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I've received 5,000 reactions to my posts in the past 30 days. Thanks for your support. 🙏🤗🎉
08/10/2024

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ब्राह्मणों के मोहल्ले में एक निषाद जी रहते थे जो रोजाना मछली बना कर खाते थे मछली की खुशबू से परेशान होकर पंडितों ने महंत...
22/09/2024

ब्राह्मणों के मोहल्ले में एक निषाद जी रहते थे

जो रोजाना मछली बना कर खाते थे मछली की खुशबू से परेशान होकर पंडितों ने महंत (मंदिर के बड़े पुजारी) से शिकायत कि

महंत ने निषाद जी को कहा कि आप भी ब्राह्मण धर्म अपना लो जिससे किसी को आप से कोई शिकायत ना हो

निषाद जी मान गए...
तो महंत ने निषाद जी पर गंगाजल छिड़कते हुए संस्कृत में कहा कि तुम पैदा मल्लाह हुए थे पर अब तुम ब्राम्हण हो

अगले दिन फिर निषाद जी के घर से मछली की खुशबू आई

तो सब पंडितों ने फिर महन्त से शिकायत की

अब महंत पंडितों को लेकर निषाद जी के घर गए तो देखा निषाद जी मछली पर गंगाजल छिड़क रहे थे

और कह रहे थे...
तुम पैदा तो रोहूं हुए थे,
पर अब तुम गोबी हो।
😀😀😀😁😁😁🤣🤣🤣🤪🤪🤪

31/12/2023

HAPPY NEW YEAR
PATORI

03/11/2023

साथियो क्या अपने भूकंप के झटके महसूस किए।

बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत की प्रतीक विजयादशमी पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.
24/10/2023

बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत की प्रतीक विजयादशमी पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.

हिंदुस्तान ने इतिहास रच दिया है. बुधवार (आज) शाम 6 बजकर 4 मिनट पर भारत का चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर लैंड ...
23/08/2023

हिंदुस्तान ने इतिहास रच दिया है. बुधवार (आज) शाम 6 बजकर 4 मिनट पर भारत का चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर लैंड कर गया. चंद्रयान-3 का लैंडर दक्षिणी ध्रुव पर उतरा. इसके साथ ही भारत ऐसा पहला देश बन गया है जिसका मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने में सफल रहा है.

 राखी का नाम सुनते ही बस बचपन की यादें फिर से घरौंदा बनाने लगती है। पर पहले की बात कुछ और थी जब राखी के आने से कई दिनों ...
19/08/2023


राखी का नाम सुनते ही बस बचपन की यादें फिर से घरौंदा बनाने लगती है। पर पहले की बात कुछ और थी जब राखी के आने से कई दिनों पहले घर में त्यौहार जैसा महसूस होने लग जाता था, भाई बहन अपनी अपनी तैयारियों में व्यस्त हो जाते थे, यहाँ तक कि सबसे सुंदर राखी बनाने या खरीदने की होड़ लग जाती थी, और दुनियां भर के रिश्तों में भाई बहन के रिश्तों को सहेज ही लेते थे, और ऐसा नहीं है कि चचेरे, ममेरे भाई बहनों के प्यार में कोई अंतर नजर आता हो। राखी हर साल अपने साथ फिर से वो बचपन की यादें सँजोने का मौका देती है कि आओ जीलो वही जिंदगी से, जिम्मेदारियां तो मरते दम तक पीछा नही छोड़ने वाली, पर हाँ ये दिन निकल गया तो साल भर का इंतजार कराएगा। फिर से वही नोकझोंक वही मिठाईयों की लड़ाई, वही गुल्लक में पैसे जमा करना और इंतजार किसी खास मौके ।
हमारे समय मे ऐसी बड़ी राखियां होती थी 😁

खो गई वो...चिट्ठियाँ...✉️📮जिनमे लिखने के सलीके छुपे होते थेकुशलता की कामना से शुरू होते थेबड़ों के चरणस्पर्श पर ख़त्म हो...
07/07/2023

खो गई वो...
चिट्ठियाँ...✉️📮
जिनमे लिखने के सलीके छुपे होते थे
कुशलता की कामना से शुरू होते थे
बड़ों के चरणस्पर्श पर ख़त्म होते थे!

