Ajay Saraswat Aligarh

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12/01/2025

8 साल की बच्ची का हृदयाघात से निधन के वायरल वीडियो दिल को झकझोरने वाला हैं, बहुत से युवा अब बच्चें भी हार्ट अटैक से मर रहे!लेकिन आश्चर्य देश मे कोई व्यापक चर्चा नही कारणों पर?

19 जनवरी 1990 को जम्मू-कश्मीर से 4,00,000 से अधिक हिंदुओं ( ब्राह्मणों) को उनके ही घर से भगाया गया था, उस समय केंद्र में...
07/01/2025

19 जनवरी 1990 को जम्मू-कश्मीर से 4,00,000 से अधिक हिंदुओं ( ब्राह्मणों) को उनके ही घर से भगाया गया था, उस समय केंद्र में विश्वनाथ प्रताप सिंह जी की भारतीय जनता पार्टी और वामपंथी दलों की मदद से गठबंधन की सरकार थी।

उस समय देश के गृह मंत्री अलगाववादी नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद, जिनकी बेटी रूबैया सईद का अपहरण कर लिया गया था और कुछ दिनों के बाद कुछ आतंकवादियों के बदले छोड़ दिया गया था और उस समय जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल थे बीजेपी के नेता जगमोहन जी।

सवाल उठता है कि,
सरकार किसकी थी?
राज्यपाल किसका था?
एक्शन किस को लेना था?
हिंदुओं की सुरक्षा देना किस सरकार की जिम्मेदारी थी?

निश्चित ही, कश्मीर, भारत भूमि का एक बहुमूल्य अंश है और ये बिल्कुल सच है कि कश्मीर में हिंदुओं के साथ ठीक नहीं हुआ था।

सभी से निवेदन करता हूं कि भाजपा तथा उसके समर्थकों के द्वारा समाज में फैलाये जा रहे भ्रम तथा उसकी गंदी राजनीति का शिकार ना बने, अनुपम खेर सरीखे बेईमान, एक साथ तीन पीढ़ियों को भ्रमित कर रहे हैं।

जय श्री राम 🚩
07/01/2025

जय श्री राम 🚩

05/01/2025

विचारणीय....

03/01/2025

तैमूर नाम रखने से कोई जलजला नहीं आता..
लाखों अकबर देखे हैं हमने पंचर लगाते हुए..

03/01/2025

*ये दक्षिण भारत में बनी एक फिल्म का सीन है ! बॉलीवुड तो ऐसी फिल्म क्या.. इस सीन जैसा भी कभी कुछ नहीं दिखा पाएगा ! क्योंकि वो बॉलीवुड नहीं हैं*👍
*पूरी दुनिया में दिखाने लायक सीन फिल्माया गया है। जो 100%सही है। सभी देखे और भेजे आगे से आगे।आपका आभार होगा।*

बड़ी मुसीबत हैं....😊 अभी कुछ दिन पहले कपूर खानदान से मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी जी सैफ और करीना से तैमूरवा को नही लाये पू...
03/01/2025

बड़ी मुसीबत हैं....😊 अभी कुछ दिन पहले कपूर खानदान से मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी जी सैफ और करीना से तैमूरवा को नही लाये पूंछ रहे थे,अब Dr. Kumar Vishwas जी ने सीधा हमला बोल दिए तैमूरवा के ऊपर...😊😊

वर्ष 2004 23 दिसंबर समय 2.30 बजे अपराह्न एम्स से आए एंबुलेंस से शव को उतारकर 9 मोतीलाल नेहरू मार्ग में ले जाया गया और फि...
29/12/2024

