Best Reporter News

  • Home
  • Best Reporter News

Best Reporter News Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Best Reporter News, News & Media Website, .

बैस्ट रिपोर्टर की शुरूआत देश के मौजू़दा हालातों में क्रांतिकारी सुधार के मकसद से देश के मीडिया जगत में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखने वाले जयपुर के पिंकसिटी प्रेस क्लब सभागार में तत्कालीन शिक्षा मंत्री राज्य मंत्री शैलेन्द्र जी जोशी बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष डॉ.करण सिंह यादव एवं जयपुर के सांसद गिरधारीलाल भार्गव के सानिध्य में 1 अप्रेल 2003 को एक पाक्षिक समाचारपत्र के रूप हुई थी। पाक्षिक समाचार

पत्र के रूप में करीब 2 वर्ष के निरन्तर प्रकाशन के बाद 2 अक्टूबर 2005 को इसे पाक्षिक से साप्ताहिक समाचारपत्र का दर्जा दिया गया। स्थानीय जिला प्रदेश एवं राष्टीय स्तर के समाचारों के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी अलावा करने वाले विद्यार्थीयों हेतु पूरे साल में सामान्य ज्ञान के 25000 से अधिक प्रश्न बैस्ट रिपोर्टर समाचारपत्र की अदभुद विशेषता रही है। अपनी स्थापना से लेकर आज तक बैस्ट रिपोर्टर समाचारपत्र देश के सभी वर्गो को विशेषकर युवा वर्ग को बेहतरीन मार्गदर्शन उप उपलब्ध करा रहा है। बैस्ट रिपोर्टर न सिर्फ राजस्थान के सभी जिलों में वरन् व तहसीलों में वरन् मध्यप्रदेश उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा सहित देश के कई राज्यों में भी अपनी मौजू़दगी दर्ज करवा रहा है। प्रिन्ट मीडिया की कतिपय सीमाओं के अहसास तथा जनता की आवाज़ को न सिर्फ राज्य वरन् देश व विश्व के स्तर तक और भी अधिक प्रखरता से उठाने के जज्बे के परिणामस्वरूप बैस्ट रिपोर्टर ने वर्ष 2008 में साईबर मीडिया के क्षेत्र में भी कदम रखने का तथा अपना वेब न्यूज पोर्टल शुरू करने का निर्णय लिया। बैस्ट रिपोर्टर न्यूज डाट कॉम हमारे इसी निर्णय के परिणाम के रूप में आज जनता के समक्ष है तथा हमारी मुख्य पंच लाईन करें कुछ एसा वतन के लिए मिल जाए तिरंगा कफन के लिए के साथ जनता की आवाज़ बुलंद करने में पूरी तनमयता से जुटा हुआ है।

17/02/2024

---बूझो तो जाने---

‘‘जन-जन को जिसने बांटा है, लोकतंत्र की छाती पर जो बन चुका कांटा है’’

बताओ कौन?

जन सम्प्रभुता संघ

15/02/2024

*ब्रेकिंग न्यूज*
इलैक्ट्रोलर बाण्ड पर सुप्रीम कोर्ट की रोक ,
जन सम्प्रभुता संघ ने किया स्वागत

26/01/2024

जिन लोगो को गुलामी की आदत पड गई है , यदि उन्हे गुलामी से आजाद करने की कोशिश करोगे तो सर्वप्रथम वे आप पर ही हमला करेंगे ।

देश हमारा है, देशवासी हमारे हैं , जगाना हमारा कर्तव्य है अतः हम अपना कर्तव्य जारी रखेंगे।

जय हिंद,

_जन संप्रभुता संघ

22/01/2024

आत्म-अवलोकन एवं आत्ममंथन हेतु उपयोगी कसौटियों संबंधी प्रश्न देशवासियों के अवलोकनार्थ व विचारार्थ प्रस्तुत हैं-

(1) क्या आपको दूसरे को चिढ़ाने में आनंद आता है ?

(2) क्या आपमें अपने से कमजोर पर हावी होने की प्रवृति है ?

(3) क्या आप स्वार्थपूर्ति की इच्छा से सत्ताधीश के अन्याय का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष समर्थन करते हैं ?

(4) क्या आपमें उचित व न्यायसंगत नियमों के उल्लंघन कर अपनी शक्ति के प्रदर्शन की प्रवृति है ?

(5) क्या आप अपने मुँह से अपनी तारीफों के पुल बांधते हैं ?

(6) क्या आप अपनी तार्किक आलोचना सुनकर गुस्सा व झूठी प्रशंसा सुनकर प्रसन्न होते हैं ?

(7) क्या आपके व्यवहार में किसी भी प्रकार का किसी भी चीज का अहंकार मौजूद है ?

(8) क्या आप किसी की मदद के बदले उससे किसी भी प्रकार के प्रतिफल अपेक्षा रखते हैं ?

