17/08/2022
कभी सोचा है कि अगर भारत मे मुगलों का ही शासन था तो आप या बाकी हिन्दू जिंदा कैसे बच गए या हिन्दू कैसे रह पाए ? क्योंकि मुसल्मान की ये फितरत तो है नहीं कि किसी स्थान पर हावी होने के बाद वो गैर मुस्लिम को जिंदा छोड़ दे ? असल मे हम हमेशा तीन लोगों के लिखे इतिहास को पढ़ते हैं..
१. अंग्रेजों के.. २. मुसलमानो के.. ३. वामपंथियों के..
तीनों ठहरे हिन्दू विद्वेषी.. इन्होंने झूठ लिखा कि भारत पर मुग़लों का कब्ज़ा हो गया था.. चलिए असलियत देख लेते हैं..
हिन्दुस्थान का काफी बड़ा भूभाग ऐसा भी था जो कभी भी मुसलमान शासकों के अधीन नहीं था। शायद ही कभी जिक्र मिलता है कि गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बघेल, चंदेल, परमार और यादव वंश राज्य करते थे। पर यहां इनका राज था।
दक्षिण भारत में चेर, पांड्य और काकतीयों का राज्य था। इनके पूर्व भारत में सेन वंश राज्य करता था।
इसी तरह से जब हम 15वीं शताब्दी के राजनीतिक मानचित्र पर नजर डालते हैं तो देखते हैं कि असम, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान इत्यादि क्षेत्र मुसलमानों के अधीन नहीं थे।
बंगाल और कामरूप में गौंड एवं अहोम राजवंश का शासन था।
उड़ीसा में गजपति राजवंश, मेवाड़ में राजपूत एवं राणा राजवंश। मारवाड़ में राठौर तथा दक्षिण भारत में विजयनगर साम्राज्य था।
मुगलकालीन समय के ही भारतीय मानचित्र पर नजर डालते हैं तो देखते हैं कि विजयनगर साम्राज्य आज के पूरे दक्षिण भारत को समाहित किए हुए था। 18वीं सदी तक आते-आते मुगल साम्राज्य दक्षिण में आगरा, पश्चिम में पटियाला पूर्व में मेरठ और पश्चिम में हरियाणा के जींद तक ही सिमट के रह जाता है।
इतिहासकारों ने कभी भी यह बताने की कोशिश नहीं की कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उड़ीसा और आन्ध्र प्रदेश के काफी बड़े हिस्सों में मराठों का साम्राज्य फैला हुआ था।
असल मे अब इस जानकारी के बाद आपको समझ में आना चाहिए कि क्यों और किन हिन्दू बाहुबली सम्राटों की वजह से आपके पूर्वज बचे रह गए और आपका धर्म भी.. आप अपने बहादुर पूर्वजों की वजह से आज भी हिन्दू हैं... मुग़लों का विस्तार तो आज ज्यादा है क्योंकि आपने अपने पूर्वजों के उलट उनको फैलने में मदद दे दी और दे रहे हैं।।