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 #चित्रकूट--   ... तो क्या ठंडे बस्ते में है मारकुंडी विद्युत उपकेन्द्र के स्थापना की योजना ?
28/11/2023

#चित्रकूट-- ... तो क्या ठंडे बस्ते में है मारकुंडी विद्युत उपकेन्द्र के स्थापना की योजना ?

भगवान राम की तपोभूमि है चित्रकूट:मां सीता के चरण आज भी यहां हैं मौजूद,नमन करने से पूरी होती है मनोकामनाएंचित्रकूट।हिंदू ...
28/01/2023

भगवान राम की तपोभूमि है चित्रकूट:मां सीता के चरण आज भी यहां हैं मौजूद,नमन करने से पूरी होती है मनोकामनाएं

चित्रकूट।हिंदू धर्म में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का विषेश महत्व है। सनातन धर्म के पौराणिक ग्रन्थों में भगवान राम की प्रताप और यश की तमाम कहानियां चर्चित हैं।भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट अनादि काल से वाल्मीकि समेत तमाम महान ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है। त्रेता युग में जब अयोध्या नरेश राजा दशरथ के पुत्र भगवान श्रीराम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण सहित 14 वर्ष के वनवास के लिए निकले थे। तब उन्होंने आदि ऋषि वाल्मीकि की प्रेरणा से तप और साधना के लिए चित्रकूट आए थे। भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ पावन चित्रकूटगिरी पर अपने वनवास का साढे़ 11 वर्ष व्यतीत किया था।

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट की पहचान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की तपोस्थली के रूप में होती है।यहां भक्त भगवान राम को कण-कण में महसूस करते हैं।चित्रकूट भगवान राम-मां सीता और भ‌इया लक्ष्मण के चमत्कारों से भरा पड़ा है।चित्रकूट में बिताए गए 12 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम के तमाम निशान त्रेता युग से लेकर अभी तक मौजूद है।इस पावन धरती पर बड़ी-बड़ी शिलाओं पर आज भी मां सीता के पावन चरणों के चिन्ह है।

14 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम के साथ मां सीता और उनके भाई लक्ष्मण भी उनके साथ मौजूद रहे।चित्रकूट में भी वनवास दौरान के सर्वाधिक लगभग साढ़े 11 वर्ष सभी यहां पर साथ रहे।इसीलिए त्रेता युग से अब तक भगवान राम से जुड़ी तमाम निशानियां यहां मौजूद है।मां सीता के चरणों के निशान भी मौजूद है।कहा जाता है कि चित्रकूट में मां सीता ने जहां- जहां पर पैर रखें वहां कांटे फूल बन गए और बड़ी-बड़ी शिलाएं मोम की तरह पिघल गई,क्योंकि धरती मां ने अपनी बेटी के लिए यह चमत्कार दिखाया था।

जिन शिलाओं पर यह निशान हैं वह शिलाएं मामूली नहीं है। यह शिलाएं त्रेता युग की स्फटिक मणि हैं जो आज कलयुग में पत्थर दिख रही हैं।इन्हीं स्फटिक पत्थरों में चल कर मां सीता सामने बह रही मन्दाकिनी नदीं में स्नान किया करती थीं और स्नान करके इसी जगह पर श्रृंगार करती थीं।जिन पत्थरों पर मां सीता अपने पैर रखती वह मोम की तरह पिघल जाते थे।जिन कांटों पर पैर रखा वह फूल बन जाते थे।इस जगह को जानकी कुंड कहा जाता है। इसी जगह पर मां सीता के दुर्लभ पैरो के निशान मौजूद हैं।इन पैरों के निशान को लोग बड़ी ही आस्था से पूजते हैं।लोग इन पैरों के निशानों पर अपना पूरा विश्वाश रखते हैं।लोग मानते है की यह निशान कोई मामूली निशान नहीं है बल्कि मां सीता के चरण चिन्ह हैं।

मन में भगवान राम की आस्था लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को यहां भगवान और उनके चमत्कार नजर आते हैं।भगवान राम के साथ जुड़े हर पलों को महसूस किया जा सकता है,
लेकिन सिर्फ मन की आंखों से।ऐसे ही चमत्कारों में मां सीता के पैरों के निशान भी शामिल है।मान्यता है कि जो भी लोग धन का लालच नहीं रखते हैं,उन्हें चरण चिन्ह दिखने वाले यहां पत्थर मणि के जैसे दिखाई देंगे।

