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महानायक की यादहरीश पाठक जी से साभार...27 साल पहले,आज के ही दिन हिंदी पत्रकारिता के महानायक सुरेंद्र प्रताप सिंह (एस पी स...
27/06/2024

महानायक की याद

हरीश पाठक जी से साभार...

27 साल पहले,आज के ही दिन हिंदी पत्रकारिता के महानायक सुरेंद्र प्रताप सिंह (एस पी सिंह) ने अलविदा कह कर सभी को भौचक कर दिया था।तब उनकी उम्र सिर्फ 49 साल थी।वे वाया हिंदी पत्रकारिता, टीवी की दुनिया में आये थे।'आज तक' की डीडी न्यूज़ पर आनेवाली 20 मिनिट की न्यूज़ बुलेटिन को उन्होंने विशालकाय बना दिया।उसका स्लोगन 'यह थीं खबरें आज तक,इंतजार कीजिए कल तक' घर घर तक पहुँच गया था।
वे दोनों क्षेत्रों में शिखर पर थे क्योंकि वे एस पी सिंह थे।उनके तेवर,कलेवर,सोच,समझ, इरादे,इशारे,रिश्ते,पहुँच,निडरता,निर्भीकता, साफगोई ने उन्हें हिंदी पत्रकारिता का महानायक बना दिया।वे भरी सभा मे कह देते थे,'साहित्य का काम साहित्य करे,पत्रकारिता का काम उसे करने दे।पत्रकारिता दो टूक लहजे में की जाती है।यह साहित्य के वश में नहीं है।वह कुलीन बना रहे।हम आम जन की बात कहेंगे,करेंगे।'
यही सच था।'रविवार' के जरिये एस पी सिंह ने जो तेवर की पत्रकारिता की उसने फूल,पत्ती, नदी,तालाब जैसे आवरण छापने वाली पत्रिकाओं को कोने में धकेल दिया ।वे खोजी पत्रकारिता और खोजी पत्रकारों के स्वर्ण मुकुट बन गए और पिलपिली,लिजलिजी होती जा रही हिंदी पत्रकारिता को उन्होंने प्राण दे दिए।सम्मान दिला दिया।यश दिला दिया और वह भी उसे मिला जो आज उसकी थाती है-विश्वास और विश्वसनीयता।
इसीलिए वे महानायक हैं,रहेंगे।
शब्द से जब वे दृश्य में आये तो ' आज तक' उनका सपना बना।उपहार सिनेमा का अग्निकांड भावुकता से सराबोर इस शिखर पुरुष को इतना विचलित कर गया कि उसकी पल पल की रिपोर्टिंग पर उनकी नजर थी।
जलती हुई लाशों के साथ नेपथ्य में बजता 'संदेशें आते हैं गीत' के सँग-साथ ही वे जो दफ्तर में ही बीमार हुए तो फिर अतीत कथा ही बन गए।सभी को जगाती, रुलाती, सवाल पूछती फिर खुद उत्तर देती कथा।
एक दिन में नहीं बनते एस पी सिंह।
आज पुण्य तिथि पर सादर नमन-अक्षरों के सेनापति।
आपको कभी नहीं भूल सकती हिंदी पत्रकारिता।

24/10/2023

नसीहत वह सच्चाई है, जिसे हम कभी गौर से नहीं सुनते और तारीफ़ वह धोखा है, जिसे हम पूरे ध्यान से सुनते है..!
शुभ #विजयदशमी..।

08/03/2023

#होली के खूबसूरत रंगों की तरह आप सभी को हमारी तरफ से बहुत बहुत रंगो भरी #उमंगों_भरी #शुभकामनाएं

14/09/2021

महँगाई भले आसमान छुएँ और जीडीपी पाताल में धँस जाए तब भी हिंदी की अधिकांश बेहतरीन किताबें पाँच सौ रुपए में तीन आ जाती हैं. हिंदी को सेवा नहीं प्यार चाहिए.
ख़ूब किताबें खरीदिए, पढ़िए हिंदी में.
#हिन्दी_दिवस_2021

