24/08/2023
े_कटक "हिन्दवी ( हिंदु ) साम्राज्य"
यह मानचित्र ग्वालियर संग्रहालय में लगा हुआ है।
1758 में मराठा साम्राज्य का विस्तार देखिए । कश्मीर , पंजाब , लाहौर , पूरा उत्तरी भारत , उडीसा , महाराष्ट्र , कर्नाटक । एक छोटा-सा भाग दिल्ली में मुगलिया सल्तनत और हैदराबाद में निजाम को छोड़कर शेष पूरे भू-भाग पर भी भारतीय हिंदू राज्य ही थे ।
पृथ्वी के अधिपति राजा पृथु, मनु, इक्ष्वाकु चक्रवर्ती सम्राट भरत, विश्व विजेता मांधातृ, राजा हरिश्चंद्र, श्रीरामचंद्र से लेकर सम्राट युधिष्ठिर तक शिशुनाग वंश, मौर्य वंश से होकर गुप्त वंश, संवत प्रवर्तन विक्रमादित्य, महान विश्व विजेता शालीवाहन, चोल वंश, सातवाहन, चेर, पांड्य, चालुक्य, पल्लव, होयसल, राष्ट्रकूट राजपूत, और मराठा जैसे साम्राज्यों तथा
महाराजा पोरस, चाणक्य , चंद्रगुप्त, पुष्यमित्र शुंग, समुद्रगुप्त, अफगानिस्तान हिंदु शाही राजा जयपाल, महाराजा दाहिर, बप्पा रावल, प्रतिहार नागभट्ट प्रथम, मिहिरभोज, सुहेलदेव, पृथ्वीराज चौहान, राणा कुम्भा , राणा सांगा, महाराणा प्रताप, राजा रत्नसेन, माता पद्मिनी, छत्रसाल बुंदेला, जोरावर सिंह, शिवाजी, रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई होल्कर, रानी दुर्गावती, रानी चेन्नम्मा, बाजीराव, दुर्गादास जैसे वीरों एवम्
भारत की रक्षा में प्राण देने वाले , जीवन बलिदान करने वाले असंख्य महावीरों की महान प्रेरणास्पद जीवनगाथा की जगह हमें पढ़ाया गया कि
भारत को विध्न्सित, रक्तरंजित, निहत्थे हिंदु प्रजा के सिर काटकर पहाड़ जैसे ढेर लगाने वाले, हजारों मंदिर का विध्वंस करने वाले और धर्मान्तरित करने वाले लुटेरे आक्रान्ताओं ने भारत को समृद्ध किया, शिक्षित किया, प्रशासन दिया, वास्तुकला दिया, करेंसी का प्रचलन किया, सड़कें बनवायी और मुगल आदि आक्रांता महान थे और हमारे भारत के राजा, साम्राज्य आदि क्रूर थे 🤔
Note :- प्रस्तुत मानचित्र वर्तमान स्तिथितियों के अनुसार समायोजित है इसलिए नगरों के नाम, सीमा आदि आधुनिक रूप में प्रस्तुत किये गए हैं । और इसमें वे राज्य भी सम्मिलित हैं जहाँ से "हिन्दवी साम्राज्य" कर वसूल करता था ।
जय हिन्दवी साम्राज्य , जय शिवाजी
।। जय श्रीराम।।
Vivekanand ✍️
विवेकानंद विनय ✍️
विवेकानन्द विनय ✍️
Vivekanand Vinay ✍️