Purvanchalnama

Purvanchalnama पूर्वी उत्तर प्रदेश व पश्चिमी बिहार की खबरों को मंच प्रदान करने के लिए संकल्पित

07/01/2024

2024 में मंडल की काट बनेगा कमंडल!

इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए हालांकि सभी सियासी दल अपने-अपने तरीके से चुनावी तैयारियां करने में जुटी हुई हैं। इस बार समूचे देश में लोकसभा चुनाव दो प्रमुख सियासी धड़ों के बीच होने वाला है। एक तो सत्तारूढ़ बीजेपी नीट एनडीए गठबंधन और दूसरा प्रमुख विपक्षी दलों का नवगठित आईएनडीआईए गठबंधन। इन दोनों गठबंधनों की सियासी तैयारियों को देखकर ऐसा लगता है कि यह चुनाव मण्डल और कमंडल के मुद्दों पर होने जा रहा है। बीजेपी को सत्ता से अपदस्थ करने के लिए अस्तित्व में आए विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए के घटक दल जिस तरह जातीय जनगणना और ओबीसी का मुद्दा उठाने की तैयारी में हैं। इसके लिए सत्ता समर्थित संगठन वीएचपी ने बखूबी इन मुद्दों की काट ढूंढ लिया है।

07/01/2024

पुलिसिया इनकाउंटर से टूटि गइल विनोद उपधिया के सपना!

1998-99 का वर्ष था जब विनोद ने शहर के प्रतिष्ठित सेंट एंड्रयूज कॉलेज में आना-जाना शुरू किया। सेंट एंड्रयूज कॉलेज में ही विनोद के एक करीबी से छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रहे संजीव सिंह श्रीनेत के एक साथी की ठन गई। इसके बाद विनोद ने कॉलेज परिसर में बम फोड़कर दहशत बना दी थी। इसी के बाद से विनोद का हौसला बढ़ा। मोटरसाइकिल पर एक विश्वासपात्र दोस्त के साथ हमेशा रहना विनोद के अपनों में अलग पहचान बना ली थी। इस विश्वासपात्र दोस्त से विनोद की दोस्ती भी सेंट एंड्रयूज कॉलेज में ही हुई थी। बाद में दोनों का नाम शहर के कई आपराधिक वारदातों में सामने आया।

07/01/2024

पुलिसिया इनकाउंटर ने तोड़ दिए विनोद के सपने!

गोरखपुर और आस-पास के इलाके की जरायमी दुनिया में पिछले दो दशकों में बड़ी तेजी से एक नया नाम जुड़ा माफिया विनोद उपाध्याय का। बाद में समय के साथ जरायम की दुनिया में उसका कद इतना बड़ा हो गया कि गोरखपुर जोन की पुलिस ने उसपर एक लाख का इनाम घोषित कर दिया। विनोद की ख्वाहिश थी कि वो जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बने। ऐसी हसरत रखने वाले विनोद का नाम प्रदेश के टाप शातिर अपराधियों में भी शुमार हो गया। कई दर्जन मुकदमों में वांछित चल रहे विनोद को गुरुवार को हुए एक मुठभेड़ में एसटीएफ की टीम ने न केवल मौत की नींद सुला दिया बल्कि उसके और बड़ा अपराधी बनने के सपने भी तोड़ दिये।

05/01/2024

मुख्तार को आँख का संकट!

25/12/2023

मंत्री बनने के लिए राजभर का नया पैंतरा

उत्तर प्रदेश की सियासत में ओम प्रकाश राजभर का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं ही। वो न केवल एक लगभग आधा दर्जन विधायकों वाली पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है बल्कि प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके है। सियासी गलियारे में उनकी चर्चा इन दिनों बस उनके मंत्री पद पर ताजपोशी को लेकर अधिक हो रही है। उनका संयोग ही कुछ ऐसा है कि उन्हे दुबारा मंत्री पद पाने के लिए बड़े पापड़ बेलने पड रहे हैं।

15/12/2023

बेमानी साबित हुई संसद की सुरक्षा

15/12/2023

'भजन' और बीजेपी की सियासत

15/12/2023

योगी की राह पर 'मोहन'

12/12/2023

बीएसपी भी वंशवाद के दलदल में

11/12/2023

सेट हो गईल मोदी के चुनावी टोन

11/12/2023

चुनाव में ‘चोट’ की तैयारी में बीएसपी

11/12/2023

साहू की संपत्ति ने सेट किए मोदी के चुनावी टोन

09/12/2023

चुनाव में ‘चोट’ की तैयारी में बीएसपी!

09/12/2023

पियरका बाबा के पीलिया श्राप..!

09/12/2023

‘पीएम’ के होंगे सब ‘सीएम’!

09/12/2023

तीन राज्यों में हार क्यों हारी कांग्रेस?

