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22/03/2024

Tajmahal को हरे कपड़े से क्यों ढाका था |

अपना राय कॉमेंट बॉक्स में जरूर दे।
18/12/2023

अपना राय कॉमेंट बॉक्स में जरूर दे।

विवाह तय हो, तभी से स्त्री अपने आप को नए परिवार के परिवेश में ढालना शुरू कर देती है। उसे उसकी मजबूरी या कोई दूसरा नाम दि...
16/12/2023

विवाह तय हो, तभी से स्त्री अपने आप को नए परिवार के परिवेश में ढालना शुरू कर देती है। उसे उसकी मजबूरी या कोई दूसरा नाम दिए बिना सिर्फ उसमें स्त्रीत्व के रूप में देखना चाहिए...

किताब की जानकारी कमेंट बॉक्स में👇

09/12/2023

07/12/2023

अपने सपनों को पूरा  करने के लिए इस केले के पौधे जितना ज़िद्दी बनो 🙂🙂
06/09/2023

अपने सपनों को पूरा करने के लिए इस केले के पौधे जितना ज़िद्दी बनो 🙂🙂

आज टाइटन पनडुब्बी मे सवार सभी अरबपति आज मृत घोषित कर दिए गए। उनके पास चाहे कितना ही पैसा था पर आखिरी समय मे केवल 'जीवित ...
24/06/2023

आज टाइटन पनडुब्बी मे सवार सभी अरबपति आज मृत घोषित कर दिए गए। उनके पास चाहे कितना ही पैसा था पर आखिरी समय मे केवल 'जीवित रहने और धरती पर वापस आने के लिए प्रार्थना कर रहे होंगे। जीवन अपने आप में कितना अनमोल है, इसे महत्व दें, इसके लिए आभारी रहें। जब आपके पास बहुत ज्यादा पैसा हो तो उलटी सीधी हरकतों के बजाय जितनी हो सके उतनी जरुरतमंदों की मदद करे, शिक्षा, चिकित्सा, रोज़गार जैसे क्षेत्रों में योगदान दे... अपने जीवन का अधिकतम लाभ उठायें..
जय श्री राम

"दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी ने पूछा - 'क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ? बिल गेट्स ने जवाब दिया ...
05/05/2023

"दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी ने पूछा - 'क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ? बिल गेट्स ने जवाब दिया - हां, एक व्यक्ति इस दुनिया में मुझसे भी अमीर है। कौन -!!!!! बिल गेट्स ने बताया: एक समय मे जब मेरी प्रसिद्धि और अमीरी के दिन नहीं थे

मैं न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर था.. वहां सुबह सुबह अखबार देख कर, मैंने एक अखबार खरीदना चाहा,पर मेरे पास खुदरा पैसे नहीं थे.. सो, मैंने अखबार लेने का विचार त्याग कर उसे वापस रख दिया.. अखबार बेचने वाले लड़के ने मुझे देखा, तो मैंने खुदरा पैसे/सिक्के न होने की बात कही.. लड़के ने अखबार देते हुए कहा - यह मैं आपको मुफ्त में देता हूँ

बात आई-गई हो गई.. कोई तीन माह बाद संयोगवश उसी एयरपोर्ट पर मैं फिर उतरा और अखबार के लिए फिर मेरे पास सिक्के नहीं थे।उस लड़के ने मुझे फिर से अखबार दिया, तो मैंने मना कर दिया। मैं ये नहीं ले सकता.. उस लड़के ने कहा, आप इसे ले सकते हैं, मैं इसे अपने प्रॉफिट के हिस्से से दे रहा हूँ

मुझे नुकसान नहीं होगा। मैंने अखबार ले लिया...... 19 साल बाद अपने प्रसिद्ध हो जाने के बाद एक दिन मुझे उस लड़के की याद आयी और कोई डेढ़ महीने खोजने के बाद आखिरकार वह मिल गया।

मैंने पूछा - क्या तुम मुझे पहचानते हो ? लड़का - हां, आप मि. बिल गेट्स हैं. गेट्स - तुम्हे याद है, कभी तुमने मुझे फ्री में अखबार दिए थे ? लड़का - जी हां, बिल्कुल.. ऐसा दो बार हुआ था.. गेट्स- मैं तुम्हारे उस किये हुए की कीमत अदा करना चाहता हूँ

