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आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में ब...
09/12/2024

आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में बड़ा बदलाव करते हुए मनीष सिसोदिया को उनकी पारंपरिक सीट पटपड़गंज से हटाकर जंगपुरा सीट से टिकट दिया गया है। वहीं, हाल ही में AAP में शामिल हुए शिक्षक अवध ओझा को पटपड़गंज सीट से मैदान में उतारा गया है।

पार्टी ने हाल ही में शामिल हुए कई नए चेहरों को मौका दिया है, जिनमें पदमश्री जितेंद्र सिंह शंटी का नाम भी शामिल है। दूसरी सूची में पार्टी के पुराने नेताओं के साथ नए चेहरों को संतुलित तरीके से टिकट दिया गया है।

दूसरी लिस्ट के उम्मीदवारों की पूरी सूची:

नरेला: दिनेश भारद्वाज
तिमारपुर: सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू
आदर्श नगर: मुकेश गोयल
मुंडका: जसबीर कराला
मंगोलपुरी: राकेश जाटव धर्मरक्षक
रोहिणी: प्रदीप मित्तल
चांदनी चौक: पुनर्दीप सिंह साहनी
पटेल नगर: प्रवेश रतन
मादीपुर: राखी बिडलान
जनकपुरी: प्रवीण कुमार
बिजवासन: सुरेंद्र भारद्वाज
पालम: जोगिंदर सोलंकी
जंगपुरा: मनीष सिसोदिया
देवली: प्रेम कुमार चौहान
त्रिलोकपुरी: अंजना पारचा
पटपड़गंज: अवध ओझा
कृष्णा नगर: विकास बग्गा
गांधी नगर: नवीन चौधरी
शाहदरा: पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी
मुस्तफाबाद: आदिल अहमद खान

क्या MVA के लिए यह दरार गहरी होगी या सुलह की कोई राह निकलेगी?महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) और समाजवादी पार्टी (सप...
08/12/2024

क्या MVA के लिए यह दरार गहरी होगी या सुलह की कोई राह निकलेगी?

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच खींचतान खुलकर सामने आ गई है। सपा ने MVA से बाहर निकलने की घोषणा कर दी है। इस घटनाक्रम पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया दी और सपा को "BJP की B टीम" कहकर निशाना साधा।

आदित्य ठाकरे ने सपा के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आजमी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "मैं सपा के बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता, लेकिन राज्य में सपा के नेता BJP की B टीम के रूप में काम कर रहे हैं। अखिलेश यादव अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र में उनके कुछ नेता BJP की मदद करते हैं।" उन्होंने आगे कहा कि चुनावों में यह स्पष्ट नजर आ रहा है।

इस विवाद की शुरुआत शिवसेना (यूबीटी) नेता मिलिंद नार्वेकर के उस ट्वीट से हुई, जिसमें बाबरी मस्जिद ढहाए जाने पर बधाई दी गई थी। यह ट्वीट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किया गया था और इसी मुद्दे को लेकर सपा ने महाविकास अघाड़ी से अलग होने का निर्णय लिया।

आदित्य ठाकरे ने ट्वीट पर सफाई देते हुए कहा, "हमारा हिंदुत्व हमेशा से स्पष्ट रहा है। हम हृदय में राम और हाथ को काम देने वाले हिंदुत्व में विश्वास रखते हैं। बीजेपी भले ही 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा देती हो, लेकिन हम इसे असल में निभाते हैं।"

महाराष्ट्र सपा प्रमुख अबू आजमी ने इस मुद्दे पर शिवसेना को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, "शिवसेना ने बाबरी मस्जिद को ढहाने के लिए बधाई देते हुए एक अखबार में विज्ञापन जारी किया और एक्स पर पोस्ट किया। ऐसे में सपा MVA का हिस्सा नहीं रह सकती। जो भाषा शिवसेना बोल रही है, वह बीजेपी से अलग नहीं है।"

सपा के इस कदम से महाविकास अघाड़ी में तनाव बढ़ गया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह राजनीतिक उठापटक आगामी चुनावों पर क्या असर डालती है। शिवसेना और सपा के बीच इस खींचतान ने गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सीरिया को आज़ाद घोषित कर दिया गया है। सेना ने विद्रोहियों के सामने सरेंडर कर दिया है। सीरिया में विद्रोहियों की इस जीत न...
08/12/2024

सीरिया को आज़ाद घोषित कर दिया गया है। सेना ने विद्रोहियों के सामने सरेंडर कर दिया है। सीरिया में विद्रोहियों की इस जीत ने असद शासन के 24 साल लंबे अध्याय को समाप्त कर दिया। सीरिया में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर नियंत्रण कर लिया है और देश को आज़ाद घोषित कर दिया है। 24 साल से सत्ता में काबिज़ राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग चुके हैं। सेना ने विद्रोहियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, और अब पूरे सीरिया की सत्ता पर असद-विरोधी विद्रोहियों का कब्जा हो गया है।

सीरियाई विद्रोहियों ने रविवार को ऐलान किया कि बशर अल असद राजधानी से भाग गए हैं। उन्होंने दमिश्क को आज़ाद घोषित करते हुए कहा, "हम तानाशाह बशर अल असद से दमिश्क शहर को आज़ाद घोषित करते हैं। दुनिया भर में विस्थापित लोगों के लिए एक नया सीरिया इंतजार कर रहा है।" मिलिट्री ऑपरेशंस कमांड ने भी टेलीग्राम पर इस स्वतंत्रता का ऐलान किया। विद्रोहियों ने राजधानी में प्रवेश कर पुलिस मुख्यालय, टीवी नेटवर्क और अन्य सरकारी संस्थानों पर कब्जा कर लिया। दमिश्क की सड़कों पर अब विद्रोहियों के टैंक और तोपों की गूंज सुनाई दे रही है।

सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाज़ी अल-जलाली ने एक रिकॉर्डेड संदेश में कहा कि सरकार किसी भी चुने हुए नेतृत्व के साथ सत्ता हस्तांतरण के लिए तैयार है। उन्होंने जनता से अपील की कि सार्वजनिक संपत्तियों को कोई नुकसान न पहुंचाया जाए। "हम जनता द्वारा चुने गए नेतृत्व को समर्थन देने और सत्ता का सुचारू हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं," अल-जलाली ने कहा।

सीरिया के सशस्त्र विपक्ष का नेतृत्व करने वाले हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने भी विद्रोही बलों को सार्वजनिक संस्थानों को नुकसान न पहुंचाने की अपील की।
उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, "सभी सैन्य बलों को सार्वजनिक संस्थानों से दूर रहना चाहिए। ये संस्थान पूर्व प्रधानमंत्री की देखरेख में रहेंगे जब तक इन्हें औपचारिक रूप से नहीं सौंपा जाता।"

बशर अल असद के भागने के बाद सीरिया की सत्ता का भविष्य अनिश्चित है। तीन संभावित विकल्प सामने हैं: विद्रोही खुद सरकार बनाएंगे. विद्रोहियों ने पूरे देश पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में वे सीरिया की नई सरकार बनाने का दावा कर सकते हैं। अल-जलाली ने विद्रोहियों के साथ सहयोग की बात कही है। यदि विद्रोही किसी समझौते पर सहमत होते हैं, तो अल-जलाली को अस्थायी नेतृत्व सौंपा जा सकता है।

Thanks for being a top engager and making it on to my weekly engagement list! 🎉 Pilu Hathlana, Sandeep Rai, Santosh Sahu...
08/12/2024

Thanks for being a top engager and making it on to my weekly engagement list! 🎉 Pilu Hathlana, Sandeep Rai, Santosh Sahu, Bulu Karmi, Munesh Rathaur, Sanjeev Kumar, Uday Sharma

हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा एक नेता को निष्कासित किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया। चर्चाएं थीं कि नेता ...
07/12/2024

हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा एक नेता को निष्कासित किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया। चर्चाएं थीं कि नेता को पार्टी से इसलिए निकाला गया क्योंकि उनके बेटे की शादी समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक की बेटी से हुई थी। इस विवाद के बीच, बसपा प्रमुख मायावती ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि पार्टी का किसी की शादी से कोई लेना-देना नहीं है।

शादी का विवाद: क्या है पूरा मामला?

बसपा की रामपुर इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सागर के बेटे की हाल ही में शादी आंबेडकर नगर के अलापुर से सपा विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी से हुई। त्रिभुवन दत्त पहले बसपा के नेता थे, लेकिन 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले वे सपा में शामिल हो गए।

इस घटना के बाद खबरें फैलने लगीं कि सुरेंद्र सागर को उनके बेटे की शादी के चलते पार्टी से निकाला गया। इस पर सफाई देते हुए मायावती ने कहा कि बसपा कार्यकर्ता अपनी निजी जिंदगी में स्वतंत्र हैं और पार्टी का उनके रिश्तों से कोई संबंध नहीं है।

मायावती ने इस मामले में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, "पार्टी सदस्यों को बसपा के पूर्व सांसद मुनकाद अली के बेटे की शादी में शामिल होने से रोका गया था, क्योंकि उनकी बेटी सपा के टिकट पर मीरापुर विधानसभा उपचुनाव लड़ी थीं।"

यह शादी सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा और पूर्व सांसद कादिर राणा के बेटे शाह मोहम्मद के बीच हुई थी। मायावती ने बताया कि चूंकि बसपा ने भी इस सीट पर चुनाव लड़ा था, इसलिए शादी में दोनों दलों के बीच टकराव की आशंका थी। इसी कारण बसपा ने सदस्यों को शादी से दूर रहने का निर्देश दिया, लेकिन इसे गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है।

नेताओं के निष्कासन का असली कारण
मायावती ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि सुरेंद्र सागर और रामपुर के मौजूदा जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था।

"उनके आपसी झगड़े ने पार्टी के कामकाज पर बुरा असर डाला। इसलिए दोनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। इसका शादी से कोई लेना-देना नहीं है," मायावती ने कहा।

संबंधों पर बसपा का रुख
मायावती ने जोर देकर कहा कि पार्टी का इस बात से कोई संबंध नहीं है कि पार्टी सदस्य किसके साथ रिश्ते बनाते हैं।

"लोगों को अपनी निजी जिंदगी में स्वतंत्रता है कि वे जहां चाहें, संबंध बना सकते हैं। हालांकि, ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है, जो इस मुद्दे को गलत प्रचारित कर रहे हैं," उन्होंने कहा।

बसपा प्रमुख मायावती ने इस विवाद पर स्पष्ट रुख अपनाते हुए पार्टी की स्थिति स्पष्ट कर दी है।

सर्दियों का मौसम आते ही ठंड से बचने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने की आवश्यकता बढ़ जाती है। ठंड के कारण हमारा शरीर अधिक...
07/12/2024

सर्दियों का मौसम आते ही ठंड से बचने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने की आवश्यकता बढ़ जाती है। ठंड के कारण हमारा शरीर अधिक ऊर्जा खर्च करता है, जिससे इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। ऐसे में हमें अपनी दिनचर्या और खानपान में कुछ बदलाव करने की जरूरत होती है ताकि न केवल शरीर को गर्म रखा जा सके, बल्कि इम्यूनिटी भी मजबूत बनी रहे। आइए जानते हैं सर्दियों में शरीर को गर्म रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के कुछ आसान उपाय।

1. गर्म और पौष्टिक आहार का सेवन करें

सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए आहार का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अपने भोजन में इन चीजों को शामिल करें:

ड्राई फ्रूट्स और नट्स: बादाम, अखरोट, काजू और किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स शरीर को गर्म रखते हैं और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।

घी और गुड़: देसी घी और गुड़ का संयोजन सर्दियों में ऊर्जा बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को गर्म रखने में मदद करता है।

हर्बल चाय और काढ़ा: तुलसी, अदरक, दालचीनी और काली मिर्च से बने हर्बल काढ़े या चाय का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है।

सीजनल सब्जियां और फल: गाजर, मूली, पालक, मेथी और संतरा जैसे फलों का सेवन विटामिन और मिनरल्स के साथ शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करता है।

2. नियमित व्यायाम करें

ठंड में आलस के कारण लोग अक्सर व्यायाम से बचते हैं, लेकिन यह सबसे जरूरी है। नियमित व्यायाम न केवल शरीर को गर्म रखने में मदद करता है, बल्कि यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है। सुबह या शाम को योगा, प्राणायाम या हल्की एक्सरसाइज जरूर करें।

3. गर्म पेय पदार्थों का सेवन बढ़ाएं

ठंड के मौसम में गर्म पेय पदार्थ जैसे सूप, अदरक वाली चाय, हॉट चॉकलेट और हल्दी वाला दूध इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को गर्म भी रखते हैं। ये पेय एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं।

