Pahsara

Pahsara Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Pahsara, Media/News Company, Bakhri Road, Begusarai.
(1)

05/12/2024

चीन के तीसरे मिलिट्री कमांडर इन चीफ को भी जेल हो गई है और जल्द ही इसे फांसी पर भी चढ़ा दिया जाएगा क्योंकि इस पर भारी करप्शन के चार्ज हैं।

सुनने में आया है कि चीन में तैयार की गई बड़ी-बड़ी मिसाइल्स Dongfeng-41or DF-41 जिनको दिखा दिखा कर चीन अमेरिका रूस और भारत को डराता था उसके अंदर फ्यूल की जगह पानी भरा गया है और जब उनको दागने की कोशिश की गई तो वह फुस निकलीं।

मेरा पिताश्री हमेशा कहते थे कि बेटे चोरी का माल हमेशा मोरी में जाता है। किसी को घटिया माल बेच कर प्राप्त किया गया धन कभी भी खुशियां नहीं दे सकता और उस धन को इस्तेमाल में लाकर प्राप्त की गई वस्तु भी तुम्हें कभी सही परिणाम नहीं दे सकती।

यह बात चीन पर बिल्कुल फिट बैठती है। पूरे विश्व को अपना घटिया माल बेच कर कमाए गए धन को चीन अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने, नए नए हथियार बनाने में इस्तेमाल करता है। इस बेईमानी से कमाई दौलत से बने चीन के सभी हथियार जैसे डॉन्फेंग मिसाइल्स, J17 फाइटर प्लेन्स, चेंगडु J20 फाइटर प्लेन्स, FM 90 एयर डिफेन्स सिस्टम आदि सभी के सभी बिल्कुल फेल हैं।

अब लेटेस्ट अपडेट यह आया है कि चीन द्वारा बनाया गया शैंडोंग नामक एयर क्राफ्ट कैरियर भी सिर्फ 2 वर्ष के कार्यकाल में ही टूटने लगा है।

न तगड़े हथियार, न तगड़ी सेना पर सिर्फ चोरी चकारी से कमाई गयी दौलत के बल पर यह चीन दुनिया को अकड़ दिखा सकता है पर मोदी और उसकी टीम को नहीं।

बस हमारे लिए तो एक उदघोष ही बचता है:

जय हिंद❗

30/11/2024

साभार...
एक ध्रुवीकृत समाज राजनैतिक फायदे की चीज सायद हो सकता है...
पहले कांग्रेस और वामपंथियों ने मुस्लिम को एक वोट बैंक और राजनीति के लिए अलहदा ध्रुव बनाया...
अब जब भाजपा ने इसी फार्मूले को पलट कर इस्तेमाल चालू किया है तो विपक्ष बिलबिला रहा है

दोस्त जहर बोया तो तुमने ही.... भाजपा तो तुम्हारी बोई फसल काट रही है बस...

पर तत्कालीन राजनैतिक लाभ से आगे ये ध्रुवीकृत समाज देश के लिए बुरा ही रहेगा हर हाल में...
सीरिया या ईराक नहीं.... ये भारत है...
ये प्रायोजित और आयोजित हिंसा.... ख़तरनाक है

और राजनीति को परे रख अब समय है कठमुल्ला समूह जो सालों से राजनैतिक दलों के दामाद बने बैठे हैं इन्ह इनकी औकात बताई जाये...... इन पर कठोर एक्शन हो... ठीक जैसा कश्मीर में हुर्रीयत को रगड़ा गया उसी तरह...
2007 तौकीर रज़ा 5 लाख का इनाम घोषित करता है बांग्लादेश की तस्लीमा नसरीन के सर पर..... कोई क़ानूनी कार्यवाही नहीं...
ये व्यक्ति बरेली में घूम घूम दंगे आगजनी करवाया... 14 साल बीत गए कोई एक्शन नहीं
ये व्यक्ति संभल में जो हुआ उसकी भी जड़ में है.... अब तक एक्शन जीरो...

