दो शब्द रखें इनके लिए.......
मनोज मुंतशिर सर की शानदार कविता
मस्जिद है या शिवाला
ये सच बता ही देंगे
पूछेगी जब अदालत
पत्थर गवाही देंगे
हम जोड़ने के क़ायल
तुम तोड़ने में माहिर
मेहमान तुमको माना
और तुमने हमको काफिर
बस ये बता दो खंजर पीठ में क्यूँ
सोमनाथ तोड़ा मथुरा को क्यूँ उजाड़ा
शंकर का जुर्म क्या था
कान्हा ने क्या किया था
वनवास राम जी को बाबर ने क्यूँ दिया था
तेरह सौ साल हमने यही सोचते गुज़ारे
क्यूँ फूंके घर हमारे
सारी जवाबदेही तय होगी धीरे धीरे
हर-हर का नाद होगा गंगा नदी के तीरे
सोया हुआ सनातन चैतन्य है सजग है
वो वक्त कुछ अलग था ये वक्त कुछ अलग है
क़ब्रों से खींचकर हम लाएँगेसच तुम्हारे
आएँगे कटघरे में औरंगज़ेब सारे
सारा हिसाब इक दिन
जिल्ले इलाही देंगे पूछेगी जब अदालत
पत्थर गवाही देंगे!
#HarHarMahadev #GyanvapiCase #GyanvapiVerdict #GyanvapiMosque #KashiVishwanath Manoj Muntashir
हम बोले थे महुआ पी के भाषण देवे ना जाइहो.. ई ससुरा हमरा एको बात ध्यान में नहीं रखता है..!
लो अब खरीदो आटा 40 रुपए लीटर 😇🤣
दिल्ली में दुमका-कांड, हिंदुओ कब तक मौन रहोगे.?
सुप्रीम कोर्ट के मिलार्ड ने आँखो पर लगा ली है जालीदार पट्टी.. चुनिंदा मुद्दों पर ही अपना कंमेंट् जारी करते हैं..!
रग रग हिंदू मेरा परिचय 🔱🚩🚩
अंकिता के हत्यारे को मौत मिले
लोग इसे एकतरफा प्यार का नाम दे रहे हैं. लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है!
ये सब एक बहुत बड़ी साजिस का हिस्सा है.. जिसे हिंदू आज समझ नहीं पा रहे हैं. जरा गौर से देखिये इस शख्स को जिसे पोलिस गिरफ्तार कर ले जा रही है और ये मुस्कुराते हुए चला जा रहा है मानो इसने कोई अपराध नहीं जंग जीतकर आ रहा हो.यही है वो शाहरुख जिसने अंकिता को उसके घर जाकर पेट्रोल डालकर जिंदा जला डाला. लेकिन इसके चेहरे पर कोई अफसोस या कोई डर जैसा कुछ भी नही दिख रहा है. बल्कि एक आत्मविश्वास दिख रहा है कि उसके आका उसे बचा ही लेंगे.
अब कुछ सेकुलर ज्ञान पेलेंगे की लड़का मानसिक रोगी है या और कुछ.. तो हम उन्हें बस इतना ही कहेंगे कि- कहीं आप ये तो नहीं समझ रहे कि जब तक धुआँ आपके पिछवाड़े से ना निकलने लगे तब तक सिगरेट/गांजे से कोई नुकसान नहीं होता!!
तो याद रखिये ये जिहाद नामक संक्रामक रोग हमारे आपके भी बहुत नजदीक आता जा रहा है.