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28/01/2025

AIMIM प्रत्याशी Tahir Hussain की रिहाई पर SC का बड़ा फैसला !, शर्तों के साथ दी ताहिर हुसैन को पैरोल?

आलिया हुसैन AIMIM प्रत्याशी ताहिर हुसैन की बेटी की हुई आंखें नम।
28/01/2025

आलिया हुसैन AIMIM प्रत्याशी ताहिर हुसैन की बेटी की हुई आंखें नम।

आपका यकीन, हमारी मेहनत5 फरवरी का दिन होगा, झाड़ू चुनाव चिह्न होगाअमानतुल्लाह खानविधायक, ओखला विधानसभा ा_साथ             ...
28/01/2025

आपका यकीन, हमारी मेहनत

5 फरवरी का दिन होगा, झाड़ू चुनाव चिह्न होगा

अमानतुल्लाह खान
विधायक, ओखला विधानसभा

ा_साथ #आप #ओखला_का_अमानत

Amanatullah Khan Salman Khan Ats

बर काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता शोएब खान साहब को शेर ए हिंद न्यूज परिवार की ओर से जन्मदिन की दिली मुबारकबाद ...
10/01/2025

बर काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता शोएब खान साहब को शेर ए हिंद न्यूज परिवार की ओर से जन्मदिन की दिली मुबारकबाद Imran Ashrafi Dr Aslam Bharti

Salman Khan Ats

10/01/2025
07/01/2025



06/01/2025

Ner parsopant Ijtema Dua live | दीनी तबलीगी इज्तेमा नेर परसोपंत दुआ को सभी ग्रुप में शेयर कीजिए

बिहार के पूर्णिया से एक बड़ी खबर है। यहां एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया गया है, जिसने प्रयागराज के कुंभ मेले को बम से उड़...
05/01/2025

बिहार के पूर्णिया से एक बड़ी खबर है। यहां एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया गया है, जिसने प्रयागराज के कुंभ मेले को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इस युवक की पहचान आयुष कुमार जायसवाल के रूप में हुई है। आयुष ने 'नासिर पठान' के नाम से कुंभ मेले को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।

#कुंभ

प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi  जी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन र.अ चिश्ती के उर्स पर अजमेर शरीफ दरगाह पर उनकी ओर से चढ़ाई जाने...
02/01/2025

प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन र.अ चिश्ती के उर्स पर अजमेर शरीफ दरगाह पर उनकी ओर से चढ़ाई जाने वाली चादर पेश की।

मुस्लिम नौजवानों के लिए मिसाल,यासीन शान मुहम्मद से सीखें कि मुश्किलें केवल रास्ते की रुकावट हैं, मंजिल नहीं” “डिलीवरी बॉ...
30/12/2024

मुस्लिम नौजवानों के लिए मिसाल,यासीन शान मुहम्मद से सीखें कि मुश्किलें केवल रास्ते की रुकावट हैं, मंजिल नहीं” “डिलीवरी बॉय से सिविल जज तक की प्रेरणादायक यात्रा

मुस्लिम नौजवानों के लिए मिसाल

केरल के पलक्कड़ जिले के यासीन शान मुहम्मद का जीवन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि हर उस नवजवान के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपनी कठिनाइयों से जूझते हुए अपनी मंजिल तक पहुँचने का सपना देखता है। केरल न्यायिक सेवा परीक्षा 2024 में दूसरे स्थान पर आने और सिविल जज बनने के योग्य घोषित होने के बाद, यासीन ने यह साबित कर दिया है कि कोई भी परिस्थिति आपके भविष्य को आकार नहीं देती, बल्कि आपकी मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास ही आपकी राह को निर्धारित करते हैं।

यासीन के जीवन की यह प्रेरणादायक कहानी उन सभी के लिए एक सबक है जो महसूस करते हैं कि उनके पास सीमित संसाधन हैं, और उनका भविष्य अंधकारमय है। यासीन का कहना है कि उनकी सफलता की कुंजी उनके आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत और निरंतर संघर्ष में है। यह कहानी उन लोगों को उम्मीद देती है जो अपने जीवन में बदलाव की तलाश कर रहे हैं और खुद को बेहतर बनाने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता महसूस करते हैं।