चित्रकूट का कामदगिरि पर्वत विश्व का पावन धाम हैं।ऐसी मान्यता है कि भगवान राम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ नित्य निवास करते हैं।इसी पर्वत पर तप और साधना कर भगवान राम ने आसुरी ताकतों से लड़ने की दिव्य शक्तियां प्राप्त की थीं।कहा जाता है कि जब भगवान राम चित्रकूट को छोड़़कर जाने लगे तो चित्रकूट गिरी ने भगवान राम से याचना कि, हे प्रभु आपने इतने वर्षों तक यहां वास किया, जिससे ये जगह पावन हो गई, लेकिन आपके जाने के बाद मुझे कौन पूछेगा।तब भगवान राम ने चित्रकूट गिरि को वरदान दिया कि अब आप कामद हो जाएंगे। यानि ईच्छाओं (मनोकामनाओं) की पूर्ति करने वाले हो जाएंगे। जो भी आपकी शरण में आयेगा उसके सारे विशाद नष्ट होने के साथ-साथ सारी मनोकामना पूरी हो जाएगी और उस पर सदैव राम की कृपा बनी रहेगी।जैसे भगवान राम ने चित्रकूट गिरि को अपनी कृपा का पात्र बनाया कामदगिरी पर्वत कामतानाथ बन ग‌ए। इस अलौकिक पर्वत की महिमा गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में भी की हैं।उन्होंने लिखा है कामदगिरि भे रामप्रसादा, अवलोकत अप हरत विषादा। यानी जो भी इस पर्वत के दर्शन करेगा उसके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।

 #चित्रकूट - पर्यावरण संतुलन में गिद्धराज की भूमिका अहम है, लेकिन संसार में उनकी संख्या तेजी से घट रही है। ऐसे में सरकार...
12/01/2023

#चित्रकूट - पर्यावरण संतुलन में गिद्धराज की भूमिका अहम है, लेकिन संसार में उनकी संख्या तेजी से घट रही है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि अनुकूल स्थानों पर उनके लिए सेफ जोन बनाया जाए। ताकि उनका वंश बढ़े और वह यहां की आबोहवा को दुरुस्त करें।दुनिया का पहला राज गिद्ध प्रजनन एवं संवर्धन केंद्र उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मूर्ति रूप लेने जा रहा है। योगी सरकार की योजना के मुताबिक, राज गिद्धों के नाम से पहचानी जाने वाली गिद्धों की सर्वश्रेष्ठ प्रजाति का प्रजनन केंद्र गोरखपुर में जल्द ही शुरू होने जा रहा है। राजगिद्धों को पकड़ने गोरखपुर से चित्रकूट आई वन विभाग की सात सदस्यीय टीम ने चित्रकूट के जंगलों में पिछले कई दिनों से डेरा डाले है। मारकुंडी,देवांगना,सती अनुसुइया आदि विभिन्न जंगलों में राजगाध्दों की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार टीम द्वारा राजगिध्द के नर- मादा का एक जोड़े को पकड़कर गोरखपुर ले जाया गया है। एक जोड़े के अलावा एक गिध्द को और पकड़ लिया गया है,जिसको जल्द ही गोरखपुर ले जाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यूपी के गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज के भारीवैसी में बन रहा राजगिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र बहुत जल्द राजगिद्धों से आबाद हो जाएगा। केंद्र में गिद्धों का चार बाड़ा (प्रजनन पक्षीशाला) बन कर तैयार हो चुका है और उसमें दो बाड़ों को आबाद करने के लिए वन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।

स्पेशल रिपोर्ट -सचिन वन्दन, चित्रकूट

भारत को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अधिक सशक्त बनाने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में डा इलेश जैन ने किया प्रतिभाग च...
10/01/2023

भारत को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अधिक सशक्त बनाने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में डा इलेश जैन ने किया प्रतिभाग


चित्रकूट।
मध्य प्रदेश के इन्दौर में चल रहे 17वें प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में विश्वख्याति प्राप्त सदगुरु नेत्र चिकित्सालय जनकीकुंड चित्रकूट के प्रशासक डा इलेश जैन ने भाग लिया। आपको बता दे कि इस कार्यक्रम के अन्तर्ग परिसंवाद में मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी, म.प्र. चिकित्सकीय शिक्षा मंत्री विश्वासराव सांरग, स्वास्थ्य सचिव डॉ सुदाम खाड़े तथा स्वास्थ्य एवं फार्मा सेक्टर के गणमान्य सदस्यों के साथ सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय के ट्रस्टी एवं प्रशासक डॉ इलेश जैन ने उक्त संदर्भित विषय पर अपने विचार प्रकट किए साथ ही भारत को स्वास्थ्य के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में चल रहे कार्यों एवं योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा की। भारत को स्वास्थ्य के क्षेत्र अधिक मजबूती देने वाले चल रहे है इस कार्यक्रम में चित्रकूट से सदगुरु नेत्र चिकित्सालय के प्रशासक डा इलेश जैन के प्रतिभाग करने पर सदगुरु परिवार के सदस्यों और चित्रकूट के क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर दौड़ी।