और बीच में लिखी होती थी जिंदगी...

नन्हें के आने की खबर
मां की तबियत का दर्दं
और पैसे भेजने का अनुनय
फसलों के खराब होने की वजह!

कितना कुछ सिमट जाता था
एक नीले से कागज में....

जिसे नवयौवना भाग कर सीने से लगाती
और अकेले में आंखों से आंसू बहाती!

मां की आस थी
पिता का संबल थी
बच्चों का भविष्य थी
और गांव का गौरव थी ये चिट्ठियाँ!

डाकिया चिट्ठी लाएगा
कोई बांच कर सुनाएगा
देख देख चिट्ठी को
कई कई बार छू कर चिट्टी को
अनपढ़ भी
एहसासों को पढ़ लेते थे!

अब तो स्क्रीन पर अंगूठा दौड़ता है
और अक्सर ही दिल तोड़ता हैं
मोबाइल का स्पेस भर जाए तो
सब कुछ दो मिनिट में डिलीट होता है!

सब कुछ सिमट गया छै इंच में
जैसे मकान सिमट गए फ्लैटों में
जज्बात सिमट गए मैसेजों में
चूल्हे सिमट गए गैसों में,

और इंसान सिमट गए पैसों में....!!

कहते हैं कि यदि कोई बात बार बार दोहराई जाए तो उसका असर निश्चित ही पड़ता है।सूर्यवंशम मैक्स पर आई थी 20 जुलाई 1999 में। अब...
05/07/2023

कहते हैं कि यदि कोई बात बार बार दोहराई जाए तो उसका असर निश्चित ही पड़ता है।
सूर्यवंशम मैक्स पर आई थी 20 जुलाई 1999 में। अब रिलीज के तुरंत बाद तो कोई मूवी टीवी पर दिखाई नहीं देगी। साल भर बाद भी अगर दिखाई गई होगी तो अगर जोड़ें तो 22 साल मान सकते हैं। 22 वर्षों से महीने में कम से कम दो बार तो अवश्य ही दिखाई जाती है। कहने का अर्थ यह कि आलोक मौर्या सूर्यवंशम देखते हुए ही बड़े हुए। अमिताभ बच्चन का वैसे ही युवाओं में बहुत क्रेज था ऊपर से सूर्यवंशम के हीरा ठाकुर नए नए बड़े होते क्रांतिकारी युवाओं के लिए आदर्श पुरुष के रूप में उभरे थे। उधर एक और युवती ज्योति मौर्या भी सेटमैक्स के सूर्यवंशम से प्रेरित हो रही थी। आलोक मौर्या और ज्योति मौर्या का जब विवाह हुआ तो सूर्यवंशम की फिल्मी स्क्रिप्ट दोनों के जीवन के लिए आदर्श बन गईं। कहते हैं कि फिल्में विशुद्ध मनोरंजन के लिए बनाई जाती हैं। सूर्यवंशम के डिस्क्लेमर में लिखा था कि इस कहानी को सिर्फ मनोरंजन की दृष्टि से देखें। पर यहां तो कहानी ही और चल रही थी। रील के हीरा ठाकुर की आत्मा रियल के आलोक मौर्या के शरीर मे प्रवेश कर चुकी थी। खैर आलोक मौर्या के त्याग और ज्योति मौर्या के कठिन परिश्रम ने सफलता की इबारत सूर्यवंशम के स्क्रिप्टानुसार ही लिखी किन्तु फ़िल्म का संघर्ष अपना सा अवश्य लगता है किंतु क्लाइमेक्स कभी भी अपना सा नहीं होता उसमें ड्रामा होता ही होता है। इसी तरह सूर्यवंशम के हीरा ठाकुर का संघर्ष बेशक आलोक मौर्या को अपना सा लगा परन्तु क्लाइमेक्स बिल्कुल रियल है। इसका किसी कहानी से प्रेरित हो पाना संभव ही नहीं होता है। और अंततः वही हुआ जो कलयुग में होता है। जाना था जापान पंहुच गए चीन। रियल लाइफ ऐसे ही चलती है। स्त्री पुरूष को अपने से शक्तिशाली ही देखना चाहती है। धरती और आकाश में भी यही अंतर है। यही रहेगा भी। आदर्शवाद किताबों में ही अच्छे लगते हैं। वास्तव में तो यही चलन है। चलता भी रहेगा। #अपना शहर पटोरी