क्यों भाई इन दंगे और आतंक के आकाओं पर इतनी मेहरबानी क्यों??
इन दो कौड़ी के लफंगो को गले में पट्टा डाल सलाखों के पीछे क्यों न फैकते...

इनकी गर्दन पकड़ नाक रगडो हिंदुस्तान में दंगे बंद हो जायेंगे!

19/11/2024

साभार.....
हम सब जानते हैं कि #महादेव के जटा के पास एक चाँद बनाया जाता है मानो कि महादेव ने माँ गंगा की तरह चाँद को भी धारण कर रखा हो.

लेकिन, क्या आप जानते हैं कि भगवान शिव की हर मूर्ति/फोटो में उनकी जटा में चाँद को क्यों दिखाया जाता है ?

दरअसल, भगवान शिव के जटा पर चंद्रमा के होने की कथा आदि सतयुग काल से जुड़ती है जब धरती पर ब्रह्मा पुत्र #दक्ष_प्रजापति का शासन था.

ब्रह्मदेव का एक सर काट लेने एवं उनकी पूजा प्रतिबंधित कर देने के कारण प्रजापति दक्ष, महादेव को अपना शत्रु मानते थे.

इसीलिए, प्रजापति दक्ष ने एक महासभा बुलाकर महादेव को भी पूजा से वंचित कर दिया.

लेकिन, संयोग से उसी समय चंद्रमा जो कि दक्ष प्रजापति के दामाद थे.. भी वंसन्तोउत्सव में भाग लेने अपने ससुराल आए हुए थे.
असल में, चंद्रमा का विवाह दक्ष प्रजापति की 27 पुत्रियों से हुआ था...

लेकिन, किसी कारणवश चंद्रमा रोहिणी से बहुत प्यार करते थे जबकि,अन्य को वे पत्नी तक नहीं मानते थे.

जिससे उनकी अन्य पत्नियाँ बेहद दुखी रहती थी.

जब ये बात दक्ष प्रजापति को ज्ञात हुई तो वे बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने अपनी पत्नियों से भेदभाव को बेहद गंभीर अपराध एवं समाज के लिए एक गलत उदाहरण मानते हुए चंद्रमा को "क्षय" होने का शाप दे दिया.

दक्ष प्रजापति का शाप मिलते ही चंद्रमा मूर्छित होकर भूमि पर गिर पड़े.

जब ये बात चंद्रमा के माता-पिता अर्थात ऋषि अत्रि और सती अनुसुइया को मिली तो वे भागे भागे दक्ष प्रजापति के यहाँ आये और अपने पुत्र को इस तरह मूर्छित देखकर विलाप करने लगे.

उनका विलाप देखकर ऋषि कश्यप ने उन्हें उपाय बताया कि यदि महादेव के #महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाए तो चंद्रमा का क्षय रुक सकता है.

लेकिन, मुसीबत ये थी कि वो महामृत्यंजय मंत्र मार्कण्डेय ऋषि के पास थी जिसे उन्होंने सार्वजनिक नहीं किया था.

दूसरी मुसीबत ये थी कि चूंकि उस समय महादेव, प्रजापति दक्ष से शापित थे इसीलिए उनकी पूजा भी नहीं की जा सकती थी.

जबकि, चंद्रमा के इस तरह मूर्क्षित होने एवं उसके क्षय (मृत्यु) हो जाने के शाप के कारण सृष्टि का संतुलन गड़बड़ा जाने का भय उत्पन्न हो गया था.

ऐसी विकट स्थिति में, भगवान विष्णु और ब्रह्मदेव ने मंत्रणा कर ये उपाय निकाला कि.... शाप तो महादेव को है अर्थात महादेव की पूजा नहीं हो सकती.

परंतु, महादेव तो अर्धनारीश्वर हैं... अर्थात, उनमें शिव और शक्ति का दो भाग है जो अभी अलग-अलग है.
क्योंकि, अभी महादेव का सती से विवाह नहीं हुआ है जो कि आदिशक्ति की रूप है.

इसीलिए, यदि महादेव के आधे अंश अर्थात सती की पूजा की जाए तो महादेव का ये शाप टूट जाएगा.