10/09/2021

पढ़ते समय बेहद ज़रूरी है शक करना।

जो पढ़ें उसे आँख मूँदकर स्वीकार न करें। ऐसा नहीं कि आपके मन की बात लिखी हो तो वाह-वाह और कुछ बुरा लगे तो ख़ारिज।

दोनों पर शक करें, क्रॉस चेक करें और फिर तथ्य पर भरोसा करें।

मैं तो धर्मग्रंथ भी ऐसे ही पढ़ता हूँ।

गणपति बप्पा मोरिया...
💐
शुभकामनाएं

25/04/2021

आज भगवान महावीर की जयंती के मौक़े पर उनके संदेश को याद करना चाहिए. “आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है। असली शत्रु अपने भीतर रहते हैं. वे शत्रु हैं- लालच, द्वेष, क्रोध, घमंड ,आसक्ति और नफरत. इनसे मनुष्य को सदैव बचना चाहिए”

यह हिम्मत या तो क्षेत्रीय भाषाओं के अखबार या फिर टेलीग्राफ जैसा अंग्रेजी अखबार ही कर सकता है! फिलहाल हिंदी के किसी अखबार...
11/04/2021

यह हिम्मत या तो क्षेत्रीय भाषाओं के अखबार या फिर टेलीग्राफ जैसा अंग्रेजी अखबार ही कर सकता है! फिलहाल हिंदी के किसी अखबार में तो इतनी हिम्मत नहीं।

कल अहमदाबाद में गुजरात के मुख्यमंत्री से पत्रकारों ने बार-बार पूछा कि रेमडेसिविर के 5000 इंजेक्शन भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के पास कैसे पहुँच गए, जबकि पूरे प्रदेश में किल्लत मची हुई है? मुख्यमंत्री ने तोते की तरह बार-बार एक ही जवाब दिया कि उन्हीं से पूछिए। इस पर दैनिक भास्कर के गुजराती संस्करण 'दिव्य भास्कर' ने गुजरात भाजपा के अध्यक्ष के फोन नंबर को मुख्य खबर का हैडिंग बना कर छाप दिया।

दिव्य भास्कर के इस साहसिक नवाचार की सराहना करते हुए कामना की जानी चाहिए कि अखबार के संपादक, समाचार संपादक और रिपोर्टर की नौकरी गुजरात सरकार और सत्ताधारी दल के कोप की शिकार न बन पाए।
साभार- अनिल जैन जी फेस बुक वाल से..

मध्यप्रदेश के जबलपुर के एक तहसीलदार सहाब ने अगले 100 साल तक का लॉकडाउन लगा दिया..
05/04/2021

मध्यप्रदेश के जबलपुर के एक तहसीलदार सहाब ने अगले 100 साल तक का लॉकडाउन लगा दिया..

इंदौर जिले में कोरोना के 788 नए रिकॉर्ड मामले, 3 की मौतइंदौर, 5 अप्रैल मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में रविवार को  कोरोना के...
05/04/2021

इंदौर जिले में कोरोना के 788 नए रिकॉर्ड मामले, 3 की मौत

इंदौर, 5 अप्रैल

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में रविवार को कोरोना के 13.92 की औसत संक्रमण दर से रिकॉर्ड 788 नए मामले सामने आने के अलावा उपचाररत तीन संक्रमितों की मौत दर्ज की गई है।

जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार रविवार को कुल 5657 संदेहियों की कोरोना की जांच की गई। इनमे 788 नए मामले कोविड़-19 के सामने आए है। उधर जिले के विभिन्न अस्पतालों में उपचाररत 402 संक्रमितों को स्वस्थ करार दिए गया है। जिसके फलस्वरूप जिले में रविवार तक उपचाररत संक्रमितों (एक्टिव केस) की संख्या 5589 तक जा पहूंची हैं। जिले में अबतक 950669 संदेहियों के सेम्पल जांचे जा चुके है। जिनमे अबतक सामने आए कुल 73224 संक्रमितों में से उपचार के बाद 66661 संक्रमित स्वस्थ हो चुके है। वही अबतक आधिकारिक रिकॉर्ड पर कोरोना से जिले में मृतकों की संख्या 974 तक जा पहुंची है। जिले में युद्ध स्तर पर 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों का स्वेच्छिक कोरोना वैक्सीनेशन जारी है।

श्रद्धांजलिरियल प्राइड ऑफ इंदौर and इंडिया !भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान कर्नल सी के नायडू की पुत्री और देश की पहली...
04/04/2021

श्रद्धांजलि
रियल प्राइड ऑफ इंदौर and इंडिया !

भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान कर्नल सी के नायडू की पुत्री और देश की पहली महिला क्रिकेट कमेंटेटर चंद्रा नायडू का आज दोपहर निधन हो गया। चंद्राजी अंग्रेज़ी की रिटायर्ड प्राध्यापिका थीं। आपने महान पिता पर पुस्तक भी लिखी थी जिसका शीर्षक 'अ डॉटर रेमेम्बर्स' था।

न्यूज़ कंटेंट सुशीम पगारे जी।

  अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों को लगाए जा रहे है। लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि न तो  #आयुष्मान_भारत और न ही राज्य ...
04/04/2021

अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों को लगाए जा रहे है। लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि न तो #आयुष्मान_भारत और न ही राज्य की किसी योजना में इसे कवर किया गया है। इस महामारी काल में निर्धन रोगियों के लिए इस महंगे इंजेक्शन को खरीदना एक बड़ी चुनोती हैं।
#माहमारी

कोरोना से बचाव, उपचार, रोकथाम और टीकाकरण से जुड़े उन सभी सवालों का जवाब जो आप संभवता जानने चाहते है।साभार-पीपुल्स समाचार
04/04/2021

कोरोना से बचाव, उपचार, रोकथाम और टीकाकरण से जुड़े उन सभी सवालों का जवाब जो आप संभवता जानने चाहते है।
साभार-पीपुल्स समाचार

02/04/2021

साभार- पंकज क्षीरसागर

चलिये देर से ही सही...
अब चौहान को मत चुकने दीजिये !

सजग लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल पर सरकार पर सवाल उठाना विपक्ष का कर्तव्य है। व्यापक जनहित के लिए सड़कों पर उतरना विपक्ष का काम है। लेकिन विपक्ष का विरोध कहीं दिखता नहीं। खनन व्यापम भ्रष्टाचार का विरोध क्यों नहीं हुआ। कांग्रेस कहां गायब है?

कांग्रेस अपनी सरकार की हैट्रिक में और विपक्ष की भूमिका में तक फुग्गा साबित हुई। आज उसी का परिणाम है प्रशासनिक निरंकुशता। मध्यप्रदेश का दुर्भाग्य है कि दिग्विजय सिंह सरकार के तीनों टर्म्स और शिवराज सिंह सरकार के चौथे टर्म में भी दोनों पार्टियां मिलकर शासन कर रही हैं।

अब यदि कांग्रेस विपक्ष के तौर पर भी अपने को साबित नहीं कर पाती है तो फिर मध्यप्रदेश का क्या होगा? सत्तारूढ़ भाजपा और मातृ संगठनों में अपनी प्रदेश सरकार के लिए असंतोष है। मीडिया की बात करना बेकार है। एक दो प्रमुख अखबारों को छोड़कर बाकी सब सरकार की वंदना में हैं।

पत्रकारों के मालिकों के आगे हाथ बंधे हैं। केवल ऑफ द रेकॉर्ड किस्से बातों में कच्चा चिट्ठा बताते हैं। तो कुछ ऑब्लिगेशन में दबे हैं। प्रदेश के रीजनल चैनल तो सुबह से रात तक सरकार के पैर दबाने बैठ जाते हैं। नेशनल चैनल ब्यूरों के काम क्या हैं? बस इंडियन एक्सप्रेस के स्टेट ब्यूरो से ख़बरों की पड़ताल होती रहती है।

इसलिए कांग्रेस को ट्वीट करने, विज्ञप्तियों से, सिंबॉलिक इवेंट्स से बाहर सड़कों पर आना पड़ेगा। विपक्ष विरोध कैसे करता है यह जानने के लिए देवेंद्र फडणवीस को फॉलो कीजिये।

29/03/2021

रंग अपने आप में एक पाठशाला है..
बहुत कुछ सिखाते हैं..
हर रंग की अच्छाइयों को अपने अंदर समेट लीजिए और रंगो से जीवन की रगों में रंग भरिए..
#होली की शुभकामनायें..