कान खोलकर सुन लो                                          दो टके की नौकरी वालों ...ये लाखों का सावन  आने वाला  है 🤣🤣😂
26/06/2023

कान खोलकर सुन लो

दो टके की नौकरी वालों ...
ये लाखों का सावन आने वाला है 🤣🤣😂

विवाह उपरांत जीवन साथी को छोड़ने के लिए 2 शब्दों का प्रयोग किया जाता है 1-Divorce (अंग्रेजी) 2-तलाक (उर्दू) कृपया हिन्दी...
04/06/2023

विवाह उपरांत जीवन साथी को छोड़ने के लिए 2 शब्दों का प्रयोग किया जाता है
1-Divorce (अंग्रेजी)
2-तलाक (उर्दू)
कृपया हिन्दी का शब्द बताए...??

कहानी आजतक के Editor... संजय सिन्हा की लिखी है...।

तब मैं... 'जनसत्ता' में... नौकरी करता था...। एक दिन खबर आई कि... एक आदमी ने झगड़े के बाद... अपनी पत्नी की हत्या कर दी...। मैंने खब़र में हेडिंग लगाई कि... "पति ने अपनी बीवी को मार डाला"...! खबर छप गई..., किसी को आपत्ति नहीं थी...। पर शाम को... दफ्तर से घर के लिए निकलते हुए... प्रधान संपादक प्रभाष जोशी जी... सीढ़ी के पास मिल गए...। मैंने उन्हें नमस्कार किया... तो कहने लगे कि... "संजय जी..., पति की... 'बीवी' नहीं होती...!"

“पति की... 'बीवी' नहीं होती?” मैं चौंका था

" “बीवी" तो... 'शौहर' की होती है..., 'मियाँ' की होती है..., पति की तो... 'पत्नी' होती है...! "

भाषा के मामले में... प्रभाष जी के सामने मेरा टिकना मुमकिन नहीं था..., हालांकि मैं कहना चाह रहा था कि... "भाव तो साफ है न ?" बीवी कहें... या पत्नी... या फिर वाइफ..., सब एक ही तो हैं..., लेकिन मेरे कहने से पहले ही... उन्होंने मुझसे कहा कि... "भाव अपनी जगह है..., शब्द अपनी जगह...! कुछ शब्द... कुछ जगहों के लिए... बने ही नहीं होते...! ऐसे में शब्दों का घालमेल गड़बड़ी पैदा करता है...।"

खैर..., आज मैं भाषा की कक्षा लगाने नहीं आया..., आज मैं रिश्तों के एक अलग अध्याय को जीने के लिए आपके पास आया हूं...। लेकिन इसके लिए... आपको मेरे साथ... निधि के पास चलना होगा...।

निधि... मेरी दोस्त है..., कल उसने मुझे फोन करके अपने घर बुलाया था...। फोन पर उसकी आवाज़ से... मेरे मन में खटका हो चुका था कि... कुछ न कुछ गड़बड़ है...! मैं शाम को... उसके घर पहुंचा...। उसने चाय बनाई... और मुझसे बात करने लगी...। पहले तो इधर-उधर की बातें हुईं..., फिर उसने कहना शुरू कर दिया कि... नितिन से उसकी नहीं बन रही और उसने उसे तलाक देने का फैसला कर लिया है...।

मैंने पूछा कि... "नितिन कहां है...?" तो उसने कहा कि... "अभी कहीं गए हैं..., बता कर नहीं गए...।" उसने कहा कि... "बात-बात पर झगड़ा होता है... और अब ये झगड़ा बहुत बढ़ गया है..., ऐसे में अब एक ही रास्ता बचा है कि... अलग हो जाएं..., तलाक ले लें...!"