इस तरह... भगवान विष्णु और ब्रह्मदेव ने सती की पूजा की तथा महादेव को शापमुक्त कर दिया.

उधर, ऋषि अत्रि और सती अनसुइया अपने पुत्र को लेकर मार्कण्डेय ऋषि के पास चले गए जहाँ से ऋषि मार्कण्डेय ने उन्हें प्रभास क्षेत्र में भेज दिया क्योंकि वहाँ क्षय की गति कम थी.

खैर, महादेव के शापमुक्त होते ही माता सती ने मार्कण्डेय ऋषि से महामृत्यंजय मंत्र लिया और अन्य ऋषियों के साथ उसका जाप करने लगी.

महामृत्यंजय मंत्र के जाप से महादेव प्रकट हुए और उन्होंने चंद्रमा को जीवित कर दिया.

लेकिन, महादेव ने भी अपनी दोनों पत्नियों में भेदभाव करने को अक्षम्य गलती मानते हुए प्रजापति दक्ष के शाप (सजा) को पूर्णतया खत्म करने में असमर्थता जताई.

लेकिन, महामृत्युजंय मंत्र के जाप के कारण उन्हें अभय दान भी दिया.

इस तरह, बीच का रास्ता निकालते हुए महादेव ने चन्द्रमा को अपने सर पर धारण कर लिया ताकि भविष्य में फिर कभी उसपर प्रजापति दक्ष का शाप पूर्णरूपेण फलीभूत न हो सके.

इसीलिए, प्रजापति दक्ष के शाप के कारण चंद्रमा का 15 दिन क्षय होना निश्चित हुआ और महादेव के अभय दान के कारण चंद्रमा का अगले 15 दिन तक बढ़ना निश्चित हुआ.

ये सारी घटना प्रभास क्षेत्र अर्थात आज के गुजरात प्रान्त सोमनाथ में घटित हुई थी.
इसीलिए, सोमनाथ को धरती का पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है.

और, महादेव के चंद्रमा को अपने सर पर धारण करने की इसी घटना के कारण जब भी महादेव की प्रतिमा या चित्र बनाए जाते हैं तो उसमें चंद्रमा को हमेशा महादेव के सर पर (जटाओं में) दिखाया जाता है.

हर हर महादेव...!!
जय महाकाल...!!!

30/10/2024

दिवाली और श्री अयोध्या धाम दिवाली सिर्फ़ श्री गणेश लक्ष्मी पूजन मात्र नहीं है

दिवाली है माँ कौशल्या की अपने लाल से मिलन की ।
दिवाली है भाई भरत के अपने श्री राम से मिलन की ।
दिवाली है पतिव्रता कि देवी उर्मिला की अपने श्री लक्ष्मण के मिलन की ।
दिवाली है माँ कैकेयी के पश्चाताप की समाप्ति का।

दिवाली है श्री अयोध्या में १४ वर्ष उपरांत घर घर दीप जलाकर अपने श्री राम लक्ष्मण और माता सीता का स्वागत करने का,

दिवाली है श्री राम प्रभु द्वारा अपने मातृभूमि कि रज को स्पर्श करने का

दिवाली है एक ऐसे राज्य श्री अयोध्या को राजा मिलने की जहां के सिंहासन पर अपने भाई का खड़ाऊँ रख कर सन्यासी वेशभूषा में शासन किया गया है

आज लाखों बलिदान और लगभग ५०० वर्षों बाद श्री राम लला अपने महल में श्री अयोध्या धाम में विराजमान हैं तो ये हमारा सौभाग्य है और हम सबसे सौभाग्यशाली पीढी हैं जो हम यें देख पा रहे हैं

30/10/2024

साभार...
दीपावली पर खूब पटाखे फोड़ना हिंदुओं.!!

तुम लोगों ने सिर्फ त्योहार वाले दिन पर्यावरण बचाने का ठेका थोड़े न लिया है।
बाकी दिन तुम वैसे भी पर्यावरण की घण्टा चिंता करते हो।

शायद IIT कानपुर की रिसर्च थी कि दीपावली का प्रदूषण महज 0.01% प्रदूषण कंट्रीब्यूट करता है।
बाकी का प्रदूषण जब तुमसे नही सुधरता तो क्यों फिर एक दिन घणे पर्यावरण प्रेमी बनते हो?

