Jai Rajputana

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25/11/2023

कहते है ना कुछ योद्धाओं को आदत है परदे के पीछे रहकर या मौन रहकर अपना काम करने की ! ये आते है अपना काम करते है और निकल जाते है !
वैसे ही इन दिनों #रविन्द्र_सिंह_भाटी के साथ एक शख्स पिछले कई महीनों से शिव में मेहनत कर रहा है ! नाम है #अशोक_गोदारा,जो #बिश्नोई समाज से आते है
बीकानेर से आने वाले अशोक भाई कुछ महीनों पहले अपने गाड़ियों के भारी काफिले के साथ शिव आए थे अपने दोस्त,अपने भाई रविन्द्र सिंह के लिए !
रविन्द्र सिंह के साथ चलने वाला गाड़ियों का काफिला चाहे वो डिफेंडर हो,स्कॉर्पियो हो,फॉर्च्यूनर हो या फिर रेंज रोवर हो ! इन सबका खर्चा भाई अशोक बिश्नोई उठा रहे है ! डीजल से लेकर मेंटेनेंस तक सब अशोक बिश्नोई की तरफ से !
जिनकी दोस्ती इतनी गहरी हो,उनको कौन हरा सकता है !!

Ravindra Singh Bhati
Jai Rajputana

05/11/2023

Ravindra Singh Bhati

28/03/2023

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12/01/2023

Okendra Rana जी को एक और मेडल मिलने पर बहुत बहुत बधाई एंव शुभकामनाऐ जय भवानी जय राजपूताना🚩

पूरे राजपूत समाज आपके साथ है दादा 💪💪

21/07/2022
 #सम्राट महाराजा श्री  #अनंगपाल_तोमर जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। 🙏🙏
20/07/2022

#सम्राट महाराजा श्री #अनंगपाल_तोमर जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। 🙏🙏

"किस्सा होते तो भुला देते पर आप तो हिस्सा थे सो_दर्द बहुत_हुआ...!! #आनंदपाल_सिह  सावराद को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं...
31/05/2022

"किस्सा होते तो भुला देते
पर आप तो हिस्सा थे सो_दर्द बहुत_हुआ...!!
#आनंदपाल_सिह सावराद को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं भाई साहब आप हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहोंगे

ऐसा बिल्कुल नहीं है कि पीछे से धक्का लगाने वाला शख्स हाथी को ट्रक में चढ़ा सकता है लेकिन सिर्फ इतने से ही हाथी को एहसास ...
20/05/2022

ऐसा बिल्कुल नहीं है कि पीछे से धक्का लगाने वाला शख्स हाथी को ट्रक में चढ़ा सकता है लेकिन सिर्फ इतने से ही हाथी को एहसास है कि मेरे पीछे कोई है जो मेरी मदद कर रहा है और इसी एहसास के सहारे हाथी ट्रक में चढ़ जाएगा।
कभी कभी हमें भी ऐसे ही हल्के से सहारे की जरूरत होती है।
अतः एक दूसरे की सहायता करते रहिए। ये आपसी सहयोग एक दूसरे में आत्मविश्वास भरता है और आत्मविश्वास से भरा व्यक्ति जीवन की हर कठिनाई पार कर सकता है।
इसलिए सहारा बहुत बड़ी चीज होती है। जीवन मे एक दूसरे को सहारा देते रहिए |🙏🙏
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 जय भवानी

 #गोरा_बादल : वीरता और शौर्य की अद्भुत कहानी , जिन्होंने अपनी वीरता से खिलजी को उसकी ओकात दिखाई थी----------------------...
19/05/2022

#गोरा_बादल : वीरता और शौर्य की अद्भुत कहानी , जिन्होंने अपनी वीरता से खिलजी को उसकी ओकात दिखाई थी
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गौरा और बादल ऐसे ही दो शूरवीरों के नाम है, जिनके पराक्रम से राजस्थान की मिट्टी बलिदानी है .

जीवन परिचय और इतिहास :

गौरा ओर बदल दोनों चाचा भतीजे जालोर के चौहान वंश से सम्बन्ध रखते थे | मेवाड़ की धरती की गौरवगाथा गोरा और बादल जैसे वीरों के नाम के बिना अधूरी है. हममें से बहुत से लोग होंगे, जिन्होंने इन शूरवीरों का नाम तक न सुना होगा !

मगर मेवाड़ की माटी में आज भी इनके रक्त की लालिमा झलकती है. मुहणोत नैणसी के प्रसिद्ध काव्य ‘मारवाड़ रा परगना री विगत’ में इन दो वीरों के बारे पुख्ता जानकारी मिलती है. इस काव्य की मानें तो रिश्ते में चाचा और भतीजा लगने वाले ये दो वीर जालौर के चौहान वंश से संबंध रखते थे, जो रानी पद्मिनी की विवाह के बाद चितौड़ के राजा रतन सिंह के राज्य का हिस्सा बन गए थे।

ये दोनों इतने पराक्रमी थे कि दुश्मन उनके नाम से ही कांपते थे. कहा जाता है कि एक तरफ जहां चाचा गोरा दुश्मनों के लिए काल के सामान थे, वहीं दूसरी तरफ उनका भतीजा बादल दुश्मनों के संहार के आगे मृत्यु तक को शून्य समझता था. यहीं कारण था कि मेवाड़ के राजा रतन सिंह ने उन्हें अपनी सेना की बागडोर दे रखी थी।

राणा रतनसिंह को खिलजी की कैद से छुड़ाना :

