भगवा-भारत की आत्मा

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भगवा-भारत की आत्मा सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरा?
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28/09/2023
23/01/2022
24/11/2021

पंजाब में मिशनरीज द्वारा धर्मांतरण अब जोरों शोरों से चल रहा है यह विज्ञापन मिशनरीज द्वारा एक धर्मांतरण कार्यक्रम का है पंजाब में इस कार्यक्रम में लगभग 3000 सिखों का धर्मांतरण किया जाएगा और इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खुद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी है इस धर्मांतरण कार्यक्रम में एक और अतिथि अभिनेता सोनू सूद भी हैं

30/09/2021

बुद्ध और बन्दूक
सोशल मीडिया में अफगानिस्तान की यह तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें बुद्ध की मूर्ति पर बन्दूक टिका एक तालिबानी लड़ाका बैठा हुआ है। वह विजयी है...
सत्ता का युद्ध कभी भी बन्दूक से ही जीता गया है। अहिंसा उसके आगे हाथ बांधे खड़ी रहती है, और अंततः कटने के लिए अपना माथा झुका देती है। साम्राज्यों के इतिहास का पहला और अंतिम सत्य यही है कि जिसके पास बन्दूकें अधिक हों, सत्ता उसी की होती है। बिना खड्ग बिना ढाल वाली बात गीतों में भले अच्छी लगे, वास्तविक संसार में उसका कोई मूल्य नहीं।
अफगानिस्तान में जो हुआ है उसमें मुझे कुछ अजीब नहीं लग रहा है। जिस तरह अमेरिका के जाते ही मात्र दो महीने में तालिबान ने देश पर कब्जा कर लिया है, उससे यह साफ पता चलता है कि यह सत्ता का हस्तानांतरण है। अफगान सेना पराजित नहीं हुई है, अफगान सेना लड़ी ही नहीं है। उसने सीधे सीधे आत्मसमर्पण कर दिया है।
आपको यह अजीब लग सकता है, पर यदि आप अफगानिस्तान का इतिहास देखेंगे तो आपको लगेगा कि इसमें कुछ भी अजीब नहीं। बौद्ध काल से ही आम अफगानों ने हर आतंकी के सामने यूँ ही सरेंडर किया है।
वर्तमान अफगानिस्तान क्षेत्र प्रारम्भ से ही भारत में पश्चिम की ओर से घुसने का द्वार था। अशोक के काल में जब वहाँ की लालची जनता धर्म बदल कर बौद्ध हुई, उसके बाद से ही उसने प्रतिरोध छोड़ दिया। और यही कारण है कि उसके बाद पश्चिम से जब भी कोई आक्रमण हुआ तो आक्रांता बिना रोक-टोक के सीधे सिन्ध-पंजाब तक आ गया। प्रतिरोध जब भी हुआ, सिंध और पंजाब में ही हुआ।
सिकन्दर हो, तैमूर हो, बाबर हो या मध्य एशिया से निकला अन्य कोई लुटेरा, अफगानिस्तान की धरती पर कभी किसी का प्रतिरोध नहीं हुआ। हर बार कथित योद्धा अफगानों ने 'हुजूर का इकबाल बुलंद रहे' कहते हुए सर झुका लिया। वो तो पंजाब, सिंध, गुजरात, राजस्थान के लड़ाके थे जिन्होंने हर बार इन आतंकियों को मार मार कर उनकी गति रोकी।
यदि आप सोचते हैं कि गोरी और गजनवी अफगान थे और उन्होंने भारत पर आक्रमण किया और विजयी हुए, तो बता दें कि न गोरी मूलतः अफगान था न गजनवी। दोनों मध्य एशिया के उन्ही बर्बर कबीलाई संस्कृति से निकले थे जहाँ से चंगेज, तैमूर, बाबर आदि आये थे। गोरी मूलतः तजाकिस्तान का था और गजनवी का बाप सुबुक्तगीत मूलतः तुर्क था। अफगान पिछले दो हजार वर्षों से केवल सरेंडर ही कर रहे हैं।
इसमें कोई शक नहीं कि अफगानिस्तान में भी बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जो तालिबान को पसन्द करती है। जो मन से चाहते हैं कि उनके देश में तालिबानी कानून चले। ऐसे लोग हर देश में हैं। भारत में भी तालिबान की जीत पर प्रसन्न होने वाले लोगों के असँख्य ट्वीट इस बात की गवाही दे रहे हैं।
तालिबान की जीत पर जश्न मनाने वाले लोग हर देश में हैं। ऐसे लोगों की दृष्टि में अफगानी जनता का कोई मूल्य नहीं। निरंकुश सत्ता के जश्न में जनता का कहीं स्थान नहीं होता। और हर युद्ध में हाथ खड़ा कर देने वाले लोगों के लिए तो किसी के मन मे संवेदना नहीं जगती।
खैर! अफगानिस्तान में बदल रही परिस्थिति भविष्य में क्या रङ्ग दिखाएगी, यह तो समय ही जाने! हाँ हम यदि कुछ कर सकते हैं तो भारत में घुसने वाले अफगानों को रोकने के लिए आवाज उठाएं। वे वहाँ भले डर कर रहते हों, यहाँ आ कर कचरा ही करेंगे।