निधि जब काफी देर बोल चुकी... तो मैंने उससे कहा कि... "तुम नितिन को फोन करो... और घर बुलाओ..., कहो कि संजय सिन्हा आए हैं...!"

निधि ने कहा कि... उनकी तो बातचीत नहीं होती..., फिर वो फोन कैसे करे...?!!!

अज़ीब सँकट था...! निधि को मैं... बहुत पहले से जानता हूं...। मैं जानता हूं कि... नितिन से शादी करने के लिए... उसने घर में कितना संघर्ष किया था...! बहुत मुश्किल से... दोनों के घर वाले राज़ी हुए थे..., फिर धूमधाम से शादी हुई थी...। ढ़ेर सारी रस्म पूरी की गईं थीं... ऐसा लगता था कि... ये जोड़ी ऊपर से बन कर आई है...! पर शादी के कुछ ही साल बाद... दोनों के बीच झगड़े होने लगे... दोनों एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाने लगे... और आज उसी का नतीज़ा था कि... संजय सिन्हा... निधि के सामने बैठे थे..., उनके बीच के टूटते रिश्तों को... बचाने के लिए...!

खैर..., निधि ने फोन नहीं किया...। मैंने ही फोन किया... और पूछा कि... "तुम कहां हो... मैं तुम्हारे घर पर हूँ..., आ जाओ...। नितिन पहले तो आनाकानी करता रहा..., पर वो जल्दी ही मान गया और घर चला आया...।

अब दोनों के चेहरों पर... तनातनी साफ नज़र आ रही थी...। ऐसा लग रहा था कि... कभी दो जिस्म-एक जान कहे जाने वाले ये पति-पत्नी... आंखों ही आंखों में एक दूसरे की जान ले लेंगे...! दोनों के बीच... कई दिनों से बातचीत नहीं हुई थी...!!

नितिन मेरे सामने बैठा था...। मैंने उससे कहा कि... "सुना है कि... तुम निधि से... तलाक लेना चाहते हो...?!!!

उसने कहा, “हाँ..., बिल्कुल सही सुना है...। अब हम साथ... नहीं रह सकते...।"

मैंने कहा कि... "तुम चाहो तो... अलग रह सकते हो..., पर तलाक नहीं ले सकते...!"

“क्यों...???

“क्योंकि तुमने निकाह तो किया ही नहीं है...!”

"अरे यार..., हमने शादी तो... की है...!"

“हाँ..., 'शादी' की है...! 'शादी' में... पति-पत्नी के बीच... इस तरह अलग होने का... कोई प्रावधान नहीं है...! अगर तुमने 'मैरिज़' की होती तो... तुम "डाइवोर्स" ले सकते थे...! अगर तुमने 'निकाह' किया होता तो... तुम "तलाक" ले सकते थे...! लेकिन क्योंकि... तुमने 'शादी' की है..., इसका मतलब ये हुआ कि... "हिंदू धर्म" और "हिंदी" में... कहीं भी पति-पत्नी के एक हो जाने के बाद... अलग होने का कोई प्रावधान है ही नहीं....!!!"

मैंने इतनी-सी बात... पूरी गँभीरता से कही थी..., पर दोनों हँस पड़े थे...! दोनों को... साथ-साथ हँसते देख कर... मुझे बहुत खुशी हुई थी...। मैंने समझ लिया था कि... रिश्तों पर पड़ी बर्फ... अब पिघलने लगी है...! वो हँसे..., लेकिन मैं गँभीर बना रहा...

मैंने फिर निधि से पूछा कि... "ये तुम्हारे कौन हैं...?!!!"

निधि ने नज़रे झुका कर कहा कि... "पति हैं...! मैंने यही सवाल नितिन से किया कि... "ये तुम्हारी कौन हैं...?!!! उसने भी नज़रें इधर-उधर घुमाते हुए कहा कि..."बीवी हैं...!"