तुम अपनी जिंदगी में जो कुछ चाहते हो, बताओ, मैं तुम्हारी हर जरूरत पूरी करूंगा.. लड़का - सर, लेकिन क्या आप को नहीं लगता कि, ऐसा कर के आप मेरे काम की कीमत अदा नहीं कर पाएंगे

गेट्स - क्यूं ..!!! लड़का - मैंने जब आपकी मदद की थी, मैं एक गरीब लड़का था, जो अखबार बेचता था.. आप मेरी मदद तब कर रहे हैं, जब आप इस दुनिया के सबसे अमीर और सामर्थ्य वाले व्यक्ति हैं

फिर, आप मेरी मदद की बराबरी कैसे करेंगे...!!! बिल गेट्स की नजर में, वह व्यक्ति दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति से भी अमीर था, क्योंकि--- "किसी की मदद करने के लिए, उसने अमीर होने का इंतजार नहीं किया था "

अमीरी पैसे से नहीं दिल से होती है दोस्तों किसी की मदद करने के लिए अमीर दिल का होना भी बहुत जरूरी है। साभार

29/04/2023

GREAT MORNING CHAMPION 😍✍️✌️

Yash Chopra’s wife   passes away at the age of 74. We extend our heartfelt condolences to her loved ones in this difficu...
20/04/2023

Yash Chopra’s wife passes away at the age of 74. We extend our heartfelt condolences to her loved ones in this difficult time. May her soul rest in peace.

09/04/2023

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सोचिये हम किसी आँखों के डॉक्टर के पास गए, वह हमारी आँखों की जांच के लिए भारी भरकम मशीनों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कैस...
29/03/2023

सोचिये हम किसी आँखों के डॉक्टर के पास गए, वह हमारी आँखों की जांच के लिए भारी भरकम मशीनों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कैसा हो जब उन भारी भरकम मशीनों की जगह आप सिर्फ एक मोबाइल ऐप के द्वारा अपनी आँखों की जांच कर बीमारियों का पता लगा सकें, ऐसा ही कुछ किया है दुबई में रहने वाली भारतीय मूल की 11 वर्षीय लीना रफीक ने।

लीना ने "ओग्लर आईस्कैन" नाम का AI आधारित ऐप बनाया है। इस ऐप में एक स्कैनिंग प्रक्रिया के द्वारा आँखों से जुड़ी सभी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। लीना के अनुसार उनका यह ऐप लाइट और कलर की इंटेंसिटी, दूरी जैसे कई मापदंडों के आधार पर आँखों को एनालाइज़ करता है। 11 साल की छोटी सी उम्र में लीना ने इतना बड़ा काम किया है कि आज लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं।

कभी मंदिर में खींचते थे फोटो, आज हैं 6 हजार करोड़ से ज्यादा के मालिक जानिए इंटेक्स के फाउंडर नरेंद्र बंसल के संघर्ष की कह...
06/03/2023

कभी मंदिर में खींचते थे फोटो, आज हैं 6 हजार करोड़ से ज्यादा के मालिक जानिए इंटेक्स के फाउंडर नरेंद्र बंसल के संघर्ष की कहानी
Narendra Bansal - know the success story of Intex's MD Narendra Bansal.

परेशानियां किस इंसान के जीवन में नहीं होती, लेकिन जो इंसान इन परेशानियों का सामना पॉजिटिविटी के साथ करता है, वही एक सफल इंसान होता है। इंटेक्स (Intex) कंपनी के फाउंडर (Founder) नरेंद्र बंसल ने भी बचपन से कई परेशानियां झेली, लेकिन अपनी सभी परेशानियों को मौके में बदलते हुए वे लगातार सफलता की सीढियाँ चढ़ते गए।

शुरुआत में उन्होंने कई अलग-अलग व्यापार किये, जो किसी ना किसी कारण से बंद होते गए। बीच में एक मंदिर में वे आने वाले श्रद्धालुओं की फोटो भी खींचते थे। इस तरह वे धीरे-धीरे अपनी असफलताओं से सीखते हुए लगातार आगे बढ़ते गए।