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और  पत्रकार  #गणेश_शंकर_विद्यार्थी जी को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन..
25/03/2021

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पत्रकार #गणेश_शंकर_विद्यार्थी जी को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन..

इंदिरा गांधी की हत्या की खबर पढ़ने वाली इस न्यूज एंकर ने बहते आंसुओं के बीच अपना कर्तव्य पूरा किया था ...आजकल के तथाकथित...
19/03/2021

इंदिरा गांधी की हत्या की खबर पढ़ने वाली इस न्यूज एंकर ने बहते आंसुओं के बीच अपना कर्तव्य पूरा किया था ...

आजकल के तथाकथित धुआंधार पत्रकार तब पैदा भी नहीं हुए थे ..

भारतीय दूरदर्शन टेलीविजन पत्रकार एंकर "सलमा सुल्तान" को जन्मदिन (16 मार्च 1947) की बधाई ..

पोस्ट कॉन्टेंट साभार विशाल वर्मा जी..

19/03/2021
08/03/2021

मौजूदा परिदृश्य में महिला सशक्तिकरण की विशेष ज़रूरत है, केवल नारी के ऊपर लच्छेदार बातें कहने से काम नहीं चलेगा।
आप सभी को शुभकामनाएँ..

आर्थिक राजधानी इंदौर में भिक्षा माफिया भी संक्रिय है। बाकायदा भीख मांगने के लिए नवजात बच्चों को जरिया बनाया जाता है। ठिय...
05/03/2021

आर्थिक राजधानी इंदौर में भिक्षा माफिया भी संक्रिय है। बाकायदा भीख मांगने के लिए नवजात बच्चों को जरिया बनाया जाता है। ठिये-ठिकाने और सुरक्षा के नाम पर कुल जमा भीख में से मोटा हिस्सा वसूला जाता है। बाकायदा संगठित गिरोह ने भिक्षावृत्ति जेसी मज़बूरी को भी अवसर में बदल लिया है।
साभार-खुलासा टुडे

27/02/2021

किसान आंदोलन पर ग़लत खबर दिखाए जाने और सच छिपाए जाने के विरोध में ABP न्यूज के पत्रकार रक्षित सिंह ने किसानों के मंच से नौकरी छोड़ने का ऐलान किया।

हम सबको तुम पर गर्व है रक्षित!

उसूलों पर जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी है,
जो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है।

मीडिया कर्मी, नगर सुरक्षा समिति के सदस्य समेत कई स्वयं सेवी को नहीं मिल सका है कोरोना के वैक्सीन का लाभ। ये वही योद्धा ह...
26/02/2021

मीडिया कर्मी, नगर सुरक्षा समिति के सदस्य समेत कई स्वयं सेवी को नहीं मिल सका है कोरोना के वैक्सीन का लाभ।
ये वही योद्धा है जिन्होंने कोरोना काल में निःस्वार्थ जनसेवा में अपना शत प्रतिशत योगदान दिया है।
पीपुल्स समाचार ने आज किया है इस मुद्दे को कवर..

https://youtu.be/xlJEKOXuA9k कृपया देखिएगा, समझियेगा, हो सके तो उचित लगे तो सुधार कीजियेगा, गलत हो तो तर्क दीजियेगा
23/02/2021

https://youtu.be/xlJEKOXuA9k
कृपया देखिएगा, समझियेगा, हो सके तो उचित लगे तो सुधार कीजियेगा, गलत हो तो तर्क दीजियेगा

बीते हफ्ते पर्यावरण कार्यकर्ता को दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरू से गिरफ़्तार कर लिया. वो इस समय राजद्रोह के आरोप म.....

