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22/12/2024

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22/12/2024

शुभ रविवार

21/12/2024

21/12/2024 ko Maa Shri Naina Devi ji ki darshan
21/12/2024

21/12/2024 ko Maa Shri Naina Devi ji ki darshan

Jaimaabaglamukhi
21/12/2024

Jaimaabaglamukhi

या देवि सर्व भूतेषु मनसा रूपेणा सम्स्तिथानमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः                                     🙏💐🔥🌷🔱...
21/12/2024

या देवि सर्व भूतेषु मनसा रूपेणा सम्स्तिथा
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

🙏💐🔥🌷🔱🌹🙏
जय माता की। ऊँ जय श्री माता माँ मनसा देवी जी के आज के दिव्य दरबार दर्शन

Jai Mata Vaishno Devi Ji
20/12/2024

Jai Mata Vaishno Devi Ji

19/12/2024

19/12/2024

Me 350 वर्ष पुराना भगवान #कृष्ण के बड़े भाई बलराम जी के मंदिर की ऐसी हालत का ज़िम्मेदार कौन

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18/12/2024

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17/12/2024

15/12/2024

[12/12, 22:28] Rohit Shastri: *प्रेस विज्ञप्ति**मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन जरूरतमंदों को यथाशक्ति दान करें : महंत रोहित ...
13/12/2024

[12/12, 22:28] Rohit Shastri: *प्रेस विज्ञप्ति*

*मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन जरूरतमंदों को यथाशक्ति दान करें : महंत रोहित शास्त्री।*

*मार्गशीर्ष रात्रि पूर्णिमा व्रत 14 दिसम्बर शनिवार को*

*मार्गशीर्ष दिवा पूर्णिमा व्रत 15 दिसम्बर रविवार को।*

जम्मू कश्मीर : मार्गशीर्ष पूर्णिमा सनातन धर्म में विशेष महत्व रखती है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के विषय में श्रीकैलख ज्योतिष एवं वैदिक ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मार्गशीर्ष पूर्णिमा कहा जाता है। मार्गशीर्ष के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि इस वर्ष सन् 2024 ई. 14 दिसंबर शनिवार शाम 04 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 15 दिसंबर रविवार दोपहर 02 बजकर 32 पर समाप्त होगी।मार्गशीर्ष रात्रि पूर्णिमा व्रत 14 दिसंबर शनिवार को होगी और दिवा मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत 15 दिसम्बर रविवार को होगा। इस दिन भगवान श्रीसत्यनारायण जी भगवान की कथा पढ़ना अथवा सुनना या पूजा करवाना बेहद शुभ होता है। पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान श्रीगणेश माता पार्वती भगवान शिव,श्रीकृष्ण जी और चंद्रमा की पूजा का भी विशेष महत्व है।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर पवित्र नदियों, सरोवरों में स्नान करने का विशेष महत्व है किसी कारण वश नदियों में स्नान ना कर सके तो घर में ही पानी में गंगाजल डाल कर स्नान करें और घर के आस पास जरूरतमंदों लोगों को यथाशक्ति दान अवश्य करें ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार,मार्गशीर्ष पूर्णिमा सन् 2024 ई. की आखिरी पूर्णिमा होगी,धर्मग्रंथों के अनुसार मार्गशीर्ष की पूर्णिमा तिथि पर अन्य पूर्णिमा तिथियों की तुलना में 32 गुना ज्यादा फल मिलता है।

शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए,ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए,इस दिन शराब आदि नशे से भी दूर रहना चाहिए। इसके शरीर पर ही नहीं, आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं,इस दिन सात्विक चीजों का सेवन किया जाता है।

शनिवार 14 दिसंबर शनिवार को भगवान श्रीदत्तात्रेय जयंती भी है,दत्तात्रेय जयंती को दत्त जयंती भी कहते हैं। भगवान दत्तात्रेय को भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु तीनों की प्रतिरूप माना जाता है। वे तीनों के अवतार माने जाते हैं।

*महंत रोहित शास्त्री (ज्योतिषाचार्य)*
*अध्यक्ष श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट(पंजीकृत),रायपुर, ठठर जम्मू,पोस्ट आफिस रायपुर,पिन कोड 181123 संपर्कसूत्र :-9858293195,7006711011,9796293195,ईमेल.[email protected].*
[12/12, 22:30] Rohit Shastri: *Press Release*

*Donate to the needy as per your capacity on Margashirsha Purnima: Mahant Rohit Shastri*

*Margashirsha Ratri Purnima Vrat: Saturday, December 14*

*Margashirsha Day Purnima Vrat: Sunday, December 15*

Jammu & Kashmir: Margashirsha Purnima holds special significance in Sanatan Dharma. Speaking about this occasion, Mahant Rohit Shastri, President of Shri Kailakh Jyotish avim Vedic sansthan Trust, explained that the full moon day of the Shukla Paksha in the month of Margashirsha is celebrated as Margashirsha Purnima. This year, in 2024, the full moon phase will begin on Saturday, December 14, at 4:58 PM, and will end on Sunday, December 15, at 2:32 PM. The night Margashirsha Purnima fast will be observed on Saturday, December 14, and the day Margashirsha Purnima fast will be observed on Sunday, December 15. On this day, it is considered highly auspicious to read or listen to the Satyanarayan Katha or organize a puja. Worship of Lord Ganesha, Goddess Parvati, Lord Shiva, Lord Krishna, and the Moon also holds special significance on Purnima.

Bathing in holy rivers or ponds is especially significant on Margashirsha Purnima. If bathing in a river is not possible, one can add Gangajal (holy water) to the water at home and take a bath. Additionally, donating to the needy around your home as per your capacity is believed to invoke the blessings of Lord Vishnu.

According to the Gregorian calendar, Margashirsha Purnima will be the last full moon of 2024. Scriptures state that the results obtained on this day are 32 times more beneficial than on other full moon days.

As per the scriptures, one should abstain from consuming tamasic foods on this day and practice celibacy. One should also avoid alcohol and intoxicants as they can negatively affect not only the body but also one's future. Consumption of sattvic (pure and wholesome) food is recommended.

Saturday, December 14, also marks the occasion of Lord Dattatreya Jayanti, also known as Datta Jayanti. Lord Dattatreya is considered a combined incarnation of Lord Shiva, Lord Brahma, and Lord Vishnu, embodying the attributes of all three

13/12/2024
12/12/2024


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