Hans Katha Masik

Hans Katha Masik देश की सबसे अधिक पढ़ी जानी वाली साहित्यक पत्रिका
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हंस सीपिया फाइल्स: मेरी ओर से सब ______________________________बाएं से : राजेन्द्र यादव, अशोक वाजपेयी एवं अल्पना मिश्र__...
15/01/2025

हंस सीपिया फाइल्स: मेरी ओर से सब
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बाएं से : राजेन्द्र यादव, अशोक वाजपेयी एवं अल्पना मिश्र
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'हंस सीपिया फ़ाइल्स' के बारे में :

हमारे पास एल्बम में कुछ ऐसी यादें हैं जिन्हें हम आपसे साझा करना चाहते हैं। हमने अपने पाठकों और रचनाकारों के अथक सहयोग और जुड़ाव के चलते विचार किया कि उनमें से कुछ यादगार तस्वीरों को आप सभी के लिए सार्वजनिक किया जाए। इसी के मद्देनज़र हम शुरू कर रहे हैं यह विशेष ऑनलाइन शृंखला 'हंस सीपिया फ़ाइल्स'। यदि आपके पास भी साहित्यकारों से जुड़ी कोई पुरानी तस्वीर या हंस से जुडी कोई पुरानी तस्वीर है तो वह हमें भेजें। हम चुनाव कर साभार तस्वीर को इस शृंखला में अवश्य जोड़ेंगे।

आपके आत्मीय सहयोग का आकांक्षी,

हंस परिवार
Alpana Mishra

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एक बार फिर से पूर्व निर्धारित ‘हंस कथा परिचर्चा’ का आयोजनयह परिचर्चा पिछली बार ख़राब मौसम की वजह से स्थगित करनी पड़ी थी,...
15/01/2025

एक बार फिर से पूर्व निर्धारित ‘हंस कथा परिचर्चा’ का आयोजन

यह परिचर्चा पिछली बार ख़राब मौसम की वजह से स्थगित करनी पड़ी थी, इसलिए अब पुनः उसी जगह, उन्हीं शानदार और गंभीर वक्ताओं के साथ आयोजित इस परिचर्चा में आपकी प्रतीक्षा रहेगी।
आयोजन से जुड़ी सूचनाएं निम्नलिखित हैं:
हंस कथा परिचर्चा : एक दुनिया समानान्तर
कहानी ‘भीतर बहुत भीतर’
रचनाकार: विवेक मिश्र
(‘हंस’ सितंबर 2024 अंक में प्रकाशित)

वक्ता :
महेश दर्पण
प्रत्यक्षा
सुजाता
संजीव कुमार
एवं
विवेक मिश्र

सूत्रधार : तान्या लाम्बा

दिनांक : 14 फरवरी 2025 (शुक्रवार)
समय : दोपहर 2 बजे
स्थान: ‘हंस’ पत्रिका कार्यालय, 4229/1,
अक्षर प्रकाशन प्रा. लि., अंसारी रोड, दरियागंज, नई दिल्ली- 110002
नज़दीकी मेट्रो स्टेशन : दिल्ली गेट

फेसबुक पेज- Hans Katha Masik
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उनका अपना सबका ‘हंस’ 👥नए वर्ष की पहली आमद यानी ‘हंस’ जनवरी 2025 अंक के साथ आलोचक पल्लव।तस्वीर : ‘हंस’ कार्यालयअंक यहां स...
15/01/2025

उनका अपना सबका ‘हंस’ 👥

नए वर्ष की पहली आमद यानी ‘हंस’ जनवरी 2025 अंक के साथ आलोचक पल्लव।
तस्वीर : ‘हंस’ कार्यालय
अंक यहां से डाउनलोड। करें- https://bit.ly/40mZXni
सदस्यता लेने के लिए या अन्य जानकारी के लिए हमें इस नंबर पर संपर्क करें - 9560685114 या ईमेल करें - [email protected]
धन्यवाद

Pallav

#हिंदीसाहित्य #उनकाअपनासबकाहंस

14/01/2025

नए साल पर नई उम्मीदें

साथियो! बीते साल की हमारी साहित्यिक यात्रा आप सबके सहयोग से सुखद रही, पिछले वर्ष जो पुस्तकें प्रकाशित हुईं उनकी सूचनाओं को ताज़ा-तरीन करते हुए, नई पुस्तकों की आहट और आगामी ‘विश्व पुस्तक मेला’ में सभी पुस्तकों की उपलब्धता को आश्वस्त करते हुए, यह विशेष वीडियो आप सभी पाठकों को संबोधित… इस वर्ष भी आप सबका रचनात्मक एवं सृजनात्मक सहयोग बना रहे।

सादर
Tekchand Du Prakriti Kargeti Yogita Yadav Pankaj Subeer Kailash Wankhede Pratyaksha Rachana Yadav Sanjay Sahay

