8 मई 2024 को आयोजित दुबई (अबू धाबी ) में होने वाली प्रतियोगिता में #भारत का #प्रतिनिधित्व करने के लिए #रवि_कुमार_राजभर का चयन हुआ है! यह हमारे समाज के लिए बड़ा ही गर्व का विषय है । अतः आप सभी से निवेदन है कि इनका सहयोग ज़रूर करें ॥

मित्रों! मैं विश्वास दिलाता हूं अगर आपका सहयोग रहा तो निश्चय ही यह गोल्ड मेडल दिलाएगा और पूरे राजभर समाज का नाम रोशन करेगा।
धन्यवाद!🙏🙏🙏🙏
अतःआर्थिक मदद कर बच्चे को प्रतिभाग का अवसर प्रदान करेंl
बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🙏
निवेदक :-
• श्री रामानंद राजभर (पूर्व जिला पंचायत सदस्य और सचिव खेल अकादमी तरवां)
• श्री प्रितेश राजभर समाजसेवी (मेंहनाजपुर आज़मगढ़)
• श्री ओंकारनाथ भारद्वाज (अध्यक्ष रक्तदानी मानव मित्र सेवा संगठन आजमगढ़)
•श्री परमानंद राजभर समाजसेवीl

रवि कुमार राजभर (ग्रैपलर कुश्ती) आपके सहयोग का आकांक्षी 🙏🙏🙏

कृपया अन्य ग्रुपों में भी शेयर करें।
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Mob. 9838303524

मित्रों सहयोग कर, अपना नाम पता व रसीद की स्क्रीन शॉट कमेंट बॉक्स में शेयर करें।

जय महाराजा #सुहेलदेव_राजभर जी 🙏🏻

Son of Purvanchal
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Omprakash Rajbhar
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आप सभी  #मित्रों को महाशिव रात्रि की शुभकामनाहर हर महादेव 🙏🏻🙏🏻❤️
08/03/2024

आप सभी #मित्रों को महाशिव रात्रि की शुभकामना
हर हर महादेव 🙏🏻🙏🏻❤️

 #महाराजा_सुहेलदेव_राजभर के   #गेट को लेकर पूरे प्रदेश में मानो तूफान ला दिया हो वो भी इसलिए कि  नाम के आगे राजभर लिखा ह...
26/02/2024

#महाराजा_सुहेलदेव_राजभर के
#गेट को लेकर पूरे प्रदेश में मानो तूफान ला दिया हो वो भी इसलिए कि नाम के आगे राजभर लिखा हुआ है ,और उस गेट को तोड़ने व हटाने की बात की जा रही हैं ।
हमे नहीं लगता कि गेट को हटाने व तोड़ने वाले लोग राष्ट्र भक्त या असली #राजपूत हो सकते, है
अगर आप लोग सच में महाराजा #सुहेलदेव के वंशज अपने आप को मानते हो तो राजभर समाज 5 गेट लगाये है तो तुम 50 या 500 शो लगाओ किसने माना किया, क्यों नहीं अभी तक कोई गेट लगवाने का काम नहीं किया, हजारों मंदिर सैकड़ों तीर्थ स्थल राजभर नाम से दिख रहे है तो इसका मतलब की वो राजभर समाज से थे, तब दिख रहे है।
वैस #राजपूतों को लगता है #महाराजा वैस राजपूत थे तो वैस #राजपूत भी महाराजा सुहेलदेव के लिए कुछ #मंदिर या तीर्थ स्थल बनवाये क्यों नहीं बनवा सके अभी तक कितने वैस राजपूत महाराजा सुहेलदेव वैस नाम से बोर्ड लगाये है। और कितने मंदिर बनाए है कोई बताये राजभर, समाज को
और कहा कहा जयंती मनाई गई ।
है जवाब किसी के पास
अगर सुहेलदेव वैस राजपूत है तो पूरे प्रदेश का हर राजपूत खुले मंच से जयंती क्यों नहीं मनाता
हर वैस राजपूत के घर की दीवाल पर महाराजा #सुहेलदेव #वैस नाम से फोटो क्यों नहीं लगी है।
राजभर समाज सवाल पूछता हू। उन राजपूत विरो से जो खुद को महाराजा सुहेलदेव को अपना पूर्वज मानते है
जिनकी एक गेट और एक प्रतिमा तक लगाने की क्षमता नहीं और तोड़ने फोड़ने की बात करते है।
अगर तोड़ना फोड़ना है तो महमूद सलार गाजी की मूर्ति तोड़ कर दिखाओ जिस दिन मूर्ति तोड़ने का एलान करोगे । राजभर समाज को अपने साथ पाओगे कंधे से कंधा मिलाकर मूर्ति तोड़ेगा।
है किसी राजपूत में इतना दम। मैं पूरी राजपूत कॉम को राजभर समाज की तरफ से वचन देता हू।
जिस दिन तुम लोग महमूद सलार गाजी की मूर्ति तोड़ो गे, महाराजा सुहेलदेव वैस नाम की प्रतिमा हर राजपूत के घर लगाया जाएगा उनकी पूजा होगी।
हर गली मोहल्ले में महाराजा सुहेलदेव वैस का गेट लगा लोगों
उस दिन राजभर समाज महाराजा #सुहेलदेव को वैस #राजपूत मान लेगा और कभी कुछ नहीं कहेगा।
है राजपूत कोई उत्तर प्रदेश में जो राजभर समाज की तरफ से ये दी हुयी चुनौती को स्वीकार करें।
अरे तुम मेरे अपने हो इसलिए में कभी राजपूत का विरोध नहीं करता आज अगर स्व श्री सुखदेव दादा होते तो राजभर समाज को अपना लेते वो जानते थे कि भारशिव क्षत्रिय राजपूतों का एक महत्वपूर्ण भाग है।

