05/06/2024
बहुत कोशिश की लेकिन हम खुद को लिखने से रोक नहीं पाये।।।
कल १८ वीं लोकसभा के परिणाम हम सभी ने देखे, अलग अलग लोगों ने अलग अलग तरीके से अपनी प्रतिक्रिया दी, कुछ ने इसे मोदी के घमंड का टूटना बताया तो कुछ ने मोदी की लोकप्रियता का गिरता हुआ ग्राफ दिखाया, जिनके पिता जी चारा खाने के बाद लम्बी अवधि तक जेल की हवा भी खाकर आये हैं और जिनकी दो पीढ़ियां एड़ी छोटी का जोर लगाकर कुल जमा 4 सीटें जुगाड़ पायीं हैं उन जैसे अनैतिकता के पुरोधाओं ने राजनैतिक, सामाजिक, व्यक्तिगत जीवन में पूरी तरह से धवल और अकेले दम भाजपा को 240 और NDA को 292 (बहुमत से 20 ज़्यादा) सीटें दिलाने वाले मोदी को नैतिकता का पाठ पढ़ाने की कोशिश करते हुए इस्तीफ़ा देने तक की दिमागी दिवालियेपन से भरी सलाह दे डाली। खैर राजनीति तो चलती ही ऐसे है, यहाँ हम उनके विषय में बात नहीं करेंगे, बात करेंगे जनता के विषय में कि आखिर हमारे देश की जनता खास तौर से उप्र की जनता आखिर चाहती क्या है?
यह स्पष्ट हो चूका है कि उत्तरप्रदेश में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जिसे राजनीतिक समझ तो छोड़िये उन्हें अपने खुद के भले की समझ भी नहीं है, यह वह वर्ग है जो स्थायी विकास के कार्यों, सामाज कल्याण की योजनाओं, भय मुक्त वातावरण, और स्वरोजगार के नए अवसरों से ऊपर जाति, धर्म, और अपने तुच्छ और तात्कालिक स्वार्थों को रखता है।
यह वह वर्ग है जो कि फिर से वही #अराजक_उत्तरप्रदेश चाहता है जहाँ जमीनों पर कब्जे होते थे, जहाँ वसूली होती थी, जहाँ महिलाएं असुरक्षित हुआ करती थीं, जो माफियाओं के राज के चलते अपराध में अव्वल हुआ करता था और जहाँ निवेश करने से हर निवेशक कतराता था।
यह वर्ग फिर से वही #भययुक्त_उत्तरप्रदेश चाहता है जहाँ हर व्यापारी एक जाति विशेष और धर्म विशेष के लोगों से डरकर जिया करता था, जहाँ एक राजनैतिक पार्टी विशेष का छोटा सा कार्यकर्ता भी किसी भी आम आदमी को डरा धमकाकर मजबूर कर दिया करता था।
यह वर्ग फिर से #लाचार_पुलिस_वाला_उत्तरप्रदेश चाहता है जहाँ पुलिस गोंडों और माफिटोन से जनता की रक्षा करे या न करे, अपराध के मौके पर पहुंचे या नहीं, नेता जी की भैंस ढूंढने जरूर जाया करती थी।
यह वर्ग फिर से वही #दंगों_की_आग_में_झुलसा_उत्तरप्रदेश चाहता है, जहाँ न सिर्फ सरकारी संपत्ति को नष्ट किया जाता था बल्कि एक धर्म विशेष के लोगों की सम्पत्तियों को सीधे टारगेट किया जाता था।
यह वह वर्ग है जो #टेंट_में_रहने_वाले_श्री_राम वाला और #उजड़ी_हुयी_अयोध्या वाला उत्तरप्रदेश चाहता है, जिसको अयोध्या में हुए अभूतपूर्व विकास और उससे पैदा हुए लाखों रोजगारों से कोई लेना देना नहीं।
कम शब्दों में कहें तो यह वह वर्ग है जो सुरक्षित और विकसित नही #असुरक्षित और #बीमारू_उत्तरप्रदेश चाहता है।
क्यूंकि उत्तरप्रदेश के इस बड़े वर्ग ने उन सफेदपोश सरपरस्तों को वोट दिया है जो अपने राज में #माफिया और #गुंडों को पालते पोसते थे और भाजपा के राज में उनकी #मौत पर मातम मनाने उनके घर जाते हैं। और इस वोटर वर्ग में सिर्फ एक धर्म विशेष के लोग ही नहीं बल्कि दुसरे धर्म की कुछ विशेष जातियां भी शामिल हैं और ये दोनों ही वर्ग वो हैं जिन्होंने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार की समाज कल्याण योजनाओं का सबसे अधिक फायदा उठाया, और फिर धोखा दिया।
परसों तक कहा जा रहा था कि हिन्दू जनमानस जाग गया है लेकिन कल यह साफ़ हो गया कि हिन्दू सिर्फ लघुशंका करने के लिए जागा था और एक बार फिर वो जातियों और अपने तुच्छ और तात्कालिक दृष्टिकोण की चादर ओढ़कर सो गया है। ऐसे ही सोते रहिये जल्द ही कोई फिर आएगा और न ही सिर्फ आपकी ये चादर खींच कर ले जायेगा बल्कि आपकी खटिया भी उलटी कर देगा, और हमें पक्का विश्वास है की आपको समझ तब भी नहीं आएगा क्यूंकि पीढ़ियों से नकारा बने रहकर मुफ्त की रेवड़ियों पर गुलामी में जीने की लत जो लग चुकी है।
रही बात मोदी और योगी की तो उन्हें आपकी नहीं आपको उनकी जरूरत है।
इस लेख के साथ तीन तस्वीरें भी संलग्न हैं पहली पुराने उत्तर प्रदेश की और बाकी दो आज के उत्तर प्रदेश की, निर्णय उत्तरप्रदेश की जनता का है किस ओर बढ़ना चाहते हैं.
जय हिन्द
जय माँ भारती
VVivek Rusia Sukun
FForeign Affairs Department BJP, MPRRohit GangwalVVijay M ChauthaiwaleBBJP Uttar PradeshBBJP Madhya PradeshBBharatiya Janata Party (BJP)DDr Mohan YadavDDr. Virendra KumarVVD SharmaSShivraj Singh ChouhanKKamakhya Pratap SinghKKamakhya Pratap SinghDDr. Rakesh MishraJJ.P.NaddaMMalkhan Singh Chouhan - BJPMMalkhan Singh ChouhanCChandrabhan Singh Gautam IICChandrabhan singh GautamGGanesh SinghAAmit Agrawal - SontuKKirti Amit AgrawalJJitendra Singh Parihar