
02/09/2025
जनता सरकार मोर्चा, महात्मा बुद्ध जी से जय श्री राम जी तक "गुरु नानक देव जी से गुरु गोबिंद सिंह" और "भगत रविदास जी, कबीर जी, नामदेव जी, शेख फरीद जी" तथा अन्य "समूह जात-पात", "चारों वर्णों" के भगतों, फकीरों में आस्था रखने वाले "आम आदमी" की "राजनीतिक ढांचे" से रहित एक स्वतंत्र "सामाजिक संस्था" है। इसका संकल्प गुरु नानक देव जी के "वंड छको" सिद्धांत, भगत रविदास जी के सामाजिक सपना "बेगमपुरा" और गुरु गोबिंद सिंह जी के 'मानस की जात सब एक ही पहचानबो' के आधार पर "खालसा राज" की स्थापना करना है।
कई सदियों की गुलामी के बाद देश कहने को आज़ाद तो हुआ, लेकिन वास्तविकता में "एक गुलामी से दूसरी गुलामी की शुरुआत" थी। वोट तंत्र ने न केवल देश बल्कि सिख, सनातन , बौद्ध,जैन पंथ के गुरुद्वारों, मंदिरों तथा मठों का भी बेड़ा गर्क कर दिया है। झूठे धार्मिक नेताओं, भ्रष्ट अधिकारीवर्ग और बेईमान नेताओं ने मिलकर आम जनता को भी अपने जैसे मुफ्तखोर, लालची और पूंजीवादियों का मानसिक गुलाम बना दिया है। इसके परिणामस्वरूप गुरु बाणी के बताए अनुसार समाज उजाड़ की ओर बढ़ रहा है।
काजी झूठ बोलकर मैल खाता है।
ब्राह्मण स्नान करके जीवों को चोट पहुंचाता है।
योगी विधि नहीं जानता, अंधा है।
तीनों उजाड़ के आधार बन चुके हैं।
(महला १, अंग ६६२)
भाईचारे का रिश्ता खत्म हो चुका है, परिवार टूट रहे हैं, मानसिक परेशानियां बढ़ रही हैं, गरीब-अमीर की खाई गहरी हो रही है, ज़मीनें कम हो रही हैं, नौकरियां नहीं हैं, और सरकारी जुल्म बढ़ रहा है। नेता कसाई बन चुके हैं। धर्म पंख लगाकर उड़ गया है। झूठ का बोलबाला है। काली बोली अंधेरी रात है। सच का चांद कहीं भी दिखाई नहीं देता है।
"कलि काती राजे कसाई धर्म पंख करि उड़रिआ।
कूड़ अमावस सचु चंद्रमा दीसै नाही कह चड़िआ।"
भगत रविदास जी के "बेगमपुरा" का सपना चूर-चूर हो गया है, गुरु नानक देव जी का "किरत करो, नाम जपो, वंड छको" का सिद्धांत लापरवाही, दिखावे और पीजे पूड़ियों के लंगरों में बर्बाद हो गया है, और गुरु गोबिंद सिंह जी का "राज करेगा खालसा" का सिद्धांत भी नेताओं ने मिट्टी में मिला दिया है।
दुनिया के राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, और ऐतिहासिक अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकला कि वोट राजनीति हमारा कुछ भी सुधार नहीं सकती और हमें गुरु बाणी के बताए अनुसार "आपण हथि आपणा, आपे ही काज सवारना" पड़ेगा। "आम आदमी" को संगठित होकर सरकारी सिस्टम के समानांतर अपना ही "वंड छको" (सभी चीजें आपस में साझा करना) सिद्धांत पर आधारित "सामाजिक ढांचा" बनाना होगा।
जनता सरकार मोर्चा सभी वर्गों के साथ मिलकर कम्यून सिस्टम की स्थापना के लिए प्रयासरत है। यह मॉडल इज़राइल के किबुत्ज़ सिस्टम से प्रेरित है (270 गांव आज भी इज़राइल में खुशहाली से बसे हुए हैं)।
# # # रोजगार/किरत
"कम्यून सिस्टम में सारे संसाधन साझा होंगे। 🌾 हर सदस्य की योग्यता और ज़रूरत के अनुसार रोजगार दिया जाएगा। 📊 यह प्रणाली समान भागीदारी के सिद्धांतों पर आधारित होगी, जिसमें सहयोग, सेवा भावना, और मिलजुलकर काम और व्यापार को महत्व दिया जाएगा। 🙏
# # # जनता सरकार पंचायत राज 🗳️
1. Collective Decision (सामूहिक निर्णय)
2. Collective Leadership (सामूहिक नेतृत्व)
3. Collective Action (सामूहिक ऐक्शन)
