05/09/2023
यह मंदिर हसदेव नदी के तट में बसा है यह मंदिर 122 साल पुराना है इस मंदिर का स्थापना जमीदार ज्ञानेश्वर दयाल के पूर्वजों द्वारा सन 1898 के आस पास मानी जाती है
इस मंदिर में एक गुफा है जो नदी से नीचे से होकर दूसरे तरफ निकलती है रानी धनराज कुंवर देवी मंदिर के लिए इस्तेमाल करती थी करती थीl
इस मंदिर में बरगद का पेड़ है जो पंडित जी के अनुसार 500 साल पुराना है यह बरगद के पेड़ में नारियल और चुनरी बढ़ने पर मनोकामना पूर्ण होती है इस बरगद के नीचे बताया जाता है हाथी भी आकर विश्राम करते थे
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कोरबा
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