‘आप’ का सूपड़ा साफ!                     देश की राजधानी दिल्ली में सरकार बनाने में कामयाब होने के बाद से ही आम आदमी पार्टी...
06/12/2023

‘आप’ का सूपड़ा साफ!

देश की राजधानी दिल्ली में सरकार बनाने में कामयाब होने के बाद से ही आम आदमी पार्टी का सियासी हौसला अन्य राज्यों की तरफ दायरा बढ़ाने को लेकर बढ़ने लगा। बाद के दिनों में पंजाब में भी सरकार बन गई और गुजरात विधानसभा चुनाव में मिले सकारात्मक परिणाम ने इस सियासी हौसले को और उड़ान दी। पिछले दिनों जब देश के पाँच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव की बिगुल बजी तो आम आदमी पार्टी ने भी अपनी सियासी कदम तीन राज्यों की ओर बढ़ाने का निर्णय कर लिया। यह अलग बात है कि जब परिणाम आया तो तीनों ही राज्यों में पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। जितने भी उम्मीदवारों ने प्रत्याशिता की थी सभी की हार हुई। जमानत तक इनकी नहीं बच सकी। इस तरह किसी भी राज्य में पार्टी का खाता नहीं खुल सका।

‘आप’ का सूपड़ा साफ! देश की राजधानी दिल्ली में सरकार बनाने में कामयाब होने के ब...

सपा पर भर-भर बोले राजभर                सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर आज प्रदेश ही नहीं देश की सि...
05/12/2023

सपा पर भर-भर बोले राजभर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर आज प्रदेश ही नहीं देश की सियासत में अनजान नहीं रह गए हैं। अपने बड़बोलेपन के चलते अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रहते है राजभर। चर्चा में बने रहने के लिए राजभर कभी भी कुछ भी बोल सकते है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश सरकार में कभी कैबिनेट मंत्री रहे राजभर की छवि आज अगंभीर सियासी के रूप में की जाती है। इनकी कही हुई बातें मीडिया में भले सुर्खियां बटोरती है लेकिन गंभीर सियासी लोगों में इनकी बातों को कोई महत्व नहीं दिया जाता है। बीते चंद वर्षों की सियासी घटनाओं पर नजर डालें तो राजभर का बखूबी परिचय मिल जाएगा।

सपा पर भर-भर बोले राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर आज प्रदे...

'गठबंधन' की मिट्टी पलीत करेगा ये...            देश में हुए पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जिस तरह चार राज्यों के परि...
05/12/2023

'गठबंधन' की मिट्टी पलीत करेगा ये...

देश में हुए पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जिस तरह चार राज्यों के परिणाम आए हैं उससे सबसे अधिक यदि किसी के भविष्य पर ग्रहण लगा है तो वो है नवगठित विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के भविष्य पर। हालांकि परिणाम से भी ज्यादा प्रभाव गठबंधन के नेताओं के आ रहे बयानों का असर होते दिख रहा है। परिणाम के मुताबिक जिस तरह से चार राज्यों में बीजेपी की सरकार बन रही है उससे गठबंधन के नेताओं ने बीजेपी से ज्यादा अपने गठबंधन सहयोगियों पर ही कटाक्ष करने शुरू कर दिये है। नेताओं के ये कटाक्ष ही गठबंधन को काल के गाल में ले जाने का काम करेगा।

'गठबंधन' की मिट्टी पलीत करेगा ये...

देश में हुए पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जिस तरह चार राज्यों के परिणाम आए हैं उससे सबसे अधिक यदि किसी के भविष्य पर ग्रहण लगा है तो वो है नवगठित विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के भविष्य पर। हालांकि परिणाम से भी ज्यादा प्रभाव गठबंधन के नेताओं के आ रहे बयानों का असर होते दिख रहा है। परिणाम के मुताबिक जिस तरह से चार राज्यों में बीजेपी की सरकार बन रही है उससे गठबंधन के नेताओं ने बीजेपी से ज्यादा अपने गठबंधन सहयोगियों पर ही कटाक्ष करने शुरू कर दिये है। नेताओं के ये कटाक्ष ही गठबंधन को काल के गाल में ले जाने का काम करेगा।

'गठबंधन' की मिट्टी पलीत करेगा ये... ेश में हुए पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जिस तरह चा....

MP में पाँचवीं बार भी 'मामा'!             वैसे तो किसी भी चुनाव का परिणाम मतगणना के बाद ही अनंतिम माना जाता है लेकिन हाल...
04/12/2023

MP में पाँचवीं बार भी 'मामा'!