(9) क्या आप अपने व्यवहार में क्षमा करने की बजाय बदला लेने की भावना रखते हैं ?

(10) क्या आप समाज में ‘कॉपरेशन’ की बजाय ‘काम्पीटिशन’ को महत्व देते हैं ?

(11) क्या आप अपनी विशेषज्ञता वाले क्षेत्र में व्याप्त शोषण को तर्कसंगत बताते हैं ?

(12) क्या आप देश व समाज के अंतिम आदमी की तकलीफ के प्रति असंवेदनशील हैं ?

(13) क्या आप भ्रष्टाचार से धन कमाने का प्रयास करते हैं या किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार का समर्थन करते हैं ?

(14) क्या आपको दया, अहिंसा, न्याय जैसे शब्दों से चिढ़ होती है ?

(15) क्या आप न्याय व अन्याय का फैसला ऊच-नीच, जाति या धर्म देखकर करते हो ?

(16) क्या आप किसी को अछूत मानते हो ?

(17) क्या आप सच को सच कहने का आत्मबल रखते है ?

(18) क्या आप स्वयं के जीवन से जुड़ी नारी शक्ति को आदर व सम्मान देते हैं ?

(19) क्या आप समाज की अन्य नारियों को भोग की दृष्टि से देखते हैं ?

(20) क्या आप सार्वजनिक या दूसरे की जमीन/सम्पत्ति पर अतिक्रमण का समर्थन करते हैं ?

(21) क्या आप दोषी व निर्दोष सभी को एक ही लाठी से हांकते का समर्थन करते हैं ?

(22) क्या आपमें अच्छाई एवं सच्चाई के अतिरिक्त किसी भी प्रकार के नशे की प्रवृति है ?

(23) क्या आपको किसी भी अन्य इंसान की प्रगति से ईष्या होती है ?

यदि उपरोक्त प्रश्नों का उत्तर हाँ है तो हम ओर आप सबसे बड़े पाखंडी हैं ।

आपकी और हमारी उक्त प्रवृत्तियाँ ना सिर्फ परमात्मा की सबसे बड़ी विरोधी हैं वरन् हमारा उक्त प्रवृतियों से घिरा होना देश, समाज, धर्म ,आध्यात्म और इंसानियत सभी के लिए किसी श्राप से कम नहीं हैं ।

अतः कृपया दिल पर हाथ रखकर सतपक्ष होकर आत्मनिरीक्षरण करें,

अपनी कमियों को पहचाने और सतत अभ्यास द्वारा उन्हें सुधारने का प्रयत्न करें तथा पाखंडी नहीं परमात्मा के सच्चे भक्त बने।

याद रहे पाखंड से इंसानों को धोखा दिया जा सकता है, भगवान को नहीं ।

-जन संप्रभुता संघ--

22/01/2024

इंसान ने भगवान की प्रतिमा में प्राणों की प्रतिष्ठा तो कर डाली,

परन्तु इंसान द्वारा स्वयं में भगवान की मर्यादाओं के अनुकरण के प्रण की प्रतिष्ठा कब होगी ?

जब तक इंसान ऐसा नहीं करता, वो सिर्फ पाखंडी है ।

पाखंडी इंसान कृछ भी हो सकता है परन्तु वो

परमात्मा का सच्चा भक्त कदापि नहीं हो सकता है ।

--जन संप्रभुता संघ-

19/01/2024
चीन को लाल आँख दिखाने का जुमला पड़ा देश को भारीचीन का भारतीय क्षेत्र पर बढ़ा कब्जा, भारत से छिनी जमीन , बफर जोन के नाम प...
31/12/2023

चीन को लाल आँख दिखाने का जुमला पड़ा देश को भारी

चीन का भारतीय क्षेत्र पर बढ़ा कब्जा, भारत से छिनी जमीन , बफर जोन के नाम पर मेजर शैतान सिंह का मेमोरियल हुआ ध्वस्त ।

विदित हो कि रेजांगला युद्ध (18 नवम्बर 1962) में 13 कुमाऊ रेजीमेंट की चार्ली बटालियन के 124 भारतीय जवानों के शौर्य एवं बलिदान के प्रतीक के तौर पर वर्षों से मौजूद परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह का चुशूल लद्दाख स्थित मेमोरियल चीन से समझौता कर बफर जोन के नाम पर 10 फरवरी 2021 को ही विघटन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में ध्वस्त किया जा चुका है ।

लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के सदस्य खोनचोक स्टैनजिन ने 25 दिसंबर को यह दावा किया कि LAC पर रेजांगला में बना मेजर शैतान सिंह का मेमोरियल तोड़ दिया गया है। जून 2020 में हुई गलवान झड़प के बाद यह इलाका बफर जोन बना दिया गया है।

