AISA Begusarai

AISA Begusarai AISA is a radical students movement defending the principles of Equality, Gender Justice, Education

Manifesto:
AISA is a revolutionary, democratic students’ organization. We have led struggles for the democratization of campus life, for a pro-people and scientific education system and for the right to education and employment. Through mobilizing the revolutionary, left, democratic and liberal sections of the student community, we are committed to organizing a broad-based students’ movement as a

n important organ in the revolutionary transformation of Indian society. AISA derives it’s ideological path from the progressive ideologies of democratic movements. We believe that Marxism is the science of revolutionary change and human emancipation. Through waging a relentless struggle against reactionary ideologies and cultural values, we are committed towards a creative and popular propagation of scientific culture, democracy and modern thought. AISA integrates itself with all democratic movements of the Indian people. In giving them a coherent, democratic ideological and political line, we accept the role of CPI-ML as the true communist party. We emphasize the solidarity of the students’ movement with struggles of the working class, especially with revolutionary peasant struggles in our country. The formation of AISA in 1990 came about through the integration of student movements inspired by the ideological line of the Naxalbari peasant revolt as well as those who derived their understanding from the 1974 peoples’ movement in Bihar. Over the years, AISA has emerged as a popular left students’ organization struggling against the anti-student, anti-people right-wing organization like NSUI and ABVP, exposing at the same time opportunist and semi-anarchist trends in the left democratic movement. The hollow “left” rhetoric and ritual activities of SFI and AISF have become completely disconnected with the democratic aspirations of students and the dynamic student movement. Through following an opportunist ideological- political line, they have gradually declined and become marginalized forces in the student movement. Especially in the Hindi-Urdu speaking areas they could never become the representative forces of the aspirations of the student community. Similarly, AISA has provided a positive negation of the semi-anarchist tendencies of those organizations which identify with the Naxalbari movement but fail to distinguish the difference between the mass organization and the party.

17/12/2023
भाजपा हराओ, शिक्षा -रोज़गार, सामाजिक न्याय बचाओ!चार वर्षीय स्नातक कोर्स के खिलाफ खड़े हों! बेतहाशा फीस वृद्धि पर रोक लगा...
09/12/2023

भाजपा हराओ, शिक्षा -रोज़गार, सामाजिक न्याय बचाओ!

चार वर्षीय स्नातक कोर्स के खिलाफ खड़े हों! बेतहाशा फीस वृद्धि पर रोक लगाओ!

शहीद भगत सिंह- अंबेडकर के सपनों का भारत बनाने के लिए आगे बढ़ो!

आइसा बिहार का
15 वां
राज्य सम्मेलन,
23-24 दिसंबर 2023,
रोहित -चंद्रशेखर हॉल ( आई.एम.ए. हॉल) गांधी मैदान, पटना.

09/11/2023

*शिक्षा विभाग के सचिव के .के पाठक का आइसा ने किया पुतला दहन*

*इक्कीस लाख छात्रों के नाम काटने के खिलाफ और स्कूलों ,कॉलेजों में समुचित व्यवस्था के लिए आइसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन) का राज्यव्यापी आह्वान पर बेगूसराय के जी डी कॉलेज में प्रसाशनिक भवन के समक्ष छात्र नेता ईशान कुमार के नेतृत्व में आइसा कार्यकर्ताओं ने आक्रोषपूर्ण पर्दर्शन करते हुए शिक्षा विभाग के सचिव के.के पाठक का पुतला दहन किया वही पर्दर्शन को संबोधित करते हुए आइसा जिला अध्यक्ष अजय कुमार और नगर अध्यक्ष सोंनु फर्नाज ने कहा कि शिक्षा विभाग के सचिव के के पाठक द्वारा तानशाही रवैया अपनाया जा रहा है ,शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना है तो सबसे पहले बजट का 10 % सरकार को खर्च करना पड़ेगा ,स्कूलों कॉलेजों में समुचित बुनियादी व्यवस्था को बहाल करना होगा , के के पाठक जी को छात्रो का नही आने का जमीनी कारण पता करना होगा लेकिन महोदय सबसे आसान तरीका नाम काटना ढूंढ लिए शिक्षा व्यवस्था का चौपट हालात का जिम्मेवार शिक्षा विभाग है न कि सरकारी स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र है ,आखिर क्या कारण है कि मजदूर क्लास के लोग भी प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ने भेज रहे है , इन सभी कारणों का पता लगा कर सकारात्मक कार्यवाइ के तरफ बढ़ना चाहिए वही कॉपरेटिव कॉलेज यूनिट अध्यक्ष करन कुमार और आरिफ ने कहा कि तीन दिन तक कॉलेज नही आने पर कॉलेज से नोटिस भेजा जा रहा है और जब छात्र दूर -दराज 200 रुपया भारा लगा कर क्लास के लिए पंहुचते है तो सिर्फ अटेंडेंट बना कर भगा दिया जाता है क्यों कि कॉलेज में क्लास के लिए व्यवस्था में भारी कमी है , जिसके वजह से छात्र आना नही चाहते है छात्राओ के लिए जिला में किसी कॉलेज में महिला छात्रावास चालू नही है जिससे बड़े पैमाने पर छात्राओ को परेशानी का सामना करना पर रहा है , इस लिए शिक्षा विभाग के सचिव को कॉलेज के व्यवस्था को बेहतर करे तभी 75 % अटेंडेंस वाला नियम लागू करे ।
वही मौके पर सूरज कुमार, पंकज कुमार , दिवाकर कुमार ,राजेश कुमार ,अभिमन्यु ,अभिनाश कुमार शामिल थे ।