A statue of Surgeon Sushruta in the Royal Australia College of Surgeons, MelbourneThe college's library also has the Eng...
31/05/2021

A statue of Surgeon Sushruta in the Royal Australia College of Surgeons, Melbourne

The college's library also has the English translation of Sushruta Samhita.

The Royal Australia College of Surgeons (RACS), trains surgeons and is responsible for maintaining surgical standards in Australia and New Zealand.

The plaque next to statue mentions him as the 'Father of Surgery'.

17/05/2021

मै एक बार इजराइल जरूर जाना चाहता हूँ
मुझे जानना है ऐसा क्या है इस छोटे से देश मे जिसने 58 कटी पतंगों की डोर ही काट रखी है

मोहल्ला क्लिनिक केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के घरों में खोलें है ताकि उन्हें  पैसे मिल सके।जिस मकान का मा...
08/05/2021

मोहल्ला क्लिनिक केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के घरों में खोलें है ताकि उन्हें पैसे मिल सके।

जिस मकान का मार्केट रेट का किराया 10000 भी नहीं है ऐसे मकान में मोहल्ला क्लीनिक खोलकर केजरीवाल दिल्ली सरकार के खजाने से उन्हें ₹30000 तक का किराया चुका रहा है।
सारे मोहल्ला क्लीनिक के ताले लगे हैं ना कोई डॉक्टर है ना कोई दवा है और आज हाई कोर्ट ने की दिल्ली सरकार पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा क्या फायदा ऐसे क्लीनिक खोलकर यह तो सिर्फ संसाधनों और सरकारी धन की बर्बादी है।

07/05/2021

दुनिया का चौथा सबसे बड़ा चर्च
'द चर्च ऑफ साइंस एंड वंडर्स' पंजाब के जालंधर में निर्माणाधीन है जिसकी लागत करीब 2,000 करोड़ रुपये हैं
क्या किसी ने इसका हिसाब-किताब मांगा ????
किसी ने सवाल उठाया कि इसकी क्या जरूरत ???
विश्व अदृश्य राक्षस करोना अपना आतंक मचाया हुआ है ....
इस विकट परिस्थिति में कुछ विकृत मानसिकता के है जो सनातन धर्म को बदनाम करने में लगे है ....

30/04/2021

90% भारतीय दिल्ली का कुतुबमीनार देखे नही है. . .
अगर देखते तो पता चलता, कुतुबुद्दीन यह मीनार बनाने वालों में नही तोड़ने वालों में था ।।कितना भव्य मंदिर तौड़ा गया है, इस फोटो से आप समझ सकते है।
कुतबमिनार या विष्णु स्तंभ?

25/04/2021

ऑक्सीजन सप्लाई के लिए सारे घोड़े खोल दिए गए हैं। रेल, सड़क, वायु, जल मार्ग- सारे तरीक़ों से ऑक्सीजन लाई जा रही है। सरकारी-प्राइवेट कारख़ाने-कंपनियाँ जी-जान से जुट गए हैं। उम्मीद है कि हालात सुधरेंगे।

सीता राम
06/03/2021

सीता राम

कण-कण में राम 🚩🚩🚩🐿🐿 Ayodya Ram Mandir” Wall art at Chawla Plot, Jaripatka.By Amrita’s Creative Art
17/02/2021

कण-कण में राम
🚩🚩🚩🐿🐿 Ayodya Ram Mandir” Wall art at Chawla Plot, Jaripatka.By Amrita’s Creative Art

3 दिन पहले वेस्ट यूपी में रचित जाट की lynching की गयी थी। कल दिल्ली के मंगोलपुरी क्षेत्र में रिंकू शर्मा को घर से खींच क...
12/02/2021

3 दिन पहले वेस्ट यूपी में रचित जाट की lynching की गयी थी। कल दिल्ली के मंगोलपुरी क्षेत्र में रिंकू शर्मा को घर से खींच के पीठ में चाकू घोंपकर मार दिया गया।