4. लेयरिंग पहनावा अपनाएं

सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए सही कपड़ों का चयन बहुत जरूरी है। लेयरिंग यानी कई परतों में कपड़े पहनें। ऊनी कपड़ों के साथ-साथ थर्मल वियर का इस्तेमाल करें। इससे शरीर का तापमान स्थिर रहता है और ठंड से बचाव होता है।

5. मसालों का उपयोग बढ़ाएं

सर्दियों में अपने खाने में अदरक, लहसुन, दालचीनी, काली मिर्च, हल्दी और सौंठ जैसे गर्म मसालों का उपयोग बढ़ाएं। ये मसाले शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं।

6. पर्याप्त नींद लें

सर्दियों में अच्छी इम्यूनिटी के लिए 7-8 घंटे की नींद बेहद जरूरी है। ठंड के मौसम में शरीर को आराम की अधिक जरूरत होती है। अच्छी नींद शरीर को तनावमुक्त रखती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है।

7. हाइड्रेशन न भूलें

ठंड के मौसम में लोग अक्सर पानी पीना कम कर देते हैं, लेकिन यह गलत है। शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। गुनगुना पानी पिएं या हर्बल टी का सेवन करें। यह न केवल डिहाइड्रेशन से बचाएगा, बल्कि शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में भी मदद करेगा।

8. धूप का लाभ उठाएं

सर्दियों में विटामिन D की कमी इम्यूनिटी को कमजोर कर सकती है। इसलिए हर दिन सुबह या दोपहर की धूप का सेवन करें। धूप न केवल विटामिन D प्रदान करती है, बल्कि शरीर को गर्म रखने में भी मदद करती है।

9. तनाव से बचें

सर्दियों में तनाव लेने से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। खुद को रिलैक्स रखने के लिए मेडिटेशन करें, किताबें पढ़ें, और अपने परिवार के साथ समय बिताएं।

एस्टीरिया एयरोस्पेस ने सेना को एटी-15 वर्टिकल टेकऑफ़ और लैंडिंग ड्रोन की डिलिवरी पूरी कर दी है। भारत में ड्रोन का ये अब ...
07/12/2024

एस्टीरिया एयरोस्पेस ने सेना को एटी-15 वर्टिकल टेकऑफ़ और लैंडिंग ड्रोन की डिलिवरी पूरी कर दी है। भारत में ड्रोन का ये अब तक का सबसे बड़ा कॉनट्रैक्ट था जिसे एस्टीरिया ने पूरा कर दिया है। इसके साथ ही देश, सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर होने की दिशा में एक क़दम और आगे बढ़ गया है। ये ड्रोन आंतरिक सुरक्षा में सहायता करेंगे, साथ ही सीमाओं पर भी ये आसमान में सेना की आंखें बनकर उसकी क्षमताओं में खासी बढ़ोतरी कर सकेंगे।

इस मौके पर एस्टीरिया एयरोस्पेस के निदेशक और सह-संस्थापक नील मेहता ने कहा, “देश में बने एटी-15 सर्वेलेंस ड्रोन रक्षा मंत्रालय को सौंपकर हमने ये दिखाया है कि रक्षा के मामले में ज़रूरतों को पूरा करने के लिए हम पूरा सहयोग करने को तत्पर हैं।”

इस ‘मैन पोर्टेबल’ ड्रोन में कई ख़ासियत हैं। ऊंचे पर्वतीय इलाकों में भी ये ड्रोन काम कर सकते हैं। रात हो या दिन – इसके हाई रेज़ल्यूशन कैमरे साफ़ तस्वीर दिखा सकते हैं। देश की तोपों को अचूक निशाना लगाने में ड्रोन पूरी सहायता करेंगे। इसीलिए एटी-15 ड्रोन देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में देश की सेना के ख़ासे काम आ सकते हैं।

एस्टीरिया एटी-15 ड्रोन में ब्लेंडेड विंग डिज़ाइन है जो स्पीड से उड़ने में मदद करती है, तेज़ हवाओं के बीच भी ये ड्रोन ज़मीन से 6,000 मीटर की ऊंचाई पर बिना किसी दिक्कत के काम कर सकते हैं। छोटी-सी जगह से भी ये ड्रोन उड़ाए जा सकते हैं क्योंकि ये वर्टिकल टेक ऑफ़ और लैंडिंग करते हैं।

एटी-15 का फ़्लाइट टाइम 120 मिनिट है और देखने की रेंज 20 किलोमीटर है। यानि दुश्मन की गतिविधियों पर ये लगातार नज़र बनाए रख सकता है। इस ड्रोन पर ईओ-आईआर पेलोड लगा हुआ है जो ज़ूम करके चीज़ों को करीब से दिखा सकता है, इसीलिए इससे बेहतर इंटेलिजेंस ली जा सकती है। ये हल्का, मज़बूत और ‘मैन पार्टेबल’ है यानि इसको कहीं ले जाने के लिए किसी मशीन की ज़रूरत नहीं है।”

एस्टीरिया एयरोस्पेस के पास बंगलूरू में 28,000 स्कवेयर फ़ुट की डीएसआईआर से अनुमति प्राप्त रिसर्च लैब वाली युनिट है जो भविष्य को ध्यान में रखकर उच्च गुणवत्ता वाले सामान बनाता है।

संविधान सभा के अध्यक्ष, देश के प्रथम राष्ट्रपति, 'भारत रत्न' डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर उन्हें सादर नमन! "भारत के ...
03/12/2024

संविधान सभा के अध्यक्ष, देश के प्रथम राष्ट्रपति, 'भारत रत्न' डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर उन्हें सादर नमन!