वैसे तो किसी भी चुनाव का परिणाम मतगणना के बाद ही अनंतिम माना जाता है लेकिन हाल के वर्षों में तकनीक के बदलते युग में मतगणना से पहले किए जा रहे एक्ज़िट पोल के नतीजे भी कई बार अंतिम परिणाम से मेल खाते आने लगे हैं। यही वजह है कि मतगणना के बाद के चंद दिनों में आने वाले परिणामों से पहले प्रत्याशी समेत आमजन को भी इसकी यानि एक्ज़िट पोल का बेसब्री से इंतजार रहने लगा है। ऐसा ही हाल में हुए देश के पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। खासकर अगर मध्य प्रदेश के एक्ज़िट पोल नतीजों पर गौर करें तो अधिकांश एजेंसियों के एक्ज़िट पोल प्रदेश में पाँचवीं बार शिवराज सिंह चौहान यानि मामा की सरकार को पसंद करते हुए उनकी वापसी पर मुहर लगा रहे हैं।

MP में पाँचवीं बार भी 'मामा'! वैसे तो किसी भी चुनाव का परिणाम मतगणना के बाद ही अनंतिम माना जात...

रालोद की सियासी अंगड़ाई!                 देश में लोकसभा चुनाव होना है। 2024 में होने वाले इस चुनाव के लिए देश की सभी सिया...
02/12/2023

रालोद की सियासी अंगड़ाई!

देश में लोकसभा चुनाव होना है। 2024 में होने वाले इस चुनाव के लिए देश की सभी सियासी पार्टियां अपने-अपने तरह से तैयारियां कर रही है। कोई रैलियाँ निकल रहा है तो कोई जनसभाएं कर रहा है। कुछ पार्टियां यात्राएं भी निकाल रही है। इन्ही में एक है राष्ट्रीय लोक दल यानि रालोद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में ठीक-ठाक पकड़ रखने वाली इस पार्टी के पुरोधाओं में चौधरी चरण सिंह, चौधरी अजीत सिंह सरीखे पिता-पुत्र का अहम स्थान है। अब इस पार्टी की अलंबरदारी चौधरी अजीत सिंह के पुत्र चौधरी जयंत निभा रहे हैं।

रालोद की सियासी अंगड़ाई! देश में लोकसभा चुनाव होना है। 2024 में होने वाले इस चुनाव के लिए...

जब मुख्यमंत्री लगने लगे डाक्टर?           उत्तर प्रदेश में सियासत के दो धुरंधरों में से एक धुरंधर को दूसरा धुरंधर जब डाक...
02/12/2023

जब मुख्यमंत्री लगने लगे डाक्टर?

उत्तर प्रदेश में सियासत के दो धुरंधरों में से एक धुरंधर को दूसरा धुरंधर जब डाक्टर लगने लगे तो इसको आप क्या कहेंगे। वो भी जब एक धुरंधर सूबे का मुख्यमंत्री हो और दूसरा सूबे का पूर्व मुख्यमंत्री हो तो ऐसे में प्रश्न उठना लाजिमी है कि आखिर ऐसा कैसे। आइये हम यहाँ आपको इसका उत्तर दिए देते हैं। हुआ ये कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के शारदीय सत्र के दूसरे दिन जब सदन की कार्रवाई चल रही थी।

जब मुख्यमंत्री लगने लगे डाक्टर? उत्तर प्रदेश में सियासत के दो धुरंधरों में से एक धुरंधर को दूसरा ध...

यूपी में अब माननीयों पर भी अंकुश!                उत्तर प्रदेश में जहां सरकार का बुलडोजर माफियाओं पर नकेल लगाए हुए है वही...
02/12/2023

यूपी में अब माननीयों पर भी अंकुश!

उत्तर प्रदेश में जहां सरकार का बुलडोजर माफियाओं पर नकेल लगाए हुए है वहीं अब अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों में शुमार माननीय विधायकों पर भी उसका अंकुश लग गया है। इस बार 28 नवंबर से शुरू हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा की शारदीय सत्र में भाग लेने वाले माननीय विधायक लोगों को सदन मे मोबाइल, झण्डा-बैनर-पोस्टर ले जाने पर रोक लगा दिया गया है। इतना ही नहीं सदन की कार्रवाई में भी कई परिवर्तन किए गए हैं।

यूपी में अब माननीयों पर भी अंकुश! ्तर प्रदेश में जहां सरकार का बुलडोजर माफियाओं पर नकेल ल....

वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी को किया...!          मौका चाहे सियासी हो या गैर सियासी लेकिन वरुण गांधी ऐसा कोई अवसर हाथ से...
24/11/2023

वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी को किया...!