घटना हो जाने के 24 घंटों के बाद भी टीवी पर नहीं है, लेकिन गलती से भी कोई कॉमेडियन अरेस्ट हो जाता तो रण्डीरोना मच चुका होता।

आपको जातियों में बांट कर बहुत बड़ा खेल महीन तरीके से खेला जा रहा है और आपकी कोई भी जाति हो, कितनी भी शूरवीर हो, पिछले 3 महीने में ही एक रिंकू और एक रचित आपको अपने वालों में मिल ही जाएगा।

आप बस अपनी कुएं के मेंढक वाली सोच के साथ जातिगत टीका टिप्पणी वाले वीडियो फेसबुक, इंस्टाग्राम पर बनाते रहिए।
साभार

06/02/2021

ईसाई कर रहे है धर्मांतरण....
हम हाथ पर हाथ रख कर तमासा देख रहे है ....
आदिवासियों का धर्मांतरण,
गाँवों में चर्च के एजेंट हिंदू धर्म के खिलाफ उगल रहे जहर
झारखंड में आदिवासियों का जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए सख्त कानून था।
लेकिन,पुनः धर्मांतरण ने जोर पकड़ लिया है।
सत्संग के नाम पर आदिवासियों का जबरन धर्मांतरण हो रहा है।
चर्च के एजेंट गॉंवों में हिंदू धर्म के खिलाफ जहर उगल कर इन्हें भड़काते हैं।
“कोरोना संकट के समय जारी लॉकडाउन में जहॉं समाज का एक बड़ा वर्ग जरूरतमंदों की मदद में लगा रहा, वहीं ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण के खेल में लगी थीं। इस दौरान गुमला, लोहरदगा, लातेहार, सिमडेगा, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग जिलों में खूब धर्मांतरण कराया गया। यही है मिशनरियों का असली रूप।”
झारखंड में जगह-जगह धर्मांतरण कराने के लिए चर्च के एजेंट, पास्टर और नन प्रमुख रूप से लगे हुए हैं।
झारखंड में लगातार बढ़ती धर्मांतरण की घटनाओं को देखते हुए झारखंड-बिहार के क्षेत्र कोडरमा के डोमचाच, चंदवारा, जयनगर व गिरिडीह के तीसरी व पीरटांड प्रखंड व लातेहार के गाँवों में चर्च के एजेंट सत्संग के नाम पर हिंदुओं को इकट्ठा करते हैं। इकट्ठा किए गए लोगों को हिंदू धर्म के प्रति भड़काया जाता है।
फिर प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण करवा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि पैसे के लोभ में आकर कुछ हिंदू भी ईसाई मिशनरियों के साथ काम करते हैं और धर्मांतरण कराने में ईसाइयों का साथ देते हैं।
लॉकडाउन के दौरान इस काम का कोई विरोध करने वाला नहीं था। इसी का फायदा उठाकर बड़े पैमाने पर लोगों का धर्मांतरण कराया गया। राज्य के सभी जिलों में धर्मांतरण के काम में लगे लोगों और प्रलोभन में आकर झारखंड लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में कुल 14 पंचायतें हैं, जिनके अंतर्गत 106 गाँव आते हैं। ये सभी गाँव आज ईसाई बहुल्य हो चुके हैं। अब इसी गति से पलामू के रजहरा, नवाबाजार, चान्या, सुकबेरा, करमा, केराई आदि गाँवों में लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान झारखंड गुमला के करौंदी, करमटोली, वृंदा, जोराग, डीबडीह व लोहरदगा के घाघरा, ताबील, जिलिंगसिरा, अरगी, टोटांबी, नवडीहा आदि गाँवों में धर्मांतरण का खेल फिलहाल जारी है। इतना ही नहीं धर्मांतरण के बाद यहाँ के लोगों ने चर्च जाना भी शुरू कर दिया है।
हम हाथ पर हाथ रख कर तमासा देख रहे है ....
हमने हवन करना छोड़ दिया....
वेद पढना छोड़ दिया .....
मा-बाप से दुरी बना ली ....
सोचो समझों कुछ नहीं तो उनकी गतिविधियों को देखों कि ईसाई कैसे काम कर रहे है ...
वैसे अपने सनातन धर्म का प्रचार कर लों ....

Pk फ़िल्म में अमीर खान ने कहा   धर्म का ठप्पा कहाँ लगा होता है!साला रेडियो हटा देता तो   पूरी दुनियां को पता चल जाता।
03/02/2021

Pk फ़िल्म में अमीर खान ने कहा
धर्म का ठप्पा कहाँ लगा होता है!
साला रेडियो हटा देता तो
पूरी दुनियां को पता चल जाता।

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