"भारत के प्रथम राष्ट्रपति: डॉ. राजेंद्र प्रसाद का प्रेरक जीवन"

डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सिवान जिले के जीरादेई में हुआ था। उनके पिता का नाम महादेव सहाय था। बड़े संयुक्त परिवार में सबसे छोटे होने के कारण वे सभी के लाड़ले थे। अपनी माँ और बड़े भाई महेंद्र से उनका विशेष लगाव था। मात्र 12 वर्ष की आयु में उनके परिवार ने परंपराओं के अनुसार उनकी शादी राजवंशी देवी से कर दी।

डॉ. प्रसाद बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। कलकत्ता विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें 30 रुपये मासिक छात्रवृत्ति मिली। 1902 में उन्होंने कलकत्ता के प्रतिष्ठित प्रेसीडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया। हालाँकि, गोपाल कृष्ण गोखले के "सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी" में शामिल होने के प्रस्ताव को उन्होंने अपने परिवार और शिक्षा के प्रति कर्तव्य निभाने के कारण ठुकरा दिया। यह निर्णय उनके लिए कठिन था और इसका असर उनकी पढ़ाई पर पड़ा, लेकिन उन्होंने अपने लक्ष्य पर पुनः ध्यान केंद्रित किया।

1915 में कानून में स्नातकोत्तर की परीक्षा में स्वर्ण पदक जीतकर वे चमके। इसके बाद उन्होंने कानून में डॉक्टरेट की डिग्री भी पूरी की। 1917 में गांधीजी ने चंपारण सत्याग्रह के लिए उन्हें स्वयंसेवकों के साथ बुलाया। प्रारंभ में गांधीजी से प्रभावित न होने वाले डॉ. प्रसाद समय के साथ उनके साहस, समर्पण और नेतृत्व से अत्यधिक प्रेरित हुए। यह अनुभव उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।

गांधीजी के असहयोग आंदोलन के तहत उन्होंने बिहार में जनता को सरकारी संस्थानों का बहिष्कार करने और खादी अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी वकालत छोड़कर 1921 में पटना में राष्ट्रीय महाविद्यालय की स्थापना की, जो बाद में सदाकत आश्रम में स्थानांतरित हुआ।

1930 में गांधीजी के नमक सत्याग्रह के दौरान उन्होंने बिहार में आंदोलन का नेतृत्व किया। पटना के नखास तालाब में नमक बनाकर उन्होंने ब्रिटिश कानून का विरोध किया। उनकी गिरफ्तारी हुई, लेकिन जनता के समर्थन से आंदोलन और मजबूत हो गया।

सामाजिक सेवा

डॉ. प्रसाद आपदाओं के समय हमेशा मदद के लिए आगे रहे।
1914: बिहार-बंगाल बाढ़ के दौरान राहत कार्य।
1934: बिहार भूकंप के बाद पीड़ितों के लिए भोजन और चिकित्सा सहायता।
1935: क्वेटा भूकंप के पीड़ितों के लिए राहत समितियाँ बनाई।

संविधान सभा और राष्ट्र निर्माण

जुलाई 1946 में उन्हें संविधान सभा का अध्यक्ष चुना गया। 26 जनवरी 1950 को स्वतंत्र भारत के संविधान को लागू करने के साथ वे देश के पहले राष्ट्रपति बने। राष्ट्रपति भवन को उन्होंने भारतीय संस्कृति के अनुरूप बदल दिया और देश-विदेश में शांति और सद्भावना का संदेश दिया।

सेवानिवृत्ति और साहित्यिक योगदान

1962 में 12 वर्षों तक राष्ट्रपति पद पर सेवा देने के बाद, वे सेवानिवृत्त हुए और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपने अनुभवों को विभिन्न पुस्तकों में दर्ज किया, जिनमें शामिल हैं:
चंपारण में सत्याग्रह
भारत विभाजित
आत्मकथा
महात्मा गांधी और बिहार: कुछ यादें
बापू के कदमों में

अंतिम दिन: उन्होंने अपने जीवन के अंतिम दिन पटना के सदाकत आश्रम में बिताए। 28 फरवरी 1963 को उनका निधन हो गया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद, एक साधारण व्यक्तित्व के साथ असाधारण योगदान देने वाले, भारतीय लोकतंत्र के सच्चे शिल्पकार थे।

ऋषभ शेट्टी बनेंगे छत्रपति शिवाजी महाराजराष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ऋषभ शेट्टी जल्द ही द प्राइड ऑफ भारत: छत्रपति शिवाजी महा...
03/12/2024

ऋषभ शेट्टी बनेंगे छत्रपति शिवाजी महाराज

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ऋषभ शेट्टी जल्द ही द प्राइड ऑफ भारत: छत्रपति शिवाजी महाराज में शिवाजी का किरदार निभाते नजर आएंगे। संदीप सिंह द्वारा निर्देशित यह फिल्म 21 जनवरी 2027 को रिलीज होगी। ऋषभ ने कहा, "शिवाजी महाराज का किरदार निभाना मेरे लिए गर्व की बात है।"

Noise Air Clips: नई तकनीक के साथ Noise ने लॉन्च किए Air Clipsलाइफस्टाइल प्रोडक्ट कंपनी Noise ने अपनी नई Open Wireless St...
03/12/2024

Noise Air Clips: नई तकनीक के साथ Noise ने लॉन्च किए Air Clips

लाइफस्टाइल प्रोडक्ट कंपनी Noise ने अपनी नई Open Wireless Stereo (OWS) तकनीक के साथ Noise Air Clips लॉन्च किए हैं। यह लॉन्च Noise Pure Pods के बाद प्रीमियम वियरेबल्स बाजार में एक और अहम उपलब्धि है।

अनूठा डिज़ाइन और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी

Noise Air Clips में C-आकार का सिलिकॉन हुक डिज़ाइन है, जो उपयोगकर्ताओं को डिवाइस पहनते समय अपने आसपास के माहौल के प्रति सचेत रहने देता है। इसकी ओपन-ईयर प्लेसमेंट उपयोग में सुविधा और सुरक्षा दोनों प्रदान करती है।

AirWave Technology से लैस यह डिवाइस विशेष एयर चेंबर्स के जरिए केवल कानों तक ध्वनि पहुंचाता है। इसमें 12mm ऑडियो ड्राइवर दिए गए हैं, जो विस्तृत और स्पष्ट ध्वनि प्रदान करते हैं और आस-पास की आवाज़ को भी सुनने योग्य बनाते हैं।

ब्लूटूथ 5.4 के साथ, यह डिवाइस एक साथ दो गैजेट्स से कनेक्ट हो सकता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को मल्टी-डिवाइस पेयरिंग का बेहतरीन अनुभव मिलता है।

उपयोगकर्ता-केंद्रित डिज़ाइन और सुविधाएं

Noise Air Clips केवल ध्वनि गुणवत्ता तक सीमित नहीं हैं; यह उपयोगकर्ताओं को बेहतरीन लुक और इंटरैक्टिव उपयोग का अनुभव भी देते हैं।