जवाब दे
सभी #राजपूत



Son of Purvanchal

महाराजा सुहेलदेव राजभर जी के जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।,  of
14/02/2024

महाराजा सुहेलदेव राजभर जी के जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।, of

385  #राजभर_क्षत्रिय रियासतें दान देकर अखण्ड भारत का निर्माण कराने वाले  #राजभरक्षत्रिय राजाओं को शत शत नमन आप सभी देशवा...
26/01/2024

385 #राजभर_क्षत्रिय रियासतें दान देकर अखण्ड भारत का निर्माण कराने वाले #राजभरक्षत्रिय राजाओं को शत शत नमन
आप सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।। Son of PurvanchalRajbharBrand2.0 History of BharshivaDayashanker BharshivJitendra Rajbhar

25  #दिसंबर_महाराजा_बिजली_राजभर जी की जयंती के उपलक्ष में आप सभी देशवासियों एवं समस्त  #भारशिव_भर_राजभर_नागवंशी  #भारशिव...
25/12/2023

25 #दिसंबर_महाराजा_बिजली_राजभर जी की जयंती के उपलक्ष में आप सभी देशवासियों एवं समस्त #भारशिव_भर_राजभर_नागवंशी #भारशिवों_क्षत्रियों को हार्दिक शुभकामनाएं..!!

ाने_कौन_है_बिजली_राजभर_जी....

ाराजा
#बिजली_राजभर का इतिहास | History Of Maharaja Bijali bhar December 25, 2023
महाराजा बिजली राजभर लखनऊ के बिजनौर गढ़ के राजा थे ।जो राज्य बारहवीं शताब्दी के अंत में अवध के एक बड़े भू-भाग पर स्थापित था । सरकारी अभिलेखों के हिसाब से इनके अवध में 12 किले थे। महाराजा बिजली राजभर बारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में अवध प्रान्त के शासक थे । इतिहासकारो का मत है राजा बिजली राजभर का राज्य काल (1150-1194) ई. तक रहा । महाराजा बिजली राजभर जी का जन्मदिन 25 दिसंबर के दिन बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

Maharaja Bijali Rajbhar

महाराजा बिजली राजभर का इतिहास | History Of Maharaja Bijali Rajbhar

बारहवीं शताब्दी राजभर राजाओं के साम्राज्य के लिए बहुत अशुभ साबित हुई। इसी शताब्दी के अन्तिम वर्षों में अवध के सबसे शक्तिशाली महाराजा बिजली वीरगति को प्राप्त हुए थे। सन् 1194 ई. में इससे पहले राजा लाखन राजभर भी वीरगति को प्राप्त हुए। महाराजा बिजली राजभर की माता का नाम बिजना था। इसीलिए उन्होंने सर्वप्रथम अपनी माता की स्मृति में बिजनागढ की स्थापना की थी जो कालांतर में बिजनौरगढ़ के नाम से संबोधित किया जाने लगा।