जेल से निकला दस्यु सम्राट ददुआ का राइट हैंड राधे15 साल पहले सतना पुलिस की गिरफ्त में आया था कुख्यात डकैत राधेचित्रकूट।ती...
09/01/2023

जेल से निकला दस्यु सम्राट ददुआ का राइट हैंड राधे

15 साल पहले सतना पुलिस की गिरफ्त में आया था कुख्यात डकैत राधे

चित्रकूट।
तीन दशक से अधिक वक्त तक पाठा के बेताज बादशाह रहे दस्यु सम्राट शिवकुमार कुर्मी उर्फ ददुआ का राइट हैंड राधे जेल से बाहर आ गया। वह 15 वर्ष पहले सतना पुलिस की गिरफ्त में आया था। डकैत तब से यूपी-एमपी की अलग-अलग जेलों में सजा काटता रहा है। बंदूक की नोक और अपने एक इशारे पर सफेदपोशों को सांसद, विधायक और जिला ,जनपद परिषदों का सदस्य बनवा देने का माद्दा रखने वाले दुर्दांत डकैत रहे ददुआ का राइट हैंड राधे सोमवार को जेल की सलाखों से बाहर आ गया। यूपी के रंगौली जिला कारागार से सोमवार की शाम रिहा किया। राधे 14 वर्ष 11 महीने तक जेल में रहा। ददुआ गिरोह में नंबर 2 की पोजीशन रखने वाला राधे कर्वी के सपहा गांव का मूल निवासी है। उसकी रिहाई के वक्त उसके गांव और परिवार के लोग उसे लेने पहुंचे थे।

बता दें कि यूपी-एमपी के तराई क्षेत्र में तीन दशक से अधिक समय तक दुर्दांत डकैत ददुआ ने आतंक की बादशाहत का अपना साम्राज्य बनाए रखा। ददुआ तक पुलिस कभी उसके जीते जी नही पहुंच पाई। उसकी एक तस्वीर के अलावा किसी के पास उसकी दूसरी फोटो तक कभी नहीं रही। तमाम सफेदपोशों के संरक्षण में रहने वाले ददुआ का सियासत में भी खासा प्रभाव था। तराई में बैलेट पर बुलेट भारी थी और जीत उसके ही कदम चूमती थी। जिसे ददुआ का साथ मिलता था। लेकिन आतंक का यह साम्राज्य यूपी एसटीएफ ने वर्ष 2007 में खत्म कर दिया। जुलाई के महीने में एसटीएफ ने मानिकपुर क्षेत्र के झलमल जंगल मे हुए एक इनकाउंटर में साढ़े 5 लाख के इनामी डकैत ददुआ को मार गिराया। ददुआ की मौत का बदला लेते हुए एक और खूंखार डकैत डॉ अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया ने यूपी एसटीएफ के 6 जवानों समेत 7 लोगों की हत्या कर दी थी।

ददुआ की मौत के बाद उसकी गैंग की कमान उसके राइट हैंड रहे राधे कुर्मी के हाथ आई थी। उसके पास अत्याधुनिक हथियार तो थे लेकिन सरदार की मौत से गिरोह का मनोबल कमजोर पड़ गया था।

एसटीएफ के निशाने पर राधे भी था। लेकिन इससे पहले कि यूपी एसटीएफ राधे तक पहुंचती राधे सतना पुलिस की पकड़ में आ गया। उस वक्त ये खबरें सुर्खियों में थी कि राधे ने एक नेता की मदद से सरेंडर किया है। लेकिन सतना पुलिस ने तब प्रेस नोट जारी कर यह दावा किया था कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस इनामी डकैत राधे कुर्मी को सतना पुलिस ने सभापुर थाना क्षेत्र के जंगल से पकड़ा है। जिस वक्त राधे को पकड़ा गया वह नमकीन बिस्कुट खा रहा था।

