06/02/2023
CocaCola ने 1980 के दशक में भारत में प्रवेश किया, 11 से अधिक भारतीय शीतल पेय ब्रांडों को ले लिया, बाकी को Pepsi ने ले लिया!
कोई आपत्ति नहीं!
चिल्लाओ नहीं
Amazon ने कोई शहर नहीं छोड़ा है!
कोई विरोध नहीं!
चिल्लाओ नहीं!
Blue Dart, DHL & FedEx जैसी कूरियर सेवाएं आईं और अपने विमान भी लाए। अब सारा धंधा चौपट हो गया!
कोई प्रतिरोध नहीं..
कोई चीख-पुकार नहीं..
भारत में चाइनीज और कोरियन मोबाइल का बोलबाला है।
कोई विरोध नहीं, कोई शोर नहीं! चिल्लाओ नहीं..
Nestlé, Maggi, ITC, HUL, Pepsi आदि ने कृषि क्षेत्र में प्रवेश किया!
कोई विरोध नहीं,
कोई शोर नहीं!
4-व्हीलर इंडस्ट्री में Suzuki, MG, Hyundai आदि. टू-व्हीलर इंडस्ट्री में Honda का दबदबा है,
कोई विरोध नहीं, कोई शोर नहीं, कोई चीख-पुकार नहीं..!!
लेकिन अडानी,अंबानी मेरे खिलाफ हैं?
पतंजलि (भारतीय आयुर्वेद का प्रचार) भारत के लिए खतरा है..?
भारतीय कंपनियों का विरोध क्यों? जबकि विदेशी कंपनियां लंबे समय से कई क्षेत्रों में निर्माण कर रही हैं?
सरल सामान्य ज्ञान की कमी?
The reason..
Nestle India अच्छा है क्योंकि हम इसके मालिक को नहीं जानते!
Proctor & Gamble अच्छा है क्योंकि हम उसके मालिक को नहीं जानते!
CocaCola, Pepsi अच्छे हैं क्योंकि हम उनके मालिकों को भी नहीं जानते!
Vodafone अच्छा है क्योंकि हम उसके मालिक को भी नहीं जानते!
Vivo, Samsung, Realme, अच्छा है क्योंकि हम उनके मालिकों को नहीं जानते!
परंतु,
#रामदेव चोर है!
#मुकेशअंबानी चोर है!
#गौतमअदानी चोर है!
#टाटा, #बिड़ला चोर है!
ये अपने ही देश के लोग हैं, ये यहाँ के महापुरुष कैसे हो सकते हैं?
सोच को संकीर्णता के दायरे से बाहर लाओ।बहुत गंदी सोच है कुछ बुद्धिजीवियों की लगता है सोच नहीं शौच है दिमाग में जिसकी बदबूदार गंध से वे परेशान है और सबको बहकाने में लगे है।