30/10/2023

लेफ्ट- डेमोक्रेटिक छात्र संगठन के नेतृत्व में कॉपरेटिव कॉलेज से सैकड़ो छात्र -युवाओं द्वारा बेगूसराय में धर्म के नाम पर दंगा भड़काने वाले भाजपा सांसद गिरिराज सिंह का अर्थी जुलूस निकाला गया !
गिरिराज सिंह मुर्दाबाद ...
हिन्दू - मुस्लिम एकता जिंदाबाद

शिक्षा विभाग बिहार द्वारा तीन दिनों तक अनुपस्थिति रहने पर नाम काटने वाला निर्देश के खिलाफ , मिथला विश्वविद्यालय में पीजी...
21/10/2023

शिक्षा विभाग बिहार द्वारा तीन दिनों तक अनुपस्थिति रहने पर नाम काटने वाला निर्देश के खिलाफ , मिथला विश्वविद्यालय में पीजी की सीट कटौती के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन(आइसा) के राज्यव्यापी आह्वान पर जी.डी. कॉलेज बेगूसराय में आइसा नेत्री नीतू कुमारी और निधि कुमारी के नेतृत्व में आक्रोशपूर्ण पर्दर्शन के माध्यम से राज्यपाल को मांग पत्र भेजा गया ।

*आइसा का एस. बी.एस. एस कॉलेज यूनिट का तीसरा सम्मेलन हुआ सम्पन्न**उच्च शिक्षा में सुधार हेतु सरकार को शिक्षा पर बजट का दस...
18/09/2023

*आइसा का एस. बी.एस. एस कॉलेज यूनिट का तीसरा सम्मेलन हुआ सम्पन्न*

*उच्च शिक्षा में सुधार हेतु सरकार को शिक्षा पर बजट का दस प्रतिशत खर्च करना होगा* *अजय कुमार*

