07/09/2024
पूरे विश्व में मनाया जा रहा है जगत के तारणहार संत "संत रामपाल जी महाराज" का 74वां अवतरण दिवस
भगवद गीता अध्याय 4 श्लोक 7 और 8
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे।।
अर्थ: जब-जब धर्म की हानि और अधर्म का अभ्युत्थान होता है, तब-तब मैं (भगवान) अपनी सृष्टि के कल्याण के लिए अवतरित होता हूँ। साधुओं की रक्षा, दुष्टों के विनाश, और धर्म की पुनः स्थापना के लिए मैं हर युग में प्रकट होता हूँ।
संत रामपाल जी महाराज का अवतरण
सर्वशक्तिमान परमेश्वर, संपूर्ण ब्रह्मांड के निर्माता, समय-समय पर इस मृत्युलोक में अवतरित होते हैं। वर्तमान समय में, संत रामपाल जी महाराज के रूप में भगवान की दिव्य लीला चल रही है। 8 सितंबर वह शुभ दिन है जब हर साल संत रामपाल जी महाराज का अवतार दिवस मनाया जाता है। तत्वदर्शी सन्त सन्त रामपाल जी का 8 सितंबर को 74वाँ अवतरण दिवस है। अवतरण दिवस की तैयारी जोरों पर शुरू हो चुकी है। इस अवसर पर विभिन्न सतलोक आश्रमों में अखंड पाठ एवं भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। गौरतलब है कि सन्त जी के अनुयायी विभिन्न सामाजिक कार्यों में अपने गुरु के निर्देशन अनुसार तत्पर रहते हैं। कबीर प्रकट दिवस, बोध दिवस एवं जन्म दिवस जैसे अवसरों पर भंडारे एवं पाठ के साथ सामाजिक कार्य भी किये जाते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सन्त रामपाल जी कबीर पंथी सन्त हैं जिनका पंथ यथार्थ कबीर पंथ माना जाता है। संत रामपाल जी महाराज के विषय में पवित्र शास्त्रों में पर्याप्त साक्ष्य मिलते हैं, जिनमें भगवद गीता, वेद, कुरान शरीफ, बाइबल, और गुरु ग्रंथ साहिब शामिल हैं। ये सभी प्रमाण संत रामपाल जी को सत्य परमात्मा के रूप में प्रमाणित करते हैं।
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के विषय में जानकारी
संत रामपाल जी महाराज का जन्म 8 सितंबर 1951 को हरियाणा के सोनीपत जिले के धनाना गाँव में हुआ था। आध्यात्मिक गुरु बनने से पहले वे सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। 1988 में उन्होंने गुरु स्वामी रामदेवानंद जी से दीक्षा ली और 1994 में अपने गुरु से नामदीक्षा देने का आदेश प्राप्त किया। संत रामपाल जी का एकमात्र उद्देश्य संसार के पीड़ित आत्माओं को काल जाल से मुक्त कर उन्हें मोक्ष की ओर ले जाना है। वे शास्त्रों के प्रमाण के आधार पर सत्य भक्ति की राह दिखाते हैं, जिससे मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य प्राप्त हो सकता है।
दुनिया के कई महान भविष्यवक्ताओं ने संत रामपाल जी महाराज के बारे में भविष्यवाणियां की हैं, जिनमें नास्त्रेदमस भी शामिल हैं। उन्होंने कहा था कि एक महान आध्यात्मिक नेता भारत में प्रकट होगा, जो सम्पूर्ण विश्व को सत्य भक्ति का मार्ग दिखाएगा और स्वर्ण युग का प्रारम्भ करेगा।
आश्रमों में गूंजेगा अखंड पाठ
सन्त रामपाल जी के जन्म दिवस के अवसर पर सभी सतलोक आश्रमों, सतलोक आश्रम किठौदा इंदौर (मध्यप्रदेश), सतलोक आश्रम भिवानी (हरियाणा), सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली), सतलोक आश्रम रोहतक (हरियाणा), सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा), सतलोक आश्रम सोजत (राजस्थान), सतलोक आश्रम शामली (उत्तर प्रदेश), सतलोक आश्रम धुरी (पंजाब), सतलोक आश्रम खामाणों (पंजाब) में सन्त गरीबदास जी द्वारा रचित सतग्रन्थ साहेब की अखंड पाठ की वाणी गूँजेगी। इस अवसर पर निशुल्क विशाल भंडारा भी आयोजित होगा। प्रसाद के रूप में लड्डू एवं जलेबी का वितरण भी किया जाएगा। इस अवसर पर प्रत्येक आश्रम प्रत्येक दिन लाखों लोगों के आवागमन की संभावना जताई जा रही है।
सामाजिक उत्थान में संत रामपाल जी का योगदान
