The Universal Hindu

The Universal Hindu जय हिंद जय भारत वंदे मातरम🇮🇳

19/11/2023

खत्म हुआ कलयुग, बड़ी हो रही है नंदी
महाराज की मू्ती। कलयुग के अंत में ज़िंदा
होंगे भगवान नंदी ..



Kaliyug is over, the idol of Nandi Maharaj is getting bigger. Lord Nandi will be alive at the end of Kali Yuga..
________________
Right now we are living in Kaliyuga, only sin is visible all around, worship of God has been made a pretense, it is said that when Kaliyuga is about to end, there will be annihilation and then Kaliyuga will end, then
the new age the beginning of what will be called the golden age
_________________
अभी हम कलयुग में जी रहे है, चारों तरफ़ सिऱ् पाप नज़र आता है पूजा पाठ ईश्वर की आराधना को तो ढोंग बना दिया गया है, कहते है कि जब कलयुग समाप्त होने वाला होगा तो प्रलय आएगी और तब कलयुग समाप्त हो जाएगा फिर नए युग की शुरुआत होगी जिसे सतयुग कहेंगे

दोस्तों क्या आपको पता है की भारत में कुछ ऐसे रहस्यमी और चमत्कारी मंदिर है जिनसे हमें कलयुग के अंत के संकेत मिल rhe हैं हमारी सिरीज़ 'ख़त्म हुआ कलयुग' की ये 5 विडीओ है, आज की इस वेदीयो में मैं अपको 2 रहस्यमय मंदिरों के बारे में बताने वाला हूँ पहले मंदिर में स्वयं भगवान शिव का शिवलिंग है और उससे कलयुग के अंत के संकेत मिल rhe है, दूसरे मंदिर में स्वयं नंदी महाराज हैं जो स्वयं अपने भक्तों को चमत्कार dikha rhe है, भक्तों का मानना है कि नंदी महाराज का आकार अपने आप चमत्कारी रूप से बढ़ rha है, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है और वैज्ञानिको को इस मंदिर की reserch में क्या मिला चलिए आज की वेदीयो में जानते है, दोस्तों वेदीयो में आगे बढ़ने से पहेले छोटा सा निवेदन की हमारे चैनल को सब्स्क्राइब अवश्य करे

18/11/2023

जगन्नाथ पुरी में हुआ बड़ा चमत्कार, live
घटित घटना को देख भागे वैज्ञानिक | Lord
Jagannath Miracle





Jagannath Puri Mysteries:

Lord Jagannath Puri holds a prominent place of importance for devotees. It is one of the Char Dham pilgrimage sites in India, and is also well-known for the annual chariot festival or Rath Yatra. If various
legends are to be believed, King
Indradyumn built this holy shrine after Lord Vishnu blessed and guided him in his dreams to find Nila Madhava.

It was during one of the holy dips in the river, King Indradyumn found an iron rod floating. It is believed that Lord Vishnu then whispered to him that the floating rod is his heart, which will remain on the land forever.
The king then ran with the rod to Lord
Jagannath and placed it in him discreetl. He never allowed anyone to ever see or touch the rod.The flag atop the temple strangely always
floats in the opposite direction of wind. The flag floating in opposite direction brings your scientific reasoning to a halt, and you
just tend to believe that there is some force more powerful than science.
The chakra is actually 20 ft high and weighs a ton. It is fitted on top of the temple. But what is interesting about this chakra is that, you can see this chakra from any corner of
the Puri city. The engineering mystery
behind the placing and positioning of
chakra is still a mystery because
irrespective of your position, you can
always feel that the chakra is facing toward you.

You will be surprised to know that no birds or planes fly above the temple. By contrast, such an aspect is a rarity at any other temple in India. The site is a no-fly zone actually, which has not been declared by any state powers, but by some divine
power. This phenomenon also apparently has no explanation. It still remains a mystery.

The structure of the temple is such that it does not cast any shadow at any given time of the day. It still remains to be deciphered
whether it is an engineering marvel ora phenomenon that can be attributed only to the divine force.
The Jagannth temple has four doors, and Singhadwaram is the main door of entrance to the temple. While you enter through Sindhadwaram, you can clearly hear the sound of waves, but once you passed the Singhadwaram, simply take a turn and walk
back in the same direction, you will no longer hear the sound of waves. In fact, you will not hear the sound of waves as long as you are inside the temple.

