Junaid Aalam

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16/12/2024

वालिदैन दुनिया में सबसे बड़ी ने़मत हैं। अगर मां ना हो, तो दिल को दिलासा देने वाला कोई नहीं होता।
और अगर बाप ना हो, तो जिंदगी की दौड़ में अच्छा मशवरा देने वाला कोई नहीं होता।

15/12/2024

ऐसे कौन से सहाबी हैं, जिन्होंने अपनी मां की खिदमत की और हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हजरत अली ओर हजरत उमर से कहा, कि दुआ कराना उनसे? 🤔

15/12/2024

ऐ अर्से फर्श के मालिक!
हम बुरे जरूर हैं गुनहगार जरूर हैं, पर तू हमारे दिलों का हाल जानता है, और हमें अपने नेक बंदो में शामिल कर दे !
🤲🤲🤲🤲🤲

14/12/2024

दुनिया में जितने भी लोग बीमार हैं,
अल्लाह सबको शिफा अता फरमाए, जितने परेशान हैं, सबकी परेशानियां दूर फरमाए!

14/12/2024

में आपको नमाज पढ़ने की दावत देता हुं, क्या आप को कुबूल है...?

तब्लीगी जमात के मशहूर शख्सियत एबिट लियो आजकल इंडिया में हैंतबलीग में जुड़ने के बाद इन्होंने बेहयाई और गुमराही में मूल्वव...
13/12/2024

तब्लीगी जमात के मशहूर शख्सियत एबिट लियो आजकल इंडिया में हैं
तबलीग में जुड़ने के बाद इन्होंने बेहयाई और गुमराही में मूल्ववीस बहुत से इंसानों को इन्होंने राह ए हक़ दिखाया है... ❤️❤️

13/12/2024

जब आपको लगे, कि सभी रास्ते बंद हो चुके हैं आपके लिए, तो अल्लाह के रास्ते पर चल पड़ो_________ अल्लाह के घर का दरवाज़ा कभी बंद नहीं होता।☝️

12/12/2024

या अल्लाह दुनिया में जितने भी लोग बीमार हैं, उन सब को शिफा अता फरमा!
🤲आमीन🤲

11/12/2024

या अल्लाह जो अपनी मस्जिदों के लिए शहीद हुए हैं, उनकी शहादत को कुबूल फरमा!
🤲🏻آمیـــــــــــــن🤲🏻

11/12/2024

हमारी बर्बादी की एक वजह ये भी है, कि हमने सुबह सुबह कुरआन मजीद खोलने के बजाए, मोबाईल खोलना शुरू कर दिया। 😢

10/12/2024

गुनाह नहीं छुटते तो तौबा भी ना छोड़ो इंशा अल्लाह एक दिन तौबा की बरकत से गुनाह भी छुट जाएँगे..!!

09/12/2024

ऐ अल्लाह!
मेरे मुश्किल वक्त में मेरी मदद फरमा,
मेरी जिंदगी को अपने हुक्म के मुताबिक ढाल दे, मेरे मालिक !आमीन ।
🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲

09/12/2024

हिंदुस्तान सहित दुनिया भर में सबसे ज़्यादा रखा जाने वाला लड़को में नाम मुहम्मद है।
लगभग 15 करोड़ लड़को के नाम #मुहम्मद है।
#सर्वे_रिपोर्ट

08/12/2024

अल्लाह के महबूब ﷺ ने फरमाया है, फारस के बाद कोई फारस नहीं! आज अल्लाह ने इस क़ौल की भी लाज रख ली।
मुल्क-ए-शाम की फतह मुबारक हो।

इस्लाम में मर्द और औरत के अधिकार (हुकूक) इंसानियत, न्याय और समानता के आधार पर स्थापित किए गए हैं। कुरआन और हदीस में मर्द...
07/12/2024

इस्लाम में मर्द और औरत के अधिकार (हुकूक) इंसानियत, न्याय और समानता के आधार पर स्थापित किए गए हैं। कुरआन और हदीस में मर्द और औरत दोनों के लिए अलग-अलग भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का जिक्र किया गया है, जो समाज और परिवार में संतुलन बनाए रखने के लिए हैं।

