26/06/2024
*गौतम संकल्प न्यूज़*
तृतीय वैदिक शिविर का भव्य समापन
श्रुति स्मृति अनुसंधान केंद्र द्वारा आयोजित भव्य तृतीय वैदिक शिविर का समापन 23 जून 2024 को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर परम सानिध्य परम श्रद्धेय ब्रह्म निष्ठ स्वामी श्री निर्मल स्वरूप जी महाराज (अखिल भारतीय वैदिक धर्म प्रचार आश्रम, रामघाट काशी/जम्मू) की अध्यक्षता ने कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाया।
शिविर संरक्षक नरेश जी जाजड़ा, मार्गदर्शक भरत पंचारिया,
निदेशक पंडित सिद्धार्थ उपाध्याय ने शिविर का परिचय देते हुए उसकी गतिविधियों और उद्देश्यों का वर्णन किया तथा साथ ही चल रहे गुरुकुल योजना के बारे में अवगत कराया, सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने पर जोर दिया ।
। उन्होंने बताया कि 2018 में पहले शिविर में 38 विद्यार्थियों ने भाग लिया था, 2019 में यह संख्या 120 तक पहुंच गई और 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन माध्यम से 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया था। महामारी के तीन वर्षों के अंतराल के बाद, 2024 में फिर से 150 विद्यार्थियों ने इस शिविर में भाग लिया।
,संयोजक पं. दीपक शर्मा ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और इस 21-दिवसीय शिविर की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस शिविर में 140 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें 20 बटुक आवागमन के विद्यार्थी थे।
परम सानिध्य स्वामी श्री निर्मल स्वरूप जी महाराज ने अपने प्रेरणादायक विचार साझा करते हुए बच्चों को आशीर्वाद दिया और उन्हें वैदिक शिक्षा के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर न केवल विद्यार्थियों को ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें अपने सांस्कृतिक मूल्यों से भी जोड़ते हैं।
मुख्य अतिथि श्री नारायण जी पंचारिया (प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा, राज.),
अतिथि रामेश्वर जी दाधीच (पूर्व महापौर जोधपुर), जयकिशन जी पंचारिया, माधो प्रकाश जी जाजड़ा( गौतम सभा अध्यक्ष), प्रकाश जी राणेजा, कमल जी जोशी व साथ ही
जयपुर सांसद मंजू शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दी,
समारोह में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। सभी ने शिविर के सफल आयोजन की सराहना की और भविष्य में इसे और भी बड़े स्तर पर आयोजित करने की संभावना व्यक्त की।
इस समापन समारोह के उपलक्ष पर वैदिक शिविर परिवार संरक्षक नरेश जाजड़ा, मार्गदर्शक भरत उपाध्याय, प्रकाश राणेजा ( समाजसेवी ), सहसंयोजक हर्षवर्धन राणेजा, कोषाध्यक्ष रणजीत नाबरिया, श्रवण पंचारिया, दिनेश सांखी, पियूष राणेजा, कल्पेश राणेजा, भरत उपाध्याय, सचिन शर्मा, अंकित जोशी, नारायण जोशी, गोविंद जोशी, चैतन्य हरी पंचारिया, तुषार उपाध्याय, श्याम सुंदर पालीवाल, लक्षित पंचारिया, तुषार सांखी, हिमांशु जाजड़ा, प्रियांश शर्मा, दीपक नाबरिया और लक्ष्मण सिवाल व समस्त वैदिक शिविर टीम उपस्थित रही जिनके बिना ये २१ दिनों का शिविर संयोजित रूप से नही चल सकता है।
शिविर के समापन समारोह में यह संदेश दिया गया कि श्रुति स्मृति अनुसंधान केंद्र का उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार को निरंतर आगे बढ़ाना है। इस शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। भविष्य में और भी बड़े स्तर पर वैदिक शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने की योजना है और इसके लिए सभी के सहयोग की अपेक्षा है।
इस प्रकार, श्रुति स्मृति अनुसंधान केंद्र का वैदिक शिविर 2024 का समापन हर्ष और उल्लास के साथ हुआ, जिसमें सभी ने वैदिक संस्कृति के प्रति अपनी आस्था और समर्पण को प्रकट किया।
श्रुति स्मृति अनुसंधान केंद्र (फाउंडेशन)