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सेबी ने प्रयाग ग्रुप ऑफ कंपनीज को निवेशकों का पैसा लौटाने का निर्देश दियाप्रयाग ग्रुप ऑफ कंपनीज उन पुरानी कंपनियों में स...
11/08/2022

सेबी ने प्रयाग ग्रुप ऑफ कंपनीज को निवेशकों का पैसा लौटाने का निर्देश दिया

प्रयाग ग्रुप ऑफ कंपनीज उन पुरानी कंपनियों में से एक है जो देश के पूर्वी क्षेत्र में पोंजी स्कीम चलाने में शामिल थीं। प्रयाग इन्फोटेक हाई-राइज (पीआईएचएल) ने 2007-2008 और 2011-2012 के बीच रिडीमेबल प्रेफरेंस शेयरों (आरपीएस) की पेशकश की थी और कम से कम रु। 1.57 लाख से अधिक निवेशकों से 131.37 करोड़। कंपनी ने कंपनी अधिनियम, 1956 के नियामक मानदंडों का पालन किए बिना 49 से अधिक लोगों को शेयर या प्रतिभूतियों के मुद्दे के माध्यम से धन जुटाया है। इसलिए, सितंबर 2016 में, कंपनी को एक चिट फंड योजना चलाने के लिए कहा गया था जहां देनदारियों का भुगतान किया जा रहा था। जमा के माध्यम से मिले।

पूंजी बाजार नियामक सेबी ने कंपनी के निदेशकों से कहा है कि वे निवेशकों से जुटाए गए धन को तीन महीने में 15 फीसदी सालाना की दर से संयुक्त रूप से लौटाएं। रिफंड की प्रक्रिया पूरी होने तक कंपनी और निदेशकों को भी प्रतिभूति बाजारों से प्रतिबंधित कर दिया गया है। एक बार धनवापसी की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, फर्म और निदेशकों को अगले चार वर्षों की अवधि के लिए पूंजी बाजार में प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा।
चूंकि कंपनी रिफंड के निर्देशों का पालन करने में विफल रही है, इसलिए सेबी ने रुपये का जुर्माना लगाया है। कंपनी और उसके दो निदेशकों पर 1 करोड़।

कोलकाता के उच्च न्यायालय ने विभिन्न रिट याचिकाओं में कंपनियों की संपत्ति की बिक्री और बिक्री आय के वितरण के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) शैलेंद्र प्रसाद तालुकदार की एक सदस्यीय समिति नियुक्त की थी।

मामले की जांच पूरी करने के बाद, अब समिति ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को संपत्तियों को समाप्त करने और निवेशकों के पैसे चुकाने के लिए कंपनियों की अचल संपत्तियों की नीलामी के साथ आगे बढ़ने का निर्देश दिया है। भूमि, भवन, कार्यालय स्थान और वाणिज्यिक स्थल सहित संपत्तियों की बिक्री 30 जून 2022 को एक ऑनलाइन नीलामी में होनी थी।

नीलामी के संबंध में सभी दस्तावेजों के पूरा होने के बाद, सेबी धनवापसी प्रक्रिया शुरू करने के संबंध में जानकारी साझा करेगा। धनवापसी प्रक्रिया के संबंध में अधिक जानकारी के लिए न्यायमूर्ति एस.पी. तालुकदार समिति की आधिकारिक वेबसाइट https://justicesptalukdarcommittee.com/ पर जाएं।

आठ चिटफंड कंपनियों की प्रॉपर्टी बेचने लगेगी बोली,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,...
14/02/2022

आठ चिटफंड कंपनियों की प्रॉपर्टी बेचने लगेगी बोली
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25 हजार से ज्यादा निवेशकों के लौटाए जाएंगे रकम

रायपुर (जसेरि)। राजधानी के चिटफंड पीडि़तों को बड़ी राहत मिलने वाली है। केवल रायपुर में 15 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाली 8 चिटफंड कंपनियों की 12 करोड़ की प्रॉपर्टी बिकेगी। कोर्ट ने 5 कंपनियों की नीलामी के आदेश भी जारी कर दिए हैं।

