06/02/2021
ईसाई कर रहे है धर्मांतरण....
हम हाथ पर हाथ रख कर तमासा देख रहे है ....
आदिवासियों का धर्मांतरण,
गाँवों में चर्च के एजेंट हिंदू धर्म के खिलाफ उगल रहे जहर
झारखंड में आदिवासियों का जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए सख्त कानून था।
लेकिन,पुनः धर्मांतरण ने जोर पकड़ लिया है।
सत्संग के नाम पर आदिवासियों का जबरन धर्मांतरण हो रहा है।
चर्च के एजेंट गॉंवों में हिंदू धर्म के खिलाफ जहर उगल कर इन्हें भड़काते हैं।
“कोरोना संकट के समय जारी लॉकडाउन में जहॉं समाज का एक बड़ा वर्ग जरूरतमंदों की मदद में लगा रहा, वहीं ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण के खेल में लगी थीं। इस दौरान गुमला, लोहरदगा, लातेहार, सिमडेगा, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग जिलों में खूब धर्मांतरण कराया गया। यही है मिशनरियों का असली रूप।”
झारखंड में जगह-जगह धर्मांतरण कराने के लिए चर्च के एजेंट, पास्टर और नन प्रमुख रूप से लगे हुए हैं।
झारखंड में लगातार बढ़ती धर्मांतरण की घटनाओं को देखते हुए झारखंड-बिहार के क्षेत्र कोडरमा के डोमचाच, चंदवारा, जयनगर व गिरिडीह के तीसरी व पीरटांड प्रखंड व लातेहार के गाँवों में चर्च के एजेंट सत्संग के नाम पर हिंदुओं को इकट्ठा करते हैं। इकट्ठा किए गए लोगों को हिंदू धर्म के प्रति भड़काया जाता है।
फिर प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण करवा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि पैसे के लोभ में आकर कुछ हिंदू भी ईसाई मिशनरियों के साथ काम करते हैं और धर्मांतरण कराने में ईसाइयों का साथ देते हैं।
लॉकडाउन के दौरान इस काम का कोई विरोध करने वाला नहीं था। इसी का फायदा उठाकर बड़े पैमाने पर लोगों का धर्मांतरण कराया गया। राज्य के सभी जिलों में धर्मांतरण के काम में लगे लोगों और प्रलोभन में आकर झारखंड लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में कुल 14 पंचायतें हैं, जिनके अंतर्गत 106 गाँव आते हैं। ये सभी गाँव आज ईसाई बहुल्य हो चुके हैं। अब इसी गति से पलामू के रजहरा, नवाबाजार, चान्या, सुकबेरा, करमा, केराई आदि गाँवों में लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान झारखंड गुमला के करौंदी, करमटोली, वृंदा, जोराग, डीबडीह व लोहरदगा के घाघरा, ताबील, जिलिंगसिरा, अरगी, टोटांबी, नवडीहा आदि गाँवों में धर्मांतरण का खेल फिलहाल जारी है। इतना ही नहीं धर्मांतरण के बाद यहाँ के लोगों ने चर्च जाना भी शुरू कर दिया है।
हम हाथ पर हाथ रख कर तमासा देख रहे है ....
हमने हवन करना छोड़ दिया....
वेद पढना छोड़ दिया .....
मा-बाप से दुरी बना ली ....
सोचो समझों कुछ नहीं तो उनकी गतिविधियों को देखों कि ईसाई कैसे काम कर रहे है ...
वैसे अपने सनातन धर्म का प्रचार कर लों ....