वर्ष 2004
23 दिसंबर समय 2.30 बजे अपराह्न
एम्स से आए एंबुलेंस से शव को उतारकर 9 मोतीलाल नेहरू मार्ग में ले जाया गया और फिर शव को नहलाने की तथा उसे सफेद धोती और सिल्क के कुर्ते में लपेटकर रखने की प्रक्रिया के बाद लोगों को अंदर आने दिया गया।
यह शव था #पी वी नरसिम्हा राव, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री का,जिनका सवेरे निधन हो गया था।
सबसे पहले देखने आए नरसिम्हा राव के आध्यात्मिक गुरु चंद्रास्वामी जो 1971 से राव के साथ जुड़े रहे थे।बाहर लौबी में नरसिम्हा राव के आठ बेटे और एक बेटी मौजूद थे।
तभी लाव लश्कर के साथ भारत के तत्कालीन गृह मंत्री शिवराज पाटिल सफ़ेद जोधपुरी कोट में लकदक पधारे
और पार्थिव शरीर को देखने की बजाय सीधे नरसिम्हा राव के छोटे बेटे प्रभाकर से कहा कि शव को हैदराबाद ले जाने की तैयारी करो। नरसिम्हा राव के बड़े बेटे रंगा राव ने कहा कि हैदराबाद क्यों? वे 30 साल पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। बाकी समय तो महासचिव, केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने दिल्ली में ही गुजारा है तो हैदराबाद क्यों? दिल्ली क्यों नहीं!!!
शिवराज पाटिल ने बदतमीजी से कहा कि यहां तुम्हारे पिता को जानता कौन है? कोई झांकने तक नहीं आएगा
फिर गुलाम नबी आजाद आए उन्होंने भी कहा कि हैदराबाद ठीक रहेगा, वहीं दाह संस्कार किया जाएगा। इसी बीच नरसिम्हा राव के घोर विरोधी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी पहुंच गए और उन्होंने तो घोषणा कर दी कि हैदराबाद में जगह का चुनाव कर लिया गया है और राजकीय सम्मान के साथ भव्य अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शाम 7 बजे सोनिया गांधी पहुंची, उनके पीछे मनमोहन सिंह और प्रणव मुखर्जी भी पहुंचे। मनमोहन सिंह ने नरसिम्हा राव के परिवार से पूछा कि आप क्या चाहते हैं? नरसिम्हा राव के परिवार ने दृढ़ता से कहा कि हम चाहते हैं कि पिताजी का दाह संस्कार दिल्ली में ही हो । प्रणब मुखर्जी ने कहा कि इसमें क्या दिक्कत है? पी एम हैं, दिल्ली में ही होना चाहिए। मनमोहन सिंह ने कहा कि एक बार मैडम से भी पूछ लें। मैडम सोनिया गांधी ने आग्नेय नेत्रों से मनमोहन सिंह को देखा और पलटकर अपनी गाड़ी की ओर बढ़ गई।
तभी पी वी नरसिम्हा राव के करीबी पत्रकार संजय बारू अंदर आए। संजय बारू के पिता नरसिम्हा राव के मित्र थे तथा संजय बारू को नरसिम्हा राव पुत्र की तरह मानते थे। सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल ने संजय बारू को स्पष्ट शब्दों में बता दिया कि शव को हैदराबाद ले जाना है इसके लिए उनके परिवार को आप कन्वींस कीजिए।
नरसिम्हा राव के पूरे परिवार को एक तरह से घेरे में लेकर जबर्दस्ती तैयार कराया गया कि शव हैदराबाद ले जाना है।
हिम्मत करके नरसिम्हा राव के बड़े बेटे रंगा राव ने कहा कि कम से कम एक स्मारक तो दिल्ली में बना दिया जाए
इस पर विचार करने का आश्वासन दिया गया और सभी चले गए
दूसरे दिन 24 दिसंबर 2004 को सवेरे से भाजपा सहित सारे दलों के नेताओं का तांता लगा रहा और आम जनता की भी भीड़ लग गई। 11 बजे सेना के वाहन पर शव को तिरंगे में लपेटकर रखा गया और फूलों से सजाया गया। एयरपोर्ट की ओर धीरे-धीरे शव यात्रा निकली। 9, मोतीलाल नेहरू मार्ग से सटे 24 अकबर रोड पर कांग्रेस का मुख्यालय है।तय किया गया कि एक घंटे के लिए शव को कांग्रेस कार्यालय में रखा जाएगा ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा श्रद्धांजलि दी जा सके। शव वाहन जब कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा तो देखा कि वहां एक भी कांग्रेसी उपस्थित नहीं है तथा कांग्रेस मुख्यालय के दरवाजे पर ताला लगा हुआ है...........
शव वाहन को सीधे एयरपोर्ट ले जाने का आदेश दिया गया और नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर को हैदराबाद ले जाया गया।
बाद में तेलगु टी वी चैनलों ने यह दिखाया कि नरसिम्हा राव का शव पूरी तरह जला भी नहीं था कि पुलिस व्यवस्था हटा ली गई थी और रात में हैदराबाद के श्मशान घाट पर कुत्ते अधजले शव के टुकड़े नोचते हुए पाए गए थे
संजय बारू ने भारी मन से कहा कि यह दुर्भाग्य है कि भारत के प्रधानमंत्री को अंतिम रूप से विदाई सिर्फ इसलिए नहीं दी गई क्योंकि गांधी परिवार नहीं चाहता है कि इतिहास में नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी के अलावा किसी अन्य प्रधानमंत्री का जिक्र हो

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी नहीं रहे. उन्होंने दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अपनी अंतिम सांसे ली.RIP SIR...
27/12/2024

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी नहीं रहे. उन्होंने दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अपनी अंतिम सांसे ली.
RIP SIR💐💐💐
ॐ शांति 🙏🏽

ये पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहिए....लेकिन पिछले 11 साल में केंद्र सरकार वही जहर पढ़वा रही अभीतक, जो कभी कांग्रेस वामपंथ ...
23/12/2024

ये पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहिए....लेकिन पिछले 11 साल में केंद्र सरकार वही जहर पढ़वा रही अभीतक, जो कभी कांग्रेस वामपंथ गठजोड़ ने भरा था ,पूरी एक पीढ़ी वही विषवमन पढ़कर निकल गई पिछले 1 दशक में!!