तीन कंपनियों की प्रॉपर्टी की नीलामी की सुनवाई चल रही है। इसके बाद एक साथ सभी कंपनियों की प्रॉपर्टी बेचकर 25 हजार से ज्यादा पीडि़तों को पैसे बांटे जाएंगे। प्रदेश में पहली बार एक साथ पांच फ्रॉड कंपनियों की प्रॉपर्टी की एक साथ नीलामी होगी।

हालांकि अब तक 30 से ज्यादा चिटफंड कंपनियों की संपत्ति पुलिस और प्रशासन कुर्की कर चुका है, लेकिन केवल दिव्यानी की प्रॉपर्टी ही 4 करोड़ में नीलाम हो सकी है। बाकी में ज्यादातर ने सुप्रीम कोर्ट से स्टे ले लिया है। उनका प्रकरण कोर्ट में चल रहा है। इस बीच, ऐसी कंपनियां जिनके संचालकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर नहीं की है या किसी भी कारण से उनका प्रकरण कोर्ट में लंबित नहीं है, उन कंपनियों की प्रॉपर्टी नीलामी की प्रक्रिया चल रही है। 7 कंपनियों की जानकारी मिली है, जबकि एक कंपनी की डिटेल कोर्ट के पास है। लोक अभियोजक केके शुक्ला ने बताया कि प्रशासन की ओर से 8 कंपनियों की प्रॉपर्टी की नीलामी के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है, जिसे नीलाम करके निवेशकों को पैसा लौटाया जा सके। कोर्ट ने 5 कंपनियों की प्रॉपर्टी का कोर्ट ने आदेश जारी किया है। 3 कंपनियों की प्रॉपर्टी नीलामी का जल्द आदेश हो जाएगा।

इन आठ कंपनियों की प्रॉपर्टी बेची जाएगी : जेएसवी डेवलपर्स इंडिया- राजनांदगांव में 92892 वर्गफीट जमीन की पहचान की गई है, जिसकी कीमत एक करोड़ आंकी गई है। मिलियन माइल्स इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी- कुरुद में 28 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है, जिसकी कीमत 4 करोड़ आंकी गई है। गोल्ड की इंफ्रावेंचर (डेसीड बेनीफिट फंड लिमिटेड)- 2 करोड़ की संपत्ति चिन्हित किया गया है। इसमें रायपुरा में 8000 वर्गफीट जमीन है जिसकी वर्तमान में 1.40 करोड़ कीमत है। वहीं प्रोग्रेसिव पॉइंट के पास 2 दुकानें है, जिसमें कंपनी का ऑफिस था। उसकी कीमत 60 लाख से ज्यादा है।

निर्मल इंफ्राहोम कारपोरेशन लिमिटेड- सवा करोड़ की प्रॉपर्टी चिन्हित की गई है। इसमें खरोरा में 17431, 50590 वर्गफीट, तिल्दा में 21764, डंगनिया में 1960 वर्गफीट ऑफिस है। गुरुकृपा इंफ्रा रियल्टी इंडिया कंपनी- कंपनी ने सवा दो करोड़ की ठगी की है। कंपनी की आरंग में 18298 वर्गफीट, 94830 वर्गफीट, लालपुर 483 वर्गफीट जमीन है।
इसकी कीमत 1 करोड़ आंकी गई है। सनसाइन कंपनी- कंपनी ने 4.10 करोड़ की ठगी की है। कंपनी की 3 करोड़ की प्रॉपर्टी चिन्हित की गई है। इसमें चिरहुलडीह में 2318 वर्गफीट और जीई रोड में कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में दो ऑफिस। बीएन गोल्ड कपंनी- कंपनी ने 4 करोड़ की ठगी की है। कंपनी की 2 करोड़ की प्रॉपर्टी चिन्हित की गई है। इसमें टिकरापारा में 4,326 वर्ग फीट और एमएम शॉपिंग सेंटर में दुकान।

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