बिजली राजभर के कार्य क्षेत्र में विस्तार हो जाने के कारण बिजनागढ में गढ़ी का समिति स्थान पर्याप्त न होने के कारण बिजली राजभर ने अपने मातहत एक सरदार को बिजनागढ को सौंप दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी पिता की याद में बिजनौर गढ़ से उत्तर तीन किलोमीटर की दूरी पर पिता नटवा के नाम पर नटवागढ़ की स्थापना की। यह किला काफी भव्य और सुरक्षित था। बिजली राजभर की लोकप्रियता बढ़ने लगी और अब तक वह राजा की उपाधि धारण कर चुके थे। नटवागढ़ भी कार्य संचालन की द्रिष्टि से पर्याप्त नहीं था। उसके उत्तर तीन किलोमीटर एक विशाल किले का निर्माण कराया जिसका नाम महाराजा बिजली राजभर किला पड़ा। जिसके अवशेष आज भी मौजूद हैं।

अब राजा बिजली राजभर महाराजा बिजली राजभर के नाम से विभूषित हो चुके थे। यह किला लखनऊ जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर सदर तहसील लखनऊ के अंतर्गत दक्षिण की ओर बंगला बाजार के आगे सड़क के दाहिनी ओर आज भी महाराजा बिजली राजभर के साम्राज्य के मूक गवाह के रूप में विद्यमान है।

महाराजा बिजली राजभर के द्वारा बनवाया गया किला

महाराजा बिजली राजभर ने कुल 12 किले राज्य विस्तार के कारण बनवाये थे जिनका नाम इस प्रकार है।

1- नटवागढ़ का किला

2- बिजनौरगढ़ का किला

3- महाराजा बिजली राजभर किला

4- माती किला

5- परवर पश्चिम किला

6- कल्ली पश्चिम किलों के भग्नावशेष आज भी मौजूद हैं।

7- पुराना किला

8- औरावां किला

9- दादूपुर किला

10- भटगांव किला

11- ऐनकिला

12- पिपरसेंड किला।

उत्तर में पुराना किला, दक्षिणी में नींवाढक जंगल सीमा सुरक्षा के रूप में कार्य करता था। इसके मध्य में महाराजा बिजली राजभर का केन्द्रीय किला सुरक्षित था। महाराजा बिजली के अंतर्गत 94,829 एकड़ भूमि अथवा 184 वर्ग मील का भू-भाग सम्मिलित था, इस क्षेत्र की भूमि उपजाऊ थी, धान, गेहूं, चना, मटर, ज्वार। बाजरा आदि की खेती होती थी।

Maharaja Bijali Rajbhar

राजा जयचंद , अल्लाह उदल और महाराजा बिजली राजभर की लड़ाई । गांजर का युद्ध
महाराजा बिजली राजभर की प्रगति से कन्नौज का राजा जयचंद्र चिन्तित रहने लगा क्योंकि महाराजा बिजली राजभर पराक्रमी उत्साही और महत्वकांक्षी थे। बिजली राजभर के सैन्य बल एवं वीर योद्धाओं का वर्णन सुनकर जयचंद्र भयभीत रहता था। लेकिन अपने साम्राज्य के विस्तार के लिए जयचंद्र की भी इच्छा रहती थी। जयचंद ने सबसे पहले महाराजा सातन राजभर के किले पर आक्रमण कर दिया। इस आक्रमण में घमासान युद्ध हुआ और जयचंद की सेनाओं को भागना पड़ा।

इस अपमान जनक पराजय से जयचंद का मनोबल टूट गया था। किंतु बाद में जयचंद ने कुटिलता पूर्वक एक चाल चली और महोबा के शूरवीर आल्हा ऊदल को भारी खजाना एवं राज्य देने के प्रलोभन देकर बिजनौरगढ़ एवं महाराजा बिजली राजभर के किले पर आक्रमण करने के लिए प्रेरित किया। आल्हा ऊदल कन्नौज की सेनायें लेकर अवध आये और उनका पहला पड़ाव लक्ष्मण टीला था। इसके बाद पहाड़ नगर टिकरिया गये। बिजनौरगढ़ से 10 किलोमीटर दक्षिण की ओर सरवन टीलें पर उन्होंने डेरा डाला। यहां से उन्होंने अपने गुप्तचरों द्वारा बिजली राजभर किले से संबंधित सूचनाएं एकत्र की।

