
05/02/2024
1946 के दंगों में उन्होंने पूर्वी बंगाल का दौरा किया और दलितों से मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा ना करने का आग्रह किया. क्योंकि वह मुस्लिमों को भी दलितों की तरह हिंदू उच्च जातियों के शोषण का शिकार मानते थे. यहां उन्होंने मुस्लिम लीग का समर्थन किया और मुहम्मद अली जिन्ना के करीब आ गए.
पाकिस्तान का पहला हिंदू मंत्री, बड़े अरमान लेकर जिन्ना के साथ गया था, फिर क्यों वहां से बैरंग लौटा