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन(आइसा) का तीसरा कॉलेज यूनिट सम्मेलन कॉपरेटिव कॉलेज के सेमिनार में आयोजित किया गया ।सम्मेलन से पूर्व पूरे कैम्पस में झंडा बैनर लगा कर सजाया गया !
सम्मलेन की अध्यक्षता कॉपरेटिव कॉलेज प्रभारी सोंनु फर्नाज ने किया वही संचालन आइसा नेता जीडी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अभिषेक आनंद ने किया सम्मेलन से पूर्व खुले सत्र में छात्रों के गंभीर सवाल को लेकर छात्र संवाद आयोजन किया गया संचालन कर रहे अभिषेक आनंद ने संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 छात्रो को कैम्पस से दूर करने वाली नीति है , खास कर बिहार में FYUP जैसे कोर्स को लागू होने से शैक्षणिक व्यवस्था में अराजकता का सामना छात्रो को करना पर रह है छात्रों को इसके खिलाफ लड़ना पड़ेगा fYUP ,CBCS लागू होने से कई गुना फीस विर्द्धि हो गई है जिसके वजह से गरीब छात्र पढ़ने से वंचित हो रहे है ,
वही मौके पर आइसा जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने छात्र संवाद में शामिल छात्र -छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा का हालात बदतर है , उच्च शिक्षा में छात्रों की भागीदारी पहले से ही चुनौती बनी हुई है , अभी 75 % अटेंडेंस की बात राज्यभवन और शिक्षा बिभाग कर कर रही है , दूर- दराज से छात्र आकर कॉलेज आ तो रहे है लेकिन पर्याप्त मात्रा में क्लास रूम शिक्षक नही रहने के वजह से सिर्फ अटेंडेंस बना कर लौट जाते है ,सरकार को शिक्षा पर बजट का 10 % खर्च करना चाहिए
कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करना चाहिये , दूर रहने वाले छात्रों के लिए होस्टल की व्यवस्था नही है , महिला छात्रावास बंद पड़ा है खास कर के गरीब घर के छात्र छात्राओं के लिए नई चुनौती सामने आ गयी हैं । किसान - मजदूर परिवार के बच्चे रोज 200 रुपया भारा लगा कर आना बहुत मुश्किल है आर्थिक तंगी के कारण ड्रॉपआउट करने वाले छात्रो की संख्या बढ़ जायेगी हजारों छात्र पढ़ाई से वंचित हो जायेंगे ।
आइसा नेता सैफ नवाब ने कहा कि छात्र संगठन आइसा मांग करती है कि 75 % अटेंडेंस पूरा करने वाले कॉलेज से दस किलोमीटर दूर के जो छात्र है उन्हें 20 हजार पर सेमेस्टर स्कोलरशिप का व्यवस्था करे ताकि छात्र - छात्राएं शहर के आस - पास रह कर पढ़ाई पूरा कर सके , दस किलोमीटर के अंदर आने वालों छात्रों के लिए बस की व्यवस्था कॉलेज को करनी चाहिए जैसे पहले चलती थी । इस तरह की व्यवस्था नही होती है आइसा जल्द बेगूसराय समेत पूरे बिहार में इस मांग को लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी ।

सम्मलेन के दूसरे सत्र में 25 सदस्यीय कॉलेज यूनिट का गठन किया गया जिसमे कारण कुमार को अध्यक्ष , विशाल को सचिव , ईशान कुमार , सूरज कुमार , रामकुमार को उपाध्यक्ष चुना गया, अभिमन्यु , मजहर , प्रशांत कुमार सहसचिव ,इमरान , भवेश कुमार को कोसाध्यक्ष चुना गया ।
वही सम्मेलन में आइसा नेता बिपुल कुमार , राजा कुमार, शहरान , कोमल कुमारी , मीना कुमारी , अर्चना कुमारी , मुस्कान कुमारी , मणिकांत कुमार , मनीष कुमार , शिवसुन्दर , आरिफ , आलोक , अभिषेक , गुलनाज , शाहिल कुमार समेत सैकड़ो छात्र सम्मेलन में शामिल हुए ..!

तेघरा प्रखंड के नोनपुर पंचायत में आइसा ने सदस्यता अभियान  चला कर 11 सदस्यीय शाखा कमिटी का गठन करते हुए राजीव कुमार  को अ...
20/08/2023

तेघरा प्रखंड के नोनपुर पंचायत में आइसा ने सदस्यता अभियान चला कर 11 सदस्यीय शाखा कमिटी का गठन करते हुए राजीव कुमार को अध्यक्ष , प्रियांशु कुमार को शाखा सचिव चुना गया .!
AISA Begusarai

झूठा संतावना और झूठा वादा नही चलेगा ।।अब लड़ाई आर पार की।छात्र हित के ज्वलंत मुद्दों के साथ एक बार फिर से छात्र संगठन आइ...
04/01/2023

झूठा संतावना और झूठा वादा नही चलेगा ।।
अब लड़ाई आर पार की।छात्र हित के ज्वलंत मुद्दों के साथ एक बार फिर से छात्र संगठन आइसा मैदान -:
साथियों जीडी कॉलेज बेगूसराय के प्रिंसीपल के लापरवाही के वजह से सालों से बंद पड़े विस्तार केंद्र को चालू नही किया जा रहा है , जिसके वजह से छात्रों को रिजल्ट ठीक कराने को लेकर हो या छोटा सा काम के लिए भी इतनी ठंड में दरभंगा जाना परता है विश्वविद्यालय को इस कॉलेज से करोड़ों का फायदा होता है लेकिन विस्तार केन्द्र के नाम पर अब कोई झूठा संतावाना नही चलेगा।

इस लिए आप अभी छात्र - युवा साथियों से आग्रह है कि धरना में शामिल होकर सफल बनावें।।

बिहार के एतिहासिक क्रान्तिकारी किसान आंदोलनों के अद्वितीय नायक कॉमरेड रामनरेश राम को उनकी स्मृति दिवस पर याद करते हुए सा...
26/10/2022

बिहार के एतिहासिक क्रान्तिकारी किसान आंदोलनों के अद्वितीय नायक कॉमरेड रामनरेश राम को उनकी स्मृति दिवस पर याद करते हुए

सामाजिक बदलाव के नायक कॉमरेड रामनरेश राम को सलाम!

