Uttar Bharat Live

Uttar Bharat Live Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Uttar Bharat Live, Media/News Company, K P Road, Badrinath.

एक छोटी सी शुरुआत से एक बड़ी सफलता तक, देश के सबसे भरोसेमंद अखबारों में से एक उत्तर भारत लाइव। अब आपका उत्तर भारत लाइव YOUTUBE और WHATSAPP पर भी मौजूद है।
ना पक्ष ना विपक्ष सिर्फ निर्भय और निष्पक्ष। निष्ठा सिर्फ राष्ट्र के साथ।

भागम-भाग वाली जिंदगी में कुछ पल शांति के  #मां_गंगा के सानिध्य में बिताने का मौका मिला। शानदार, यादगार और अद्धभुत पल।
23/12/2024

भागम-भाग वाली जिंदगी में कुछ पल शांति के #मां_गंगा के सानिध्य में बिताने का मौका मिला। शानदार, यादगार और अद्धभुत पल।

22/12/2024

मौसम वही, सर्दी वही, वही दिलकश दिसंबर है,
यादें वही, किस्से वही, पर दिल थोड़ा मजरूह है।
चाय वही, अदरक वही, वही दिल में बवंडर है,
खुशबू वही, अहसास वही, पर कोई दूर बहुत है।

Uttar Bharat Live  के संपादक Aashish Kumar Dhyani  ने मां धारी देवी जी के दर्शन किये और आशीर्वाद लिया
19/12/2024

Uttar Bharat Live के संपादक Aashish Kumar Dhyani ने मां धारी देवी जी के दर्शन किये और आशीर्वाद लिया

थोड़ी सा ठहरकर खुद को सँवार रहा हूँ,नई उड़ानों के लिए पंख संजो रहा हूँ
19/12/2024

थोड़ी सा ठहरकर खुद को सँवार रहा हूँ,
नई उड़ानों के लिए पंख संजो रहा हूँ

माई का दिव्य, भव्य दरबार... बहुत शांति मिलती है।Uttar Bharat Live के संपादक Aashish Kumar Dhyani ने सिद्ध पीठ   के दर्शन...
18/12/2024

माई का दिव्य, भव्य दरबार... बहुत शांति मिलती है।

Uttar Bharat Live के संपादक Aashish Kumar Dhyani ने सिद्ध पीठ के दर्शन किये और माई से आशीर्वाद लिया।

काँच के जाम में छलकती यारी,हर घूँट में बसी है कहानी हमारी।नशा कॉकटेल का नहीं, यारों का है,जहाँ दोस्त हँसे, वहीं महफ़िल ह...
17/12/2024

काँच के जाम में छलकती यारी,
हर घूँट में बसी है कहानी हमारी।
नशा कॉकटेल का नहीं, यारों का है,
जहाँ दोस्त हँसे, वहीं महफ़िल हमारी।

आज का नाश्ता, बिल्कुल पौष्टिक और आयल फ्री।
16/12/2024

आज का नाश्ता, बिल्कुल पौष्टिक और आयल फ्री।

 #भू_अध्यादेश - उत्तराखंड की  #अस्मिता और  #अस्तित्व का  #प्रश्न:  #आशीष_ध्यानीPushkar Singh Dhami Dhakad Dhami Dhami Ki...
13/12/2024

#भू_अध्यादेश - उत्तराखंड की #अस्मिता और #अस्तित्व का #प्रश्न: #आशीष_ध्यानी

Pushkar Singh Dhami Dhakad Dhami Dhami Ki Dhoom BJP Uttarakhand Uttarakhand Kranti Dal

#भू_अध्यादेश #आशीष_ध्यानी #उत्तराखंड #अस्तित्व #अस्मिता #प्रश्न

भू अध्यादेशः उत्तराखंड की अस्मिता और अस्तित्व का प्रश्नआशीष ध्यानीउत्तराखंड, जिसे "देवभूमि" कहा जाता है, आज माफियाओं और ...
13/12/2024