औरतों के हुकूक (अधिकार)

1. सम्मान और गरिमा का अधिकार
इस्लाम औरतों को उच्च दर्जा और सम्मान देता है। उन्हें सामाजिक, पारिवारिक और व्यक्तिगत जीवन में आदरपूर्ण स्थान प्रदान किया गया है।

"हमने आदम की संतान को इज्जत बख्शी।" (कुरआन, 17:70)

2. शिक्षा का अधिकार
इस्लाम में मर्द और औरत दोनों के लिए शिक्षा अनिवार्य है।

पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व.) ने फरमाया: "इल्म हासिल करना हर मुसलमान (मर्द और औरत) पर फर्ज है।"

3. विवाह में सहमति का अधिकार
किसी भी महिला का विवाह उसकी सहमति के बिना नहीं किया जा सकता।

"औरत का निकाह उसकी मर्जी के बिना जायज नहीं।" (हदीस)

4. मालिकाना हक
औरत को संपत्ति रखने, कमाने और खर्च करने का पूरा अधिकार है।

"पुरुषों के लिए उनके हिस्से हैं और औरतों के लिए उनके हिस्से हैं।" (कुरआन, 4:32)

5. विरासत का अधिकार
इस्लाम में औरतों को विरासत में हिस्सेदारी का अधिकार दिया गया है।

"पुरुषों के लिए उनके माता-पिता और रिश्तेदारों की छोड़ी हुई चीजों में हिस्सा है और औरतों के लिए भी।" (कुरआन, 4:7)

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मर्दों के हुकूक (अधिकार)

1. नेतृत्व का अधिकार
मर्द को घर का प्रमुख माना गया है, लेकिन यह जिम्मेदारी न्याय और करुणा के साथ निभाने का आदेश है।

"पुरुष औरतों पर काबिज हैं, क्योंकि अल्लाह ने उन्हें कुछ मामलों में दूसरे पर फजीलत दी है।" (कुरआन, 4:34)

2. रोज़गार और सुरक्षा की जिम्मेदारी
मर्द को परिवार के भरण-पोषण और सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।

"मर्दों पर उनकी पत्नियों की देखभाल का फर्ज है।" (हदीस)

3. विवाह में इज्जत और अधिकार
पति को यह अधिकार है कि पत्नी उसके साथ वफादारी करे और घर के मामलों में सहयोग दे।

"औरतें तुम्हारी पोशाक हैं और तुम उनकी पोशाक हो।" (कुरआन, 2:187)

4. इंसाफ और करुणा का फर्ज
मर्दों को अपनी पत्नियों और परिवार के साथ न्याय और करुणा से पेश आने का आदेश दिया गया है।

"उनसे भलाई के साथ रहो।" (कुरआन, 4:19)

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समान अधिकार

1. इबादत का हक
मर्द और औरत दोनों को इबादत करने और अल्लाह के करीब होने का समान अधिकार है।

"जो मर्द और औरत नेक अमल करेंगे, उन्हें उनका इनाम दिया जाएगा।" (कुरआन, 16:97)

2. सज़ा और इनाम में समानता
गुनाह और नेकी के मामले में मर्द और औरत बराबर हैं।

"हर आत्मा को उसकी कमाई के अनुसार बदला मिलेगा।" (कुरआन, 74:38)

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निष्कर्ष

इस्लाम में मर्द और औरत दोनों को उनके स्वाभाविक और सामाजिक कर्तव्यों के आधार पर अधिकार दिए गए हैं। ये अधिकार पारिवारिक और सामाजिक जीवन में संतुलन और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।

07/12/2024

कायनात में कोई किसी का इतनी शिद्दत से इंतज़ार नही करता,
जितना कि अल्लाह अपने बन्दे की तौबा का करता है।

इंग्लैंड में "मोहम्मद" नाम की बढ़ती लोकप्रियता कई सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कारणों से जुड़ी हुई है। इसके पीछे मुख्य...
07/12/2024

इंग्लैंड में "मोहम्मद" नाम की बढ़ती लोकप्रियता कई सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कारणों से जुड़ी हुई है। इसके पीछे मुख्य कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

