हमने उत्तराखंड दिवस कहां से मनाना है?
हमने उत्तराखंड दिवस कहां से मनाना है?
दा बोला.... पहाड़ी लोग होन... और पहाड़ी डांस ना हो... यनु कन क्वै व्है सकदु
#शिबसिंहकैंतुरा
प्रथम विश्वयुद्ध में जंग लड़ने के लिए गया था लुथियाग का शिव सिंह कैंतुरा... और 1919 में शहीद हुआ। और आज 100 साल बाद उसकी आवाज़ अपने वतन...अपने घर लौटी है।
https://youtu.be/AFBHlEdzgRM
आख़िर ऐसे कैसे हो सकता है।.... गुंजन डंगवाल... उत्तराखंड का होनहार और सबके दिल पर राज करने वाला गुंजन अब नहीं रहा।
गुंजन डंगवाल का जाना पूरी उत्तराखंड म्यूज़िक इंडस्ट्री का ही नहीं बल्कि समूची संस्कृति की सबसे बड़ी क्षति है।