भू अध्यादेशः उत्तराखंड की अस्मिता और अस्तित्व का प्रश्न
आशीष ध्यानी

उत्तराखंड, जिसे "देवभूमि" कहा जाता है, आज माफियाओं और बाहरी ताकतों के निशाने पर है। राज्य की बेशकीमती भूमि, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरणीय संतुलन की आधारशिला है, अराजकता और स्वार्थी राजनीति की भेंट चढ़ रही है। भू माफिया अपनी पैठ मजबूत कर चुके हैं, और सरकार को अब इस पर गंभीरता से कदम उठाने होंगे। सवाल यह है कि आखिर कब तक उत्तराखंड की जनता अपनी पहचान और संसाधनों पर होता यह खुला हमला सहती रहेगी? सख्त भू अध्यादेश आज समय की जरूरत नहीं, बल्कि उत्तराखंड के अस्तित्व के लिए अनिवार्य है।

बाहरी ताकतों की घुसपैठ: सांस्कृतिक विनाश का षड्यंत्र
उत्तराखंड की भूमि पर बाहरी ताकतें अपना शिकंजा कस रही हैं। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदी जा रही हैं। ये केवल आर्थिक सौदे नहीं हैं; यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को मिटाने का सुनियोजित षड्यंत्र है।
यहां के मूल निवासियों की जमीनें कौड़ियों के भाव खरीदी जा रही हैं। इसके पीछे एक गहरी साजिश है—स्थानीय निवासियों को उनके ही प्रदेश में हाशिये पर धकेलने की। सरकारों को यह अबतक नजर क्यों नहीं आ रहा!

पर्यावरणीय आपदा की ओर बढ़ते कदम
उत्तराखंड के पहाड़, जंगल और नदियां यहां के जीवन का हिस्सा हैं। मगर बाहरी निवेशकों द्वारा बेतहाशा भूमि अधिग्रहण और अनियोजित निर्माण कार्यों ने इन संसाधनों को गंभीर खतरे में डाल दिया है।
हर साल आने वाली बाढ़, भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाएं केवल प्राकृतिक घटनाएं नहीं हैं, यह हमारे पर्यावरण के साथ की गई लापरवाही का नतीजा है। भू अध्यादेश की अनुपस्थिति में बाहरी निवेशक और माफिया पहाड़ों का सीना चीरकर अपनी तिजोरियां भर रहे हैं।

धामी सरकार का प्रयास, दिशा सही लेकिन परीक्षा बड़ी
पुष्कर सिंह धामी सरकार इस दिशा में थोड़ी गंभीर नजर आ रही है। जनता द्वारा लगातार भू कानून की मांग और आंदोलन के बाद सरकार ने कार्रवाई शुरू की है। बताया जा रहा है कि सरकार ने 250 मीटर से अधिक जमीन खरीद चुके लोगों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। ऐसे लोगों को नोटिस भेजे जा रहे हैं, जो अवैध रूप से भूमि अधिग्रहण में शामिल पाए गए हैं।
यह एक सकारात्मक पहल है, लेकिन यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि कार्रवाई केवल दिखावा बनकर न रह जाए। रसूखदार और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोग अक्सर ऐसे मामलों में बच निकलते हैं। यह धामी सरकार के लिए एक परीक्षा की घड़ी है। यदि इस अभियान में ताकतवर और प्रभावशाली लोग सजा से बच गए, तो जनता का विश्वास हमेशा के लिए खो जाएगा।

भू अध्यादेश का विरोध क्यों?
जब भी भू अध्यादेश लागू करने की बात होती है, तो कुछ राजनीतिक दल और ताकतें इसका विरोध करती हैं। उनका तर्क है कि इससे निवेश रुक जाएगा और राज्य की प्रगति बाधित होगी। लेकिन यह सरासर झूठ है।
वास्तविकता यह है कि इन ताकतों का विरोध केवल इसलिए है क्योंकि वे भू माफियाओं के साथ मिले हुए हैं। उनके लिए उत्तराखंड के लोग और पर्यावरण से ज्यादा जरूरी उनकी जेबें भरने वाले सौदे हैं।