17/10/2022
01/10/2022
25/08/2022
25/08/2022

*बिलकिस बानो को न्याय देने की मांग को लेकर आइसा ने निकाला प्रतिरोध मार्च*

*आजादी की अमृत महोत्सव की आड़ में बलात्कारियों की सजा माफी, ये कैसा महिला सम्मान- अजय कुमार*

बेगूसराय
25 अगस्त 2022

बलात्कारियों एवं जनसंहार के दोषियों की सजा माफी रद्द कर बिलकिस बानो को न्याय देने की मांग को लेकर छात्र संगठन आइसा ने जी डी कॉलेज बेगूसराय में प्रतिरोध मार्च निकाला.
प्रतिरोध मार्च छात्रा साजिया खातून के नेतृत्व में कॉलेज के मेन गेट से सुरु होकर न्याय के लिए नारो के साथ "बिलकिस बानों को न्याय दो", "बिलकिस बानो के बलात्कारियों को सजा माफी क्यों-प्रधानमंत्री जबाब दो", "आजादी की अमृत महोत्सव की आड़ में बलात्कारियों की सजा माफ करने वाला भाजपा सरकार शर्म करो" आदि नारे लगाते हुए प्रतिरोध मार्च कॉलेज के प्रिंसिपल कार्यलय होते हुए फील्ड में पंहुच कर सभा मे तब्दील हो गया ।

सभा को संबोधित करते हुए आइसा नगर अध्यक्ष सोनू फर्नाज ने मोदी सरकार से बिलकिस बानो के बलात्कारियों एवं जनसंहार के दोषियों को की सजा माफी रद्द कर बिलकिस बानो को इंसाफ देने की मांग की.
सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने ने कहा कि आजादी की अमृत महोत्सव की आड़ में बलात्कारियों- हत्यारों की सजा माफी देश को शर्मशार करने के साथ ही महिला सम्मान विरोधी भाजपा सरकार की कदम है. प्रधानमंत्री को सजा माफी रद्द कर बलात्कारियों- हत्यारे को पुनः जेल में बंद करना चाहिए. मार्च में शामिल छात्रा जीनत खातून ने संयुक्त रूप संबोधित करते हुए कहा कि देश एवं महिला सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली भाजपा के मोदी सरकार को जम कर लताड़ा.
विदित हो कि गुजरात में 2002 में हुए दंगों के दौरान बिलकिस बानो से गैंगरेप और उनके परिवार के 7 सदस्यों की हत्या की सजा काट रहे सभी 11 अभियुक्त को 15 अगस्त को सरकार ने गोधरा उप कारागार से छोड़ दिया.
मौके पर राजा , राजदेव , मजहर , अंकित , अबरार , आसिया परवीन , साइका खानम समेत दर्जनों छात्र -छात्राओं मौजूद थे ।

22/08/2022

लाठीचार्ज करने वाले एडीम के के सिंह को बर्खास्त करे सरकार- आइसा*

*CTET सातवे चरण की विज्ञप्ति जल्द जारी हो वरना आंदोलन होगा तेज- आइसा*

विज्ञप्ति जारी करने की मांग को ले कर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज पर आइसा ने कड़ी निंदा की एवं लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों पर कारवाई करने की मांग की है।

आइसा बिहार राज्य अध्यक्ष विकाश यादव ने कहा कि CTET अभ्यर्थी लंबे समय से आंदोलनरत हैं।उनकी मांगो को सुना नहीं जा रहा है। आज अभ्यर्थियों ने शांतिपूर्वक पद यात्रा निकाला था लेकिन उनकी बातों को सुनने के बजाए उनपर लाठीचार्ज किया गया। लाठीचार्ज में के दोषी एडीएम का अमानवीय कृत्य भी सामने आया है जो सड़क पर गिरे छात्र पर तबातो़ड़ लाठियां चला रहे हैं। CTET व BTET अभ्यर्थियों का विज्ञप्ति सरकार एक सप्ताह के अंदर जारी करे।

आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार ने कहा कि सातवे चरण की विज्ञप्ति जारी करने की मांग को ले कर आंदोलन कर रहे छात्रों पर डाकबंगला चौराहे पर बर्बर लाठीचार्ज निंदनीय है। लाठीचार्ज करने वाले एडीएम के के सिंह को तुरंत सरकार बर्खास्त करे एवं लाठीचार्ज के दोषी अन्य अधिकारियों पर भी कारवाई किया जाए। सड़क पर गिरे एक छात्र के उपर एडीएम लाठियों से प्रहार कर रहे हैं ।CTET अभ्यर्थी वाजिब मांग कर रहें है ।

11/08/2022

बिहार में सरकार बदलने पर NI एक्सप्रेस से बातचित करते हुए....