In any part of the world, you must have witnessed that during daytime, the wind from sea comes to the land, whereas the wind from the land blows toward sea at evening. However, in Puri, the geographical
laws are also reversed. Here, just the
opposite thing happens.
Every day a priests climbs atop the temple, which is as tall as 45 storey building, to change the flag. This ritual has been in place for 1800 years. It is believed that if
this ritual is ever missed, the temple will remain shut for the next 18 years.
Nothing goes wasted in Jagannath Temple. Depending on the day, records state that 2,000 to 20,000 devotees visit the temple.
But, the quantity of prasadam, which is cooked in the tenmple, remains the same throughout the year. Yet, the prasadam never get wasted or is insufficient in any given day.

Pots are actually used to cook this special delicacy using firewood. 7 pots are used for this and they are placed one on top of another. Interesting to note here is that the
contents of the topmost pot gets cooked first, followed by the bottom pots.

18/11/2023

खत्म हुआ कलयुग! - जगन्नाथ पुरी और बद्रीनाथ धाम से मिले चौंका देने वाले संकेत | puri jagannath





उत्तराखंड को देवताओं की भूमि यानी देवभूमि के रू्प में विश्वृभर में जाना जाता है. कहा जाता है कि उत्तराखंड के कण-कण में भगवान का वास है. विश्व प्रसिद्ध चारधाम (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गगोत्री और यमनोत्री) भी उत्तराखंड में ही मौजूद हैं.

बदरीनाथ धाम में मान्यता है कि जीवन-मृत्यु के फेर से मक्ति पाने के लिये जीवनकाल में एक बार ज़रूर बदरीधाम के दर्शन करने चाहियें. ये वही तीर्थ है जहां भगवान विष्णु आराम करते है, इसके अलावा भोजन करने के लिए भगवान विष्णु पुरी के जगन्नाथ मंदिर जाते हैं , दोस्तों भगवान विष्णु के इन दो तीर्थ में जब भी कोई अपशगुन या अशुभ काय्य हुआ है, तो वो संकेत मना
जाता है ... की इस दुनिया में कुछ तो अनहोनी होने वाली है, यानी की ये प्राचीन मंदिर हमें कलयुग के अंत के संकेत देते हैं,

Uttarakhand is known all over the world as the land of gods i.e. Devbhoomi. It is said that God resides in every particle of Uttarakhand. There is a belief in the world famous Badrinath Dham. Friends, this is the same pilgrimage place where Lord Vishnu rests, apart from this, if Lord Vishnu goes to Jagannath temple of Puri to have food, then that sign is celebrated .. that something untoward is going to happen in this world, that is, this ancient Temples give us signs of the end of Kali Yuga

तो दोस्तों आज की इस वीड़ियो में मैं आपको 2 ऐसे
प्राचीन रहस्यमई मंदिरों के बारे में बताने वाला हूं, जिनमें
समय समय पर कलयुग के अंत के संकेत मिलते आए हैं,
ये दोनों मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, इनमें एक
ऐसा मंदिर है जहां भगवान विष्णु विश्राम करते हैं और वो
मंदिर सिर्फ कुछ महीनों के लिए ही खुलता है, और दूसरा
मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान विष्णु भोजन करते
हैं, इन दोनों मंदिरों को ही धरती का वैकुंठ कहा जाता
है...

So friends, in today's video, I am going to
tell you about 2 such ancient mysterious
temples, in which there have been signs of
the end of Kali Yuga from time to time, both
of these temples are dedicated to Lord
Vishnu,

17/11/2023

जगन्नाथ मंदिर में वैज्ञानिकों को मिला ब्रह्म पदार्थ
चमत्कार देखकर नासा हैरान रहस्य आया सामने


दोस्तों क्या हुआ जब वैज्ञानिक गए जगन्नाथ मंदिर के
अंदर उन्हें मिला भगवान श्री कृष्ण का धड़कता हुआ दिल
उसे देखने के बाद उनकी आंखें फटी की फटी रह गई और
उसके बाद जो हुआ उसे देखने के बाद वैज्ञानिकों और
वहां के लोगों के होश उड़ गए आखिर जगन्नाथ मंदिर के
अंदर उन्हें ऐसा क्या मिला
जगन्नाथ मंदिर का रहस्य क्या है ? | वैज्ञनिकों को मिला
ब्रह्म पदार्थ । जगन्नाथ मंदिर में नासा के वैज्ञानिक।
जगन्नाथ मंदिर से हैरान | जगन्नाथ मंदिर में हुआ चमत्कार
| जगन्नाथ में फिर हुआ चमत्कार| जब वैज्ञानिक के
जगन्नाथ मंदिर
What is the secret of Jagannath temple?
Scientists found Brahma substance. NASA
scientists at Jagannath Temple | Surprised
by the Jagannath Temple | Miracle
happened in Jagannath temple.
,Miracle happened again in Jagannath.
Jagannath Temple of Scientist

jagannaath mandir ka rahasy kya hai ?|
vaigyaanikon ko mila brahm padaarth |
jagannaath mandir mein naasa ke
vaigyaanik | jagannaath mandir se hairaan |
jagannaath mandir mein hua chamatkaar |
ljagannaath mein phir hua chamatkaar |
jab vaigyaanik ke jagannaath mandir