जानिये नरेंद्र बंसल की फर्श से अर्श तक की कहानी –

कौन हैं नरेंद्र बंसल?
नरेंद्र बंसल का जन्म 1963 में राजस्थान के हनुमानगढ़ में हुआ था। उनके पिता भी एक बिज़नेसमैन थे, इसलिए बिज़नेस के गुण उन्हें अपने पिता से ही मिले थे। उनकी आरंभिक शिक्षा उनके गांव में ही हुई थी। उसके बाद उनका परिवार नेपाल चला गया। नेपाल में ही उन्होंने अपनी 10वीं की परीक्षा दी। 1980 में परिवार दिल्ली आ गया, जहाँ उन्होंने 12 वीं की पढ़ाई पूरी की।

उस समय ऑडियो वीडियो कैसेट का बहुत प्रचलन था, नरेंद्र ने कुछ दिनों तक इसका व्यापार किया। उसके बाद कार्डलेस फ़ोन का बिज़नेस किया, जिसमें वे फ्री होम डिलीवरी और पिकअप सर्विस भी देते थे। किसी कारणवश उन्हें यह बिज़नेस भी बंद करना पड़ा।

कैसे असफलता से बनाया सफलता का रास्ता
कुछ समय तक उन्हें यह समझ नहीं आया कि अब आगे क्या किया जाए। इस दौरान वे नई दिल्ली स्थित बिड़ला मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की फोटो खींचकर चाबी के छल्लों पर लगाते थे। उन्होंने 1986 में B.Com की परीक्षा भी पास कर ली। लेकिन वे हमेशा से कुछ बड़ा करने की चाह रखते थे।

यह वह दौर था, जब धीरे-धीरे आईटी की मांग बढ़ती जा रही थी। नरेंद्र ने इस बात को भांप लिया था कि आगे चलकर आईटी में देश बहुत तरक्की करने वाला है। इसी को ध्यान में रखते हुए वे दिल्ली के लोकल मार्केट में फ्लॉपी डिस्क और कंप्यूटर से जुड़ी अन्य एक्सेसरीज़ बेचने लगे, जिसके लिए वे ताइवान और हांगकांग से सस्ता माल मंगवाकर यहाँ बेचा करते थे। उसके बाद वे खुद ताइवान गए और वहां के सप्लायर से ईथरनेट कार्ड सीधे लाकर बेचने का काम भी किया, जिसमें उन्हें 100% मुनाफा भी हुआ।

कैसे बनी Intex Company?
1992 में नरेंद्र जी ने अपने भाइयों के साथ मिलकर दिल्ली के प्रसिद्ध नेहरू प्लेस में एक किराये की दुकान लेकर कंप्यूटर असेम्बल का काम शुरू किया। धीरे-धीरे व्यापार बढ़ने पर 1993 में International Impex कंपनी की शुरुआत की।

1996 में उन्होंने आईटी पेरीफेरल कंपनी Intex Technologies की शुरुआत की। इसके लिए वे चीन और कोरिया से सीधे सामान मंगवाते थे, जिसके कारण अपने प्रतिद्वंदियों के मुकाबले इनके प्रोडक्ट सस्ते थे। Intex को पहले साल में ही 30 लाख से ज्यादा का मुनाफा हुआ। बाद में उन्होंने स्पीकर, होम थिएटर और डीवीडी प्लेयर भी शुरू किये।

1997 में Intex ने अपने होम थिएटर निकाले, जो लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आये। 2005 में कंपनी ने अपनी एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की। 2007 में मार्केट के ट्रैंड को देखते हुए सस्ते और अच्छे मोबाइल फ़ोन लांच किये। मार्केट में बाकी सभी कम्पनियों के मुकाबले इनके मोबाइल सस्ते होने के कारण लोगों में बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो गए।

नरेंद्र बंसल की कड़ी मेहनत और दूरदृष्टि के कारण आज Intex 6 हजार करोड़ से ज्यादा की कंपनी बन गयी है। आज भी इसके प्रोडक्ट्स अपने प्रतिद्वंदियों को टक्कर दे रहे हैं और आज भी कंपनी का लोगों के बीच में जाना माना नाम है।