मैंने तुरंत टोका... "ये... तुम्हारी बीवी नहीं हैं...! ये... तुम्हारी बीवी इसलिए नहीं हैं.... क्योंकि... तुम इनके 'शौहर' नहीं...! तुम इनके 'शौहर' नहीं..., क्योंकि तुमने इनसे साथ "निकाह" नहीं किया... तुमने "शादी" की है...! 'शादी' के बाद... ये तुम्हारी 'पत्नी' हुईं..., हमारे यहाँ जोड़ी ऊपर से... बन कर आती है...! तुम भले सोचो कि... शादी तुमने की है..., पर ये सत्य नहीं है...! तुम शादी का एलबम निकाल कर लाओ..., मैं सबकुछ... अभी इसी वक्त साबित कर दूंगा...!"

बात अलग दिशा में चल पड़ी थी...। मेरे एक-दो बार कहने के बाद... निधि शादी का एलबम निकाल लाई..., अब तक माहौल थोड़ा ठँडा हो चुका था..., एलबम लाते हुए... उसने कहा कि... कॉफी बना कर लाती हूं...।"

मैंने कहा कि..., "अभी बैठो..., इन तस्वीरों को देखो...।" कई तस्वीरों को देखते हुए... मेरी निगाह एक तस्वीर पर गई..., जहाँ निधि और नितिन शादी के जोड़े में बैठे थे...। और पाँव~पूजन की रस्म चल रही थी...। मैंने वो तस्वीर एलबम से निकाली... और उनसे कहा कि... "इस तस्वीर को गौर से देखो...!"

उन्होंने तस्वीर देखी... और साथ-साथ पूछ बैठे कि... "इसमें खास क्या है...?!!!"

मैंने कहा कि... "ये पैर पूजन का रस्म है..., तुम दोनों... इन सभी लोगों से छोटे हो..., जो तुम्हारे पांव छू रहे हैं...।"

“हां तो....?!!!"

“ये एक रस्म है... ऐसी रस्म सँसार के... किसी धर्म में नहीं होती... जहाँ छोटों के पांव... बड़े छूते हों...! लेकिन हमारे यहाँ शादी को... ईश्वरीय विधान माना गया है..., इसलिए ऐसा माना जाता है कि... शादी के दिन पति-पत्नी दोनों... 'विष्णु और लक्ष्मी' के रूप हो जाते हैं..., दोनों के भीतर... ईश्वर का निवास हो जाता है...! अब तुम दोनों खुद सोचो कि... क्या हज़ारों-लाखों साल से... विष्णु और लक्ष्मी कभी अलग हुए हैं...?!!! दोनों के बीच... कभी झिकझिक हुई भी हो तो... क्या कभी तुम सोच सकते हो कि... दोनों अलग हो जाएंगे...?!!! नहीं होंगे..., हमारे यहां... इस रिश्ते में... ये प्रावधान है ही नहीं...! "तलाक" शब्द... हमारा नहीं है..., "डाइवोर्स" शब्द भी हमारा नहीं है...!"

यहीं दोनों से मैंने ये भी पूछा कि... "बताओ कि... हिंदी में... "तलाक" को... क्या कहते हैं...???"

दोनों मेरी ओर देखने लगे उनके पास कोई जवाब था ही नहीं फिर मैंने ही कहा कि... "दरअसल हिंदी में... 'तलाक' का कोई विकल्प ही नहीं है...! हमारे यहां तो... ऐसा माना जाता है कि... एक बार एक हो गए तो... कई जन्मों के लिए... एक हो गए तो... प्लीज़ जो हो ही नहीं सकता..., उसे करने की कोशिश भी मत करो...! या फिर... पहले एक दूसरे से 'निकाह' कर लो..., फिर "तलाक" ले लेना...!!"

अब तक रिश्तों पर जमी बर्फ... काफी पिघल चुकी थी...!