मौका चाहे सियासी हो या गैर सियासी लेकिन वरुण गांधी ऐसा कोई अवसर हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं। इन मौकों पर न केवल वो अपनी ही सरकार को नसीहत देते हैं बल्कि उसे कटघरे में भी खड़ा करते हैं। उनके बात-व्यवहार में कहीं ऐसा नहीं दिखता कि वो बीजेपी के सांसद है बल्कि ऐसा एहसास होता है कि वो किसी विपक्षी पार्टी के सांसद हैं।

वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी को किया...! ौका चाहे सियासी हो या गैर सियासी लेकिन वरुण गांधी ऐसा क.....

किसे ललकार रहे वरुण गांधी!                  पीलीभीत के बीजेपी सांसद वरुण गांधी हाल के महीनों में लगातार पार्टी लाइन से अ...
24/11/2023

किसे ललकार रहे वरुण गांधी!

पीलीभीत के बीजेपी सांसद वरुण गांधी हाल के महीनों में लगातार पार्टी लाइन से अलग व्यवहार कर रहे हैं। मौका चाहे सियासी हो या गैर सियासी लेकिन वरुण गांधी ऐसा कोई अवसर हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं। इन मौकों पर न केवल वो अपनी ही सरकार को नसीहत देते हैं बल्कि उसे कटघरे में भी खड़ा करते हैं। उनके बात-व्यवहार में कहीं ऐसा नहीं दिखता कि वो बीजेपी के सांसद है बल्कि ऐसा एहसास होता है कि वो किसी विपक्षी पार्टी के सांसद हैं।

किसे ललकार रहे वरुण गांधी! पीलीभीत के बीजेपी सांसद वरुण गांधी हाल के महीनों में लगात...

सपा-कांग्रेस रार का सच!                हालिया सियासी घटनाक्रमों को देखने पर न मानने वाला भी यह मानने लग जाएगा कि सियासत ...
23/11/2023

सपा-कांग्रेस रार का सच!

हालिया सियासी घटनाक्रमों को देखने पर न मानने वाला भी यह मानने लग जाएगा कि सियासत में कुछ भी संभव है या सियासत का अपना कोई दीन-ईमान नहीं होता है। क्योंकि कुछ माह पहले बड़े जोशो-खरोश से बीजेपी और उसके गठबंधन को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए विपक्षी दलों ने आई.एन.डी.आई.ए नाम से एक गठबंधन बनाया।

सपा-कांग्रेस रार का सच! हालिया सियासी घटनाक्रमों को देखने पर न मानने वाला भी यह मा...

नीतीश ने मिलाया बीजेपी से हाथ!               बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सेक्स ज्ञान संबंधी बयान के बाद से देश क...
23/11/2023

नीतीश ने मिलाया बीजेपी से हाथ!

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सेक्स ज्ञान संबंधी बयान के बाद से देश की सियासत में भूचाल सा आ गया है। हर दल का नेता इन दिनों या तो इस पर टिप्पणी कर रहा है या इस पर सफाई दे रहा है। सियासी जानकारों का यह भी मानना है कि विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार के विवादित बयानों ने बैठे-बिठाये सत्तारूढ़ गठबंधन को मजबूत कर दिया है। इसको लेकर कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं ने चिंता भी जताई है।

नीतीश ने मिलाया बीजेपी से हाथ! बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सेक्स ज्ञान संबंधी बय...

यूपी में 'हलाल' पर रोक क्यों!             जैसे ही पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने हलाल का प्रमाणपत्र जारी करने वाले का...
23/11/2023

यूपी में 'हलाल' पर रोक क्यों!

जैसे ही पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने हलाल का प्रमाणपत्र जारी करने वाले कारोबारियों पर लगाम लगाते हुए उन पर प्रतिबंध लगाया। पूरे प्रदेश ही नहीं देशभर में इस बात की चर्चा होने लगी कि आखिर सरकार ने ऐसा क्यों किया। लेकिन इस बात को समझने के लिए पहले इसके अर्थ को समझना होगा की हलाल है क्या। हलाल मूलतः एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ होता है वैध जबकि एक दूसरा शब्द है हराम जिसका मतलब होता है अवैध। इसके अलावा इसकी एक परिभाषा धर्म आधारित भी है। जैसे इस्लाम धर्म जिन कार्यों को करने की इजाजत या मान्यता देता है वो हलाल की श्रेणी में माना जाता है और जिसे नहीं देता है उसे हराम माना जाता हैं।

यूपी में 'हलाल' पर रोक क्यों! जैसे ही पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने हलाल का प्रमाणपत्र ज.....

अखिलेश की चुप्पी का विरोध!               दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी के साथ पूजा-अर्चना करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे...
23/11/2023

अखिलेश की चुप्पी का विरोध!

दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी के साथ पूजा-अर्चना करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट और पीठ ही होती है। उन्होंने लिखा कि चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ और हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ, तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है।

अखिलेश की चुप्पी का विरोध! दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी के साथ पूजा-अर्चना करते हुए ...

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