![मैंने इश्क़ किया उस लड़की से जिसे प्रेम की बिल्कुल तहज़ीब नहीं थीरो पड़ती थी बस इतनी बात पर कि उसके गाँव में मेरे नाम के क...](https://img3.medioq.com/408/375/122217857654083756.jpg)
27/11/2024
मैंने इश्क़ किया उस लड़की से जिसे प्रेम की बिल्कुल तहज़ीब नहीं थी
रो पड़ती थी
बस इतनी बात पर कि
उसके गाँव में मेरे नाम के किसी लड़के की शादी हो गयी
हंस पड़ती थी
बस इतनी बात पर कि
आज उसकी बाली कल वाली से ज्यादा खूबसूरत है,
और माँ की बिंदी उसके माथे पर बड़ी नहीं लगती
खुश हो जाती थी
बस इतनी बात पर कि
उसने मुझे तीन बार फोन किया और मैंने तीनों बार उठाया
और चहक कर बताती थी
आज उसका दुपट्टा सर से एक बार भी नहीं सरका
मैंने इश्क़ किया उस लड़की से जिसे तमीज़ नहीं थी, तहजीब नहीं थी
जो मंदिर में प्रेमी की तरफ देखना भी भगवान का अनादर समझती थी
जो बोलती थी
मंदिर में ये शोभा नहीं देता।
मैंने इश्क़ किया उस लड़की से जिसे पसंद था फिल्मों से ज्यादा मुझे देखना।
और एक बार देखकर हफ्तों तक खुशी से इंतजार करना अगली बार देखने का
और जो उतावली रहती थी
ये बताने को कि आज मैंने कल से एक रोटी ज्यादा खाई
इसलिए आज मेरा पेट फूल गया
मैंने इश्क़ किया उस अल्हड़ लड़की से
जो किसी के पैरों की आवाज़ सुनकर फोन काट देती थी
वो अल्हड़ लड़की जिसने माँ की मार खाई और पापा का तिरस्कार सहा
फिर भी निभाती रही मोहब्बत
करती रही इश्क़ बेहद, बेहिसाब बिना तहजीब के
SCULL