अब कुछ कहते हैं कि अपने बीमार घरवालों की भी सोचना जब ऐसा करो तो उन्हें भी कह दूं कि बाकी साल कौन सा सोच ली थी?
वो कौन सा पटाखों के प्रदूषण से बीमार पड़े थे।

बाकी, जानवरो के साथ गलत व्यवहार नही करना है जैसे उनपर पटाखे जलाकर फेंकना या उनपर पटाखे बांधकर फोड़ना, बाकी जानवर को भी तुमसे कोई मतलब नही है।
वैसे भी हम हिन्दू तो अब बीफ भी खाने लगे हैं जो पाप होता है तो इस धरती पर प्रलय तो हम सबने भुगतनी ही है।

और कोई भी बहाना या ज्ञान हो तो याद दिला देना, उसका भी जवाब है मेरे पास।

और यहां मैंने किसी और मजहब से बहानेबाजी नही की है कि उनको सुधारो तब हम सुधरेंगे क्योंकि हम वैसे भी कहाँ सुधरे हुए हैं।
इसलिए जब जब त्योहार आते हैं उस दिन सुधरने का ठेका न तुम लो और न किसी को लेने दो।

अंत में ये कहना है कि खुद को इतना महत्वपूर्ण न समझो कि

पूरी दुनिया में प्रदूषण सुधारने का ठेका भारत का और भारत में हिंदुओं के सर पर ही आये।
लोग तो ऐसे मटरचोर हैं कि बम फोड़ने वालों के साथ हलाला करवाते हैं और तुम्हे पटाखा भी नही फोड़ने देना चाहते।।

चाय की कीमत 🥳नींबू वाली चाय पेट घटाए।अदरक वाली चाय खराश मिटाए।नीम्बु पत्ती की चाय माइग्रेन भगाये अमरुद पत्ती की चाय ताजग...
26/10/2024

चाय की कीमत 🥳
नींबू वाली चाय पेट घटाए।
अदरक वाली चाय खराश मिटाए।
नीम्बु पत्ती की चाय माइग्रेन भगाये
अमरुद पत्ती की चाय ताजगी लौटाये
गुडहल पत्तियों की चाय ह्युम्निटी बढाये
हरसिंगार पत्ती की चाय हड्डी दर्द बुखार भगाये
लेमन ग्रास की चाय स्फुर्ती लौटाये
मसाले वाली चाय इम्युनिटी बढ़ाए।
मलाई वाली चाय हैसियत दिखाए।
सुबह की चाय ताजगी लाए ।
शाम की चाय थकान मिटाए।
दुकान की चाय मजा आ जाए।
पड़ोसी की चाय व्यवहार बढ़ाए।
मित्रों की चाय संगत में रंगत लाए।
पुलिसिया चाय मुसीबत से बचाए।
अधिकारियों की चाय फाइलें बढ़ाए।
नेताओं की चाय बिगड़े काम बनाए।
विद्वानों की चाय सुंदर विचार सजाए।
कवियों की चाय भावनाओं में बहाए।
रिश्तेदारों की चाय संबंधों में मिठास लाए।
चाय चाय चाय सबके मन भाय।
एक चाय भूखे की भूख मिटाए
एक चाय आलस्य भगाए ।
एक चाय भाईचारा बढ़ाए।
एक चाय सम्मान दिलाए।
एक चाय हर काम बन जाए।
एक चाय हर गम दूर हो जाए।
एक चाय रिश्तो में मिठास लाए।
एक चाय खुशियाँ कई दिलाए।
एक चाय प्रधानमंत्री बनाए
चाय पिए और चाय पिलाए।
जीवन को आनंदमय बनाए।
जीवन को आनंदमय बनाए।
स्वास्थ्य के हिसाब से चाय 😁

19/10/2024

कितने पाकिस्तान?