भाकपा-माले, आइसा व ऐपवा का प्रतिनिधिमंडल जीएनएम नर्सिंग छात्राओं के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री से मिलाजीएनएम छात्राओं की म...
11/05/2022

भाकपा-माले, आइसा व ऐपवा का प्रतिनिधिमंडल जीएनएम नर्सिंग छात्राओं के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री से मिला

जीएनएम छात्राओं की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की मांग की

पटना 11 मई 2022

पीएमसीएच की आंदोलनरत जीएनएम नर्सिंग छात्राओं के सवाल पर आज भाकपा-माले, आइसा और ऐपवा का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय से मिला.

प्रतिनिधिमंडल में भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, आइसा के राज्य सह सचिव कुमार दिव्यम, ऐपवा की आसमा खान सहित जीएनएम नर्सिंग छात्राएं भी शामिल थे.

प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री से स्पष्ट शब्दों में कहा कि पीएमसीएच की जीएनएम नर्सिंग छात्राओं का हॉस्टल वैशाली के राजापाकर में शिफ्ट करना कहीं से उचित प्रतीत नहीं होता है. प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री को अपना लिखित मांग पत्र दिया, जिसमें नर्सिंग छात्राओं के लिए पटना में ही रहने की व्यवस्था की मांग की गई है.

मांग पत्र में यह कहा गया है यदि एक जगह संभव ना हो तो अलग-अलग बैच को अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट किया जा सकता है, लेकिन इसे पटना में ही किया जाना चाहिए ताकि छात्राएं बेवजह की परेशानी का सामना न करें.

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि आंदोलन के दौरान नर्सिंग छात्राओं पर बर्बर लाठीचार्ज हुआ, पीएमसीएच प्रशासन का रुख इन लड़कियों के प्रति बहुत ही कठोर रहा है और आंदोलन का बहाना बनाकर उनके ऊपर कार्रवाई की भी धमकी दी जा रही है. यह सरासर अन्याय है और इसे तत्काल रोकने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए.

प्रतिनिधिमंडल ने आगे कहा कि नर्सिंग छात्राओं के बीच बर्बर लाठीचार्ज और पीएमसीएच प्रशासन के असंवेदनहीन रुख के बाद भय का माहौल व्याप्त है. सरकार अपनी ओर से पहल करके जीएनएम नर्सिंग छात्राओं को आश्वासन दे कि उन्हें भविष्य में किसी भी प्रकार के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा.

विदित हो कि पीएमसीएच से अपना हॉस्टल वैशाली के राजापाकर में शिफ्ट किए जाने के खिलाफ जीएनएम नर्सिंग छात्राओं ने लगातार आंदोलन किया.आइसा और ऐपवा ने इस आंदोलन का सक्रिय समर्थन किया. पुलिस ने बहुत ही बर्बरता के साथ छात्राओं पर लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए थे और फिर जबरदस्ती छात्राओं के आंदोलन को वहां से हटा दिया गया. प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन के इस संवेदनशील रुख की चर्चा स्वास्थ्य मंत्री के सामने की.

स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की तमाम बातों को सुना. भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने बाद में कहा कि हमें उम्मीद है बिहार सरकार इस मामले में अपने अड़ियल रवैया को छोड़ते हुए संवेदनशीलता का परिचय देगी. छात्राओं की तमाम शंकाओं को दूर करेगी और उनके लिए पटना में ही रहने की व्यवस्था करने की दिशा में आगे बढ़ेगी.

PMCH, पटना में हॉस्टल को लेकर आंदोलन कर रही GNM के छात्राओं एवं आइसा कार्यकर्ताओं के उपर बर्बर लाठी चार्ज के खिलाफ  आज 0...
07/05/2022

PMCH, पटना में हॉस्टल को लेकर आंदोलन कर रही GNM के छात्राओं एवं आइसा कार्यकर्ताओं के उपर बर्बर लाठी चार्ज के खिलाफ आज 07 मई, 2022 को राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत #बेगूसराय में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया गया !

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे होश में आओ!

