10/11/2023
बलात्कार की मानसिकता: मुगलों की देन:
क्या कारण है कि जिस स्त्री को भारत मे देवी कह कर पूजा जाता था, "या देवी सर्वभूतेषु" कह कर वेदों में भी उसे इतना सम्मान दिया की "यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते रमन्ते तत्र देवता" तक कह दिया गया। उस समाज में किसी भी स्त्री का बलात्कार...?
त्रेता मे प्रभु श्रीराम ने लंका पर विजय प्राप्त की पर न ही उन्होंने और न किसी सेना ने पराजित लंका की स्त्रियों को हाथ लगाया। द्वापर मे महाभारत में पांड्वों की जीत हुयी लाखो कौरव मारे गए उनकी स्त्रियाँ विधवा हुईं पर किसी भी पांडव सैनिक ने किसी भी कौरव सेना की विधवा स्त्रियों को हाथ तक लगाया...
फिर अचानक क्या हुआ कि इसी भारत में स्त्रियों की इतनी दयनीय स्थिति हो गयी, उनके बलात्कार होने लगे? इसके लिए हमें इतिहास में झांकना होगा...
भारत पर समय समय पर विदेशी आक्रमण होते रहे हैं कुछ प्रमुख आक्रमणकारियों के इतिहास को देखते हैं...
कुषाण:- (1शताब्दी से 2 शताब्दी) ये आक्रमणकारी मूल रूप से चीन से आये हुए माने जाते थे, शक्यो को परास्त करते हुए ये अफगानिस्तान के दर्रो को पार करते हुए ये भारत में पहुचे और भारत पर कब्ज़ा किया, इतिहास में कही भी शायद ऐसे नहीं लिखा कि इन्होने पराजित सैनिको अथवा स्त्रियों का बलात्कार किया हो।
हूण:- (520 AD) परसिया को जितने के बाद ये अफगानिस्तान से होते हुए भारत में आये और यहाँ पर राज किया, बलात्कार शायद इन्होने भी नहीं किया किसी भी स्त्री का क्योंकि इतिहासकारों ने इसका कही जिक्र नहीं किया।
और भी आक्रमणकारी थे जिन्होंने भारत में बहुत मार काट मचाई जैसे शक्य आदि पर बलात्कार शब्द तब तक शायद किसी को नहीं पता था।
अब आते हैं मध्यकालीन भारत में... जहाँ से शुरू होता है इस्लामिक आक्रमण, और शुरू हुआ भारत में बलात्कार का प्रचलन।
मुहम्मद बिन कासिम:- सबसे पहले मुस्लिम आक्रमण हुआ 711 ई. में मुहम्मद बिन कासिम द्वारा सिंध पर, राजा दाहिर को हराने के बाद उसकी दोनों बेटियों का बलात्कार करके उन्हें दसियों के रूप में खलीफा को बतौर तोहफा भेज दिया। तब शायद ये भारत की स्त्रियों का पहली बार बलात्कार जैसे कुकर्म से सामना हुआ जिसमें हारे हुए राजा की बेटियों और साधारण स्त्रियों का जीती हुयी सेना द्वारा बुरी तरह से बलात्कार हुआ।
(इतिहासकार प्रो एसजी शेवड़े की पुस्तक 'भारतीय संस्कृति" पेज 35-36 देखे)
मुहम्मद गजनी:- गजनी ने पहला भारत पर आक्रमण 1001 ई में किया, इसके बारे में ये कहा जाता है कि इसने इस्लाम को फ़ैलाने के लिए ही आक्रमण किया था, सोमनाथ के मंदिर को तोड़ने के बाद उसके साथ हजारो हिन्दू स्त्रियों को अफगानिस्तान ले गया और उनके साथ बलात्कार करके दासो के बाजारों में उन्हें बेच दिया।
मुहम्मद गौरी:- गौरी ने 1175 में सबसे पहले मुल्तान पर आक्रमण किया, मुल्तान में इस्लाम फ़ैलाने के बाद उसने भारत की तरफ रुख किया। पृथ्वी राज को दुसरे युद्ध (1192) में हराने के बाद उसने पृथ्वी राज को इस्लाम कबूल करने के लिए कहा, पर जब पृथ्वी राज ने इंकार तो उसने न की पृथ्वी राज को अमानवीय यातनाये दी, बल्कि उन लाखो हिन्दू पुरुषो को मौत के घाट उतर दिया और अनगिनत हिन्दू स्त्रियों के साथ उसकी सेना ने बलात्कार की जिन्होंने इस्लाम कबूल करने से मना कर दिया था।
इतिहासकार श्री आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव की पुस्तक "दिल्ली सल्तनत-711 से 1526 तक के पेज न. 85 पर आप देख सकते हैं की किस प्रकार गौरी ने इस्लाम न कबूल करने वाले हिन्दुओं और स्त्रियों पर क्या क्या अत्याचार।
ये सूची बहुत लम्बी है... मध्यकालीन में मुगलों द्वारा पराजित हिन्दू राजाओं की स्त्रियों का और साधारण हिन्दु स्त्रियों का बलात्कार करना एक आम बात थी, क्योंकि वो इसे अपनी जीत या जिहाद का इनाम मानते थे...
धीरे धीरे ये बलात्कार करने की रुग्ण मानसिकता भारत के पुरुषो में भी फैलने लगी और आज इसका ये भयानक रूप देखने को मिल रहा है... तो इस प्रकार भारत में 'बलात्कार' करने का मानसिक रोग उत्त्पन्न हुआ।
Manish Khatri