10/10/2022
#कुछ_पल_जीवन_मे_ऐसे_भी_होते_जो_यादगार_बन जातें
मेरे जीवन के संगीत सफर में ऐसा दूसरी बार आश्चर्य हुआ,,,,,,,,,,,,🌹🤝🌹
मुजे थोड़ा थोड़ा स्मरण है लग भग 2016 से 18 के बीच ऐसा हुआ था उसके पश्चात अभी भिनाय तहसील वादनवाड़ा अजमेर क्षेत्र में हमारे मित्र हनुमानजी के गांव में जागरण से पूर्व ये सयोंग बना🙏
पहली दफ़ा🤔🤔🤔🤔🤔
2016 के करीब जिला पाली में सज्जनपुरा गांव के ओरण में पाबूजी राठौड़ की जागरण में पहुँच कर जैसे ही गाड़ी से उतरा तो मेरी नजर वहाँ बैठे टोले🐪🐪 पर पड़ी,
में तुरन्त समझ गया कि यहाँ जागरण सुनने हमारे ऊँट प्रेमी ओटी जी भी पधारे हुए है
मेने मध्यरात्रि चलती जागरण में एनाउंस करवा दिया था की अगर टोल्ला के ओटी जी भाग्यशाली मेरी आवाज सुन रहे हो तो मेरे लिए अगर सम्भव होतो सुबह आरती करने के पश्चात माँ शक्तिस्वरूप 🐪🐪🐪के दूध की वेवस्था करें plz🙏
वैसे भी हम गायक रात्रि का भोजन ना के बराबर करते है और में तो बिल्कुल भी नही करता,अगर अंदाता मिल्ल जावे ओर दुधपान करवा दें तो आनन्द आ जायेगा-
मुजे पिये हुए काफी वर्ष भी हो गए थे
मेरी बात को कार्यकर्ता मित्र मदन जी व बाबूलाल ने ध्यान से सुना और ओटी जी से निवेदन किया कि हमारे मित्र दिनेश भाई के लिए plz दूध लाने की कृपा करावें,
मित्रों जैसी ही आरती हुई और में मंच से उतरा तो सच मे ओटी चरी(दूध का बर्तन)भर ले आएं,
मेने व मेरी पार्टी ने वो अमृत पिया सभी को बोहत आनन्द आया,मेरे कुछ साथी तो जीवन मे पहली बार पी रहे थे उस दिन,,,
दूसरी दफ़ा🤔🤔🤔🤔
हाल ही में अजमेर संभाग के पडांगा गांव में हमारे मित्र हनुमानजी के काकोसा गणेशजी टोल्ला वालो ने ऐसी ही दूध की मनुहार की
सच बताऊं तो मन इतना प्रसन्न हुआ कि उस अमृत के आगे सभी पकवान मुजे फिक्के लगें🙏