11/11/2024
जय हनुमान 🙏
एक बार की बात है, एक यात्री विमान दिल्ली से मुंबई की उड़ान पर था। सब कुछ सामान्य था – यात्री अपनी-अपनी जगह पर आराम से बैठे थे। कोई किताब पढ़ रहा था, तो कोई फिल्म देख रहा था, और कुछ खिड़की से बादलों का आनंद ले रहे थे। लेकिन अचानक विमान एक भयंकर तूफान में फंस गया। बादल घने और काले हो गए, विमान बुरी तरह हिलने लगा, और चारों ओर बिजली कड़कने लगी। पूरे विमान में डर का माहौल था, यात्री अपने-अपने सीट से चिपक गए और मन ही मन सुरक्षा की प्रार्थना करने लगे।
उसी समय, एक यात्री को हनुमान जी की याद आई, जो अपनी अद्भुत शक्ति, निष्ठा और बहादुरी के लिए जाने जाते हैं। उसने दिल से प्रार्थना करते हुए हनुमान जी से सभी यात्रियों की सुरक्षा की विनती की। उसकी ये पुकार आसमान तक पहुंची, और हनुमान जी ने उसे सुन लिया।
पल भर में, स्वर्णिम प्रकाश के साथ हनुमान जी आकाश में विमान के पास प्रकट हुए। वे विशाल और चमकदार दिखाई दे रहे थे, उनके चारों ओर का तेज अंधेरे बादलों को चीरते हुए चमक रहा था। हनुमान जी ने अपने दिव्य शक्ति का प्रयोग करते हुए विमान को स्थिर किया, मानो वह कुछ भी नहीं हो। उन्होंने अपने मजबूत हाथों से विमान को थाम लिया, उसे भीषण हवाओं और बिजली से बचाते हुए एक सुरक्षित रास्ता बना दिया।
विमान के अंदर, यात्रियों ने अचानक शांति महसूस की क्योंकि हलचल बंद हो गई थी। कुछ यात्रियों ने खिड़की से बाहर देखा और उस दिव्य, तेजस्वी आकृति को देखा जो उनके साथ उड़ रही थी। कृतज्ञता से भरे हुए, उन्होंने एक साथ “जय हनुमान!” का जयघोष किया।
जब विमान सुरक्षित हो गया, तो हनुमान जी ने धीरे से उसे छोड़ दिया, यह सुनिश्चित करते हुए कि वह सही दिशा में उड़ान भर रहा है। उन्होंने यात्रियों को एक अंतिम आश्वासन भरी दृष्टि से देखा और बादलों में विलीन हो गए। अब तूफान थम चुका था, और विमान बिना किसी समस्या के अपनी यात्रा जारी रख पाया।
जब विमान लैंड हुआ, तो यात्रियों ने एक नई आस्था और कृतज्ञता का अनुभव किया, यह जानकर कि उन्होंने एक चमत्कार का साक्षात्कार किया है। उन्होंने अपनी कहानी सभी के साथ साझा की, और तभी से हनुमान जी केवल पृथ्वी पर नहीं, बल्कि आकाश में भी एक रक्षक के रूप में पूजे जाने लगे, जो ज़रूरतमंदों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
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