शाहीन बाग धरने के दौरान उस जगह को ' पीपुल्स ऑफ शाहीन बाग' घोषित किया गया और वहां प्रवेश के लिए एंट्री पेपर बनाए गए जिसके बिना वहां कोई जा नही सकता था। तमाम मीडिया संस्थाओं का प्रवेश प्रतिबंधित था, मेरे कई जानने वाले उस जगह जाने के बाद बमुश्किल वापस लौटे। टीवी पर सबने देखा कि वहां पर गईं गुंजा कपूर के साथ अभद्र व्यवहार हुआ और उन्हें ऐसे निकाला गया मानों बिना वीजा पासपोर्ट के घुस आए किसी गैर नागरिक को निकाला जाता है।

भारत से अलग होकर बना पाकिस्तान एक घटना नहीं बल्कि भारत को खंड खंड करने की प्रक्रिया का एक हिस्सा था। हजारों पाकिस्तान भारत में मौजूद हैं। बहराइच में जब पुलिस अधिकारी ने जब समुदाय विशेष एरिया जैसे शब्दों का प्रयोग किया तो उनका संदर्भ हजारों पाकिस्तान में से एक के लिए ही था जहां प्रवेश की अनुमति लेनी होती है।

कुछ लोग कहते है कि कानपुर मे भी कई पाकिस्तान है। जब 1971 मे ब्लैक आउट किया गया था तो यहां परेड मे कुछ लोगों ने एक बडा बल्ब जलाकर नीचे एक दफ्ती मे मोटा मोटा लिखा था ' दिस इज इंडिया '। हैदराबाद का एक हिस्सा, बॉलीवुड का एक भाग, सीमांचल बिहार, दिल्ली के गंदे इलाके, बंगाल की कई जगहें, कश्मीर, केरल हर जगह पाकिस्तान बने हुए हैं जहां कोई जा नही सकता।

भारत पाकिस्तान के मैच में भारत के हारने के बाद प्रायः ऐसी जगहों से पटाखों के फूटने की आवाजें आती रहती हैं। ऐसी जगहों से उन पार्टियों को एकमुश्त वोट मिलते हैं जिनके एजेंडे में भारतीय संस्कृति के विरुद्ध जहर उगलना है।

पाकिस्तान एक देश नही बल्कि भारत को तोड़ने वाली मानसिकता का नाम है जिसका पोषण कर भारतीय समाज को बांटने का काम कुछ राजनीतिक दल और देवबंद, दिल्ली, सीरिया, कनाडा में बैठे लोग करते हैं।

सेक्युलर पार्टियां गंगा जमुना और तहजीब के नाम पर देश में ढेर सारे पाकिस्तान बनाए जा रही हैं, अब तो खालिस्तान और जाने कितने स्तान के स्वर सुनाई देने लगे हैं।

हिंदुओं पूरे विश्व में तुम्हारा एक ही देश है, याद रखना।

19/10/2024

भारत: हमने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की.

"झूठ! हम नहीं मानते, सबूत दो, वीडियो क्यों नहीं बनाया...."

US: अमरीका में हत्या के प्रयास के पीछे भारतीय एजेंट.

"हमें आप पर भरोसा है, सर. कोई सबूत नहीं, कोई मुकदमा आवश्यक नहीं. हम आपको खुश करने के लिए तुरंत अपने देश को शर्मसार करना शुरू कर देंगे, सर. बस हमें, अपने वफादार ब्राऊन सिपाहियों को, NGO और ट्रस्टों के जरिए पैसे भेजते रहना सर."

13/10/2024
08/10/2024

Not surprising: As per reports, both Rahul Gandhi and Priyanka Vadra are in foreign. They silently left for another secret foreign trip..

30/09/2024

लेबनान हिज़्बुल्लाह इज़राइल हमले के बाद कल की स्थिति:-

परित्राणय साधुनाम् विनाशाय च दुष्कृताम
धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे।

गीता से सही शिक्षा इज़राइल ने ही ली है।
और भारत के मूर्ख हिंदुओं ने मोहब्बत की दुकान चलाने वाले नेताओं से जातियों में बंटे रहना और बॉलीवुड से झूठा भाईचारा Read more ……..

