23/03/2024
*वर्तमान में लोकतंत्र इतना प्रदूषित हो चुका है की सत्ता पूरी तरह से कॉर्पोरेट के हाथों में जा चुका है, न्याय पालिका, चुनाव आयोग, सीबीआई, ईडी जैसे सभी स्वतंत्र आयोग अब सत्ता के हाथों में कठपुतली बनकर रह गए हैं, और सत्ता चाहे कांग्रेस की हो भाजपा की हो या कम्युनिस्ट की हो इस लोकतंत्र में ईमानदार और जनपक्ष पत्रकारों के लिए हर समय अन्याय होते रहेगा । अगर ईमानदारी और सच की पत्रकारता करनी है तो सभी पत्रकारों को मार खाने, रिपोर्ट दर्ज होने, जेल जाने या हत्या तक के लिए तैयार रहना होगा । पत्रकार सुरक्षा कानून की जो हमें अपेक्षा थी उसे ऐसे कानून में बदल दिया गया है कि अब पत्रकारों के लिए पत्रकारता करना ही मुश्किल हो जाएगा।*
*वर्तमान में लोकतंत्र इतना प्रदूषित हो चुका है की सत्ता पूरी तरह से कॉर्पोरेट के हाथों में जा चुका है, न्याय पालिका,...