देश के अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आदर्श संपादक और पत्रकार ‘‘एक भारतीय आत्मा’’ पंडित माखनलाल चतुर्वेदी जी की कर्मभूमि खंडवा में कर्मवीर विद्यापीठ के नाम से विश्वविद्यालय द्वारा इस परिसर की स्थापना वर्ष 2000 में की थी। कर्मवीर विद्यापीठ, खण्डवा को स्थापित हुए लगभग 20 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। वर्तमान में यहाँ मास्टर ऑफ आर्टस इन जर्नालिज्म (एम.ए.जे.) द्विवर्षीय पाठ्यक्रम, जनसंचार पाठ्यक्रम (बीएए
मसी) त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम तथा एक वर्षीय कम्प्यूटर डिप्लोमा पाठ्यक्रम (पीजीडीसीए एवं डीसीए), फिल्म पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा आदि पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।
विद्यापीठ के प्रमुख उद्देश्य:-
1. विद्यार्थियों को पत्रकारिता, जनसंचार, मीडिया, कम्प्यूटर अनुप्रयोगों के विविध आयामों से परिचित कराते हुए उन्हें कोशलों से निपुण बनाना।
2. प्रिंट, इलेक्ट्रानिक, जनसम्पर्क, जनसंचार, न्यू मीडिया, कम्प्यूटर अनुप्रयोगों आदि क्षेत्रों के लिए विद्यार्थियों में आवश्यक कार्य कुशलता विकसित करना।
3. फील्ड रिपोर्टिंग, परीक्षण तथा विश्लेषण की क्षमता विकसित करना।
4. मानवीय मूल्यों, संस्कृति, पर्यावरण और समाज को लेकर पत्रकारीय दृष्टि विकसित करना।
5. लिखित तथा मौखिक संचार की क्षमता तथा दक्षता विकसित करना।
6. पत्रकारिता की शैक्षणिक व प्रायोगिक समझ व कार्यकुशलता का विकास।
7. व्यावसायिक वृत्ति के साथ ही साथ सामाजिक उत्तरदायित्वों के निर्वहन की योग्यता का विकास।
विद्यापीठ की प्रमुख विशेषता:-
1. विषयों के सैद्धांतिक और तकनीकी पक्षों का सतत अभ्यास।
समाचार पत्र निर्माण तथा पेज ले-आउट डिजाइनिंग हेतु मीडिया लैब।
2. न्यूज बुलेटिन निर्माण के लिए स्टूडियो में प्रायोगिक गतिविधियों का आयोजन।
3. अध्ययन हेतु समृद्ध पुस्तकालय की उपलब्धता।
4. प्रेस तथा पत्रकारिता से सम्बद्ध संस्थानों के शैक्षणिक भ्रमण।