रोजगार नहीं, अब बेरोजगार संदेश का जमाना है।
23/02/2021

रोजगार नहीं, अब बेरोजगार संदेश का जमाना है।

23/02/2021

मुझे लगता है कि भारत मे पत्रकारिता मर चुकी है, कल एक खबर का जो हश्र देखा है उसे देखकर बिल्कुल यही महसूस हुआ,
कल मुंबई में एक होटल से वर्तमान लोकसभा के एक सांसद की लाश बरामद हुई है और वो भी संदिग्ध परिस्थितियों में ...…. वो भी कोई साधारण सांसद नही बल्कि वह सांसद 7 बार लोकसभा में चुनकर आया है
हम बात कर रहे हैं, केंद्रशासित प्रदेश दादर नगर हवेली से चुनकर आए निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर की.....पुलिस प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या मान रही है

अब यह एक बड़ी घटना है लेकिन आप मीडिया में इस घटना की रिपोर्टिंग देखेंगे तो लगेगा कि यह बड़ी साधारण सी घटना है.............आप ही बताइए कि पिछले 70 सालों में आखिर अब तक ऐसी कितनी घटनाएं होगी जिसमें निवर्तमान सांसद की सन्देहास्पद परिस्थितियों में लाश बरामद हो और उस स्टोरी पर कोई खोजबीन तक न हो !....

मैंने कल रात 12 बजे तक सेकड़ो न्यूज़ वेबसाइट खँगाल लिए लेकिन सब मे वही मैटर मिला जो एजेंसी ने दिया था.... किसी भी पत्रकार ने यह तलाश करने तक करने की कोशिश नही की कि आखिरकार उस सांसद ने तथाकथित रूप से आत्महत्या क्यो की होगी ?

इसके बदले फ़िल्म इंडस्ट्री का कोई साधारण सा अभिनेता यदि आत्महत्या कर ले तो आप मीडिया के पत्रकारो की भूमिका को देखिए पूरा नेशन वान्ट्स टू नो हो जाता कि उक्त अभिनेता ने आत्महत्या क्यो की.......लेकिन एक सांसद पँखे से लटक गया/लटका दिया पर कोई नही पूछ रहा.....

जब सांसद मोहन डेलकर से संबंधित खबरों को मैंने गहराई में जाकर खंगालना शुरू किया तो एक वीडियो हाथ लगा यह वीडियो कुछ ही महीने पुराना है यह वीडियो लोकसभा टीवी का था इस वीडियो में सदन में मौजूद स्व. मोहन डेलकर आसन्दी पर बैठे वैंकेया नायडू को संबोधित करके कह रहे हैं कि सर मेरी बात सुन लीजिए। इस सम्बोधन में डेलकर अपने खिलाफ स्थानीय प्रशासन के द्वारा किये जा रहे षड़यंत्र की जानकारी दे रहे है

इस वीडियो से ही हंगामा मच जाना चाहिए था, लेकिन कुछ नही हुआ, बात आयी गयी कर दी गई.....

लोकसभा के इस संबोधन के कुछ समय पहले सिलवासा में उनका एक ओर वीडियो वायरल हुआ था जिसमे उन्होंने यह ऐलान किया था कि मैं अगले लोकसभा सत्र में इस्तीफा दे दूंगा और अपने इस्तीफे के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के नामों का खुलासा करूंगा।" उन्होंने कहा, "मैं लोकसभा में बताऊंगा कि मुझे इस्तीफा क्यों देना पड़ा।" आदिवासी क्षेत्रों में विकास के लिए दिल्ली स्तर पर प्रयास किए गए हैं लेकिन स्थानीय निकायों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सिलवासा में, विकास के नाम पर लोगों की दुकानों और घरों को ध्वस्त किया जा रहा है। और सरकारी शिक्षकों और अन्य नौकरियों के लिए परेशान किया जा रहा है।

इस वीडियो में मोहन डेलकर ने गंभीर आरोप लगाया कि देश अराजकता की स्थिति में है और एक तानाशाही राजशाही की तरह शासन चल रहा है, उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र का विकास एक ठहराव पर आ गया था क्योंकि स्थानीय स्तर पर प्रशासन ने उनके प्रयासों या विकास कार्यों को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था,

उन्होंने इस वीडियो में यह भी कहा था कि मेरे पास स्थानीय अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी सबूत हैं,"

यानी आप देखिए कि, एक निर्वाचित सांसद खुलेआम सदन में स्थानीय प्रशासन के रवैये को लेकर तानाशाही का आरोप लगा रहा है .....स्थानीय अधिकारियों की मनमानी की बात कर रहा है और कुछ दिन बाद उसकी लाश मुंबई के एक होटल में पंखे से लटकती पाई जाती है लेकिन कोई इस बात पर चर्चा तक नही कर रहा है ......तो यह किसका दोष है ......यह दोष सीधा भारत की पत्रकारिता का ही है कि वह सही संदर्भों के साथ खबर पेश नही करती है........