क्या है भू अध्यादेश और क्यों है यह जरूरी?
भू अध्यादेश का सीधा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य की भूमि केवल स्थानीय निवासियों के स्वामित्व में रहे। यह अध्यादेश बाहरी ताक़तों और भू माफियाओं को रोकने का सबसे प्रभावी हथियार है।

यह स्थानीय निवासियों के अधिकारों की रक्षा करेगा।
प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण को बचाएगा।
अनियंत्रित शहरीकरण और भूमि अधिग्रहण पर रोक लगाएगा।
सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना को सुरक्षित रखेगा।

सरकारों की उदासीनता और जनता की जिम्मेदारी
भू कानून को लेकर जनता लगातार आंदोलित है। यह जनता के जागरूकता और संघर्ष का ही नतीजा है कि सरकार ने इस ओर कदम बढ़ाना शुरू किया है। लेकिन जनता को अभी संतुष्ट होकर बैठने की जरूरत नहीं है। यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकार कार्रवाई को बीच में न छोड़े।

निष्कर्ष: अब आर या पार का समय
उत्तराखंड अब और चुप नहीं रह सकता। यह लड़ाई हमारी जमीन, हमारे जंगल, हमारी नदियों और हमारी संस्कृति की है। भू अध्यादेश को लागू करना अब केवल एक कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि उत्तराखंड के अस्तित्व की रक्षा का अंतिम उपाय है।
पुष्कर सिंह धामी सरकार के प्रयास सकारात्मक दिशा में एक कदम हैं, लेकिन इन्हें ठोस और निर्णायक बनाना होगा। रसूखदार और प्रभावशाली लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं बचने देना चाहिए।
अब समय आ गया है कि उत्तराखंड अपने भविष्य के लिए जागे, क्योंकि यह लड़ाई केवल भूमि की नहीं, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की है।

अब या कभी नहीं ! भू अध्यादेश केवल कानून नहीं, बल्कि उत्तराखंड की अस्मिता और भविष्य की कुंजी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार देर शाम देहरादून के आईएसबीटी और आसपास की मलिन बस्तियों में जरूरतमंद लोगों को ठंड...
10/12/2024

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार देर शाम देहरादून के आईएसबीटी और आसपास की मलिन बस्तियों में जरूरतमंद लोगों को ठंड से बचाने के लिए कंबल वितरित किए। इसके साथ ही उन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर और आईएसबीटी स्थित रैन बसेरों का औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि ठंड के कारण किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और नगर आयुक्तों को निर्देश दिए कि बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। इसके अलावा, ग्रामीण अंचलों और शहर के विभिन्न स्थानों पर अलाव जलाने की भी व्यवस्था करने को कहा गया है। इस दौरान कंबल प्राप्त करने वाले जरूरतमंद लोगों ने सरकार की इस पहल की सराहना की। मुख्यमंत्री ने जनता से भी अपील की कि वे ठंड के इस मौसम में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं।

Pushkar Singh Dhami Dhakad Dhami Dhami Ki Dhoom Uttarakhand DIPR Aashish Kumar Dhyani Uttar Bharat Live

उत्तरकाशी में शांतिपूर्ण रही महापंचायत, नवनियुक्त SP सरिता डोबाल की कड़ी परीक्षा में शानदार सफलताउत्तरकाशी में रविवार को...
01/12/2024

उत्तरकाशी में शांतिपूर्ण रही महापंचायत, नवनियुक्त SP सरिता डोबाल की कड़ी परीक्षा में शानदार सफलता
उत्तरकाशी में रविवार को आयोजित महा पंचायत प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती थी, जिसे नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक (SP) सरिता डोबाल ने कुशलता और धैर्य के साथ संभालकर शांतिपूर्वक संपन्न कराया। शनिवार को ही पदभार ग्रहण करने वाली SP सरिता डोबाल के सामने यह पहली और बेहद कठिन परीक्षा थी, जिसे उन्होंने सफलता के साथ पार किया।