स्टैनजिन ने टेलीग्राफ को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि मुखपारी से रेचिनला और रेजांगला तक का पूरा क्षेत्र अब बफर जोन में है और इसमें सैनिकों और नागरिकों किसी के भी आने-जाने पर रोक है। यहां तक कि हमारे खानाबदोश (चरवाहे) भी गर्मियों में वहां नहीं जा पाते।

रेजांगला से करीब 2 किलोमीटर दूर जहां यह मेमोरियल था, यह वही जगह है जहां 1962 में परमवीर चक्र से सम्मानित मेजर शैतान सिंह का शव मिला था। भारतीय सेना ने ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान हजारों चीनी सैनिकों से मुकाबले के बाद यहां कब्जा किया था। स्टैनजिन ने जो तस्वीर शेयर की है, उससे पता चलता है कि स्मारक अक्टूबर 2020 तक भारतीय नियंत्रण में था, जब कुमाऊं रेजिमेंट की 8वीं बटालियन ने इसका नवीनीकरण किया।

केन्द्र सरकार देश के साथ हुए इस विश्वासघात की जानकारी एवं अपना मुहँ दोनों छिपाने में जुटी हुई थी और अभी भी देश की आंखों में धूल झौंकने का क्रम लगातार जारी है।

देश के लोग 'राम मंदिर' निर्माण एवं मुसलमानों में व्याप्त भय से पगलाए जा रहे हैं ।

विधर्मियों खासकर मुसलमानों के प्रति कुन्ठा, नफरत एवं धार्मिक उन्माद की रतौंधी में उन्हें वास्तविक घरातल पर हो रही देश की बर्बादी एवं हानि दिखाई देना बंद हो गई है ।

धूर्तों द्वारा फैलाई गई मूर्खता पर देश की भोली भाली जनता यही सोच कर अपनी ही बर्बादी से बेपरवाह है कि —

देश सुरक्षित हाथों में है ।

मोदी है तो मुमकिन है ।

ना कोई घुसा है,ना कोई घुसा हुआ है और ना ही कोई पोस्ट चीन के कब्जे में है।

जबकि कड़वा सच ये है कि अप्रेल 2020 में गलवान संघर्ष के बाद से भारत का करीब 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन के कब्जे में चला गया है।

पेंगांग एरिए का पैट्रोलिंग पाइंट, गलवान में पीपी—14, गोगरा में पीपी—17 एवं सोर्सपेंग में पीपी—15 आज भारत के नियंत्रण से बाहर हो गए हैं तथा चीन द्वारा उन्हें जबरन बफर जोन घोषित करवा दिया गया है।

आखिर क्या कारण है कि चीन को लाल आँख दिखाने की बात करने वाले नरेन्द्र मोदी की जबान चीन का नाम तक तक लेने में चिपक जाती है ?

चीन पर हमारे 56 इंची शेर की चुप्पी बेहद चौंकाने वाली एवं ख़तरनाक है । इस चुप्पी का जवाब मोदी जी एवं उनकी सरकार को भी देश के सामने रखना चाहिए तथा देश की जनता को भी इसकी खोज करने का प्रयास करना चाहिए ?

युद्ध में हार के चलते कब्जा हो जाए तो बात फिर भी जंचती है परंतु अपने एवं अपनों के निजी राजनीतिक एवं व्यापारिक हितों के चलते देश की जमीन पर कब्जे को मौन सहमति प्रदान कर दी जाए या अन्य शब्दों में देश की जमीन का सौदा कर लिया जाए तो इसे देश से गद्दारी कहते हैं ।

प्रश्न पूछना देश के प्रत्येक आम नागरिक एवं देश के पत्रकारों का अधिकार भी है और दायित्व भी है । बतौर नागरिक एवं पत्रकार हम अपने हिस्से का दायित्व निभा रहे हैं ।

हमारे तथ्य भी कुछ 19—20 हो सकते हैं क्योंकि वैधानिक स्थिति तो केन्द्र सरकार स्पष्ट करेगी और वो चुप है, केन्द्र की चुप्पी हमारे प्रश्नों एवं संदेह को निरंतर बढ़ा रही है।

अत: अब जवाब देने की बारी देश के प्रधान सेवक नरेन्द्र मोदी, उनके मंत्रिमंडल एवं समर्थकों की है तथा राष्ट्र मंथन की बारी देश के प्रत्येक देशभक्त की है ।

प्रधान सेवक जवाब दे कि —

(1) क्या बफर जोन के लिए भारत को अपनी जमीन छोडनी पड़ी है ?

यदि नहीं तो मेजर शैतान सिंह मेमोरियल को ध्वस्त क्यों किया गया ?

और यदि हाँ तो देश से ये झूठ क्यों बोला जा रहा है कि देश की एक इंच भी जमीन नहीं गई है ?