आंदोलनरत GNM के छात्राओं की मांगें पूरी करो!

Reject Privatization and Saffronisation of Education!Ensure Social Justice in All Educational Institutions!!Reject Polit...
02/05/2022

Reject Privatization and Saffronisation of Education!
Ensure Social Justice in All Educational Institutions!!
Reject Politics of Communal Hate !
Ensure Free Public Education for All !!
ROLLBACKNEP2020
Reject CUET, FYUP, CBCS!

Join
Student Parliament,
31st May 2022, 12 Noon.
Jantar Mantar. New Delhi.

AISA

01/03/2022

5 मार्च छात्र युवा संवाद
11 बजे GD कॉलेज बेगूसराय
19 लाख रोजगार - मांग रहा है युवा बिहार
रोजगार नही -तो सरकार नही !
युवाओं का रोजगार अधिकार महासम्मेलन
ार्च_पटना_चलो
#रोजगार_अधिकार_महासम्मेलन

पीजी प्रथम सेमेस्टर सत्र (2021-23) में ऑनलाइन नामांकन की तिथि जारी..
04/02/2022

पीजी प्रथम सेमेस्टर सत्र (2021-23) में ऑनलाइन नामांकन की तिथि जारी..

◆रोजगार के सवाल पर उठ खड़े हुए छात्र-युवा उभार में व्यापक संभावना, बड़ा मोर्चा बनाएं: दीपंकर भट्टाचार्य◆आइसा-इनौस की राज्य...
04/02/2022

◆रोजगार के सवाल पर उठ खड़े हुए छात्र-युवा उभार में व्यापक संभावना, बड़ा मोर्चा बनाएं: दीपंकर भट्टाचार्य

◆आइसा-इनौस की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को माले महासचिव ने किया संबोधित

◆बिहार से उठा छात्र-युवा उभार उत्तरप्रदेश के चुनाव को नई गति दे रहा है.

पटना 4 फरवरी 2022

पटना के छज्जूबाग स्थित माले विधायक दल कार्यालय में आइसा एवं इंकलाबी नौजवान सभा की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने आज कहा कि हाल ही में बिहार से उठ खड़े हुए छात्र-युवा उभार में व्यापक संभावना दिख रही है. किसान आंदोलन के बाद अब रोजगार के सवाल पर बिहार से लेकर उत्तरप्रदेश, पंजाब और पूरे देश में छात्र-युवा संगठित हो रहे हैं. जरूरत इस बात की है कि रेलवे के निजीकरण पर आमदा और रोजगार के अवसरों को लगातार घटाते जा रही केंद्र सरकार पर निर्णायक हमला बोलने के लिए और बड़ा मोर्चा बनाएं. बिहार में छात्र-युवा आंदोलन का शानदार इतिहास रहा है. बिहार अपने उस इतिहास को एक बार फिर से दुहराने को तैयार खड़ा दिख रहा है.

उन्होंने कहा कि विगत दिनों रेलवे एनटीपीसी व ग्रुप डी के अभ्यर्थियों की मांगों पर आइसा-इनौस के आह्वान पर बिहार बंद ने पूरे देश का ध्यान खींचा. जिस तरह किसान आंदोलन का सेंटर पंजाब रहा, उसी तरह बेरोजगारों के आंदोलन का सेंटर बिहार बन रहा है. ऐसी स्थिति में आइसा-इनौस की जवाबदेही और बढ़ जाती है. नौजवानों का जो विश्वास बढ़ा है उसपर हमें खड़ा रहना है और एक व्यापक जनांदोलन की ओर बढ़ते हुए भाजपा के फासीवादी हमलों को पीछे धकेलना है.

बिहार के विगत विधानसभा चुनाव में रोजगार एक बड़ा मुद्दा बना था और छात्र-युवाओं ने भाजपा-जदयू सरकार को लगभग सत्ता से बाहर धकेल दिया था. हालांकि ऐसा नहीं हो सका. यूपी चुनाव में भी रोजगार बड़ा मुद्दा बन रहा है. बिहार के छात्र-युवा आंदोलन से उसे बल मिला है. यूपी के चुनाव परिणाम पर सबकी नजर है. वहां भाजपा की हार के साथ 2024 में तानाशाह मोदी सरकार को दिल्ली की गद्दी से हटाने के आंदोलन को नई गति मिलेगी और तब देश का पूरा नजारा बदलेगा.