महापंचायत को लेकर जिले में तनावपूर्ण माहौल की आशंका थी। संवेदनशील स्थिति को भांपते हुए SP सरिता डोबाल ने सुरक्षा प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। व्यापक पुलिस बल की तैनाती, संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी, हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी गई, पुलिस फ़ोर्स ने फ्लैग मार्च किया। इसके साथ ही, उन्होंने शांति समितियों और स्थानीय नेताओं को भी सक्रिय किया, जिससे सामुदायिक संवाद मजबूत बना रहे।

इन प्रयासों का परिणाम यह रहा कि महा पंचायत न केवल शांतिपूर्ण रही, बल्कि किसी भी अप्रिय घटना के बिना सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस आयोजन ने SP सरिता डोबाल के नेतृत्व और त्वरित निर्णय क्षमता को भी उजागर किया।

जनपद के अपने पहले चार्ज के दूसरे दिन ही बड़ी चुनौती को सफलतापूर्वक पार करना सरिता डोबाल की कड़ी मेहनत और प्रशासनिक कौशल का प्रमाण है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल जिले में शांति व्यवस्था को मजबूत किया, बल्कि जनता के बीच भी प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ाया है। यह उनकी नेतृत्व क्षमता का परिचय है, जो भविष्य में भी उत्तरकाशी के लिए लाभदायक साबित होगी।
Pushkar Singh Dhami Dhakad Dhami Dhami Ki Dhoom Uttarakhand DIPR Uttarakhand Police
Haridwar Police Dehradun Police Udham Singh Nagar Police Uttarakhand Tehri Police Uttarakhand Nainital Police Chamoli Police Uttarakhand Almora Police Uttarakhand Bageshwar Police Uttarakhand Pauri Garhwal Police Uttarakhand Uttar Bharat Live Aashish Kumar Dhyani

#उत्तराखंड

उत्तराखंड को मिले तीन नए आईएएस अधिकारीसिविल सेवा परीक्षा (CSE)-2023 के आधार पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए चयनित ...
30/11/2024

उत्तराखंड को मिले तीन नए आईएएस अधिकारी

सिविल सेवा परीक्षा (CSE)-2023 के आधार पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए चयनित अभ्यार्थियों को आवंटित हुआ कैडर, 3 अधिकारियों को आवंटित हुआ उत्तराखंड कैडर

इन अधिकारियों को मिला उत्तराखंड कैडर

1. अंशुल भट्ट
22वीं रैंक के साथ उत्तराखंड कैडर प्राप्त करने वाले अंशुल भट्ट मूल रूप से उत्तराखंड के निवासी हैं। उनकी सफलता राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।

2. हर्षिता सिंह
दिल्ली निवासी हर्षिता सिंह ने 448वीं रैंक हासिल की और उन्हें भी उत्तराखंड कैडर आवंटित किया गया है।

3. स्नेहिल कुंवर सिंह
उत्तर प्रदेश के स्नेहिल कुंवर सिंह, जिन्होंने 534वीं रैंक पाई, को भी उत्तराखंड कैडर में शामिल किया गया है।

Aashish Kumar Dhyani Uttar Bharat Live

#उत्तराखंड #जिलाधिकारी

30/11/2024

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी नगर निगम का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों से निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सड़कों की स्थिति, सफाई व्यवस्था, और शिकायत निवारण प्रणाली के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों के सुधारीकरण और मरम्मत कार्य में तेजी लाई जाए।

मुख्यमंत्री धामी ने निरीक्षण के दौरान नगर निगम शिकायती प्रकोष्ठ में तैनात कर्मचारियों से शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। कर्मचारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक शिकायत का शीघ्र और प्रभावी निस्तारण किया जाए ताकि नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

CM धामी ने सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि निगम क्षेत्र को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए नियमित रूप से सीवरेज, कचरा प्रबंधन और जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।

