17/11/2024
कुछ लोग कहते है की जब नए रिश्ते मिल जाते है तो लोग पुराने रिश्ते को भूल जाते है
कुछ साल पहले मतलब 15,20 साल पहले ऐसा नही था
लोग कही ना कही से एक दूसरे से रिश्ता जोड़ लेते थे
अरे फलना वो तो हमार चाचा लगते है
हमारे फूफा लगते है ऐसे रिश्ते को जोड़ कर रखा जाता था
लेकिन आज कल ये सब नाम का रह गया है रिश्ता
एक दूसरे को रिस्तेदार बताने से दूर भागते है पता नहीं क्यों ?
शायद पैसे वाले हो गए होंगे और वो थोड़ा कम पैसे वाले होंगे
हो सकता है उनके बच्चे थोड़े बिगड़ गए हो ?
लेकिन क्या इन सब से रिश्ते खत्म हो जाते है क्या ?
अब मैं गांव में नहीं रहता कुछ समय से मैं शहर में रहता हूं सिर्फ नौकरी करने के लिए इसके सिवा कुछ नहीं है यहां
पिताजी ने भी अपनी पूरी जिंदगी गांव छोड़कर शहर में ही गुजार दी सिर्फ नौकरी करने के लिए
अब हम रहते हैं गांव से दूर शहर में नौकरी करने के लिए अब नौकरी करने में ही तो हमारा पूरा समय निकल जाता है
अब कुछ रिश्तेदारों को ऐसा लगता है कि हमें उनसे कोई मतलब ही नहीं है या उनको हमसे कोई मतलब नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है हम अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए ही गांव को छोड़े और अपनों को छोड़े है हमारा तकलीफ कोई नही जानता है
हमारे साथ क्या गुजर रहा है क्या बीत रहा है इससे किसी को फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि ना तो वो हमारी खबर रखते हैं और ना हम उनकी
शहर में नौकरी करने वालों के लिए सबसे तकलीफ वाला समय होता है जब हम अपने करीबी ( रिश्तेदार ) के सुख-दुख में नही सामिल हो सकते है
हो सकता है उसकी कोई मजबूरी हो या फिर उसको उतना उपयोगी नहीं समझा जा रहा हो
मैंने शुरू से ही हर रिश्ते को जोड़ के एक साथ रखने की कोशिश की है और नए रिश्ते भी बनना पसंद है लेकिन रिश्ते उतने ही बनाने चाहिए जितने सामने से भी उतना उपयोगी समझा जाए
आपके लाखों की भीड़ में मैं कुछ नहीं हूं
लेकिन मेरे लिए लाखों की भीड़ आप ही हो
गांव से दूर शहर में रह रहा आपका कोई रिस्तेदार मजबूर हो सकता है अपनी कुछ परिस्थितियों से जो अपने रोजमर्रा की जिंदगी की जरूरत को पूरी करने में व्यस्त हो क्योंकि वह इस लिए अपने गांव और अपनों को छोड़कर यहां सिर्फ नौकरी के लिए रह है जिससे वह पूरा होता है
आजकल रिश्तो की अहमियत पैसों से दी जाती है जो हर किसी के पास नहीं होता है
जहां पैसा कम आता है वहां कोई आदमी नहीं काम आएगा और जहां आदमी काम आएगा हो सकता है वहां पैसा नहीं हो
जब तक पैसों अहमियत रिश्तो से जब तक दी जाएगी तब तक रिश्ते खोखले होते जाएंगे
✍️ दूर कही किसी शहर से जो बिछड़ गया अपनों से