गरीबी और संघर्ष से सफलता तक की यात्रा

यासीन का बचपन गरीबी और कठिनाइयों से भरा था। उनकी माँ ने छठी कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और 14 साल की उम्र में उनकी शादी हुई थी। 19 साल की उम्र में तलाक के बाद, यासीन की माँ को अपने दो बच्चों और दादी की देखभाल अकेले करनी पड़ी। वह दिहाड़ी मजदूरी करती थीं और आशा कार्यकर्ता के रूप में काम करती थीं, जिससे परिवार का गुजारा चलता था। आर्थिक तंगी के कारण, यासीन ने कम उम्र से ही अख़बार और दूध पहुंचाने का काम शुरू कर दिया, ताकि अपनी पढ़ाई के साथ-साथ परिवार की मदद कर सकें। कई बार उन्होंने निर्माण स्थलों पर मजदूरी भी की, लेकिन किसी भी परिस्थिति में अपनी शिक्षा को पीछे नहीं छोड़ा।

यासीन ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा, “मैं उस समय एक औसत से भी नीचे का छात्र था, क्योंकि मेरे पास पढ़ाई के लिए समय नहीं था और कोई मार्गदर्शन करने वाला भी नहीं था।” लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और जीवन की कठिनाइयों से जूझते हुए अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए कड़ी मेहनत की।

शिक्षा की ओर यात्रा और कानूनी क्षेत्र में कदम

बारहवीं कक्षा के बाद, यासीन ने पॉलिटेक्निक कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा किया और फिर लोक प्रशासन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने गुजरात में एक साल तक एक छोटी सी नौकरी की और फिर केरल लौटकर अपनी कानूनी शिक्षा की शुरुआत की। यासीन ने राज्य कानून प्रवेश परीक्षा में 46वीं रैंक हासिल की और प्रतिष्ठित सरकारी लॉ कॉलेज, एर्नाकुलम में दाखिला लिया।

उनकी संघर्ष की कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। एलएलबी की पढ़ाई के दौरान, यासीन ने कोविड महामारी के दौरान ज़ोमैटो के लिए डिलीवरी बॉय के रूप में काम किया, ताकि अपनी पढ़ाई के साथ-साथ आर्थिक मदद कर सकें। इसके अलावा, उन्होंने स्कूली बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाया, ताकि अपने जीवन की मुश्किलें आसान कर सकें।

समान्य जीवन से न्यायपालिका तक की यात्रा

यासीन की सफलता केवल उनके लिए नहीं, बल्कि उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो अपनी सीमाओं के कारण अपने सपनों को पूरा करने में असमर्थ महसूस करते हैं। यासीन ने कहा, “मैं ऐसे लोगों में से हूँ जो आगे बढ़े हैं। मैं उन्हीं परिस्थितियों से आने वाले लोगों का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूँ।” उनका मानना है कि उनका जीवन एक उदाहरण बन सकता है, जो दिखाता है कि किसी भी कठिन परिस्थिति में संघर्ष कर सपने को साकार किया जा सकता है।

भविष्य की दिशा और उद्देश्य

अब, यासीन की नजरें और भी उच्च लक्ष्य पर हैं। उनका सपना है कि वह कानून में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करें और न्यायपालिका के एक प्रभावशाली सदस्य बनकर समाज की सेवा करें। वह यह भी कहते हैं, “मैं सिस्टम का हिस्सा बनकर काम करना चाहता हूँ। मैं अपना काम ईमानदारी, निष्ठा और अपनी अंतरात्मा के अनुसार करूंगा।”

यासीन का जीवन यह दर्शाता है कि न केवल शिक्षा, बल्कि संघर्ष और समर्पण से सफलता प्राप्त की जा सकती है। उनके जीवन के सबक ने उन्हें सहानुभूति और लचीलापन सिखाया है, जिसे वह अब न्यायपालिका में अपनी भूमिका में लाने का इरादा रखते हैं। उनकी कहानी हर उस नवजवान के लिए एक प्रेरणा है जो अपने संघर्षों से निराश होकर हार मान चुका है।

यासीन की यात्रा यह सिद्ध करती है कि कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी व्यक्ति अपनी कठिनाइयों को पार कर सकता है और अपने सपनों को हकीकत में बदल सकता है..?

राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्तीकी दरगाह पर झंडा चढ़ाने के साथ उनके 813वें उर्स का शनिवार को आगाज हो...
29/12/2024

राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती

की दरगाह पर झंडा चढ़ाने के साथ उनके 813वें उर्स का शनिवार को आगाज हो गया. भीलवाड़ा के लाल मोहम्मद गौरी के परिवार ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह स्थित ऐतिहासिक बुलंद दरवाजे पर झंडे की रस्म को पूरा किया. झंडे की रस्म के दौरान हजारों की संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे.





GaribNawaz





धर्मगुरु सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला का संदेश है कि बच्चे मोबाइल की लत का शिकार नहीं हों, अभिभावक इसका ध्यान रखें। इस संद...
29/12/2024

धर्मगुरु सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला का संदेश है कि बच्चे मोबाइल की लत का शिकार नहीं हों, अभिभावक इसका ध्यान रखें। इस संदेश के बाद अजमेर के बोहरा समाज ने तय किया है कि पंद्रह साल के बच्चों को मोबाइल फोन नहीं देंगे। बच्चों के लिए मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा, इस बारे में सभी समाज बंधुओं को जानकारी दी गई है..?

आलमी तबलीगी इज्तेमा 2025 न्यू मुंबई खारघर में होगा अधिक जानकारी के लिए वीडियो को पूरा देखिए और चैनल को सब्सक्राइब कीजिएइ...
27/12/2024

आलमी तबलीगी इज्तेमा 2025 न्यू मुंबई खारघर में होगा अधिक जानकारी के लिए वीडियो को पूरा देखिए और चैनल को सब्सक्राइब कीजिए

इज्तेमा की जानकारी पाने 🤲 दुआ को लाइव सुनने चैनल को सब्सक्राइब कीजिए मुस्लिम समाज का अपना चैनल

https://youtu.be/5EfhwNkEPd4?si=0jFOSt9Jt0hz7cd3

Plz share all india muslim group🛎️👍🏻

#मुंबई #खारघर

alami Ijtema mumbai 2025 आलमी तबलीगी इज्तेमा मुंबई खारघर की तारीखों का ऐलान mumbai kharghar ijtema ...

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन, 92 साल की उम्र में हुआ निधन ..?
26/12/2024

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन, 92 साल की उम्र में हुआ निधन ..?

गेटवे ऑफ इंडिया के पास हुए नाव डूबने के हादसे में 35 लोगों की जान बचाने वाले आरिफ बामने को  शहर अमरावती के सामाजिक कार्य...
26/12/2024

गेटवे ऑफ इंडिया के पास हुए नाव डूबने के हादसे में 35 लोगों की जान बचाने वाले आरिफ बामने को शहर अमरावती के सामाजिक कार्यकर्ता सोशल एक्टिविस्ट शेख इसरार आलम ने सम्मानित किया और सरकार से मांग की आने वाली 26 जनवरी को महाराष्ट्र सरकार आरिफ बामने साहब का नाम राष्ट्रपति बहादुरी अवॉर्ड हेतु केंद्र सरकार को भेजे.?

26/12/2024

mumbai

कजाकिस्तान में अजरबैजान का प्लेन क्रैश, 67 यात्री थे सवार
25/12/2024

कजाकिस्तान में अजरबैजान का प्लेन क्रैश, 67 यात्री थे सवार

फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने साल 2024 के खत्म होने से पहले अपनी एक रिपोर्ट जारी की है, जो खाने से जुड़े लोगों की पसं...
25/12/2024

फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने साल 2024 के खत्म होने से पहले अपनी एक रिपोर्ट जारी की है, जो खाने से जुड़े लोगों की पसंद की जानकारी देता है. बता दें कि पिछले साल की तरह इस बार भी बिरयानी भारत में ऑर्डर किए जाने वाले सबसे पसंदीदा दिश के रूप में सामने आई है स्विगी में 2024 में 83 मिलियन बिरयानी ऑर्डर किए गए. इसमें बताया गया कि इसका मतलब है कि देश में हर मिनट 158 बिरयानी ऑर्डर किए गए. बिरयानी के बाद नंबर आता है डोसा का, बता दें कि इस साल डोसा के 23 मिलियन ऑर्डर मिले..?

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