29/09/2024

वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक बहुत बड़ा भूचाल आने वाला है। अगले महीने अक्टूबर में रूस के काजाॖ़न शहर में ब्रिक्स की एक मीटिंग होने जा रही है जहां डॉलर को डीडॉलराइजेशन करने के लिए ब्रिक्स की करेंसी का ऐलान होने की संभावना है और अभी तक आ रही खबरों के अनुसार चीन वहां पर युवान को डॉलर का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय करेंसी के रूप में पेश करने जा रहा है।

हालांकि बाकी के देशों के लिए तो युवान और डॉलर में कोई ज्यादा फर्क नहीं है लेकिन भारत के लिए यह बिल्कुल ऐसा होगा जैसे एक गुंडे से छुटकारा पाने के एवज में दूसरे गुंडे के चंगुल में फंस जाना। अगर हम युवान को
आल्टरनेटिव करेंसी के रूप में मान लेते हैं तो इसका अंजाम यह होगा कि हम अपने दुश्मन चीन को अत्यधिक ताकतवर बनाने जा रहे हैं।

भारत को चाहिये कि ब्रिक्स की रूस में होने वाली मीटिंग में किसी भी शर्त पर युवान को ब्रिक्स की ऑफिशल करेंसी बनाने का प्रपोजल तक पेश न होने दे और अगर यह प्रपोजल पेश हो जाता है तो इसका पुरजोर विरोध करे और अगर किसी कारण से ब्रिक्स की मीटिंग में युवान को इंटरनेशनल करंसी बनाने का प्रपोजल पास हो जाता है तो भारत अपने आप को इस फैसले से अलग रखे।

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ब्रिक्स छोड़कर अलग रहना इससे कहीं ज्यादा बेहतर होगा कि भारत चीनी करेंसी को अंतर्राष्ट्रीय करेंसी के रूप में मान्यता दे दे।

वैसे दोस्तों आपका क्या ख्याल है इस बारे में ❓

26/09/2024

महाभारत में यह बहुत अच्छा प्रसंग है । यमराज जी का दूसरा नाम धर्मराज है । उन्हें निर्मम कहा जाता है और उनका उदाहरण देते हुए उनके जैसा न्याय करने को कहा जाता है । किसी से प्रीति नहीं और किसी से शत्रुता नहीं , यही उनके न्याय की विशेषता है इसीलिए सबसे अधिक न्याय प्रिय वही कहलाते हैं ।

एक समय की बात है कि एक राज्य में कुछ चोरों का आतंक बहुत हो गया था । इन चोरों को पकड़ पाने में राजा की पुलिस असमर्थ नजर आने लगी थी । कारण कि चोर बहुत ही धूर्त और कपटी थे । एक दिन वे चोर चोरी करके भाग रहे थे कि पुलिस ने उन्हें देख लिया । पुलिस उन चोरों के पीछे लग गई । राजा के सैनिकों (पुलिस) से बचने के लिए चोर पास में बनी माण्डव्य ऋषि की कुटिया में जाकर कहीं छुप गये । उस समय माण्डव्य ऋषि तपस्या में लीन थे इसलिए उन्हें चोरों के आने और अपनी कुटिया में छुपने का पता नहीं चला ।

सैनिकों ने ऋषि माण्डव्य को जब कुटिया में देखा तो उन्होंने उन्हें ही चोर समझ लिया । चोरी के दंड में माण्डव्य ऋषि को सूली पर चढा देनी की सजा सुनाई गई । माण्डव्य ऋषि को सूली पर चढा दिया पर वे मरे नहीं । यह घटना आश्चर्य जनक थी । इसकी सूचना राजा के पास पहुंची तो राजा माण्डव्य ऋषि को देखने आये । उन्होंने माण्डव्य ऋषि से इसका कारण पूछा तो उन्होंने सब कुछ सच सच कह दिया । तब राजा को अहसास हुआ कि उनके न्यायाधिकारी ने गलत निर्णय किया था । तब राजा ने क्षमा मांग ली और उन्हें छोड़ दिया ।