09/01/2023

आज जेल से रिहा होगा डकैत राधे

चित्रकूट - तीन दशक से ज़्यादा समय तक जंगलों में राज करने वाला और सियासत को जंगल से चलाने वाला तराई के सबसे खूंखार डकैत रहे दस्यु सम्राट ददुआ का दाहिना हाथ *डकैत सूबेदार सिंह उर्फ राधे पटेल* 14 वर्ष 11 महीने बाद आज जिला जेल रगौली से कुछ ही देर में होगा रिहा। लूट, हत्या और सामूहिक नरसंहार समेत 100 से अधिक मामले है दर्ज। पुलिस मुठभेड़ के मामले में जेल में था बन्द। उच्च न्यायालय प्रयागराज से मिली ज़मानत के बाद आज हो रही है रिहाई। सतना पुलिस ने ददुआ गैंग के अत्याधुनिक हथियारों से लैस कुख्यात डकैत राधे को सभापुर थाना क्षेत्र के जंगल से नमकीन बिस्कुट खाते हुए पकड़ा था। राधे दुर्दांत डकैत ददुआ का राइट हैंड था।

 #चित्रकूट- उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का कल चित्रकूट दौरा।चित्रकूट के आरोग्यधाम पहुंच प्रख...
07/01/2023

#चित्रकूट- उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का कल चित्रकूट दौरा।चित्रकूट के आरोग्यधाम पहुंच प्रख्यात समाजसेवी रहे नानाजी देशमुख के प्रकल्पों को देखने पहुंचेंगे स्वतंत्र देव सिंह।

“ #चित्रकूट- उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का कल चित्रकूट दौरा।चित्रकूट के आरोग्यधाम पह.....

 #चित्रकूट - रबी फसल पर गहराया पाले का खतरा। आसमान से किसानों पर टूट रही आफत। मौसम में पाले की मार से फसलें के बीमार होन...
07/01/2023

#चित्रकूट - रबी फसल पर गहराया पाले का खतरा। आसमान से किसानों पर टूट रही आफत। मौसम में पाले की मार से फसलें के बीमार होने का खतरा बढ़ा। हालांकि कोहरे से गेहूं की फसल को कुछ हद तक राहत मिलेगी, लेकिन सरसों फसल पर मंडरा रहा खतरा। इसके अलावा आलू, मटर और चाटना आदि फसल झुलसा रोग से प्रभावित होने की संभावना बढी।



“ #चित्रकूट -रबी की फसल पर गहराया पाले का खतरा।आसमान से किसानों पर टूट रही आफत।मौसम में पाले की मार से फसलें के बीमार...

चित्रकूट - शीत लहर का प्रकोप लगातार जारी। जिले से सटे घने जंगल में स्थित धारकुंडी आश्रम का आज का न्यूनतम तापमान ' 0 ' डि...
07/01/2023

चित्रकूट - शीत लहर का प्रकोप लगातार जारी। जिले से सटे घने जंगल में स्थित धारकुंडी आश्रम का आज का न्यूनतम तापमान ' 0 ' डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज। देश में ठंड का कहर लगातार जारी। शीत लहर से लोगों को भारी परेशानियों का करना पड़ रहा है सामना। आज कड़ी धूप निकलने से आम जन ने ली राहत की सांस। आगे भी शीत लहर के प्रकोप की संभावना।

“ #चित्रकूट - शीत लहर का प्रकोप लगातार जारी। जिले से सटे घने जंगल में स्थित धारकुंडी आश्रम का आज का न्यूनतम तापमान ' 0 ' ...

चित्रकूट/मानिकपुर- ब्लैक स्पाट बने काली घाटी मोड़ के चौड़ीकरण की कवायद शुरू। यहां कई लोगों की खत्म हो चुकी हैं जिंदगियां...
07/01/2023

चित्रकूट/मानिकपुर- ब्लैक स्पाट बने काली घाटी मोड़ के चौड़ीकरण की कवायद शुरू। यहां कई लोगों की खत्म हो चुकी हैं जिंदगियां। अब तक में जागा प्रशासन। आज उपजिलाधिकारी मानिकपुर प्रमेश श्रीवास्तव ने ब्लैक स्पाट बने सरैया,काली घाटी वक्रीय मोड़ का निरीक्षण कर रास्ता चौड़ा करने के अधिशाषी अधिकारी लोक निर्माण विभाग को दिए निर्देश। अधिशाषी अधिकारी ने सोमवार से मोड़ के चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ करने का दिया आश्वासन। एसडीएम ने पत्थरों के संबंध में भी खनन अधिकारी को किया सूचित।



“ #चित्रकूट-ब्लैक स्पाट बने काली घाटी मोड़ को चौड़ीकरण की कवायद शुरू।यहां कई लोगों की खत्म हो चुकी हैं जिंदगियां।उ....

28/03/2022

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28/03/2022

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