टच कंट्रोल सेंसर के साथ आसानी से उपयोग किए जा सकते हैं।
IPX5 स्प्लैशप्रूफ डिज़ाइन पानी और पसीने से सुरक्षा प्रदान करता है।
स्टाइलिश क्रोम फिनिश और C-शेप सिलिकॉन हुक इसे आकर्षक बनाते हैं।
बैटरी के मामले में, Noise Air Clips के चार्जिंग केस के साथ कुल 40 घंटे का बैकअप मिलता है। इसके अलावा, USB टाइप-C
चार्जिंग और 10 मिनट की InstaCharge से 150 मिनट का प्लेबैक संभव है।

कीमत और उपलब्धता

Noise Air Clips तीन शानदार रंगों— पर्ल ब्लैक, पर्ल व्हाइट, और पर्ल पर्पल में उपलब्ध हैं। इनकी कीमत केवल ₹2,999 है और ये Myntra, Flipkart, Amazon, और GoNoise की आधिकारिक वेबसाइट पर खरीदे जा सकते हैं।

अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर कहा, "देश के जाने-माने शिक्षक श्री अवध ओझा जी आ...
02/12/2024

अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर कहा, "देश के जाने-माने शिक्षक श्री अवध ओझा जी आज आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। उनके अनुभव और दृष्टिकोण से हमारी शिक्षा नीति को नई दिशा मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र में हमारी नीतियों और काम से प्रेरित होकर उन्होंने पार्टी के साथ कदम मिलाया है। हम उनका अपने परिवार में हार्दिक स्वागत करते हैं। बाबा साहब के सपनों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे। अवध ओझा जी के AAP में शामिल होने से देश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। ✒️📚"

अरविंद केजरीवाल ने कहा, "अवध ओझा जी ने लाखों युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर रोजगार और जीवन जीने के लायक बनाया है। उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने से शिक्षा व्यवस्था और सशक्त होगी।"

मनीष सिसोदिया ने अवध ओझा के आप में शामिल होने पर कहा, "करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत और प्रतिष्ठित शिक्षक श्री अवध ओझा जी का आम आदमी पार्टी में तहे दिल से स्वागत है। आपकी विद्वता और मार्गदर्शन से पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी।"

उन्होंने आगे कहा, "हालांकि आम आदमी पार्टी में समय-समय पर कई प्रतिष्ठित लोग शामिल होते रहे हैं, लेकिन श्री अवध ओझा जी का पार्टी में आना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से एक खुशी और गर्व का दिन है। मैंने अपना जीवन शिक्षा के लिए समर्पित किया है, और यदि मुझे राजनीति और शिक्षा में से किसी एक को चुनना हो, तो मैं हर बार शिक्षा को प्राथमिकता दूंगा।"

"अवध ओझा जी ने भी अपना जीवन शिक्षा के लिए समर्पित करने का निर्णय लिया है। उनकी मेहनत और समर्पण ने करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें सही दिशा दिखाई है। उनके पार्टी में आने से हमारे शिक्षा के मिशन को गति और गहराई मिलेगी। अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में अब तक शिक्षा के क्षेत्र में किए गए ऐतिहासिक कार्यों को ओझा जी के जुड़ने से और रफ्तार मिलेगी।"

"आपका साथ हमारे शिक्षा मिशन को और ताकतवर बनाएगा और यह युवाओं और समाज के बेहतर भविष्य की ओर एक ठोस कदम होगा। एक बार फिर, श्री अवध ओझा जी का पार्टी में दिल से स्वागत है!"

ड्यूटी के पहले ही दिन IPS अफसर की दर्दनाक मौतकर्नाटक के हासन जिले से एक दुखद खबर सामने आई है, जहां एक आईपीएस अधिकारी की ...
02/12/2024

ड्यूटी के पहले ही दिन IPS अफसर की दर्दनाक मौत

कर्नाटक के हासन जिले से एक दुखद खबर सामने आई है, जहां एक आईपीएस अधिकारी की ड्यूटी के पहले ही दिन दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब वह अपनी पहली तैनाती पर कार्यभार संभालने जा रहे थे।

मध्यप्रदेश के रहने वाले 2023 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन की दुर्घटना रविवार देर शाम को हुई। वह जिस पुलिस वाहन से हासन जा रहे थे, उस गाड़ी का टायर हासन तालुक के किट्टाने के पास फट गया। इसके बाद चालक ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया, जिससे वाहन सड़क किनारे एक घर और पेड़ से टकरा गया।

पुलिस के अनुसार, वर्धन होलेनरसीपुर में परिवीक्षाधीन सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में ड्यूटी पर रिपोर्ट करने जा रहे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में वर्धन के सिर में गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, गाड़ी के चालक मंजेगौड़ा को मामूली चोटें आईं।

आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन ने हाल ही में मैसूर स्थित कर्नाटक पुलिस अकादमी में चार सप्ताह का प्रशिक्षण पूरा किया था। प्रारंभिक जांच से पता चला कि वाहन का टायर फटने के कारण यह हादसा हुआ। हर्षवर्धन ने इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की थी और 2022-23 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 153वीं रैंक हासिल कर पहली बार में सिविल सेवा परीक्षा पास की थी।

हासन के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद सुजीत और सहायक पुलिस अधीक्षक वेंकटेश नायडू ने अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली।

UP में नए जनपद के लिए अधिसूचना जारी: चार तहसील और 60 से ज्यादा गांवों को मिलाकर बना नया जिला उत्तर प्रदेश अब 75 नहीं, बल...
01/12/2024

UP में नए जनपद के लिए अधिसूचना जारी: चार तहसील और 60 से ज्यादा गांवों को मिलाकर बना नया जिला

उत्तर प्रदेश अब 75 नहीं, बल्कि 76 जिलों वाला राज्य बन गया है। महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एक नए जिले की घोषणा की है। इस नए जिले का नाम "महाकुंभ मेला जनपद" होगा, जिसमें चार तहसील और 67 गांव शामिल होंगे।

नए जिले में विजय किरन आनंद को जिलाधिकारी (DM) और राजेश द्विवेदी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नियुक्त किया गया है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और अन्य सुसंगत धाराओं के तहत, महाकुंभ नगर के जिला कलेक्टर को एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी और अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के सभी अधिकार दिए गए हैं। इसके अलावा, जिला मजिस्ट्रेट को लागू कानूनों के तहत सभी अधिकार प्राप्त होंगे।

