भारतीय अर्थव्यवस्था पर अभूतपूर्व संकट | हम भारत के लोग
8 नवंबर नोटबंदी के 4 साल
"राष्ट्रीय आर्थिक आपदा दिवस"- इस देशव्यापी अभियान के अवसर पर
हम भारत के लोग द्वारा आयोजित
ऑनलाईन वेबिनार
🛑 भारतीय अर्थव्यवस्था पर अभूतपूर्व संकट 🛑
शनिवार, 31 अक्टूबर 2020
⏳ शाम 5 से 7:30 बजे
● नोटबंदी से तालाबंदी तक अर्थव्यवस्था पर असर
🎙प्रो. अरुण कुमार
(अर्थशास्त्री)
● खेती पर संकट और किसान आंदोलन
🎙 डॉ. दर्शनपाल
(किसान नेता, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति)
● नए श्रम कानूनों का असर
🎙 विश्वास उटगी
(पूर्व सचिव, महाराष्ट्र राज्य बैंक कर्मचारी संगठन)
● बेरोजगारी का बढ़ता संकट और उपाय
🎙 नीरज जैन
(अर्थशास्त्री, सामाजिक कार्यकर्ता, लोकायत)
● केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों का समाज पर प्रभाव
🎙 मेधा पाटकर
(सामाजिक कार्यकर्ता, जनआंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय)
🔸वेबिनार हिंदी में होगा ।
📞 गुड्डी: 7738082170
📞 अनिता पगारे: 8080940920
📞 श्रध्दा: 9270478335
जाति और जेंडर की जुगलबंदी | सतीश देशपांडे
📣 अभिव्यक्ती आयोजित ऑनलाइन व्याख्यान
🟣 जाति और जेंडर की जुगलबंदी
🎙️ वक्ता: सतीश देशपांडे
(लेखक, प्राध्यापक दिल्ली विश्वविद्यालय)
दोस्तों,
भारतीय समाज में आप भले ही जाति की मौजूदगी न जानें, लेकिन जाति सबको जानती है. हाथरस की घटना ने पुरे देश को यह दिखा भी दिया. हमारे समाज में जब महिलाओं पर अत्याचार होते हैं तब हम पुरुषी अहंकार, पितृसत्ता की बात करते हैं. लेकिन जब किसी दलित महिला पर अत्याचार होता हैं तब उसमें जातीवाद भी होता हैं. हिंसा केवल महिलाओं पर नियंत्रण करने का साधन नहीं बल्कि जाति व्यवस्था बरकरार रखने का भी एक साधन है. हमारे भारतीय समाज में जातिवाद और पितृसत्ता का समीकरण जब तक हम नहीं समझेंगे, तब तक एक न्यायपूर्ण, समतामूलक समाज बनाना मुश्किल है. इस व्याख्यान को सुनने के लिए आप आमंत्रित है.
🔸व्याख्यान हिंदी में होगा.
👍🏾लाइक और शेअर किजीए
🖋️ अभिव्यक्ति