निधि चुपचाप मेरी बातें सुन रही थी...। फिर उसने कहा कि... "भैया, मैं कॉफी लेकर आती हूं...।"

वो कॉफी लाने गई..., मैंने नितिन से बातें शुरू कर दीं...। बहुत जल्दी पता चल गया कि... बहुत ही छोटी-छोटी बातें हैं..., बहुत ही छोटी-छोटी इच्छाएं हैं..., जिनकी वज़ह से झगड़े हो रहे हैं...।

खैर..., कॉफी आई मैंने एक चम्मच चीनी अपने कप में डाली...। नितिन के कप में चीनी डाल ही रहा था कि... निधि ने रोक लिया..., “भैया..., इन्हें शुगर है... चीनी नहीं लेंगे...।"

लो जी..., घंटा भर पहले ये... इनसे अलग होने की सोच रही थीं...। और अब... इनके स्वास्थ्य की सोच रही हैं...!

मैं हंस पड़ा मुझे हंसते देख निधि थोड़ा झेंपी कॉफी पी कर मैंने कहा कि... "अब तुम लोग... अगले हफ़्ते निकाह कर लो..., फिर तलाक में मैं... तुम दोनों की मदद करूंगा...!"

शायद अब दोनों समझ चुके थे.....

हिन्दी एक भाषा ही नहीं - संस्कृति है...!

इसी तरह हिन्दू भी धर्म नही - सभ्यता है...!!

👆उपरोक्त लेख मुझे बहुत ही अच्छा लगा..., जो सनातन धर्म और संस्कृति से जुड़ा है...। आप सभी से निवेदन है कि... समय निकाल कर इसे पढ़ें

20/04/2023

थावे महोत्सव में समस्तीपुर पटोरी भउआ के लाल Amarjeet jaikar ने भोजपुरी गाना गा के तहलका मचा दिया

🥀अपना🌹 शहर 🌹पटोरी 🥀my 🌹 home🥀my  🌹 city
15/04/2023

🥀अपना🌹 शहर 🌹पटोरी
🥀my 🌹 home🥀my 🌹 city

ये अपना बिहारी समस्तीपुर जिला के पटोरी भाऊआ गाव निवासी   है। इसे हौसला दे। आज इंडियन आइडल में आकर बिहार को गौरवान्वित कि...
11/03/2023

ये अपना बिहारी समस्तीपुर जिला के पटोरी भाऊआ गाव निवासी है। इसे हौसला दे। आज इंडियन आइडल में आकर बिहार को गौरवान्वित किया है। गरीबी के बावजूद अपनी प्रतिभा और मेहनत से समस्तीपुर जिले के एक सुदुर गांव से मुंबई तक सफर तय कर रहा है। इसे आगे बढाने में सहयोग करिये। सोशल मीडिया के हरेक प्लेटफार्म पर इसके अकाउंट को फाॅलो करिए.. सब्सक्राइब कीजिए।
िन्द
िहार
िहारी
#जय पटोरी

मुंबई -: नितु चंद्रा के साथ समस्तीपुर जिले के वायरल गायक अमरजीत जयकार _ #पटोरी
03/03/2023

मुंबई -: नितु चंद्रा के साथ समस्तीपुर जिले के वायरल गायक अमरजीत जयकार _ #पटोरी

27/02/2023

पटोरी अनुमंडल पुलिस प्रशाशन द्वारा नवीन मर्डर केस मामले में मात्र पांच घंटे के अंदर दोषी को गिरफ्तार करने के लिए धन्यवाद।

Sonu Sood ने समस्तीपुर के लाल Amarjeet को दिया बड़ा ब्रेक, टैलेंट के दम पर नाई का बेटा पहुंचा मुंबई।
27/02/2023

Sonu Sood ने समस्तीपुर के लाल Amarjeet को दिया बड़ा ब्रेक, टैलेंट के दम पर नाई का बेटा पहुंचा मुंबई।

23/02/2023

अपना शहर पटोरी

अपना शहर पटोरी
23/02/2023

अपना शहर पटोरी

Viral Bihar singer Amarjeet Jaikar shared an update with his supporters. He said that Sonu Sood offered him a chance to sing for his film Fateh.