महाकुंभ के समय भारी संख्या में श्रद्धालु आने के कारण, मेले के दौरान एक नया जिला घोषित किया जाता है ताकि बेहतर प्रबंधन और व्यवस्था हो सके। इस विशेष जिले की व्यवस्था केवल मेला अवधि के लिए मान्य रहेगी। इस दौरान, नए जिले में प्रयागराज के सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना तहसीलें शामिल होंगी, जो पहले प्रयागराज जनपद का हिस्सा थीं।

तहसील सदर के गांवों के नाम-

कुरेशी पुर उपरहार, कुरेशी पुर उपरहार,
बराही पट्‌टी कछार, बम्हन पट्‌टी कछार
कीटगंज उपरहार, कीटगंज कछार
मुस्तफाबाद मुनकस्मा उपरहार
मुस्तफाबाद मुनकस्मा कछार, अली पट्टी
बस्की कछार, अल्लापुर बस्की कछार
बस्की उपरहार, अल्लापुर बस्की कछार
बघाड़ा जहूरूद्दीन, करनपुर
चकशेरखां कछार, शादियाबाद उपरहार
चांदपुर सलोरी कछार, गोविंदपुर उपरहार
पट्‌टी चिल्ला कछार, आराजी बारूदखाना उपरहार
शादियाबाद कछार, चांदपुर सलोरी उपरहार
आराजी बारूदखाना कछार

तहसील करछना के गांव

मदनुवा उपरहार, मदनुवा कछार
मवैया उपरहार, मवैया कछार
अरैल कछार, अरैल उपरहार
चक सैय्यद अरब दरवेश
माधोपुर उपरहार, माधोपुर कछार
जहांगीराबाद कछार, जहांगीराबाद उपरहार
महेवा पट्‌टी पूरब उपरहार, महेवा पट्‌टी पूरब कछार
महेवा पट्‌टी पश्चिम कछार, मीरखपुर कछार और पूरा परेड क्षेत्र

तहसील सोरांव के गांव-

पड़िला, बेला कछार बारूदखाना और मनसैता

तहसील फूलपुर के गांव-

बेला सैलाबी कछार, औरहा उपरहार
इब्राहिमपुर उपरहार, इब्राहिमपुर कछार
पूरे सूरदास, झूंसी कोहना, हवेलिया
सिहोरी उपरहार, सिहोरी कछार
रसूलपुर कछार, फतेहपुर, चक जमाल
एखलासपुर, रसूलपुर उपरहार
सोनौटी, बदरा, चक फातमा जमीन शेरडीह
उस्तापुर महमूदाबाद उपरहार
उस्तापुर महमूदाबाद कछार व छतनाम कछार

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर की रहने वाली दीपा भाटी ने शादी के 18 साल बाद यूपी पीसीएस परीक्षा पास करके एक प्रेरणादायक मि...
01/12/2024

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर की रहने वाली दीपा भाटी ने शादी के 18 साल बाद यूपी पीसीएस परीक्षा पास करके एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की है। तीन बच्चों की मां दीपा अब अधिकारी बन गई हैं, और उनकी यह सफलता सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

दीपा भाटी नोएडा के कोंडली बांगर गांव की निवासी हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UP PCS) की 2021 परीक्षा पास कर सबको हैरान कर दिया। जब दीपा ने यह परीक्षा पास की, तब उनकी शादी को 18 साल हो चुके थे और उनके तीन बच्चे भी थे। बावजूद इसके, उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए कड़ी मेहनत से यह उपलब्धि हासिल की।

हाल ही में एक इंटरव्यू में दीपा ने अपने संघर्ष की कहानी साझा की। गुर्जर समाज से आने वाली दीपा की शादी बहुत कम उम्र में हो गई थी, लेकिन उनके मन में कुछ बड़ा करने का सपना हमेशा बना रहा। अर्जुन की तरह केवल अपने लक्ष्य पर नजरें टिकाए रखने वाली दीपा ने घर की सारी जिम्मेदारियों के बीच कठिन परीक्षा को पार किया।

बीएड की पढ़ाई करने के बाद दीपा एक स्कूल में शिक्षक की नौकरी करती थीं, लेकिन गले की समस्या के कारण उन्हें यह नौकरी छोड़नी पड़ी। तभी उनके भाई ने उन्हें यूपी पीसीएस की परीक्षा देने की सलाह दी। इस सलाह ने दीपा के अंदर एक नया सपना जगा दिया, और इसके बाद उन्होंने दिन-रात परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। वह यूट्यूब और अन्य ऑनलाइन माध्यमों से टॉपर्स के इंटरव्यू देखतीं और उनसे प्रेरणा लेतीं।

दिनभर घर के कामकाज और बच्चों की देखभाल करने के बाद जो समय मिलता, उसमें दीपा अपनी पढ़ाई में जुट जातीं। इस दौरान घर के कुछ लोग उनका मजाक भी उड़ाते और कहते कि इस उम्र में उन्हें "पढ़ाई का भूत" सवार हो गया है। लेकिन दीपा ने हिम्मत नहीं हारी। जब उन्होंने परीक्षा पास की, तब उनकी सबसे बड़ी बेटी 12वीं कक्षा में, छोटी बेटी 9वीं कक्षा में और बेटा यूकेजी में पढ़ता था। दीपा को परीक्षा में 166वीं रैंक मिली, और उनके इस सफर ने साबित कर दिया कि उम्र या जिम्मेदारियां कभी भी आपके सपनों के रास्ते में बाधा नहीं बन सकतीं, अगर आप मेहनत और समर्पण के साथ आगे बढ़ते रहें।

1 दिसंबर 2024 से कई महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। EPFO के कर्मचारियों के लिए UAN ...
30/11/2024

1 दिसंबर 2024 से कई महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। EPFO के कर्मचारियों के लिए UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) को सक्रिय करने का आज आखिरी दिन है। EPFO की सभी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए UAN को सक्रिय करना अनिवार्य है। आइए जानते हैं कि 1 दिसंबर से और कौन-कौन से बदलाव लागू होने जा रहे हैं -

SBI क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव:
देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), के क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियम 1 दिसंबर से बदल जाएंगे। यदि आप घरेलू खर्च के अलावा डिजिटल गेमिंग प्लेटफॉर्म या मर्चेंट से जुड़े लेन-देन के लिए SBI क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो अब आपको इन पर रिवॉर्ड पॉइंट्स नहीं मिलेंगे।