(2) कब्जे के बावजूद चीन का नाम नहीं लेने का कारण आखिर क्या है ?

(3) प्रधान सेवक संदेह दूर करने के लिए न्यायपालिका ,मीडिया एवं विपक्ष की संयुक्त टीम को सीमावर्ती क्षेत्र का अवलोकना क्यों नहीं करवा देती है ?

देश का प्रत्येक देशभक्त राष्ट्र मंथन करे और सोचे कि——

(1) क्या मोदी सरकार ने चीन के सामने सरेंडर कर दिया है ?

(2) क्या किसी व्यक्ति या दल की भक्ति 'राष्ट्र भक्ति' से भी अधिक जरूरी हो गई है ?

(3) क्या हिन्दू गौरव राष्ट्र गौरव से भी अधिक महत्वपूर्ण हो चुका है ?

(4) क्या हिन्दू राष्ट्र का पागलपन भारत जैसे महान राष्ट्र को अस्थिरता एवं विघटन की ओर तो नहीं धकेल रहा है ?

(5) क्या देश वाकई में सुरक्षित हाथों में है ?

जय हिंद! जय भारत! जय जगत! जय गणतंत्र ! जय संविधान

शुभेच्छु!

अनिल यादव

संपादक,बैस्ट रिपोर्टर न्यूज।

अध्यक्ष, जन संप्रभुता संघ ।

अध्यक्ष, सतपक्ष पत्रकार मंच ।

9414349467

30/12/2023

सिकन्दर ने आधी दुनिया जीत ली थी
पर जब मरा तब उसकी 3 इच्छाएँ थी ---

1. जिन हकीमों ने मेरा इलाज किया वे मेरे जनाजे को कंधा देंगे ताकि दुनिया को पता चले रोग का इलाज करने वाले हकीम भी मौत को नही हरा सकते

2. जनाजे की राह में सारी दौलत बिछा दी जाये जो मैने जिंदगी भर इकठ्ठा की थी ताकि लोगों को पता चले कि जब मौत आती है तब ये किसी काम नहीं आती

3. जब जनाजा निकले तब मेरे दोनों हाथ बाहर लटकाये जाएं ताकि लोगो को पता चले इंसान खाली हाथ आता है और खाली हाथ जाता है

30/12/2023

चीते की प्रतियोगिता कुत्तों से हो रही थी, लोग तुलना करना चाहते थे कि कौन तेज है?

सभी हैरान थे कि चीता अपनी जगह से बाहर नहीं आया,

लोगों ने रेस संयोजक से पूछा कि आखिर हुआ क्या?

रेस संयोजक ने प्रतिक्रया दी।

कभी-कभी यह साबित करने कि कोशिश करना कि आप सबसे अच्छे हैं "एक अपमान है"।

हमें दूसरों के स्तर तक नीचे जाने की जरूरत नहीं है,

किसी को समझाने की आवश्यकता नहीं कि हम बेहतर हैं।

गहन विचार करें, अपनी ऊर्जा को सकारात्मक प्रयासों में लगायें, वो करें जो आपके मनोनुकुल हो।

चीता अपनी गति का उपयोग शिकार करने के लिए करता है ना कि कुत्तों को यह साबित करने के लिए कि वह तेज और मजबूत है,

अपना मूल्य साबित करने के लिए अपना समय और ऊर्जा बर्बाद ना करें.!!

19/12/2023

स्वार्थी,अवसरवादी,धूर्त, मूर्ख एवं पाखंडप्रेमी धार्मिक व्यक्ति सत्ता के साथ को उपलब्धि मानता है,

जबकि परमार्थी,निष्ठावान,सज्जन,बुद्धिमान एवं तार्किक आध्यत्मिक व्यक्ति 'सत्य' के साथ को सर्वोपरी मानता है ।

आत्मनिरीक्षण कीजिए कि हम किस कतार में हैं और हमें किस कतार में होना चाहिए।

—जन संप्रभुता संघ—

18/09/2023

अफ़सोस! देश के लोगों के पास देश के लिए समय ही नहीं है, ऐसा ही रहा तो ना देश बचेगा, ना लोग।

25/08/2023

हमसफरों में मनभेद और नफ़रत यानी परिवार के विनाश की गारंटी।

हमवतनों में मनभेद और नफ़रत यानी देश के विनाश की गारंटी।

कहीं आप भी स्वार्थ,मूर्खता या धूर्तता के चलते इस विनाश के गारंटर व प्रमोटर तो नहीं बन बैठे हैं?

जरा सोचें ,

अभी भी वक्त है, संभलने का

"वतन की मौत ना हो जाए संभालों यारों,
खो रहा है चैन और अमन, संभालो यारों।

* जन संप्रभुता संघ *

Address


Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Best Reporter News posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Best Reporter News:

Shortcuts

  • Address
  • Alerts
  • Contact The Business
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share