सभी महत्वपूर्ण फैसले सामूहिक बैठकों में सर्वसम्मति से लिए जाएंगे। 🗳️ हर सदस्य को बराबर का अधिकार होगा और उनकी राय को सम्मान दिया जाएगा। 🗣️ यह प्रबंधन मॉडल भारती स्वराज पंचायत राज और सरबत खालसा सिख संगत के सिद्धांतों को दर्शाएगा। 🏞️ नेता चुनाव से नहीं बल्कि सर्वसम्मति से चयन के जरिए चुने जाएंगे।
# # # जनता सरकार कम्यूनिटी सेंटर 👩🌾
हर गांव और शहर में कम्यूनिटी सेंटर बनाए जाएंगे, जहां केवल सदस्यों के लिए साझा कैंटीन होगी। वहां तीनों समय चाय-पानी और भोजन लंगर मिलेगा, साथ ही घर-गृहस्थी का ज़रूरी सामान भी दिया जाएगा। कपड़े साझा मशीनों से धोकर दिए जाएंगे। जगह के हिसाब से अन्य सुविधाएं, जैसे दवाखाना, वहीं मुहैया कराई जाएंगी।
# # # शिक्षा और सामूहिक जीवन 📚
जनता सरकार कम्यून सिस्टम में शिक्षा को बहुत महत्व दिया जाएगा। 📖 बच्चों की शिक्षा और परवरिश साझा रूप से की जाएगी। 🏫 यह सिस्टम भारती 10 दर्शन सनातन, जैन, बौद्ध सिख पंथ के सिद्धांतों को मजबूत करेगा और नई पीढ़ी को सही दिशा में प्रेरित करेगा। शस्त्र और शास्त्र विद्या पाठ, गतका, तबला, कीर्तन, सिलाई मशीन, AI, Digital training और अन्य घरेलू एवम् व्यापारक कौशल सिखाने की व्यवस्था होगी। एआई और डिजिटल तकनीक पर विशेष फोकस रहेगा।
# # # आर्थिक मॉडल 💰
जनता सरकार कम्यून सिस्टम का आर्थिक मॉडल मुख्य रूप से साझा खेती, पोल्ट्री फार्म, और दुध उत्पादन पर आधारित होगा। 🌾 इसके साथ ही फूड ट्रक, रेस्टोरेंट, उद्योग, और व्यापार में भी योगदान दिया जाएगा। 🏭 यह मॉडल समुदाय की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा। 💪
# # # सामाजिक जीवन 🎉
सामाजिक जीवन अत्यंत सक्रिय होगा। 🎊 गुरुपर्व, धार्मिक पर्व और सामाजिक त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम सांझे तौर पर आयोजित किए जाएंगे। 🎶 इन समारोहों में सभी सदस्य भाग लेंगे, जिससे समुदाय की भावना और मज़बूत होगी। 🤗
# # # सरकार के साथ राजनीतिक संबंध/संघर्ष
जनता सरकार मोर्चा का कोई भी सदस्य किसी भी राजनीतिक पार्टी या कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेगा। सरकारों से अपने हक़ लेने के लिए कूटनीतिक बातचीत से लेकर "संपूर्ण जनता सरकार राज" के आगमन तक हर प्रकार का संघर्ष जारी रहेगा और उक्त फैसले सर्वसम्मति से जत्थेबंदी द्वारा लिए जाएंगे। अधिकारी वर्ग का भ्रष्टाचार, सरकारी गुंडागर्दी, और अत्याचार के खिलाफ मजबूत और अथक संघर्ष किया जाएगा। किसी भी सदस्य पर किसी भी प्रकार का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूरी जत्थेबंदी मिलकर हर तरह से संघर्ष करेगी। प्राकृतिक संसाधनों पर सभी लोगों की बराबर हिस्सेदारी के लिए प्रयास किए जाएंगे।
# # # प्राचीन सिख इतिहास से संबंध 🌟
इस मॉडल की प्रेरणा सिख इतिहास से भी मिलती है। गुरु साहिबान द्वारा बसाए गए शहर, जैसे करतारपुर, गोइंदवाल, **आनंदपुर साहिब**, और **अमृतसर**, साझा सेवा और सहयोग के सिद्धांतों पर आधारित थे। 🏰 आनंदपुर साहिब का किला भी इसी मॉडल पर आधारित था, जहां सिख संगत ने साझा रूप से काम किया और सिख धर्म के सिद्धांतों को अपनाया। 🏞️
ओशो द्वारा बनाए गए कम्यून भी इसी system के आधार पर बने थे ।
# # # निष्कर्ष 🌟
जनता सरकार मोर्चा राज कम्यून सिस्टम, के लिए एक नया और उत्साहजनक प्रयास है। 🌾 यह सिस्टम भारत के सिद्धांतों को मजबूत करेगा और समुदाय की उन्नति में योगदान देगा। 🙏
**जनता सरकार मोर्चा**
साथ, सहयोग, सेवा