28/01/2024
जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है,
ये तन है मन है और प्राण है ||
इसके कण कण में लिखा है रामकृष्ण नाम है
हुतात्माओंके रुधिरसे भूमि सश्य श्याम है
धर्म का यह धाम है सदा इसे पूजना है
स्वतंत्र है यह धारा स्वतंत्र आकाश है ||