Intex कंपनी के फाउंडर नरेंद्र बंसल पर लिखा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 23 जनवरी को 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया। उनमें स...
27/01/2023

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 23 जनवरी को 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया। उनमें से एक बेंगलुरु के 8 वर्षीय ऋषि शिव प्रसन्ना भी थे।
ऋषि का आईक्यू लेवल 180 है जो साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन के आईक्यू लेवल (160) से भी ज्यादा है। प्रसन्ना मेन्सा इंटरनेशनल के सबसे कम उम्र के सदस्यों में से एक हैं, जो दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे प्रतिष्ठित हाई-आईक्यू सोसाइटी है। वह 4 साल और 5 महीने की उम्र में मेन्सा इंटरनेशनल में शामिल हो गए थे। प्रसन्ना सबसे कम उम्र के Google सर्टिफाइड Android डेवलपर्स की लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। उन्होंने बच्चों के लिए "आईक्यू टेस्ट ऐप", "दुनिया के देश" और "सीएचबी", ये तीन ऐप बनाए हैं। इतना ही नहीं पांच साल की उम्र में ही, प्रसन्ना ने जेके राउलिंग की पूरी हैरी पॉटर सीरीज पढ़ डाली। इनकी अद्भुत प्रतिभा ने हर किसी को दंग कर दिया है, उम्मीद यही है कि आने वाले समय में भी ऋषि देश का नाम ऐसे ही ऊंचा करते रहेंगे।

27/01/2023
कौन हैं ज्योति आम्गेज्योति का जन्म 1993 में नागपुर में हुआ था। उनके जीवन के शुरू के 5 साल तो दूसरे बच्चों की तरह ही सामा...
24/01/2023

कौन हैं ज्योति आम्गे
ज्योति का जन्म 1993 में नागपुर में हुआ था। उनके जीवन के शुरू के 5 साल तो दूसरे बच्चों की तरह ही सामान्य रहे, लेकिन उसके बाद भी उनका कद नहीं बढ़ा। इसको देखते हुए माता पिता ने कई डॉक्टर से संपर्क किया, तब पता चला कि ज्योति को हड्डियों से जुड़ी बीमारी एकॉन्ड्रोप्लेसिया थी, जिसके चलते उनका कद नहीं बढ़ रहा था।

ज्योति का प्रारंभिक जीवन
शुरुआत में सभी लोग ज्योति के बौनेपन का मजाक उड़ाते थे, लेकिन इससे ज्योति कभी भी तनाव में नहीं आयी। इसके विपरीत ज्योति ने हमेशा कठिन परिश्रम किया, जिसके चलते वो जल्द ही सभी की चहेती बन गयी। स्कूल में ज्योति को ध्यान में रखकर छोटी चेयर और डेस्क बनायी जाती थी, घर में भी कपड़े, बिस्तर, बर्तन आदि सभी ज्योति के हिसाब से ही बनाये जाते थे।

उनका कद ही बना उनकी पहचान
जिस छोटे कद के कारण कभी ज्योति का मज़ाक उड़ाया जाता था, बाद में उसी के कारण ज्योति को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली। ज्योति के 18वें जन्मदिन पर गिनीज बुक और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में उन्हें विश्व की सबसे छोटी महिला होने का ख़िताब दिया गया। आज ज्योति का कद सिर्फ 2.06 फ़ीट है, वहीं उनका वजन 5.5 KG है। इसके साथ ही लोनावला के वैक्स म्यूजियम में ज्योति का मोम का पुतला भी लगाया गया है।

जीवन में बदलाव
गिनीज बुक और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम आने के बाद से ज्योति को सभी पहचानने लगे।

आज वे जहाँ भी जाती हैं, वहां लोग उनके साथ सेल्फी लेते हैं। ज्योति ने कभी भी अपने अंदर से आत्मविश्वास को कम नहीं होने दिया। यही कारण है कि उनके जीवन पर "बॉडी शॉकः टू फुट टॉल टीन" नामक डाक्यूमेंट्री भी बन चुकी है। वे बिग बॉस के सीजन 6 के अलावा कई वेब सीरीज में काम कर चुकी हैं। आगे वे बॉलीवुड में करियर बनाना चाहती हैं।