#हिंदीसाहित्य #विश्वपुस्तकमेला2025 #अभीदिल्लीदूरहै #पुरुस्कृतकहानियां #मेरीतेरीउसकीबात

सुप्रसिद्ध शायर कैफ़ी आज़मी की जयंती पर सादर नमन     #हिंदीसाहित्य
14/01/2025

सुप्रसिद्ध शायर कैफ़ी आज़मी की जयंती पर सादर नमन

#हिंदीसाहित्य

“प्रेम करने के लिएलौटना ही पड़ेगा बार-बारजो न लौटने की जिद में अड़े रहते हैंवे जहां हैं, वहीं पड़े रहते हैं”- राधेश्याम तिव...
13/01/2025

“प्रेम करने के लिए
लौटना ही पड़ेगा बार-बार
जो न लौटने की जिद में अड़े रहते हैं
वे जहां हैं, वहीं पड़े रहते हैं”

- राधेश्याम तिवारी
कविता : ‘लौटना’ से
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यह कविता जनवरी 2025 अंक में प्रकाशित हुई है, पूरी कविता एवं अन्य सामग्री पढ़ने के लिए अंक डाउनलोड करें।

डाउनलोड लिंक- https://bit.ly/40mZXni
#हिंदीसाहित्य #कविता

शमशेर बहादुर सिंह की जयंती पर सादर नमन   #शमशेरबहादुर
13/01/2025

शमशेर बहादुर सिंह की जयंती पर सादर नमन
#शमशेरबहादुर

"मैं अश्वमेध के घोड़े के समान पृथ्वी को रौंदते हुए विजेता होने का भ्रम नहींपंखों में आकाश का सपना पावों में पृथ्वी को सह...
12/01/2025

"मैं अश्वमेध के घोड़े के समान
पृथ्वी को रौंदते हुए
विजेता होने का भ्रम नहीं
पंखों में आकाश का सपना
पावों में पृथ्वी को सहलाने का एहसास हूं
समुद्रों, नदियों, पहाड़ों को अगोरता एक हरकारा हूं "

कविता : 'हरकारा' से

~ सत्येन्द्र कुमार
(‘हंस’ जनवरी 2025 अंक में प्रकाशित )
अंक यहां से डाउनलोड करें- https://bit.ly/40mZXni
Satyendra Kumar

#हिंदीसाहित्य

#हिंदीसाहित्य

दूधनाथ सिंह की पुण्यतिथि पर सादर नमन   #दूधनाथसिंह    #पुण्यतिथि  #हिंदीसाहित्य
12/01/2025

दूधनाथ सिंह की पुण्यतिथि पर सादर नमन
#दूधनाथसिंह #पुण्यतिथि #हिंदीसाहित्य

“उसे छिपकली क्यों कहते हैं? उसे तो झुरझुरी कहना चाहिए क्योंकि उसे देखे बिना, उसके बारे में सोचने भर से शरीर में झुरझुरी ...
11/01/2025

“उसे छिपकली क्यों कहते हैं? उसे तो झुरझुरी कहना चाहिए क्योंकि उसे देखे बिना, उसके बारे में सोचने भर से शरीर में झुरझुरी पैदा होती है।”
-प्रकृति करगेती
कहानी : ‘झुरझुरी’ से
(‘हंस’ जनवरी 2025 अंक में प्रकाशित )
अंक यहां से डाउनलोड करें- https://bit.ly/40mZXni
Prakriti Kargeti
#हिंदीसाहित्य

विश्व पुस्तक मेला-2025आइए! मिलते हैं।‘हंस’ के स्टॉल पर आपकी प्रतीक्ष रहेगी।Rachana Yadav Sanjay Sahay  #विश्वपुस्तकमेला2...
11/01/2025

विश्व पुस्तक मेला-2025

आइए! मिलते हैं।
‘हंस’ के स्टॉल पर आपकी प्रतीक्ष रहेगी।
Rachana Yadav Sanjay Sahay #विश्वपुस्तकमेला2025 #हिंदीसाहित्य

“ सुंदर स्त्रियों की कहानियों के अतिरिक्त यदि कुछ कथाएं शेष रह जाती हैं तो वह सती-सावित्री जैसी आदर्श एवं पतिव्रता स्त्र...
10/01/2025

“ सुंदर स्त्रियों की कहानियों के अतिरिक्त यदि कुछ कथाएं शेष रह जाती हैं तो वह सती-सावित्री जैसी आदर्श एवं पतिव्रता स्त्रियों के हिस्से है।”
-समरेन्द्र सिंह
(पुस्तक : ‘अतीत होती सदी और स्त्री का भविष्य’ खंड-1 से)
यह किताब हमारी वेबसाइट hanshindimagazine.in ऐमज़ॉन और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है,
किताब नीचे दिए हुए लिंक से प्राप्त करें -
वेबसाइट- https://bit.ly/3O2Qd8U
ऐमज़ॉन- https://bit.ly/3RUc1YW
फ्लिपकार्ट- https://bit.ly/3KJJdMn
अन्य जानकारी के लिए हमें इस नंबर पर संपर्क करें - 9560685114 या ईमेल करें - [email protected]