इस बार के केंद्रीय बजट में केंद्र सरकार ने रोजगार के सवाल पर अपने पुराने जुमले को ही दोहराया. उसकी नीति रेलवे का धीरे-धीरे निजीकरण करने की है. रेलवे सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला सेक्टर है. यदि यह सेक्टर टूट जाएगा, तब रोजगार कहां है? बैंक, बीमा आदि का भी निजीकरण हो रहा है. टेंपरोरी टाइप के काम मिल रहे हैं. जहां बहुत मेहनत करनी पड़ती है लेकिन वेतन उतना ही कम. देश में बेरोजगारों-अर्द्धबेरोजगारों की तादाद लगातार बढ़ रही है. हमें इस बात को लेकर सावधान रहना होगा कि भाजपा जैसी फासीवादी ताकतें इस ऊर्जा को गलत दिशा में मोड़ने की जी तोड़ कोशिश करेगी. आइसा-इनौस के लोगों को इस ऊर्जा को एक सकारात्मक दिशा देना होगा और पूरी लड़ाई को सरकार की नीतियों के खिलाफ मोड़ना होगा.

आइसा-इनौस की बैठक में माले राज्य सचिव कुणाल सहित माले के युवा नेता राजू यादव, इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अगिआंव विधायक मनोज मंजिल, केंद्रीय कमिटी के सदस्य अभ्युदय, आइसा के महासचिव व पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, इनौस के मानद अध्यक्ष व डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा, आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष विकास यादव व सचिव सबीर कुमार, इनौस के राज्य अध्यक्ष आफताब आलम व सचिव शिवप्रकाश रंजन, जितेन्द्र पासवान सहित कई जिलों के अध्यक्ष व सचिव शामिल हुए.

कुमार परवेज
मीडिया प्रभारी, भाकपा-माले, बिहार

19/01/2022
23/12/2021

85000 छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है ,
मिथला विश्वविद्यालय के कुलपति !

विश्वविद्यालय बचाओ संघर्ष मोर्चा ने कराया कॉलेजो को बन्द* *कुलपति-कुलसचिव की बर्खास्तगी तक आन्दोलन जारी रहेगा- संघर्ष मो...
15/12/2021

विश्वविद्यालय बचाओ संघर्ष मोर्चा ने कराया कॉलेजो को बन्द*

*कुलपति-कुलसचिव की बर्खास्तगी तक आन्दोलन जारी रहेगा- संघर्ष मोर्चा*

बेगूसराय -15 दिसंबर 2021

आज विश्वविद्यालय बचाओ संघर्ष मोर्चा के मिथला विश्वविद्यालय बन्द के आह्वान पर छात्र संगठन आइसा एआईएसएफ, और छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने कुलपति-कुलसचिव हटाओ विश्वविद्यालय-बचाओ अभियान के तहत मिथला विश्वविद्यालय बन्द के मौके पर शहर के विभन्न कॉलेजों को बंद करवा कर किया प्रदर्शन जिसका नेतृत्व संयुक्त रुप से आइसा के जिला अध्यक्ष अजय कुमार,एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार, छात्र राजद के नेता अमर आज़ाद ने किया।
छात्रों का हुजूम सबसे पहले कॉपरेटिव कॉलेज पहुच कॉलेज को बंद करवाया फिर वहां से बाइक जुलूस निकाला जीडी कॉलेज और महिला कॉलेज पहुँच कॉलेज कर प्रदर्शन किया। इस मौके पर छात्रों ने भ्रष्ट कुलपति और कुलसचिव सहित राज्यपाल की इस्तीफा की मांग कर रहे थे। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन, राजभवन व बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। मौके पर सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में केंद्र-राज्य सरकार व राजभवन बिहार के उच्च शिक्षा को अपना चारागाह समझ रखी है। राज्यपाल से लेकर बिहार के सभी विश्वविद्यालय के कुलपति विश्वविद्यालय को लूट का अड्डा बना कर छोड़ दी है। सभी कुलपति व कुलाधिपति को छात्र कर्मचारी व शिक्षक हितों से कोई मतलब नहीं है ये लोग सिर्फ शिक्षा के मंदिर विश्वविद्यालय को लूट का दुकान बना कर रख दी है। बिहार के विश्वविद्यालयों में कुलपति व कुलसचिव के द्वारा किए गए लूट के कारण बिहार के उच्च शिक्षा पूरे देश दुनिया में बदनाम हो गई है। बिहार के विश्वविद्यालयों से उच्च शिक्षा लेकर जब छात्र बाहर निकलते हैं तो उन्हें नौकरी नहीं मिलती। वही मिथिला विश्वविद्यालय में डाटा सेंटर व विश्वविद्यालय के आपसी लड़ाई के कारण विश्वविद्यालय में नामांकित छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। विगत 1 महीने से डाटा सेंटर में ताला लगा हुआ है जिस कारण छात्रों के परीक्षा फॉर्म, नामांकन व रिजल्ट में देरी हो रही है। कई महीनों से डिग्री पार्ट थर्ड का परीक्षा परिणाम लंबित है। जिसके कारण दूसरे बड़े केंद्रीय विश्वविद्यालयों सहित बाहर के विश्वविद्यालय के नामांकन परीक्षा व नौकरी निकाल कर बैठे छात्र परीक्षा परिणाम नहीं आने के कारण दूसरे जगह ना तो नामांकन ले पा रहा है और ना ही नौकरी ले पा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। वही पूरे बिहार में मिथिला विश्वविद्यालय का सत्र नियमित था। इस झगड़े के कारण सत्र भी अनियमित हो गया है। वही वक्ताओं ने कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय में भी बड़े पैमाने पर आर्थिक लूट हुई है। परीक्षा विभाग के अकाउंट से शिक्षा माफियाओं के अकाउंट पर सीधा पैसा ट्रांसफर किया गया है। वही टेंडर में भी बड़े पैमाने पर लूट हुई है। कुलसचिव के द्वारा डेली वेजेस मजदूरों की भर्ती में भी मोटी रकम की उगाही की गई है। छात्र नेताओं ने कहा कि अगर कुलसचिव व कुलपति की बर्खास्तगी या इस्तीफा नहीं होता है तो फिर आगे सभी छात्र संगठन आम छात्रों को लामबंद कर विवश होकर उग्र आंदोलन करेगी। इस प्रदेशन को एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष अमीन हमज़ा, आइसा के पूर्व राज्य उपाध्यक्ष वतन कुमार,फहीम आलम,सोनू फर्नाज़,केसर रेहान,राजा कुमार,अनन्त कुमार,सैफ नबाब और जहांगीर आलम आदि ने संबोधित किया।