शाहपुर पटोरी नगर परिषद् से मुख्य पार्षद प्रत्याशी "प्रियंका सुमन" जी को प्रचण्ड विजय की हार्दिक बधाई !!
20/12/2022

शाहपुर पटोरी नगर परिषद् से मुख्य पार्षद प्रत्याशी "प्रियंका सुमन" जी को प्रचण्ड विजय की हार्दिक बधाई !!

मैं हमेशा से सोचता था प्लेट की सारी कटोरी गोल लेकिन एक ऐसी लम्बी सी क्यों होती है?पूरी जिंदगी नासमझी में घर में कढ़ी डलव...
13/10/2022

मैं हमेशा से सोचता था प्लेट की सारी कटोरी गोल लेकिन एक ऐसी लम्बी सी क्यों होती है?

पूरी जिंदगी नासमझी में घर में कढ़ी डलवाता रहा और शादी ब्याह में पनीर...

आज इस बच्चे ने इसका सही उपयोग सीखा दिया...😆😅😃

किरदार रावण का निभाया लेकिन जीवन जिये प्रभु श्री राम का बनकर..______________________रामानंद सागर के बेहद लोकप्रिय पौराणि...
05/10/2022

किरदार रावण का निभाया लेकिन जीवन जिये प्रभु श्री राम का बनकर..
______________________
रामानंद सागर के बेहद लोकप्रिय पौराणिक सीरियल 'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का पिछले वर्ष 05 अक्टूबर की रात में‌ निधन हो गया था (भले ही अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार उस रात तारीख़ 06 अक्टूबर हो गई थी, लेकिन उदया तिथि के हिसाब से देखें तो आज उनकी पहली पुण्यतिथि है)

05 अक्टूबर 2021 की रात उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा था। रोज़ाना की तरह ही उनका वो दिन भी हँसी मज़ाक करते गुज़रा था और उस समय वे शिव महिमा स्रोत और 'राम' नाम का जाप कर रहे थे।

वो अपनी बेटी से कहा करते थे कि जब भी मेरा निधन हो मुझे राम नाम का ही वस्त्र पहनाना। इसलिए उन्हें धोती और 'राम' नाम का पीला कुर्ता पहनाया गया, उसी परिधान में उनका अंतिम संस्कार किया गया था।

रावण शिव का उपासक था और अरविंद जी ने किरदार रावण का निभाया किंतु वे श्री राम के अनन्य भक्त थे।

निश्चय ही प्रभु श्री राम ने उन्हें अपने हृदय में स्थान दिया होगा।

आज विजयदशमी का पर्व है और दो दिन पहले आए एक फ़िल्म के टीजर ने न केवल रावण की एक हास्यास्पद छवि पेश की है, वरन एक विवाद भी शुरू कर दिया है।

ऐसे में रावण के रूप में अरविंद त्रिवेदी की महिमा का भान होता है।
#विजयादशमी ्रीराम

अधर्म पर धर्म की विजय के महापर्व " #विजयदशमी" के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।यह पावन त्यौहार आप सभी के जीवन में...
05/10/2022

अधर्म पर धर्म की विजय के महापर्व " #विजयदशमी" के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।

यह पावन त्यौहार आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए, भगवान प्रभु श्री राम से यही कामना करता हूं🙏

दशहरे की पवित्र परंपरा : शुभता के प्रतीक  #नीलकंठ के दर्शननीलकंठ तुम नीले रहियो, दूध-भात का भोजन करियो,  कहते है श्रीराम...
05/10/2022

दशहरे की पवित्र परंपरा : शुभता के प्रतीक #नीलकंठ के दर्शन
नीलकंठ तुम नीले रहियो, दूध-भात का भोजन करियो,
कहते है श्रीराम ने इस पक्षी के दर्शन के बाद ही रावण पर विजय प्राप्त की थी।
जय श्री राम 🙏
्रीराम #विजयादशमी

04/10/2022

ा _शहर _पटोरी
🙏जय माता दी 🙏

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