प्रेस की स्वतंत्रता के लिए सतत् प्रयत्नशील रहने तथा श्रमजीवी पत्रकारों, और समाचार पत्र-पत्रिकाओं से जुड़े रचनाकारों को संगठित कर पत्रकारिता के उच्च आदर्शों को स्थापित करने के उद्देश् से 8 अप्रैल, 2012 को हरिद्वार में नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स का गठन हुआ। साहित्यकार संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री त्रिलोक चन्द्र भट्ट द्वारा श्री बाल कृष्ण शास्त्री, श्री राजेन्द्रनाथ गोस्वामी, श्
री अमर सिंह, श्रीमती सुदेश आर्या, श्री डीएस वर्मा, श्री निशीथ सकलानी, श्री अरूण मोंगा, श्री सुशील त्यागी, श्रीमती बीना उपाध्याय आदि के सहयोग से उत्तराखण्ड की इस राज्य स्तरीय यूनियन को खड़ा किया गया। 15 मई, 2012 को यूनियन की बैठक में अध्यक्ष व महासचिव सहित 11 सस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव निर्विरोध सम्पन्न हुआ। चुनाव के उपरान्त डॉ. नरेश मोहन एवं श्री डीएस वर्मा को भी कार्यकारिणी में नामित किया गया। 12 नवंबर, 2012 को ट्रेड यूनियन एक्ट 1926 के अधीन पंजीकृत होने के उपरान्त यूनियन ने उत्तराखण्ड में विधिवत अपनी संगठनात्मक गतिविधियां प्रारंभ की तभी से यूनियन निरंतर अपनी गतिविधियां संचालित कर रही है।
लघु समाचार पत्र-पत्रिकाओं के स्वामी, दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, पत्र-पत्रिकाओं एवं इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में काम करने वाले तथा प्रदेश, जिला, तहसील, विकास खण्ड अथवा नगर मुख्यालयों में कार्यरत् सक्रिय संवाददाता, ब्यूरो प्रमुख, संपादक, उप-संपादक, फीचर राइटर, प्रूफ रीडर, कापीराइटर, कार्टूनिस्ट और समाचार छायाकारों को नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने अपने साथ जोड़ा। यह उत्तराखण्ड की एक मात्र ऐसी यूनियन है जिसमें पत्रकार ही नहीं प्रेस से जुड़े अन्य मीडियाकर्मी, साहित्यकार, कवि और लेखक भी सदस्य हैं।
पत्रकारिता के उच्च मानदंडो की स्थापना हेतु पत्रकारों के लिए प्रशिक्षिण शिविर, कार्यशालाएं, गोष्ठियॉं, शैक्षिक भ्रमण एवं सम्मेलनों आदि का आयोजन, यूनियन के सदस्यों एवं उनके आश्रितों के लिए नियोजन, छात्रवृत्ति, आकस्मिक सहायता निधि आदि कल्याणकारी योजनाओं का संचालन, यूनियन के सदस्यों की पत्रकारिता क्षेत्र में सेवा संबंधी कठिनाइयों/सस्याओं के निवारण हेतु यथासंभव मार्गदर्शन और सहायता करने तथा पत्रकार हितों के संरक्षण के लिए समुचित वैधानिक एवं नीतिगत व्यवस्थाएं कर उन्हें कार्यान्वित करवाना यूनियन ने अपना लक्ष्य बनाया है।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्ननिस्ट्स की विभिन्न इकाइयॉं अपने-अपने जनपदों, क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष कुछ विविध कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं। इनमें हिंदी पत्रकारिता दिवस, राष्ट्रीय प्रेस दिवस, और हौसलों की उड़ान नाम से विकलांग प्रतिभाओं के लिये प्रतिभा सम्मान और वार्षिक सम्मेलन के साथ अनेक सामाजिक गतिविधियों मे सहभागिता करना शामिल है। पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकारिता से जुड़े विविध विषयों पर गोष्ठी और सेमीनारों के आयोजन के साथ लेखन और पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाता है। प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा और पत्रकारिता मे उच्च आदर्श स्थापित करने के लिये प्रेस परिषद द्वारा समय-समय पर जारी आदेश निर्देश के अनुपालन में यूनियन के सदस्य राष्ट्रीय प्रेस दिवस से संबंधित कार्यक्रमों मे उत्साहपूर्वक सहभागिता करते है।
नेत्रहीन, मूक बधिर, हाथ पैर या अन्य शरीरिक रूप से विकलांग एवं मानसिक अशक्तता से ग्रस्त उत्तराख्ण्ड के विद्यार्थियों/व्यक्तियों को मार्गदर्शन, सुविधाएं, प्रोत्साहन और पुरस्कृत कर उनका मनोबल बढ़ाने के लिये यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट की पहल पर 25 दिसंबर, 2013 को ‘’हौसलों की उड़ान’’ नाम से सेमीनार और प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम आरंभ किया गया था। तभी से शिक्षा, साहित्य, कला, संगीत, संस्कृति, खेल-कूद आदि विविध क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली विकलांग विद्यार्थियों/व्यक्तियों के लिये यूनियन द्वारा प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। देश के किसी भी मीडिया संगठन द्वारा पत्रकार हितों से अलग हट कर किया जा रहा यह अपनी तरह का अलग आयोजन है जिसमें बड़ी संख्या में विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार और कला प्रेमियों के साथ विकलांगजन और आम जनता जुटती है।