1. मुस्लिम आबादी का बढ़ना

इंग्लैंड में मुस्लिम समुदाय की आबादी तेजी से बढ़ रही है, खासतौर पर प्रवासियों और शरणार्थियों की वजह से। दक्षिण एशिया (भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश) और मध्य पूर्व से आए प्रवासी परिवार अपने बच्चों को पारंपरिक नाम देना पसंद करते हैं, और "मोहम्मद" इस्लाम धर्म में एक महत्वपूर्ण नाम है।

2. धार्मिक महत्व

इस्लाम धर्म में पैगंबर मोहम्मद का नाम सबसे पवित्र और आदरणीय माना जाता है। मुस्लिम परिवार अपने बच्चों को यह नाम देने को एक आशीर्वाद मानते हैं।

3. नाम की विविधता

"मोहम्मद" नाम के कई उच्चारण और वर्तनी (जैसे Muhammad, Mohammed, Mohammad) होते हैं, जो इसे आंकड़ों में और भी सामान्य बना देते हैं। यही कारण है कि यह नाम विभिन्न रूपों में लोकप्रिय हो रहा है।

4. मल्टीकल्चरल समाज का प्रभाव

इंग्लैंड एक बहु-सांस्कृतिक देश है, जहां विभिन्न समुदायों के लोग रहते हैं। मुस्लिम समुदाय के बढ़ते प्रभाव और उनकी सांस्कृतिक पहचान ने इस नाम को व्यापक स्तर पर देखा और सुना है।

5. पारिवारिक परंपरा

मुस्लिम परिवारों में यह आम है कि परिवार की परंपरा को जारी रखने के लिए बच्चों के नाम "मोहम्मद" रखे जाएं।

सांख्यिकीय डेटा

इंग्लैंड और वेल्स में 2023 के आंकड़ों के अनुसार, "मोहम्मद" विभिन्न वर्तनी रूपों के साथ लड़कों के सबसे लोकप्रिय नामों में से एक है। इसकी लोकप्रियता मुस्लिम परिवारों की जन्म दर और उनके पारंपरिक नाम रखने की प्रवृत्ति को दर्शाती है।

निष्कर्ष

"मोहम्मद" नाम की लोकप्रियता इंग्लैंड में प्रवासी मुस्लिम समुदाय की बढ़ती संख्या और उनकी धार्मिक परंपराओं का परिणाम है। यह इंग्लैंड के बदलते सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्य को भी दर्शाता है।

बाबरी मस्जिद पे हाथोड़ा से वार करने वाले शख्स का नाम बलवीर सिंह था जिन्होंने फिर इस्लाम धर्म को कबूल किया उनका नाम मोहम्...
06/12/2024

बाबरी मस्जिद पे हाथोड़ा से वार करने वाले शख्स का नाम बलवीर सिंह था जिन्होंने फिर इस्लाम धर्म को कबूल किया उनका नाम मोहम्मद आमिर हुआ उन्होंने ये वादा किया था की मैं अपनी जिंदगी में तामीर कराऊंगा कुछ मस्जिदों की तामीर भी कराई ‌ कुछ मस्जिद की रिनोवेट या मरम्मत कराई गई।
2 साल पहले उनका इंतिकाल हो गया वह अपने कमरे हैदराबाद में इंतकाल की हालत में मिले थे।

इंतकाल होने से कुछ महीने पहले बलवीर सिंह उर्फ मोहम्मद अमीर भोपाल आए थे उनके साथ 8 दिन रहने खाना खाने कहीं आ जाने मेरी ही बाइक से मुझे मौका मिला था उन्होंने बताया था किस तरह उनके दिमाग में नफरत हो बोई गई थी सफेद कुर्ते पजामे में नजर आ रहे है शख्स का नाम ही मोहम्मद आमिर उफ़ बलवीर सिंह था
अल्लाह मरहूम की मगफिरत फरमाए और जन्नत में आला मुकाम फरमाए।
6 दिसम्बर भारतीय इतिहास का "काला दिन" है जिसे भुलाया नही जा सकता !


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