गुरुगोविंद सिंह जी का बलिदान अतुलनीय हैं।

अंबेडकर क्या सच में इतना महान थे..??जितना अम्बेडकर के बारे में बढ़ा चढ़ा कर बताया जाता है..??🤔अम्बेडकर और उसका झूठा प्रच...
22/12/2024

अंबेडकर क्या सच में इतना महान थे..??
जितना अम्बेडकर के बारे में बढ़ा चढ़ा कर बताया जाता है..??
🤔
अम्बेडकर और उसका झूठा प्रचार बंद होना चाहिए।
मैं कुछ मिथक रखता हूं अम्बेडकर से जुड़े हुए..

1-मिथक-अंबेडकर बहुत मेधावी थे।
सच्चाई -अंबेडकर पूरी जिंदगी में सदैव थर्ड डिग्री में पास हुए।

2-मिथक -अंबेडकर बहुत गरीब थे।
सच्चाई -जिस जमाने में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमाने में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है वह भी कोट पैंट में।

3-मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया।
सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे।

4-मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया।
सच्चाई -उस जमाने में अंबेडकर को गुजरात बढ़ोदरा के क्षत्रिय राजा सीयाजी गायकवाड़ ने स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया।

5-मिथक- अंबेडकर ने नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया।
सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 20 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

6- मिथक-अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे।
सच्चाई -अंबेडकर ने सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजो को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया।

7-मिथक -अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे।
सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी।

8- मिथक-अंबेडकर ने अकेले आरक्षण दिया।
सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा ने दिया जिसमे कुल 389 लोग थे अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था।

9-मिथक-अंबेडकर बहुत विद्वान था।
सच्चाई-अंबेडकर संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे।
स्थाई समीति के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे।

10-मिथक-अंबेडकर राष्ट्रवादी थे।
सच्चाई-1931मे गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी।

11-मिथक-अंबेडकर ने भारत का संविधान लिखा।
सच्चाई-जो संविधान अंग्रेजों के1935 के मैग्नाकार्टा से लिया गया हो और विश्व के 12 देशों से चुराया गया है ,
उसे आप मौलिक संविधान कैसें कह सकते है ?
अभी भी सोसायटी एक्ट में 1860 लिखा जाता है।

12-मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे।
सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी। पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे।
सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनाने के लिए भारतीय देशी राजाओं, महराजाओं, रियासतदारों, तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी।इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा।

13-मिथक-अंबेडकर स्वेदशी थे।
सच्चाई-देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती -कुर्ता, पैजामा-कुर्ता, सदरी व टोपी,पगड़ी, साफा, आदि हुआ करता था।गांधी जी ने विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी।
यद्यपि कि नेहरू, गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।
अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नही है।अंबेडकर अंग्रेजिएत का हिमायती था।

कापीड

एक प्रेम कहानी ऐसी भी। 💔नेपाल के रहने वाली ये जोड़ी इन दिनों खासा चर्चा में हैं। नेपाल के रहने वाले  #विवेक और  #सृजना क...
22/12/2024

एक प्रेम कहानी ऐसी भी। 💔

नेपाल के रहने वाली ये जोड़ी इन दिनों खासा चर्चा में हैं। नेपाल के रहने वाले #विवेक और #सृजना का प्यार स्कूल टाइम से ही था, 6 साल बाद 2020 में दोनो ने शादी की इसी बीच विवेक अमेरिका में PHD के लिए दाखिला लिया, दोनो बहुत खुस थे। मगर 2022 में विवेक का ब्रेन ट्यूमर का पता चला और यह प्रेम कहानी यहां से एक नई कहानी लिखती है।

सृजना ने जिस तरह से विवेक को संभाला और जीवन और मृत्यु की लड़ाई में सृजना ने विवेक का जिस तरह साथ दिया वो अभूतपूर्ण था। सोशल मीडिया के जरिए इन्होंने अपने संघर्ष और संघर्ष के बीच उस अटूट प्रेम को बताया तब जा कर दुनिया को इनके बारे में पता चली।

मगर करोड़ो लोगों की दुवाएं और डॉक्टर के सारे प्रयास ने भी विवेक को बचा ना पाए। एक दिन पहले विवेक सृजना को अलविदा कह दुनिया से चले गए।
एक और जहां की पत्नी जैसी लालची औरत है तो सृजना जैसे देवी भी।

21/12/2024

प्रेरणादायक

21/12/2024

ये देखो बिल्कुल एक बुंद भी दुध नही डाला युरिया खाद से दुध बना कर कुल्फी यानि आइसक्रीम बना दी है अब बच्चों को किया खिला रहे हो अपनी आंखों से देख लो बड़ी-बड़ी फैक्ट्रीयों में आइसक्रीम और कुल्फियां कैसे बनती है

21/12/2024

मोहन भागवत जी के अनुसार डीएनए एक हैं,मोदी जी के यहाँ तो ईद के दिन खाना ही नही बनता था अब्बास चिचा के घर से सेवई जो आ जाती थी और बांग्लादेश के हिन्दू इसके बाद उम्मीद लगाए बैठे है भारत उन्हें बचा लेगा?

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