जिस समय महाराजा बिजली राजभर अपने पड़ोसी मित्र राजा काकोरगढ़ के किले में आवश्यक कार्य से गये हुए थे। उसी समय मौका पाकर आल्हा ऊदल ने अपना एक दूत इस संदेश के साथ भेजा कि राजा हमें अधिक धनराशि देकर हमारी अधीनता स्वीकार करें। यह सूचना तेजी से संदेश वाहक ने महाराजा बिजली राजभर को काकोरगढ़ किले में दी उसी समय सातन पट्टी के राजा सातन राजभर भी किसी विचार विमर्श के लिए काकोरगढ़ आये थे। संदेश पाकर महाराजा बिजली राजभर घबराये नही। बल्कि धैर्य से उसका मुंह तोड जवाब भिजवाया कि महाराजा बिजली राजभर न तो किसी राज्य के अधीन रहकर राज्य करते हैं और न ही किसी को अपनी आय का एक अंश भी देने को तैयार हैं।

Maharaja Bijali Rajbhar

जब आल्हा ऊदल का दूत यह संदेश लेकर पहुंचा उसे सुनकर आल्हा ऊदल झुंझलाकर आग बबूला हो गये और अपनी सेनाएं गांजर में उतार दी। यह खुला मैदान था। यहां पेड़ पौधे नही थे। इस स्थान पर मुकाबला आमने सामने हुआ। यह मैदान इतिहास में गांजर भांगर के नाम से मशहूर है। यह युद्ध तीन महीना तेरह दिन तक चला। इस युद्ध में सातन कोट के राजा सातन राजभर ने भी पूरी भागीदारी की थी। युद्ध बड़ा भयानक था। इसमें अनेक वीर योद्धाओं का नरसंहार हुआ। गांजर भूमि पर तलवार और खून ही खून था इसलिए इसे लौह गांजर भी कहा जाता है।

वर्तमान में इस स्थान पर गंजरिया फार्म है। इस घमासान युद्ध में पराक्रमी राजा महाराजा बिजली राजभर बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। यह युद्ध सन् 1194 ई. में हुआ था। यह समाचार जब पड़ोसी राज्य देवगढ़ के राजा देवमाती राजभर को मिला तो वह अपनी फौजों के साथ आल्हा ऊदल पर भूखे शेर की भांति झपट पड़ा। इस युद्ध की भयंकर गर्जन और ललकार सुनकर आल्हा ऊदल भयभीत होकर कन्नौज की ओर भाग खड़े हुए। परन्तु आल्हा ऊदल के साले जोगा भोगा राजा सातन राजभर ने खदेड़ कर मौत के घाट उतार दिया और पड़ोसी राज्य से सच्ची मित्रता तथा राजभर समाज के शौर्य का परिचय दिया.!!!
@ #महाराजा_बिजली_राजभर_जी_की_जय_हो .
ारशिव..🚩🚩🙏

 #भरवंश से ही  #रघुवंशी और  #सूर्यवंशी शाखा। अनुवाद पेज-97 क्या महान चंदेल राजाओं का खंडहर बसाया शहर  #भरो द्वारा नष्ट क...
08/12/2023

#भरवंश से ही #रघुवंशी और #सूर्यवंशी शाखा। अनुवाद पेज-97 क्या महान चंदेल राजाओं का खंडहर बसाया शहर #भरो द्वारा नष्ट किया गया गया। शहर को फिर से बनाया गया और किरत करतार के समय नाम बदलकर मंडलोर किया गया, जोकि भर राजा का मंत्री था।पैसुनी नदी का घाट पहार सिंह सुर्खी के दर्शाया बनाया गया। सम्वत 1952 में , सरबर राय जो कि इस परिवार के संचालक थे। रीवा क्षेत्र में स्थित हुए। #भरसूर्यवंश से संबंधित है जोकि भगवान रामचन्द्र जी के भाई भरत से अवतरित हुए। अपने अवध के निर्वासन के दौरान थे। Genealogical lists of the Rajput and Brahmin Tribes /1854 ईस्वी।index-भर को राजभर पढ़ा जाय।

दुखद ...श्री सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष की राजस्थान में गोली मारकर नृशंस हत्या की घोर भर्त्...
06/12/2023