"आशीष का संदेशः जीवन का सम्मान करो"सड़कें हैं जीवन की नदियां, ये मानो, हर कदम पर आशीष का संदेश जानो। नियमों का पालन ही ज...
28/11/2024

"आशीष का संदेशः जीवन का सम्मान करो"
सड़कें हैं जीवन की नदियां, ये मानो,
हर कदम पर आशीष का संदेश जानो।
नियमों का पालन ही जीवन का आधार,
लापरवाही से न खोओ परिवार।

ओवरस्पीड का मोह न पालो,
यह चक्र नहीं, मौत का जाल है।
जो वक्त से तेज भागने चले,
वो अक्सर हादसों में जीवन गंवाए।

"नशे में वाहन चलाना पाप है,
यह खुद के लिए नहीं, सबके लिए अभिशाप है।
शराब की चंद घूंटों में न बहक जाओ
यह ऐसे है जैसे मौत का आमंत्रण खुद ही बनाना।"

कमर्शियल गाड़ियां, सुनो ये आह्वान,
ओवरलोड से न करो सड़क का अपमान।
भारी बोझ सड़क की सांसें रोकता,
और निर्दोष जीवन का दीपक बुझाता।

हर हॉर्न का शोर किसी की शांति छीनता,
हर चूक किसी मासूम का जीवन लीलता।
ब्रेक थामो, गति को मापो,
सड़क पर हर पल जिम्मेदारी भांपो।

यह सड़कें किसी की मां की गोद हैं,
इन पर चलने वाले हर प्राणी मोहित हैं।
आशीष कहता है, इनको संभालो,
सुरक्षित, संयमित जीवन का दीप जलाओ।

नियमों का पालन ही है सच्चा सम्मान,
यही है जीवन का अनमोल वरदान।
आओ, मिलकर प्रण करें हर बार,
सड़कें बनें सुरक्षित, सुंदर और महान।

कुछ लोग ऐसे भी मिले ज़िंदगी में, जो साथ बैठ के हंस गए और पीठ पीछे डस गए।ऐसे लोगों से सचेत रहें।सदैव खुश रहें, मुस्कुराते...
21/11/2024

कुछ लोग ऐसे भी मिले ज़िंदगी में,
जो साथ बैठ के हंस गए
और पीठ पीछे डस गए।

ऐसे लोगों से सचेत रहें।
सदैव खुश रहें, मुस्कुराते रहें, स्वस्थ रहें, मस्त रहें।

Uttar Bharat Live Aashish Kumar Dhyani

क्लेमेनटाउन में बंदरों का आतंक: ज़िम्मेदार नदारद, जनता त्रस्तआशीष ध्यानीक्लेमेनटाउन, देहरादून का वह इलाका जहां कभी लोग चै...
18/11/2024

क्लेमेनटाउन में बंदरों का आतंक: ज़िम्मेदार नदारद, जनता त्रस्त
आशीष ध्यानी

क्लेमेनटाउन, देहरादून का वह इलाका जहां कभी लोग चैन और शांति के साथ रहते थे, अब बंदरों के आतंक का केंद्र बन गया है। हर गली, हर घर, हर छत पर बंदरों का कब्जा है। ये जानवर न केवल लोगों की दिनचर्या को बाधित कर रहे हैं, बल्कि उनकी जान-माल को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर व्यक्ति सहमा हुआ है, लेकिन प्रशासन ने अपनी आंखें मूंद रखी हैं।

बंदरों ने लोगों का सामान्य जीवन छीन लिया है। वे घरों में घुसकर राशन और बर्तन तोड़ देते हैं। महिलाओं के हाथों से सामान छीनना और खेलते बच्चों और सड़क चलते लोगों को डराना उनकी दिनचर्या बन चुकी है। घर की छतें, जो कभी खेल-कूद और आराम के लिए इस्तेमाल होती थीं, अब खतरनाक इलाके बन चुकी हैं। लोग छतों पर जाने से डरते हैं क्योंकि बंदरों का झुंड कभी भी आ सकता है, अब तो बंदर आक्रमक भी हो गए हैं।

