suresh mehra 'raj'

  • Home
  • suresh mehra 'raj'

suresh mehra 'raj' Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from suresh mehra 'raj', Digital creator, .

ग़ज़ल- जिसको   चाहा   उसे    ख़बर   न   हुईयूँ    मेरे   प्यार    की    सहर    न    हुईसब ने    तारीफ़     की     ज़माने    क...
25/04/2024

ग़ज़ल-

जिसको चाहा उसे ख़बर न हुई
यूँ मेरे प्यार की सहर न हुई

सब ने तारीफ़ की ज़माने की
मेरी ही बात मेरे घर न हुई

जैसे सोचा था ज़िंदगी बीते
ज़िंदगी उस-तरह बसर न हुई

जितनी सख़्ती ज़हर पे होती है
क्यों वो सख़्ती शराब पर न हुई

मैंने जो बात कहनी थी उन से
मुझ से वो बात उम्र-भर न हुई

-सुरेश मेहरा 'राज'

दोहा-घर-घर फैली जा रही , लोभ-हवस  की आग ।सम्बन्धों   को    डस-रहा , माया   रूपी  नाग ।।-सुरेश मेहरा 'राज'
24/04/2024

दोहा-

घर-घर फैली जा रही , लोभ-हवस की आग ।
सम्बन्धों को डस-रहा , माया रूपी नाग ।।

-सुरेश मेहरा 'राज'

ग़ज़ल- सबसे   दुनियादारी    रखियोपर  क़ुदरत  से  यारी  रखियोजो  क़िस्मत में   मिल जाएगाहर-पल  शुक्र-गुज़ारी  रखियोदरिया  भी...
20/04/2024

ग़ज़ल-

सबसे दुनियादारी रखियो
पर क़ुदरत से यारी रखियो

जो क़िस्मत में मिल जाएगा
हर-पल शुक्र-गुज़ारी रखियो

दरिया भी आ जाए जिसमें
किश्ती ऐसी न्यारी रखियो

होश जगा-कर इस मेले में
ख़ुद की पहरेदारी रखियो

अँधियारे से डर लगता गर
तू सूरज से यारी रखियो

जिसमें हर-एक का परहित हो
ऐसी सोच पियारी रखियो

'राज' अगर महकाना गुलशन
फूलों सी सरदारी रखियो

-सुरेश मेहरा 'राज'

ग़ज़ल-    ख़ुशियों को यदि  पाना बेटे !ग़म  से  मत   घबराना  बेटे !मेहनत  में ही  छुपा हुआ है तेरा  असल   खज़ाना  बेटे !कांटों...
12/04/2024

ग़ज़ल-

ख़ुशियों को यदि पाना बेटे !
ग़म से मत घबराना बेटे !

मेहनत में ही छुपा हुआ है
तेरा असल खज़ाना बेटे !

कांटों से मत नफरत करना
फूलों को यदि पाना बेटे !

कण-कण में फैला है देखो
क़ुदरत का नज़राना बेटे !

बहन से ग़लती हो जाए तो
बच्चों सा समझाना बेटे !

-सुरेश मेहरा 'राज'

ग़ज़ल-भाई-भाई     में      अनबन      हैघर  घर    में    यूँ    सूनापन     हैचाहे   ,  सोने    की      हो    बेड़ीबंधन    तो...
30/03/2024

ग़ज़ल-

भाई-भाई में अनबन है
घर घर में यूँ सूनापन है

चाहे , सोने की हो बेड़ी
बंधन तो आख़िर बंधन है

कृष्ण उसी के घट में रहते
जिस के दिल में वृंदावन है

उसका साथ कभी मत देना
जो सच्चाई का दुश्मन है

एकतरफा ही प्यार में जलना
इश्क़ नहीं ये पागलपन है

जो देखे वो ही दिखलाए
हर शै से सच्चा दर्पन है

'राज' उसी का आदर जग में
जिस के पल्ले ज़्यादा धन है

-सुरेश मेहरा 'राज'

ग़ज़ल-साथी    ,     रिश्तेदार   ,    बटोही ! सब   मतलब   के    यार ,  बटोही !अपने    कर्मों     की    गठरी   का तू       ह...
28/03/2024

ग़ज़ल-

साथी , रिश्तेदार , बटोही !
सब मतलब के यार , बटोही !

अपने कर्मों की गठरी का
तू है जिम्मेदार बटोही !

दुनिया में किस कारण आया
थोड़ा सोच विचार बटोही !

आसमान को पाना है तो
धरती से कर , प्यार बटोही !

अपने दम पर तू हो सकता
भवसागर से पार बटोही !

हर-इक की धड़कन चलती है
प्रकृति के अनुसार बटोही !

निराकार से मिलना है तो
अपनी मैं को मार बटोही !

-सुरेश मेहरा 'राज'

25/03/2024

आज पंजाबी ग़ज़ल-

22/03/2024
20/03/2024

चाहे संत कबीर हों , मीरा या रसखान ।
तप के बल पर ही सभी , ऊँची उड़े उड़ान ।। 'राज'

ग़ज़ल का मतला--छोड़  मन   किसलिए   इतना   उदास   होता  हैतोड़ता  दिल  वही  जो  दिल  के  पास  होता  है--सुरेश मेहरा 'राज'
17/03/2024

ग़ज़ल का मतला--

छोड़ मन किसलिए इतना उदास होता है
तोड़ता दिल वही जो दिल के पास होता है

--सुरेश मेहरा 'राज'

Address


Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when suresh mehra 'raj' posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Shortcuts

  • Address
  • Alerts
  • Videos
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share