दुखद ...
श्री सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष की राजस्थान में गोली मारकर नृशंस हत्या की घोर भर्त्सना.!!
मित्रों आज हम सबने श्री सुखदेव सिंह गोगामेडी जी को जो खोया है उसको लब्जों से बयां नहीं किया जा सकता क्योंकि हृदय बहुत व्यथित हैं।श्री_सुखदेव_सिंह_गोगामेड़ी_जी हमेशा से चाहते थे कि महान् भारशिव_ क्षत्रिय राजवंश साम्राज्य विरासत के वंशधर राजभर क्षत्रिय /राजपुत्र समाज को उचित सम्मान हासिल हो _ भारत वर्ष के क्षत्रियों/राजपूतों को जोड़ने तथा महान् पूर्वजों की गौरवशाली इतिहास और सभ्यता संस्कृति को वचाये रखते हुए सभी को बहुत ही सम्मान देते थे का उनका प्रयास सदैव ही आपसी सौहार्द्र वातावरण कायम कर क्षत्रिय /राजपूतों को संगठित कर क्षत्रिय धर्म सर्वोपरि यथा धर्म तथा जय के सर्वमान्य सिद्धांत को साधते हुए अपने जीवन को उत्सर्ग कर दिए .!!जिन अपराधिक प्रवृत्ति के का पुरुष व्यक्तियों ने ऐसी घटना को अंजाम दिया और अपने घृणित कार्य से एक समाजसेवी व्यक्ति की परिवार की पूरे बाग को उजाड़ दिये ऐसे अपराधिक व्यक्तियों को राजस्थान सरकार जल्द से जल्द उनके गिरफ्तारी सुनिश्चित कराकर कठोर से कठोर दंड दिलाने का कार्य करें वर्ना पूरा क्षत्रिय समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा ।ऐसे कर्म योगी धर्म योद्धा को श्रद्धांजलि देने के लिए हम सभी इकट्ठा हुए और 2 मिनट मौन रहकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया गया के हम सभी इकट्ठा हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए क्षत्रिय राजपुत्र संगठन भारतवर्ष की तरफ से शत् शत् नमन करते हैं।,,,अपका बलिदान और कृतित्व व व्यक्तित्व तथा वीररत्व का गुणगान सदियों तक होता रहेगा! क्षत्रिय/राजपूत समाज सदैव आपको गौरव गरिमा और श्रद्धा पूर्वक सदैव याद करता रहेगा..!!!,,,,,, राणा विजय भारशिव क्षत्रिय सूर्य वंशी।
आपको ..🌺🌺🙏
#विनम्र_श्रद्धांजलि ..🌺🌺🙏
बाबा शिव तथा माता चंडी आपको सद्गति प्रदान करें व आत्मा को शांति दे..🌺🙏
तथा आपके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दें...🙏
आपको कोटि_कोटि_नमन..🙏🙏 ओम् भारशिवाये नमः ओम् शिव चंडी काये नमः ओम् विष्णु नारायणी नमोस्तुते । जय भारशिव जय शिव चंडी जय मां भवानी जय हो चक्रवर्ती सम्राट श्री सुहेलदेव राजभर जी महाराज की जय हो युग पुरुष युग नायक विश्व के मार्ग दर्शक व कल्याण कर्ता श्री श्री अनंत देव राय जी महाराज की।

जो लोग बोलते हैं ना  #जातिवादी मत  बनो वो कान खोलकर सुन ले 🚩🚩🗡🗡🇮🇳🇮🇳स्कूल, कॉलेज, में दाखिला लेना हो या फिर नौकरी के लिए ...
26/11/2023

जो लोग बोलते हैं ना #जातिवादी मत बनो वो कान खोलकर सुन ले
🚩🚩🗡🗡🇮🇳🇮🇳
स्कूल, कॉलेज, में दाखिला लेना हो या फिर नौकरी के लिए आवेदन हो ,तो हर कोई #नाम व #जाति पूछता है !
🚩🚩🗡🗡🇮🇳
अगर अपनी जाति पे गर्व करना जातिवाद है तो हाँ हम हैं जातिवादी,,,,,,,,,,,
🚩🚩🗡🗡🇮🇳🇮🇳
और पहले हम #राजभर_क्षत्रियो में एकता लाना चाहते हैं !
🚩🚩🗡🗡🇮🇳🇮🇳
पोस्ट अच्छे से पढ़े और ज्ञान देने की कोशिश न करें 🙏🙏🗡🗡
🙏जय #महाराजा_सुहेलदेव_राजभर🙏

🚩🚩 #राजभर_क्षत्रिय_जिन्दाबाद 🚩🚩
⚔️⚔️
Son of Purvanchal



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सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थीबूढ़े भारत में भी आई फिर से नयी जवानी थी गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थ...
19/11/2023

सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी
बूढ़े भारत में भी आई फिर से नयी जवानी थी
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी

महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जी की जयंती पर शत शत नमन।

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