15/11/2023

जल्द होने वाली है कल्कि और कालीपुरुष की
भयंकर लड़ाई | Kalki Avatar Vs
Kalipurush | kalki kalipurush

भगवान विष्णु का दसवां अवतार जो कलयुग के अंत में
धरती पर अवतरित होंगे वह अधर्म का अंत करके हमें
सतयुग में ले जाएंगे, लेकिन हमारे मन में एक सवाल
उठता है कि जिस तरह से त्रेता युग मैं रावण धार्मिक था
द्वापर युग में कंस धार्मिक था। आखिर कलयुग में वो
कौन सा अधर्मी होगा जो इन सबसे ज्यादा ताकतवर
होगा। वो कितना शक्तिशाली होगा जिसका अंत करने के
लिए कल्कि अवतार हनुमान जी और परशुराम जी जैसे
महान योद्धराओं को एक साथ लड़ना पड़ सकता है।
इसे जानने के लिए वीडियो को पूरा देखिएगाआप देख रहे
हैं द eternal यानि सनातन तो वीडियों शुरू करने से
पहले वीडियो को लाइक करके कमेंट में ॐ नमो नारायण
लिखिएगा।

Kalki avatar
kalki vs kali purush
battle between kalki and kalipurush

14/11/2023

कौन हैं kalki avatar , क्या कालयुग में Kalki Avatar जन्म ले चुके हैं | Is Kalki Avatar Born?


धार्मिक एवं पौराणिक मान्यता के अनुसार जब पृथ्वी पर
पाप बहुत अधिक बढ़ जाएगा। तब दुष्टों के संहार के लिए
विष्णु का यह अवतार यानी 'कल्कि अवतार' प्रकट होगा।
कल्कि को विष्णु का भावी और अंतिम अवतार माना गया
है। भगवान का यह अवतार " निष्कलंक भगवान " के
नाम से भी जाना जायेगा। आपको ये जानकर आश्वर्य
होगा की भगवान श्री कल्कि ६४ कलाओं के पूर्ण
निष्कलंक अवतार होगे
शास्त्रों के अनुसार यह अवतार भविष्य में होने वाला है।
कलियुग के अन्त में जब शासकों का अन्याय बढ़ जायेगा।
चारों तरफ पाप बढ़ जारयेंगे तथा अत्याचार का बोलबाला
होगा तब इस जगत का कल्याण करने के लिए भगवान
विष्णु Kalki के रूप में Avatar लेंगे(8)

श्रीमद्धागवत पुराण और भविष्यपुराण में kalyug के औंत
का वर्णन मिलता है. कलियुग में भगवान कल्कि का
अवतार होगा, जो पापियों का संहार करके फिर से
सतयुग की स्थापना करेंगे. कलियुग के अंत और Kalki
Avatar के संबंध में अन्य पुराणों में भी इसका वर्णन
मिलता है.(9)

युग परिवरतनकारी भगवान श्री कल्कि के अवतार का
प्रयोजन विश्वकल्याण बताया गया है।
श्रीमद्रागवतमहापुराण में Vishnu अवतारों की कथाएं
विस्तार से वर्णित है। इसके बारहवें स्कन्ध के द्वितीय
अध्याय में भगवान के कल्कि अवतार की कथा विस्तार से
दी गई है जिसमें यह कहा गया है कि "सम्भल ग्राम
(नगरी) में विष्णुयश नामक श्रेष्ठ ब्राह्मण के पुत्र के रूप में
भगवान कल्कि का जन्म होगा। वह देवदत्त नामक घोड़े
पर आरूढ़ होकर अपनी कराल करवाल (तलवार) से
दुष्थें पापियों, म्लेच्छों (10) का संहार करेंगे तभी सतयुग
का प्रारम्भ होगा

Who is Kaki ?
is kalki born ?

13/11/2023

खत्म हुआ कलयुग, महादेव का ये जीवित
शिवलिंग दे रहा है कलयुग अंत के संकेत |
Kalyug ka Ant

Address

Bankura
Bankura
722101

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when The Universal Hindu posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Share


Other Digital creator in Bankura

Show All