पत्रकार गिरीश मालवीय जी के फेसबुक पेज से साभार...

21/02/2021

बतौर पत्रकार, आप सत्ताधीशों, लोक सेवकों को सही तरीके से तभी तक वॉच,रिपोर्ट कर सकते हैं जब तक कि आप उनसे एक निश्चित दूरी बनाए रख सकें।

18/02/2021

P-070~ नॉर्वे में एक बच्चों का समाचार चैनल है। वह स्कूलों में हर सुबह दिखाया जाता है। वहाँ बड़े ही रोचक तरीके से विश्व समाचार की प्रस्तुति होती है। प्रस्तोता भी बच्चे ही होते हैं। वही प्रधानमंत्री से भी किसी मुद्दे पर बतिया रहे होते हैं। प्रधानमंत्री उनके हिसाब से ही उत्तर देती हैं कि समझ आ जाए। इसमें जाहिर है राजनैतिक मुद्दे भी होते हैं जैसे डोनाल्ड ट्रंप कैसे व्यक्ति हैं। बच्चे अपनी-अपनी बात रख रहे होते हैं। शिक्षक भी अपनी बात कहते हैं कि वह क्या सोचते हैं। कुछ वर्षों बाद इन्हीं में से कुछ बच्चे अपने पसंद की पार्टी से जुड़ते जाते हैं, और कुछ युवा संसद भी पहुँच जाते हैं। जैसा मैंने पहले कहा कि सबसे युवा मंत्री भारतीय मूल के ही हैं। उनकी भी शुरुआत ऐसे समाचारों से ही हुई।

हमने भी बचपन से राजनीति देखी-सुनी ज़रूर लेकिन वयस्क माध्यम से ही। मेरे ख़याल से राजनीति का एक बाल माध्यम भी होना चाहिए, जो कुछ हद तक स्वतंत्र हो। बच्चों के दुनिया देखने का तरीका बहुत ही प्राकृतिक होता है। अक्सर वे कई बार बाइनरी (अच्छा-बुरा) में भी सोचते हैं, जो समय के साथ बदलती जाती है। कुछ लोग ज़िंदगी भर बाइनरी में ही सोचते रह जाते हैं, और खूँटे से बँध जाते हैं कि बस! यही एक विचार सही है। वह ग़लत है। मगर असलियत में ‘इट्स नॉट दैट सिम्पल’।
प्रवीन झा के फेसबुक पेज से साभार

पेट्रोल के शतक लगाने पर मृदभाषी ने आज  #पीएम और  #एचएम का फ़ाइल फ़ोटो लगाकर केंद्र सत्ता पर तंज कसा है।
18/02/2021

पेट्रोल के शतक लगाने पर मृदभाषी ने आज #पीएम और #एचएम का फ़ाइल फ़ोटो लगाकर केंद्र सत्ता पर तंज कसा है।

असहमति का सम्मान स्वस्थ लोकतंत्र का आवश्यक तत्व है,इसे संरक्षित कीजिये...
17/02/2021

असहमति का सम्मान स्वस्थ लोकतंत्र का आवश्यक तत्व है,इसे संरक्षित कीजिये...

तो इंदौर से ईजाद तकनीक से देश बन सकता है आत्मनिर्भर..
17/02/2021

तो इंदौर से ईजाद तकनीक से देश बन सकता है आत्मनिर्भर..

मध्यप्रदेश के अभिभावकों में उम्मीद जगी, सर्वोच्च न्यायालय ने महामारी काल में मनमानी फीस वसूली को लेकर नोटिस जारी किए..
17/02/2021

मध्यप्रदेश के अभिभावकों में उम्मीद जगी, सर्वोच्च न्यायालय ने महामारी काल में मनमानी फीस वसूली को लेकर नोटिस जारी किए..

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