अजय कुमार - जिला अध्यक्ष, आइसा

बिहार के विश्वद्यालयों में मची लूट के जिम्मेदार राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस्तीफा दो।बिहार के विश्वविद्यालयों...
14/12/2021

बिहार के विश्वद्यालयों में मची लूट के जिम्मेदार राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस्तीफा दो।

बिहार के विश्वविद्यालयों के भ्रष्टाचार की जांच हाइकोर्ट की निगरानी में स्वतंत्र एजेंसी से करवाओ।

बिहार के विश्वविद्यालयों में यूपी वाले भ्रष्ट आरएसएस कुलपतियों से बचाओ!

भ्रष्ट कुलपति-कुलसचिव हटाओ!
बिहार के विश्वविद्यालय बचाओ!

मिथिला वि.वि को लूटने वाले कुलपति-कुलसचिव को बर्खास्त करो।

बिहार के विश्वविद्यालयों में व्यापत भ्रष्टाचार में राज्यपाल की संलिप्तता के खिलाफ राज्यव्यापी प्रतिरोध, मिथिलांचल बंद एवं
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री का पुतला दहन!

15 दिसंबर 2021

आइसा बिहार

भ्रष्ट कुलपति-कुलसचिव हटाओ,मिथिला विश्वविद्यालय बचाओ!मिथिला विवि को लूटने वाले कुलपति-कुलसचिव को बर्खास्त करो।डिग्री पार...
13/12/2021

भ्रष्ट कुलपति-कुलसचिव हटाओ,
मिथिला विश्वविद्यालय बचाओ!

मिथिला विवि को लूटने वाले कुलपति-कुलसचिव को बर्खास्त करो।

डिग्री पार्ट 3rd, पीजी 1st व 3rd सेमेस्टर का रिजल्ट जारी करो।

वि.वि व डेटा सेंटर के खेल में लगभग 87 हजार छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले कुलसचिव को बर्खास्त करो।

LNMU में भ्रष्टाचार के खिलाफ
*मिथिलांचल बंद* में शामिल हों।

15 दिसंबर 2021

आइसा

दलित विरोधी GD कॉलेज के कर्मचारी  मनोज मिश्रा के बर्खास्तगी की मांगों को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करते हुए कॉलेज में ता...
11/12/2021

दलित विरोधी GD कॉलेज के कर्मचारी मनोज मिश्रा के बर्खास्तगी की मांगों को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करते हुए कॉलेज में तालाबंदी की गयी !

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