संत रामपाल जी महाराज ने समाज में दहेज प्रथा, नशाखोरी, भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाओं को मिटाने में बड़ा योगदान दिया है। उनके शिष्यों ने सत्य भक्ति का अनुसरण करते हुए समाज में एक नई दिशा दी है। सन्त रामपाल जी वास्तव में समाज सुधारक हैं। समाज को सच्ची दिशा उन्होंने अपने सत्संगों के माध्यम से दी है। सन्त रामपाल जी के अनुयायी अपने गुरु आदेश पर चलकर दहेज एवं नशे जैसे कार्यों से दूर रहते हैं। आँकड़े गवाह हैं कि दहेज के नाम पर अनेकों बेटियां जलाई गई हैं एवं इस कारण से अनेकों भ्रूण हत्याएं हुई हैं। सन्त रामपाल जी महाराज के आदेश से उनका कोई भी अनुयायी विवाह के समय व्यर्थ का दिखावा एवं दहेज के लेन-देन नहीं करता है। हैरानी की बात तो ये है कि सन जी के अनुयायी नशा करना तो दूर उसे देना या क्रय-विक्रय भी नहीं करते। यह वास्तव में सभी के लिए अनुकरणीय है। सन्त रामपाल जी के अनुयायी भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं होते हैं। देश को ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो भारत को नशामुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त एवं दहेजमुक्त बनाने में सहयोग दे सकें।
देहदान एवं रक्तदान शिविर का आयोजन
सन्त जी के अवतरण दिवस के आयोजन पर रक्तदान एवं देहदान शिविर का आयोजन करने की तैयारियाँ आरम्भ हो चुकी हैं। सन्त जी ने अपने प्रवचनों में दान तथा परोपकार के महत्व का वर्णन बताया है। परोपकार के किये हजारों यूनिट रक्तदान सतलोक आश्रमों, सतलोक आश्रम किठौन्दा इंदौर (मध्यप्रदेश), सतलोक आश्रम भिवानी (हरियाणा), सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली), सतलोक आश्रम रोहतक (हरियाणा), सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा), सतलोक आश्रम सोजत (राजस्थान), सतलोक आश्रम शामली (उत्तर प्रदेश), सतलोक आश्रम धुरी (पंजाब), सतलोक आश्रम खामाणों (पंजाब) में रक्तदान शिविरों में होगा। इसके साथ ही देहदान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें भक्तजन स्वेच्छा से अपने शरीर को मृत्योपरांत दान करने के लिए रजिस्ट्रेशन करेंगे। निश्चित ही ये सभी कार्य सराहना का विषय हैं और अनुकरणीय भी हैं।
इस साल 6 सितंबर से 8 सितंबर 2024 तक, जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में 74वे अवतरण दिवस के अवसर पर एक विशेष समागम का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम पर आयोजित किए जाने वाले विशेष कार्यक्रम कुछ इस प्रकार है:
* निःशुल्क भंडारा: सभी आगंतुकों के लिए 6 से 8 सितंबर 2024 तक निःशुल्क भंडारे का आयोजन होगा।
* निःशुल्क नाम दीक्षा: इस अद्वितीय अवसर पर संत रामपाल जी महाराज से निःशुल्क नाम दीक्षा प्राप्त की जा सकती हैं।
* 3 दिवसीय अखंड पाठ: 6 से 8 सितंबर 2024 तक, 3 दिनों तक अखंड पाठ का आयोजन होगा।
* रक्तदान शिविर, निशुल्क नेत्र व दांतो की जांच, दहेज मुक्त विवाह और आध्यात्मिक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है।
* विशेष सत्संग प्रसारण: 8 सितंबर 2024 को संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का विशेष प्रसारण साधना टीवी चैनल पर सुबह 9:15 बजे (IST) से होगा।
* सोशल मीडिया प्रसारण: इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण निम्नलिखित सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर भी उपलब्ध होगा:
page:- Spiritual Leader Saint Rampal Ji
YouTube:- Sant Rampal Ji Maharaj
Twitter:-
आप सभी इस महान अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करें और इस आध्यात्मिक समागम के आयोजन का लाभ उठाएं। वहीं इस कार्यक्रम में आने के लिए आप निम्न स्थानों पर आ सकते हैं:
1. सतलोक आश्रम धनाना धाम, सोनीपत, हरियाणा
2. सतलोक आश्रम धनुषा, नेपाल
3. सतलोक आश्रम धूरी, पंजाब
4. सतलोक आश्रम खमाणों, पंजाब
5. सतलोक आश्रम सोजत, राजस्थान
6. सतलोक आश्रम शामली, उत्तर प्रदेश
7. सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र, हरियाणा
8. सतलोक आश्रम भिवानी, हरियाणा
9. सतलोक आश्रम बैतूल, मध्य प्रदेश
10. सतलोक आश्रम इंदौर, मध्य प्रदेश
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम दीक्षा लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें ⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry