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يا الله
13/10/2023

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वैंग ज़िंगपी एक चीनी मुसलमान हैं जो चीन के सबसे अज़ीम कराटे किंग के तौर पर जाने जाते हैं, वो हकीम भी थे.. इलाक़े मे बड़ा...
26/09/2023

वैंग ज़िंगपी एक चीनी मुसलमान हैं जो चीन के सबसे अज़ीम कराटे किंग के तौर पर जाने जाते हैं, वो हकीम भी थे.. इलाक़े मे बड़ा नाम भी था..1928 मे वोह शायोलीन कुंग फ़ु डिविज़न के मार्शल आर्ट इंस्टिचुट के लीडर थे और उसी दौरान चीनी वुशु एसोसिएशन के नाएब सदर भी रहे.. उन्हे Chaquan, Huaquan, Pao Chuan, Bajiquan और T'ai chi ch'uan जैसे मार्शल आर्ट पर उबुर हासिल था... वोह वुशु के एक अज़ीम मास्टर थे..
वोह All-China Sports Federation के मेम्बर भी रहे.

सन 1880 को चीन के Cangzhou, Hebei मे पैदा हुए उस समय चीन मे काफ़ी उठा पटक चल रहा था और वहां सलतनत अपनी आख़री दिन गिन रही थी.. वैंग ज़िंगपी के वालिद और दादा भी कराटा के अज़ीम मास्टर थे.. पर कराटे मे होने वाली तकलीफ़ की वजह कर वो़ह अपने बेटे को यह कला नही सिखाना चाहते थे, पर वैंग को अपने बाप और दादा की तरह बनना था इस लिए 7 साल की उमर मे वैंग ने ख़ुद से ही कराटा सीखने लगे, फिर उसके बाद उन्होने Wu Shu के मास्टर Yang Hong Xiu से सीखना शुरु किया..

जैसे जैसे बड़े होते गए उनको कराटा मे महारत हासिल होने लगा..

Boxer rebellion की जंग से पहले Qing फ़ौज के सिपाहीयों को तरबियत वैंग ज़िंगपी ने ही दी थी, इस जंग मे Qing dynasty का मुक़ाबला आठ मुल्को की फ़ौज से था जो कुछ इस तरह ह़ै :- United Kingdom, Russia, France, Japan, Germany, United States, Austria-Hungary, Italy.

इस जंग के बाद उन्हे मुल्क बदर कर दिया गया और ये Yang Hongxiu के शागिर्द बन Chaquan के फ़न मे महारत हासिल की और इसी दौरान उन्होने Russian, American, German और Japanese लड़ाको को मार्शल आर्ट के खेल मे हराया...

वैंग ने जर्मन आफ़िसर को वेट लिफ़टिंग कम्पटीशन मे उस समय हरा डाला ज़ब उसने इन्हे जाओजी शहर मे चैलेंज किया था.

जब जर्मन Qinzhou मसजिद के तारीख़ी दरवाज़े को अ़पने साथ ले जानी की कोशिश की तो वैंग ज़ीपिंग ने दरवाज़े की हिफ़ाज़त की तब जर्मन लोगों ने उन्हे फिर वेट लिफ़टिंग कम्पटीशन मे हांथ आज़माने के लिए चैलेंज किया.. उस समय वैंग ने फिर से जर्मन को हरा डाला और वोह लोग वापस लौट गए और इस तरह वैंग ने अपने मुल्क और मज़हब की इज़्ज़त रख ली...

1919 मे वैंग ने एक रुसी को उस समय बुरी तरह हरा डाला जब वोह बिजिंग के एक पार्क मे ख़ुद को दुनिया का सबसे ताक़तवर लड़ाक मान कर दंगा फ़साद कर रहा था..

चिंगदाओ शहर मे हुई एक लड़ाई के दौरान वैंग ने जपानी मलेट्री पुलिस के जवानों को एक एक कर उठा उठा कर सीढ़ीयों पर पटक कर दे मारा जब ये लोग वैंग पर हमला करने की कोशिश कर रहे थे...

वैंग ने मार्शल आर्ट के इतिहासकार Tang Hao की हिफ़ाज़त उनके विरोधीयों से की जो उनके कुछ काम से नाराज़ थे..

Liu Jin Sheng जिसने Zhao Jiang के साथ मिलकर एक बहुत ही मशहुर किताब "Chin Na Methods" लिखी भी वैंग के ही शागिर्द थे...

वैंग ने कराटे पर कई किताबें लिखी और इसके कई कला को आम किया जो रोज़ाना के युज़ मे आने लगा...

1949 की क्रांती के बाद उन्हे नायक माना गया और उन्हे ShangHai's Municipal People's Congress का Deputy, National WuShu Association का Vice-President और All-China Sports Federation का मेम्बर मुंताख़िब किया गया.

छठे नेशनल गेम मे वैंग ने मार्शल आर्ट और रेस्टलिंग के लिए जज का ओहदा संभाला... और जब चीन के पहले Premier "Zhou Enlai" बर्मा के दौरे पर गए तब 80 साला वैंग उनके साथ वहां जा कर मार्शल आर्ट का प्रफ़ारमेंस दिया था..

1973 मे 93 साल की उमर मे वैंग का इंतक़ाल हो गया.

वैंग ने "Quan Shr Er Shr Fa" को डेवलप किया जिसे Twenty Fist Method के नाम से जाना जाता है, इसके साथ उन्हेने "Ching Long Jian" उर्फ़ Green Dragon Sword को भी डेवलप किया था.

इनकी विरासत इनकी बेटी Wang Ju-Rong ने संभाला और फिर उनकी बेटीयां यानी वैंग की तीन नतनी Grace Wu (Xiaogo), Wu Xiaoping और Helen Wu (Xiaorong) ने, वैंग को एक ही बेटी थी...

भारत की अल्ट्रा रनर सूफिया सूफी खान के नाम एक नहीं बल्कि चार गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं. राजस्थान के अजमेर में जन्मी ...
24/09/2023

भारत की अल्ट्रा रनर सूफिया सूफी खान के नाम एक नहीं बल्कि चार गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं. राजस्थान के अजमेर में जन्मी 36 साल की सूफिया ने 2017 में अपनी नौकरी छोड़कर फुल टाइम अल्ट्रा रनिंग करने का फैसला किया था. जिसके बाद सूफिया खान ने पिछले पांच सालों में चार गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर किए हैं -
➡️ 2019 में कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दौड़ को उन्होने 87 दिन, 2 घंटे, 17 मिनट में पूरा करके गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.
➡️ 2021 में 480 किमी लंबे मनाली-लेह राजमार्ग की दौड़ को 6 दिन, 12 घंटे और 6 मिनट में पूरा करके गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.
➡️ 2021 में सूफिया ने ‘स्वर्णिम चतुर्भुज’ पर 6,002 किमी. की दूरी 110 दिन, 23 घंटे और 24 मिनट में पूरी कर अपना तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.
➡️ 2023 में 12 से 13 जनवरी को सूफिया ने 34 घंटे में कतर का एक चक्कर पूरा करके चौथा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।

मेरा नाम औरंगजेब है मैं हमेशा संगीन मुजरिम करार दिया गया , क्यूंकि  मैंने दीने इलाही नहीं चलायी क्यूंकि  मैंने अपने विरु...
22/09/2023

मेरा नाम औरंगजेब है मैं हमेशा संगीन मुजरिम करार दिया गया , क्यूंकि मैंने दीने इलाही नहीं चलायी क्यूंकि मैंने अपने विरुद्ध उठने वाली हर आवाज़ को कुचल देता हूँ , क्यूंकि मैं शासक हूँ, क्यूंकि मैंने देश-हित के नाम पे दारा को मरवा दिया, क्यूंकि मेरे बाप ने मेरे साथ नइंसाफी की,क्यूंकि मेरे हरम में रानियाँ नहीं हैं , जितनी मेरे पूरवज शौक़ से रखा करते थे..... क्यूंकि मैंने कभी सरकारी माल से अपना पेट नहीं भरा, क्यूंकि मैं अपने साम्राज्य को काबुल से लेकर कन्याकुमारी तक फैला देना चाहता हूँ क्यूंकि मैं अपनी बिमारी की हालत में भी देश की इत्तिहाद के लिए दौड़ता रहता हूँ क्यूंकि पहली बार जुनुबी भारत में मैंने एक बेहद ताक़तवर मालगुजारी का बन्दोबस्त किया . क्यूंकि मैंने ताजमहल,हवा महल, तख्ते ताऊस बनवाकर अपनी रियाया के खून पसीने की कमाई को अपनी अय्याशियों और शौक़ में बर्बाद नहीं कर सकता हूँ.. क्यूंकि मुझे चीनी मिटटी के बर्तन, करोंदे और सुपारी से प्यार है क्यूंकि मैंने हिराबाई से मोहब्बत की थी.. और उसके मरने के बाद मैं अन्दर टूट गया हूँ... क्यूंकि मैं हवाई, आडंबर से भरे, और चाटुकारी अदब से नफरत करता हूँ, क्यूंकि मैंने फारसी का एक ऐसा लुगत तैयार करवाया जिससे मैं हिंदी ज़बान सीख सकूं क्यूंकि मैं वीणा बजाने में बहुत माहिर हूँ, क्यूंकि मेरे राज में संगीत जितनी ऊंचाई को पहुंचा है उतना कभी इस देश ने देखा नहीं है.. क्यूंकि मैंने मथुरा और बनारस के मंदिरों को बर्बाद करवा दिया क्यूंकि मैंने गोलकुंडा की मस्जिद को तबाह कर डाला क्यूंकि मैंने सोमेश्वर नाथ का महादेव मंदिर, कशी विश्वनाथ मंदिर, बालाजी का मंदिर, उमानंद का मंदिर, जैन मंदिर, शुमाली हिंदुस्तान के गुरुद्वारों को अपनी जागीरें दान की हैं... क्यूंकि मैंने मुहर्रम खान से कहा है की दुनियावी मामलों में मज़हब का कोई दखल नहीं होता और सुलतान की आँखों में इन्साफ सबसे ऊपर होता है.. क्यूंकि मीर हसन से मैंने कहा है कि ब्रह्मपुरी पुँराना नाम था.. उसे इस्लामपुरी में तब्दील कर तुमने गलत किया है.. क्यूंकि मैंने उस गरीब ब्रह्मण के चोरी हुए शिवलिंग को अपने कड़े फरमान ज़ारी कर ढूंढवा कर दिया ... क्यूंकि बनारस के उस गोसाईं को परेशां करने वाले मुसलमानों के खिलाफ मैंने सख्त फरमान दिए हैं.. इन सारे जुर्मों का मैं ऐतराफ तो करता हूँ... लेकिन कह देता हूँ.. मुझे मुजरिम सिर्फ इसलिए करार दिया गया क्यूंकि मैं अकबर नहीं हूँ.... मेरा नाम औरंगजेब है...

डॉक्टर शाहवाज़ अली खान की कविता

Beautiful Country - Beautiful People of OMAN ❤️🇴🇲❤️
21/09/2023

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