09/09/2020
👁️शानदार व जानदार कथन👁️
🙉शब्दों की गहराई समझने की कोशिश करें।
🌹पैर की मोच
और
छोटी सोच , 👈
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।
😔😔😔😔😔😔😔
✍️टूटी कलम
और
औरो से जलन , 👈
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
😔😔😔😔😔😔😔
🌹काम का आलस
और
पैसो का लालच , 👈
हमें महान
बनने नहीं देता ।
😔😔😔😔😔😔😔
🌹दुनिया में सब चीज
मिल जाती है,......
केवल अपनी गलती 👈
नहीं मिलती..
😔😔😔😔😔😔😔
🌹जितनी भीड़ ,
बढ़ रही
ज़माने में........।
लोग उतनें ही , 👈
अकेले होते
जा रहे हैं......।।।
😔😔😔😔😔😔😔
🌹🤔इस दुनिया के
लोग भी कितने
अजीब है ना ; 👈
सारे खिलौने
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं........
😔😔😔😔😔😔😔
👣किनारे पर तैरने वाली
लाश को देखकर
ये समझ आया........
बोझ शरीर का नहीं 👈
साँसों का था.....
तो फिर घमंड़ शरीर पर कैसा?
😔😔😔😔😔😔
🕺सफर का मजा लेना हो,तो साथ में सामान कम रखिए।
और
🌹जिंदगी का मजा लेना है, 👈
तो दिल में अरमान कम रखिए ।।
👌👌👌😇😇
🎅तज़ुर्बा है मेरा....
मिट्टी की पकड़ मजबूत होती है । 👈
🏂संगमरमर पर तो हमने .....
🤸पाँव फिसलते देखे हैं...।
👌👌👌😇😇
जिंदगी को इतना सीरियस लेने की जरूरत नहीं,
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नहीं जायेगा।
जिनके पास सिर्फ सिक्के थे 👈
वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....
जिनके जेब में नोट थे, वो छत तलाशते रह गए...
👌👌👌👌👌
पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है;
लेकिन इंसान.... 👈
पैसा ऊपर नहीं ले जा सकता......
👌👌👌👌👌
कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़.... 👈
लगभग सब घरों में....
एक जैसी ही होती है।
🤔👌👌🙄😏
इंसान की चाहत है कि उड़ने को पर ( पंख) मिले,
और 👈
परिंदे सोचते हैं कि रहने को
घर मिले...
👌👌👌😇😇
कर्मो से ही पहचान होती है इंसानों की...
महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी.... 👈
पहनते हैं दुकानों में !!..