14/04/2023
जो विपरीत परिस्थितियों में हार नहीं मानते वही इतिहास रचते हैं। इस कथन को सही साबित किया है महाराष्ट्र के जालना गांव के आईएएस अंसार शेख ने। अंसार ने बचपन से ही आर्थिक तंगी का सामना किया है। लेकिन उन्होंने इसे कभी अपने रास्ते की बाधा नहीं बनने दिया। उनके जीवन में एक समय ऐसा भी था कि गरीबी के कारण अंसार के पिता ने उनसे स्कूल छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन उनके शिक्षक के समझाने के बाद उनके घरवालों ने उनसे कभी कुछ नहीं कहा। स्कूली परीक्षा के बाद अंसार ने पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक किया जिसके बाद नौकरी करने के साथ ही वे यूपीएससी की तैयारी करने लगे। उन्होंने एक साल के लिए कोचिंग जॉइन की थी। अंसार ने साल 2015 में यूपीएससी परीक्षा के अपने पहले ही प्रयास में 361वीं रैंक हासिल की। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 21 साल थी। इसी वजह से उनके नाम देश के सबसे कम उम्र के आईएएस ऑफिसर बनने का रिकॉर्ड है। अंसार शेख ने अपने हालातों के आगे हार ना मानते हुए अपनी मेहनत से सफलता की कहानी लिखी है। आज वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।