इस घटना से माण्डव्य ऋषि बहुत आहत हुए और वे सीधे यमराज जी से मिलने स्वर्ग लोक पहुंच गये । उन्होंने यमराज/धर्मराज जी से पूछा कि उन्हें अकारण ही ऐसी भयंकर सजा क्यों दी गई ? तब यमराज जी ने बताया कि तुम जब बारह साल के थे तब खेल खेल में एक "फतींगा" जानवर की पूंछ में एक सींक चुभो दी थी , उसी का यह दंड है । तब माण्डव्य ऋषि ने कहा कि आपका यह न्याय उचित नहीं है । एक बारह वर्ष का बालक अबोध होता है और इस उम्र के अपराध के लिए जो दंड उन्हें दिया गया था वह अपराध की मात्रा से अधिक था । इस पर माण्डव्य ऋषि ने यमराज जी को श्राप दे दिया कि वे एक शूद्र स्त्री के गर्भ से जन्म लेंगे ।

तब महाभारत में कुरु वंश में शांतनु के पुत्र विचित्रवीर्य की पत्नी अंबिका और अंबालिका थी । अंबिका की एक दासी से महात्मा विदुर के रूप में यमराज जी ने जन्म लिया था ।

26/09/2024

राहुल जी जैसे आदमी को किसने बना दिया नेता प्रतिपक्ष ?
कश्मीरी अवाम को इस कदर भड़का रहें है मानों पाकिस्तान से आए हो
जनाब के चुनावी भाषण सुनिए सिर पीट लेंगे
अब किसका पीटेंगे यह आप जानें ?

कोई समझाओ इन महाशय को
देश रहना चाहिए
बाकी सब बाद में
इतनी नफरत इतना जहर ?
किस तरह निभाओगे ?

26/09/2024

साभार.....
मेरे ख्याल से वैज्ञानिकों को अब ब्रह्मांड की सबसे ठंडी वस्तु की कैटेगरी से "बूमरैंग नेबुला" को हटा कर "हिंदुओं के खून" को शामिल कर देना चाहिए...

क्योंकि, इस पूरे ब्रह्मांड में हिंदुओं का खून एक ऐसी ठंडी चीज है जो कभी नहीं खौलता है ...
चाहे कोई उस पर थूक दे...
मूत दे...
मलमूत्र खिला दे..
अथवा, उसके आराध्य पर जानवरों की चर्बी अथवा मांस ही चढ़ा कर उसे क्यों नहीं खिला दे.

ये कल्पना करके भी मन सिहर उठता है कि अगर कहीं मोमिनों के महजिद या मदरसे में उनके लिए त्यक्त सूअर की चर्बी मिलाकर खिला दी गई होती तो अब तक सारे आयोजकों और उस टेंडर दिलाने वाले नेता का क्या हश्र हुआ होता.
ऐसी स्थिति में आज वे अपनी जान बचाने के लिए दर-दर भागे फिर रहे होते...!

लेकिन, हम हिन्दू इतने सहिष्णु हैं कि पूछो मत.

कोई हमें धोखे से मूत पिला दे हम उसके धोखे पर गुस्सा दिखाने के बजाए मूत के कलर और कॉम्बिनेशन पर चर्चा करने लगते हैं कि मूत में कितना अमोनिया होना चाहिए और उसका रंग कितना पीला रहना चाहिए.

उसी तरह अगर उसके आराध्य पर कोई जानवरों की चर्बी चढ़ा दे तो वो बजाए इसके विरोध में आवाज उठाने के घी बनाने की प्रक्रिया पर चर्चा करने लगता है और बताने लगता है कि एक किलो दूध में कितना घी निकल सकता है.

अरे हाँ.... हिन्दू , हिन्दू धर्म और उनके आराध्य के साथ जो चाहे वो करो...
लेकिन, भूल से भी किसी की जाति का नाम मत ले लेना...

नहीं तो... तुरंत पूर्वजों का पराक्रम याद आ जायेगा एवं लाठी से लेकर तलवार-भाले तक चल जाएँगे..!!

Address

Bakhri Road
Begusarai
851127

Telephone

9939000039

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Pahsara posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Share