TRAI के कमर्शियल मेसेज और ओटीपी नियम:
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने कमर्शियल मेसेज और ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) से संबंधित ट्रैसेबिलिटी नियमों को 1 दिसंबर से लागू करने का निर्णय लिया है। पहले इसे 31 अक्टूबर तक लागू किया जाना था, लेकिन टेलीकॉम कंपनियों की मांग पर इसे 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया। इन नए नियमों का उद्देश्य स्पैम और फिशिंग गतिविधियों को रोकना है। हालांकि, इन नियमों के चलते ग्राहकों को ओटीपी की डिलीवरी में कुछ देरी का सामना करना पड़ सकता है।

दिसंबर की बैंक छुट्टियां:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने दिसंबर महीने के लिए बैंक छुट्टियों की सूची जारी कर दी है। दिसंबर में कुल 17 दिन बैंक बंद रहेंगे, जिसमें दूसरे और चौथे शनिवार और रविवार के साप्ताहिक अवकाश भी शामिल हैं। विभिन्न राज्यों के त्योहारों और आयोजनों के अनुसार ये छुट्टियां तय की गई हैं। आप RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर पूरी लिस्ट देख सकते हैं।

UAN एक्टिवेशन की आखिरी तारीख:
भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय ने कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे अपने नए कर्मचारियों के आधार से जुड़े UAN को 30 नवंबर तक सक्रिय कर लें। UAN को सक्रिय करना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि कर्मचारी EPFO की सुविधाओं जैसे भविष्य निधि (PF), पेंशन, बीमा और रोजगार से जुड़े लाभों का फायदा उठा सकें। इसके लिए आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करना जरूरी है। अगर आपने आज तक यह काम नहीं किया, तो आप इन लाभों से वंचित हो सकते हैं।

महिला पायलट सृष्टि तुली की मुंबई में संदिग्‍ध परिस्थितियों में हुई मौत की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में सृष्...
28/11/2024

महिला पायलट सृष्टि तुली की मुंबई में संदिग्‍ध परिस्थितियों में हुई मौत की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में सृष्टि की मौत गला कसने से बताई गई है। मृतका के परिजनों ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में उसके ब्‍वायफ्रेंड ने फ्लैट में चार्जिंग केबिल से बने फंदे में लटककर आत्‍महत्‍या करने की बात बताई हैं। परिजनों ने दावा किया है कि यह सुसाइड नहीं, बल्कि प्लानिंग के तहत हत्या है। क्योंकि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था।

परिजनों ने दावा किया कि पैसे भी बैंक से ट्रांसफर कराए गए और ऐसा लग रहा है कि पैसे ना देने की वजह से उसकी हत्या की गई। इस साजिश में उसका ब्‍वायफ्रेंड और एक महिला पायलट भी शामिल है। पुलिस ने आत्‍महत्‍या के लिए उकसाने के आरोप में उसके ब्‍वायफ्रेंड के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार लिया।

सृष्टि तुली मूल रूप से यूपी के गोरखपुर जिले के आजाद चौक (शिवपुरी कालोनी) की रहने वाली थी। सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली ने बताया कि उनकी भतीजी सृष्टि मुंबई के अंधेरी में रहती थी। रविवार की रात दिल्‍ली से कॉल आया तो उसने बताया कि सृष्टि नहीं रही। लोग घबाराए तो पता चला कि सृष्टि के नंबर पर कॉल करने पर एक लड़की ने कॉल उठाई। वह लड़की भी पायलट है। विवेक तुली में बताया कि वहां जाने पर पता चला कि वह रविवार की रात ड्यूटी के बाद अपने फ्लैट पर पहुंची। इसके बाद उसने अपने दोस्‍त के साथ खाना भी खाया। इसके बाद गोरखपुर में अपने घर मां से बात की।

सृष्टि के बड़े पिता विवेक तुली ने बताया कि घर पर बात करने के अचानक बाद 15-20 मिनट में ऐसा क्या हो गया जो बच्ची घर पर हंसते हुए सबसे बात की और अचानक कैसे सुसाइड कर लिया।

उन्‍होंने बताया कि डाटा केबिल से कोई कैसे पंखे से लटककर कैसे सुसाइड कर सकता है। घर में कोई भी चीज बिखरी हुई नहीं है। टेबल भी सही हाल में मिला है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों के बयान भी अलग-अलग हैं। इसके बाद उन्‍होंने भारतीय न्‍याय संहिता की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया है। पोस्टमार्टम में हैंगिंग से डेथ की बात आई है लेकिन उन्‍हें बिसरा से सारी बात साफ हो जाएगी। उन्‍होंने बताया कि उसके बैंक एकाउंट से पिछले एक माह के रिकार्ड को चेक करने पर पता चला है कि 65 हजार रुपए उसके दोस्त के खाते में भेजे गए हैं। पूरा साल भर का हमने स्टेटमेंट निकालने के लिए बैंक में कहा है। मुझे लगता है कि उसे ब्लैकमेल करके पैसा लिया जा रहा था। पैसे ना देने की वजह से उसकी हत्या हुई है। परिजनों के बताया कि सृष्टि का दोस्त फरीदाबाद का रहने वाला है।

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के खुद सीएम पद की दौड़ से हटने के बाद बीजेपी के उम्मीदवार के लिए रास्ता साफ हो गया है। शिंदे ...
27/11/2024

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के खुद सीएम पद की दौड़ से हटने के बाद बीजेपी के उम्मीदवार के लिए रास्ता साफ हो गया है। शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे, वह उनकी पार्टी को स्वीकार होगा। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है, और अगला मुख्यमंत्री कैबिनेट के साथ विचार-विमर्श करके चुना जाएगा। हम सभी मिलकर निर्णय लेंगे। फडणवीस ने यह भी कहा कि कई लोगों को संदेह था, लेकिन एकनाथ शिंदे ने अब सब कुछ स्पष्ट कर दिया है।

पत्रकार स्वाति गोयल ने कल संभल का दौरा किया, जहां रविवार को न्यायालय के आदेशानुसार सर्वेक्षण के दौरान भारी पथराव हुआ था।...
27/11/2024

पत्रकार स्वाति गोयल ने कल संभल का दौरा किया, जहां रविवार को न्यायालय के आदेशानुसार सर्वेक्षण के दौरान भारी पथराव हुआ था।