खिलजी की नजर मेवाड़ की राज्य पर थी लेकिन वह युद्ध में राजपूतों को नहीं हरा सका तो उसने कुटनीतिक चाल चली , मित्रता का बहाना बनाकर रावल रतनसिंह को मिलने के लिए बुलाया और धोके से उनको बंदी बना लिया और वहीं से सन्देश भिजवाया कि रावल को तभी आजाद किया जायेगा, जब रानी पद्मिनी उसके पास भजी जाएगी।

इस तरह के धोखे और सन्देश के बाद राजपूत क्रोधित हो उठे, लेकिन रानी पद्मिनी ने धीरज व चतुराई से काम लेने का आग्रह किया। रानी ने गोरा-बादल से मिलकर अलाउद्दीन को उसी तरह जबाब देने की रणनीति अपनाई जैसा अलाउद्दीन ने किया था। रणनीति के तहत खिलजी को सन्देश भिजवाया गया कि रानी आने को तैयार है, पर उसकी दासियाँ भी साथ आएगी।

खिलजी सुनकर आन्दित हो गया। रानी पद्मिनी की पालकियां आई, पर उनमें रानी की जगह वेश बदलकर गोरा बैठा था। दासियों की जगह पालकियों में चुने हुए वीर राजपूत थे। खिलजी के पास सूचना भिजवाई गई कि रानी पहले रावल रत्नसिंह से मिलेंगी। खिलजी ने बेफिक्र होकर अनुमति दे दी। रानी की पालकी जिसमें गोरा बैठा था, रावल रत्नसिंह के तम्बू में भेजी गई।

अलाउद्दीन खिलजी पर आक्रमण

गोरा ने रत्नसिंह को घोड़े पर बैठा तुरंत रवाना कर और पालकियों में बैठे राजपूत खिलजी के सैनिकों पर टूट पड़े। राजपूतों के इस अचानक हमले से खिलजी की सेना हक्की-बक्की रहा गई वो कुछ समझ आती उससे पहले ही राजपूतों ने रतनसिंह को सुरक्षित अपने दुर्ग पंहुचा दिया , हर तरफ कोहराम मच गया था गोरा और बादल काल की तरह दुश्मनों पर टूट पड़े थे , और अंत में दोनों वीरो की भांति लड़ते हुवे वीरगति को प्राप्त हुवे |

गोरा और बादल जैसे वीरों के कारण ही आज हमारा इतिहास गर्व से अभिभूत है. ऐसे वीर जिनके बलिदान पर हमारा सीना चौड़ा हो जाये, उन्हें कोटि-कोटि नमन | मेवाड़ के इतिहास में दोनों वीरों की वीरता स्वर्ण अक्षरों में अंकित है |

09/05/2022
 #कोई_पुछे_की_महाराणा_प्रताप_सिंह_कौन_थे_ #तो_कहना_सवा_लाख_फ़ौज_एक_तरफ़_और_महाराणा_प्रताप_की_मुछ_की_मरोड़_एक_तरफ़    सूरज क...
09/05/2022

#कोई_पुछे_की_महाराणा_प्रताप_सिंह_कौन_थे_
#तो_कहना_सवा_लाख_फ़ौज_एक_तरफ़_और_महाराणा_प्रताप_की_मुछ_की_मरोड़_एक_तरफ़
सूरज का तेज भी फीका पड़ता था,
जब राणा तू अपना मस्तक ऊँचा करता था,
थी राणा तुझमें कोई बात निराली
इसलिए अकबर भी तुझसे डरता था

चढ़ चेतक पर तलवार उठा
रखता था भूतल पानी को
राणा प्रताप सिर काट काट
करता था सफल जवानी को

इकबाल था बुलंद, उसे धूल कर दिया,
मद जिसका था प्रचंड, सारा दूर कर दिया,
राणा प्रताप इकलौते, थे ऐसे वीर जिसने
अकबर का सारा घमंड, चूर चूर कर दिया

प्रताप का सिर कभी झुका नहीं
इस बात से अकबर भी शर्मिंदा था
मुगल कभी चैन से सो ना सके
जब तक मेवाड़ी राणा जिंदा था

राजपुताना की आन है राणा,
राजपुताना की शान है राणा,
वीरों के लिए एक पैगाम है राणा,
भारत के वीर पुत्र का नाम है राणा.

अंत: स्मरणीय, महान स्वाभिमानी, क्षत्रिय कुल भूषण, हिंदुआ सूरज, सत्य सनातन धर्म की आन-बान-शान, माँ भारती के वीर सपूत, वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
माना #राणा भगवान नहीं है लेकिन हमारे मंदिरो में भगवान इन्हीं की वजह से हैं
#सिर्फ़ महान नहीं #महाराणा तो हमारे #भगवान है
शत-शत नमन उस मेवाड़ी वीर को
जिसने अपने भाले से दुश्मनों के छक्के छुड़ाए थे
मातृभूमि की स्वतन्त्रता के खातिर
कई वर्ष जंगल में गुजारे थे।

सभी देशवासियों को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई

नाम - (कुँवर प्रताप सिंह सिसोदिया)

जय महाराणा
जय मेवाड़ 🚩🚩
जय ⚔ राजपुताना ⚔

जनमानस की आस्था का केंद्र राजस्थान के पाली जिले के चोटिला गांव के देवस्वरूप श्री ओम बन्ना सा की जयंती पर समस्त श्रद्धालु...
06/05/2022

जनमानस की आस्था का केंद्र राजस्थान के पाली जिले के चोटिला गांव के देवस्वरूप श्री ओम बन्ना सा की जयंती पर समस्त श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। श्री ओम बन्ना सा आप सभी के जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करें ऐसी मेरी मंगलकामनाएं हैं।

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