Rahasyatvindore

Rahasyatvindore Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Rahasyatvindore, Digital creator, khajrana ganesh temple indore, Indore.
(57)

Welcome to
Rahasya TV indore

The Channel Aims to Provide You Science Related Stories,Mysterious Incidents,Unbelivable,Historical Facts,History Of Hindu Temple.

Address

Khajrana Ganesh Temple Indore
Indore
452016

Opening Hours

Monday 3am - 11pm
Tuesday 3am - 11pm
Wednesday 3am - 11pm
Thursday 3am - 11pm
Friday 3am - 11pm
Saturday 3am - 11pm
Sunday 3am - 11pm

Telephone

+919399884849

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Rahasyatvindore posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Rahasyatvindore:

Share

mahakaleshwar temple ujjain

उज्जैन अवंतिका के बारे में कुछ रोचक जानकारी ज़रूर पढ़े एक मात्र स्थान जहाँ दो शक्तिपीठ है माँ गढ़कालीका , माँ हरसिद्धि ज्योतिर्लिंग भी है कुम्भ महापर्व का भी आयोजन किया जाता है बाबा महाकाल के सेनापति काल भेरव राजा भरत हरी की तपस्या स्थल यहाँ साढ़े तीन काल विराजमान है (महाँकाल,कालभैरव,गढ़कालिका और अर्धकाल भैरव) यहाँ तीन गणेश विराजमान है। (चिंतामन,मंछामन, इच्छामन) यहाँ 84 महादेव है यही सात सागर है।। ये भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली है।। ये मंगल ग्रह की उत्पत्ति का स्थान है।। यही वो स्थान है जिसने महाकवि कालिदास दिए। उज्जैन विश्व का एक मात्र स्थान हे बाबा गुमानदेव हनुमान मंदिर यह अष्ट चरिंजवियो का मंदिर हे यह वह ८ देवता हे जिन्हें अमरता का वरदान हे )जो आज तक जीवित हे राजा विक्रमादित्य ने इस धरा का मान बढ़ाया।। विश्व की एक मात्र उत्तर प्रवाह मान क्षिप्रा नदी इसके शमशान को भी तीर्थ का स्थान प्राप्त है(चक्र तीर्थ)(महाभारत की एक कथानुसार) यह वह अवंतिका हे जहाँ सभी देवता रहते हे यह वही अवंतिका हे जहाँ पांडव तपस्या करने आए थे यह वही अवंतिका हे जहाँ शिव आए हे.श्री राम आए हे , कृष्ण आए हे-श्री हनुमान आए हे यह उज्जैन की धरा सप्त पुरियों में एक हे विश्व का एक मात्र काल गणना का केंद्र हे यही उज्जैन हे जहाँ माँ पार्वती ने सिद्ध वट की स्थापना की देश और दुनिया का एक मात्र देव गुरु बृहस्पति मंदिर राजा विक्रमादित्य की सिंहासन बतिसी नव ग्रह शनी मंदिर त्रिवेणी जो राजा विक्रमादित्य क़ालीन हे यह वही अवंतिका हे जहाँ पंचकोशि अष्ट तीर्थ जेसी दिव्य यात्रा होती हे यहाँ ५२ कुंड यह वह स्थान हे जहाँ लोग अपने कष्ट मिटाने जाते हे मेरा उज्जैन स्वर्ग है।।,