स्थिति यह हो गई है कि बच्चों को घर से बाहर खेलने नहीं दिया जा रहा। स्कूल जाने वाले बच्चे सहमे रहते हैं कि कब बंदर उनके बैग छीन लें या उन पर हमला कर दें। कई बार तो बंदर कचरे में खाना ढूंढते-ढूंढते घर के अंदर तक घुस जाते हैं। महिलाओं को बाजार जाना तक मुश्किल हो गया है। कई बार बंदरों ने उनके हाथ से थैले छीन लिए और उन्हें चोट पहुंचाई।

प्रशासन की इस लापरवाही ने लोगों के गुस्से को भड़काया है। जिम्मेदार यह कहकर पल्ला झाड़ लेता है कि उनके पास संसाधन नहीं हैं। नगर निगम बंदरों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए कोई योजना नहीं बना रहा। जिम्मेदारों के यहां से सिर्फ आश्वासन मिलता है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हो रहा।

बंदरों का यह आतंक केवल लोगों के सामान तक सीमित नहीं है। कई लोग इनसे चोटिल हो चुके हैं, लेकिन कोई उनकी सुनने वाला नहीं है। बंदरों की नसबंदी या उन्हें जंगलों में वापस बसाने की योजना लगता है अब तक कागजों में ही सीमित है। प्रशासन की यह सुस्ती लोगों के धैर्य की परीक्षा ले रही है।

अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है? क्या जनता को इसी खौफ में जीने के लिए छोड़ दिया गया है? क्लेमेनटाउन के लोग अब जवाब चाहते हैं। बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की जिम्मेदारी किसकी है? डीएम साहब, अगर जनता की सुरक्षा आपकी प्राथमिकता है, तो अब वक्त आ गया है कि आप इस समस्या का समाधान निकालें। बंदरों का आतंक प्रशासन की नाकामी का प्रतीक बन चुका है।
Pushkar Singh Dhami Aashish Kumar Dhyani Uttar Bharat Live Dhakad Dhami Dhami Ki Dhoom Dehra Dun


#उत्तराखंड #जिलाधिकारी #उत्तराखंड

जागो समाज! हादसों का यह दर्द कब तक सहोगे?आशीष ध्यानीदेहरादून की सड़कों पर हुआ यह भयावह हादसा केवल छह मासूम बच्चों की मौत ...
17/11/2024

जागो समाज! हादसों का यह दर्द कब तक सहोगे?
आशीष ध्यानी

देहरादून की सड़कों पर हुआ यह भयावह हादसा केवल छह मासूम बच्चों की मौत नहीं है, बल्कि यह समाज के हर व्यक्ति और हर संस्था के लिए एक ऐसा थप्पड़ है, जिसे नजरअंदाज करना अब अपराध से कम नहीं होगा। इन बच्चों की चीखें, उनके माता-पिता की तड़प, और खून से लथपथ सड़कें — ये सब हमारे भीतर एक आग क्यों नहीं जलाते? क्या हम इतने संवेदनहीन हो गए हैं कि मासूमों की मौत को महज एक दुर्घटना मानकर आगे बढ़ जाएं? नहीं, यह समय है जागने का, यह समय है जिम्मेदारी का बोझ उठाने का।

यह हादसा हमारे समाज की उस लापरवाह मानसिकता का नतीजा है, जिसमें यातायात के नियम केवल कागज पर लिखे रहते हैं और सड़कों पर उन्हें तोड़ना शान माना जाता है। माता-पिता अपने बच्चों को बाइक और कार पकड़ा देते हैं, बिना यह सोचे कि यह कदम उनके जीवन के सबसे बड़े पछतावे में बदल सकता है। यह केवल उनके घर का मामला नहीं है; जब कोई बच्चा नशे में या तेज रफ्तार में वाहन चलाता है, तो वह हर राहगीर की जान खतरे में डालता है। क्या यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है कि हम अपने आसपास ऐसा कुछ भी होने से रोकें? लेकिन हम क्या करते हैं? चुप रहते हैं। यह चुप्पी एक अपराध है। जब तक हम इस चुप्पी को तोड़ेंगे नहीं, तब तक ऐसी लाशें हमारे सामने आती रहेंगी।