इंसान में यदि कुछ कर गुजरने का जज़्बा हो तो कोई भी परेशानी या कमजोरी उसकी सफलता के आड़े नहीं आ सकती। यह साबित किया है ज्योति आम्गे ने, जो अपनी कमजोरी और लोगों के तानों से कभी हताश और निराश नहीं हुई। जिस कारण उनका बचपन में मजाक उड़ाया जाता था, आज ज्योति उसी कारण प्रसिद्धि प्राप्त कर रही हैं। यदि आप भी अपनी किसी बात या आदत को लेकर निराश हैं, तो आपको ज्योति से सीखना चाहिए कि किस तरह से अपने आत्मविश्वास से हम बुलंदियों को प्राप्त कर सकते हैं।

आपको हमारा आज का आर्टिकल कैसा लगा, हमें कमेंट करके अवश्य बताइये। साथ ही यह भी बताइये कि ज्योति के जीवन से आपको क्या-क्या सीखने को मिला।

मेरा 1 सपना है : प्रधान सेवक श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी से आग्रह करके उनसे समझना है कि कैसे जागृति हुई उनकी अंतर आत...
24/01/2023

मेरा 1 सपना है : प्रधान सेवक श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी से आग्रह करके उनसे समझना है कि कैसे जागृति हुई उनकी अंतर आत्मा की ?

जिस दिन हम युवा अपनी अंतर आत्मा की जागृति कर गए, उस दिन भारत के अमृत काल को परम सत्य होने से कोई नहीं रोक सकेगा ।

हम एक देश नहीं हैं । हम बहुत से समूहों के शक्ति हैं । जिस दिन हमें अपनी शक्ति का अनुभव हो गया, उस दिन सब बदल जाएगा ।

उस दिन भारत, विश्व गुरु कहलाएगा ।

यह आज कह रहा हूं । कौन जाने कब प्रकृति यह सपना सच कर दे ।

जय हिंद 🇮🇳 वंदे मातरम

18/01/2023
अपनी पत्नी को खो देने के बाद बिहार के एक मजदूर ने पहाड़ के बीच से रास्ता बनाने का सोचा. उसके पास न ताकत थी और न पैसा. लेक...
16/01/2023

अपनी पत्नी को खो देने के बाद बिहार के एक मजदूर ने पहाड़ के बीच से रास्ता बनाने का सोचा. उसके पास न ताकत थी और न पैसा. लेकिन अपने जुनून, जोश और जिद की बदौलत उसने इस असंभव काम को संभव बना दिया ।। आपकी चाहत ही आपकी जीत है।।

दुनिया में आज भी इंसानियत मौजूद है, यह साबित किया है हरियाणा के बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने। इन्हीं दोनो...
01/01/2023

दुनिया में आज भी इंसानियत मौजूद है, यह साबित किया है हरियाणा के बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने। इन्हीं दोनों ने एक्सीडेंट के बाद क्रिकेटर ऋषभ पंत को बचाया और एम्बुलेंस बुलाकर उन्हें अस्पताल तक पहुँचाया।

नए साल के आखरी दिन ऋषभ पंत के एक्सीडेंट की खबर से जहाँ लोगों को दुःख हुआ, वहीं सुशील कुमार और परमजीत ने लोगों में सकारात्मकता भी भर दी। आज दुनिया को ऐसे और भी लोगों की ज़रूरत है, जो लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहते हों।

आपको ओर आपके पूरे परिवार को मेरे तरफ से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🎉🎉🎉🥰🥰🥰🎁🎁🎁           HAPPY NEW YEAR 2023
01/01/2023

आपको ओर आपके पूरे परिवार को मेरे तरफ से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🎉🎉🎉🥰🥰🥰🎁🎁🎁
HAPPY NEW YEAR 2023

17/11/2022
देवी महालक्ष्मी की कृपा से आपके घर में हमेशा उमंग और आनंद की रौनक होइस पावन मौके पर आप सबको दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
24/10/2022

देवी महालक्ष्मी की कृपा से आपके घर में
हमेशा उमंग और आनंद की रौनक हो
इस पावन मौके पर आप सबको
दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ।।

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