स्वाति ने जो बताया, इस प्रकार है:-

"मुझे आश्चर्य हुआ कि संभल में अल्पसंख्यक हिंदू स्थानीय लोग इस संपत्ति को 'श्री हरि हर मंदिर' के नाम से जानते हैं।

पहले इस क्षेत्र के बारे में कुछ जानकारी -

यह मस्जिद, जिसे शाही जामा मस्जिद संभल कहा जाता है, उत्तर प्रदेश के संभल के कोट क्षेत्र में स्थित है। हिंदू और मुस्लिम अपनी-अपनी कॉलोनियों को कोट पूर्वी और कोट पश्चिमी (अरबी में पश्चिम को 'घरब' कहा जाता है) के रूप में संदर्भित करते हैं।

2011 की जनगणना में संभल में हिंदू आबादी 22% थी। कोर्ट में, हिंदुओं ने बताया कि वे 10% से भी कम हैं।

अनिल टंडन, जो 66 साल के हैं और कोट पूर्वी के जीवनभर के निवासी हैं, ने कहा कि उनका परिवार हमेशा इस संपत्ति को हरि हर मंदिर के नाम से पुकारता था।

उनके अनुसार, जामा मस्जिद हालिया निर्माण है, और पहले यहां हरि हर मंदिर हुआ करता था। जब अनिल 8 साल के थे, तो उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ इस स्थल का दौरा किया, क्योंकि वे मंदिर के अंदर देखना चाहते थे, जो हमेशा चर्चा का विषय रहा था।

उस समय, हिंदू अब भी परिसर में प्रवेश कर सकते थे क्योंकि मस्जिद पक्ष ने अभी तक आज जैसे विशाल दीवारें नहीं बनाई थीं। अंदर, उन्हें एक कमरा याद है जो बंद था (इस पर बाद में बात करेंगे)। और एक पानी का कुंड भी था।

अरविंद अरोड़ा, 75, जिनके पिता 1947 में लाहौर से यहां आए थे, ने कहा कि उनके परिवार ने जब यहां आए, तो इस स्थल को 'हरि हर मंदिर' के रूप में जाना।

मैंने यह भी पाया कि इस क्षेत्र में कई पंजाबी परिवार रहते हैं, जिन्हें विभाजन के दौरान विस्थापित किया गया था। अरविंद जी ने बताया कि "जनसंख्या के कारण माहौल बिगड़ने" के कारण वे तेजी से यहां से जा रहे हैं।

दूसरे वीडियो में वह बताते हैं कि 1947 में विस्थापित परिवार संभल में कैसे पहुंचे।

मुनी देवी, 90, ने याद किया कि मस्जिद के मुख्य गेट के बाहर के कुएं का इस्तेमाल उन्होंने जैसे-नवजातों के लिए कुआं पूजन जैसी रस्मों के लिए किया था। उनके सभी बच्चों के लिए कुआं पूजन इसी कुएं पर हुआ था।

बाद में, मस्जिद प्रबंधकों ने कुएं को ढक दिया और इसके ऊपर दीवार बना दी, जिससे इसका आधा हिस्सा मस्जिद के अंदर चला गया।

मुनी देवी की बात सुनिए। साथ ही उस कुएं की तस्वीर भी जोड़ रहा हूं, जहां अब पुलिस पहरा दे रही है, जिसे स्थानीय लोग उसी कुएं के रूप में बताते हैं।

एक और निवासी (57) को याद है कि जब वे बच्चे थे, तो परिसर के बाहर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक पट्टिका देखी थी।

उन्होंने कहा कि मस्जिद प्रबंधकों ने उसे हटा दिया है। उनका मानना है कि नमाज़ की अनुमति ASI द्वारा दी गई थी, न कि यह स्थायी अधिकार था।

कई बुजुर्ग स्थानीय लोगों ने इसी भावना को दोहराया।

कमल गंभीर, 50, जिनका परिवार मुल्तान से आया था, इस स्थल को हरि हर मंदिर के रूप में पहचानते हैं, लेकिन इसका पुनः दावा करने का विरोध करते हैं।

"इससे हिंसा, कर्फ्यू, इंटरनेट बंदी और व्यापार प्रभावित होता है," उन्होंने कहा।

मेरे अवलोकन के अनुसार, जहां क्षेत्र के बुजुर्ग और युवा हिंदू मंदिर को फिर से पाने का समर्थन करते हैं, वहीं अन्य लोग इससे होने वाले अशांति की चिंता करते हैं।

अब देखते हैं कि विष्णु जैन और अन्य द्वारा दायर मुख्य याचिका में क्या दावे किए गए हैं।

उनका कहना है कि संरचना ASI की संपत्ति है, जिसे मस्जिद समिति ने अतिक्रमण कर लिया है।

उनकी याचिका में कहा गया है कि:

ASI ने संपत्ति के रखरखाव के लिए कुछ नहीं किया है, और मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने इसका लाभ उठाकर पूरी संपत्ति पर कब्जा कर लिया है।

कुछ लोगों ने इम्तेजामिया शाही जामा मस्जिद कमेटी नामक एक समिति बनाई है और वे किसी भी सार्वजनिक व्यक्ति को संपत्ति तक पहुंचने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। खुद विष्णु जैन को अगस्त में स्वतंत्र रूप से प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी।

मस्जिद पक्ष ASI को भी इसे नियंत्रित करने से रोक रहा है।

मस्जिद पक्ष ने संपत्ति के एक हिस्से को बिना किसी अधिकार के बंद कर दिया है।

याचिका में संपत्ति से संबंधित ऐतिहासिक तथ्यों का भी उल्लेख है। मैं यहां ASI के 1875-1876 के सर्वेक्षण के अंश जोड़ रहा हूं, जिसमें बताया गया है कि मस्जिद एक मौजूदा मंदिर पर बनाई गई थी।

अंत में, मस्जिद के पीछे की ओर के कुछ दृश्य जोड़ रहा हूं, जो मुस्लिम-बहुल क्षेत्र है और जहां रविवार को हिंसा हुई थी।

कल यह गली खाली थी, केवल सुरक्षा कर्मियों के अलावा, क्योंकि पुलिस फुटेज के माध्यम से पत्थरबाजों की पहचान कर रही थी। कई घर बंद थे और जो लोग बाहर चल रहे थे, वे बात करने के लिए तैयार नहीं थे।"

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