दुःख और आक्रोश के इस समय में DGP अभिनव कुमार की सख्ती एक उम्मीद की किरण बनकर आई है। सघन चेकिंग अभियान, SSP's का सड़कों पर उतरना — ये सभी कदम सराहनीय हैं। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि केवल प्रशासनिक सख्ती से समाधान नहीं होगा। यह बदलाव समाज से शुरू होगा। हमें अपने घरों में, स्कूलों में, और समाज के हर कोने में एक नई चेतना लानी होगी। बच्चों को नशे और तेज रफ्तार के खतरों के बारे में बताना, हेलमेट और सीट बेल्ट के महत्व को समझाना, और उन्हें यह सिखाना कि सड़क पर उनकी एक छोटी-सी गलती कितने लोगों की ज़िंदगी खत्म कर सकती है — यह सब हमारी जिम्मेदारी है।

लेकिन यह जिम्मेदारी केवल बच्चों तक सीमित नहीं है। बड़े, जो खुद नियम तोड़ते हैं, जो हेलमेट और सीट बेल्ट को अनावश्यक मानते हैं, जो सड़कों पर लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं — उन्हें अपने व्यवहार में बदलाव लाना होगा। बच्चे वही सीखते हैं जो वे देखते हैं। अगर बड़े यातायात के नियमों का पालन करेंगे, जिम्मेदार बनकर सड़क पर चलेंगे, तो बच्चे खुद-ब-खुद इन नियमों को अपनाएंगे।

यह बदलाव केवल व्यक्तिगत स्तर पर नहीं हो सकता। समाज को जागना होगा। पड़ोसी को पड़ोसी के बच्चों की चिंता करनी होगी। स्कूलों और कॉलेजों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। पुलिस की सख्ती के साथ-साथ समाज को भी अपनी भूमिका समझनी होगी। यह टोका-टाकी, यह हस्तक्षेप — यह सब जरूरी है। यह किसी की स्वतंत्रता का हनन नहीं, बल्कि एक जीवन बचाने का प्रयास है।

यह समय है खुद से सवाल करने का — क्या मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं? क्या मैं अपने बच्चों को सड़क पर सुरक्षित रख रहा हूं? क्या मैं अपने समाज को सड़क हादसों से बचाने के लिए कुछ कर रहा हूं? अगर जवाब नहीं है, तो यह वक्त है बदलने का। हमें यह समझना होगा कि यह समस्या केवल प्रशासन या पुलिस की नहीं है। यह हमारी समस्या है। और इसका समाधान भी हमें ही खोजना होगा।

आइए, इस हादसे को एक चेतावनी के रूप में लें। इसे भुलाकर न बैठें। इसे अपने दिल में जिंदा रखें, ताकि हर बार जब हम सड़क पर कदम रखें, तो यह दर्द हमें जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करे। यह समाज हमारा है, और इसे सुरक्षित रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। अगर हम आज जाग गए, तो शायद कल कोई और बच्चा हमारी लापरवाही की कीमत अपनी जान देकर नहीं चुकाएगा।

Pushkar Singh Dhami Dhakad Dhami Dhami Ki Dhoom
Aashish Kumar Dhyani Uttar Bharat Live Uttarakhand Police Dehradun Police Haridwar Police Udham Singh Nagar Police Uttarakhand Tehri Police Uttarakhand Uttarakhand DIPR Nainital Police Chamoli Police Uttarakhand Almora Police Uttarakhand Pauri Garhwal Police Uttarakhand Bageshwar Police Uttarakhand

#सड़क #उत्तराखंड #योद्धा

Address

K P Road
Badrinath
248001

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Uttar Bharat Live posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Uttar Bharat Live:

Share