आप सभी को विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ     #हिंदीसाहित्य  #विश्वहिंदीदिवस
10/01/2025

आप सभी को विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

#हिंदीसाहित्य #विश्वहिंदीदिवस

“हमारी क्या औकात जो अजगरों के सामने चूं भी कर सकें। हमारी औरतें इनके दरवाजे से गुजरती हैं, तो अपने पांव की चप्पल सिर पै ...
10/01/2025

“हमारी क्या औकात जो अजगरों के सामने चूं भी कर सकें। हमारी औरतें इनके दरवाजे से गुजरती हैं, तो अपने पांव की चप्पल सिर पै रख लेवे हैं।”
- श्यौराज सिंह ‘बेचैन’

कहानी : ‘गुस्ताख’ से
(‘हंस’ जनवरी 2025 अंक में प्रकाशित )

अंक यहां से डाउनलोड करें- https://bit.ly/40mZXni
Sheoraj Singh Bechain
#दलित #दलितसाहित्य

“स्त्री-आंदोलन का पहला पक्ष है वर्चस्व विहीन समाज की स्थापना।”प्रभा खेतान पुस्तक : ‘स्त्री-भूमंडलीकरण : पितृ-सत्ता के नए...
09/01/2025

“स्त्री-आंदोलन का पहला पक्ष है वर्चस्व विहीन समाज की स्थापना।”
प्रभा खेतान
पुस्तक : ‘स्त्री-भूमंडलीकरण : पितृ-सत्ता के नए रूप’ (खंड-1)

यह पुस्तक हमारी वेबसाइट, एमेज़न एवं फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध है।
वेबसाइट से खरीदें- https://bit.ly/3Hgtm7z
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फ्लिपकार्ट- https://bit.ly/3Swkhxm
Prabha Khaitan Foundation #प्रभाखेतान #हिंदीसाहित्य

साथियो! ‘हंस’ की वेबसाइट पर ‘अपना मंच’ नाम से ब्लॉग की शुरुआत हो रही है।यहाँ वो रचनाएँ साझा की जाएँगी जहाँ साहित्यकारों ...
09/01/2025

साथियो!
‘हंस’ की वेबसाइट पर ‘अपना मंच’ नाम से ब्लॉग की शुरुआत हो रही है।
यहाँ वो रचनाएँ साझा की जाएँगी जहाँ साहित्यकारों ने अपना मन लिखा। जहाँ रचनाओं में सहमति-असहमति के तर्क भी होंगे और गंभीर विषयों पर गहन शोध के साथ लिखे गए संवेदनशील-प्रगतिशील विचार भी। ठोस वैचारिकी और साहित्य से जुड़े तमाम पुराने-नए दिलचस्प और रोचक रचनाएं निश्चित ही आपको पसंद आयेंगे। इसी आशा के साथ, जल्द हाज़िर होगा आपका ‘अपना मंच’।
#हिंदीसाहित्य #हंसअपनामंच #हिंदीब्लॉग #अपनामंच

“क्या सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन अपराध की श्रेणी में आता है? फिर संविधान में प्रदत्त अधिकार क्या महज किताबी हैं और...
09/01/2025

“क्या सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन अपराध की श्रेणी में आता है? फिर संविधान में प्रदत्त अधिकार क्या महज किताबी हैं और नागरिकों को उनके प्रयोग की अनुमति नहीं है?”
-शैलेन्द्र सागर
कहानी : ‘संगीन जुर्म’ से
(‘हंस’ जनवरी 2025 अंक में प्रकाशित )

हंस जनवरी 2025 अंक यहां से डाउनलोड करें- https://bit.ly/40mZXni
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“बूढ़े को योजनाओं से प्यार था। वह हर किसी के लिए योजना बना सकता था। भिखारी से लेकर खरबपति तक के लिए उसके पास योजनाएं थीं।...
08/01/2025

“बूढ़े को योजनाओं से प्यार था। वह हर किसी के लिए योजना बना सकता था। भिखारी से लेकर खरबपति तक के लिए उसके पास योजनाएं थीं।”

-असग़र वजाहत
पुस्तक : ‘आत्म-तर्पण’ से
पुस्तक यहां से ऑर्डर करें- https://bit.ly/3bp9Vxi
एमेजन से ऑर्डर करें- https://amzn.to/3JcG6x8
फ्लिपकार्ट से ऑर्डर करें- https://bit.ly/3ndXkmK

Asghar Wajahat #हिंदीसाहित्य

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Akshar Prakashan, Pvt. Ltd. , 4229/1, Ansari Road, Daryaganj
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