ReflxOmind yoga & magazine

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ReflxOmind yoga & magazine Social magazine which will help us to broaden our mind with positive good senses. -- Umesh Shaw

22/04/2023

देश विदेश की ताज़ा ख़बरेंअप्रवासी भारतीयों का एकमा...

20/08/2022

यदि नियम धर्म रूप में पालन किया गया हो तो आई संकट एक परीक्षा के रूप में मानी जाती है। TGR)_उ'स

30/07/2022

प्रश्न 30/7/2022}: खुश होने की कोई कला भी क्या? TGR)_उ'स

12/07/2022

सुबह जगते हो तो मन में सोच/ख्याल प्रसन्नता का लाओ , Feel the happiness. समस्या तो रहेगी ही। हर काम/ व्यवहार को खुशी से करो, हर बात खुशी से बोलो । प्रसन्न रहकर काम करो बोलो feel करो।TGR)_उ'

02/05/2022

यह जिंदगी है। जितना कम सोचोगे उतना ही ज्यादा खुशहाल रहोगे। मुस्कुराओ और बेफिक्र जिंदादिली से जिंदगी जीओ।उ'स

25/06/2021
16/05/2021

"Smile कतई ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है।" ऐसा कहते ही एक साहब ने कहा इसे अपनी पत्नी पर प्रयोग करके दिखाओ तब प्रमाणित हो जायेगा। उ'स

प्रश्न पूछने का अधिकार केवल पत्नी को ही प्राप्त होनी चाहिए। सच्चे और भोले केवल एक ही पति हैं वो हैं भोलेनाथ।।।।
19/04/2021

प्रश्न पूछने का अधिकार केवल पत्नी को ही प्राप्त होनी चाहिए। सच्चे और भोले केवल एक ही पति हैं वो हैं भोलेनाथ।।।।

11/02/2021

समर्थवान का अर्थ ही क्या रह जाता है, यदि किसी के लिए कुछ किया ही नहीं !

16/11/2020

लोग कहते हैं -कलूया को चमकती diamond मिल गया। अरे बाबा उसने कितना ताप & दबाव सहा है मुस्कुराते हुए तो हीरा उसी के किस्मत में आना चाहिए न।। relaX

01/11/2020

Body & mind में किस की महत्ता ज्यादा है? Obviously mind की। अब देखें mind, बिना living body का exist ही नहीं करता है।

31/10/2020

सीखने की चीज़ शायद यह है कि "ध्यान/meditation" कैसे हो।

26/10/2020

नहीं रखो चाह शहंशाह बनाने की, पर दुःख और विपरीत परिस्थितियों में जरूर से जरूर survive करों। #उ'स #

20/10/2020
02/10/2020

Depression are of many types. It is not easy to identify.

02/10/2020

Do u know - 'Who is your best friend?' get it & behave it. (U.S.)

26/09/2020

इसे सुलझा सकते हो क्या - " एक के कारण अनेक और अनेक के कारण एक। "

माँ भगवती ....... .....  .....
08/09/2020

माँ भगवती ....... ..... .....

23/08/2020

Hi, confused about FACTORISATION Get 10th level factorisation in your 7th or 8th or 9th standard in 5-Day Whatsapp class. Contact 9831108491

29/07/2020

"कार्य" और " Ego" दोनों एक साथ दिखाई दे तो धीरे से सभी को खास करके Ego वाले को भी कार्य और कार्य की बातों में संलग्न कर देना चाहिए। #उ'स #

28/05/2020

"Objection" & "Warning" are two strong shields of every living-beings.
#उ'स #

03/04/2020

जब हमे सुन्दर सपने आते हैं तब हमारा तन-मन प्रसन्नता से भरा रहता। भले ही यह भ्रम हो।इसी को सोच/याद कर हम खुश रहते हैं। मैं तो सदा ही ऐसे ही रहना चाहुँगा; और आप ?

04/12/2019
23/10/2019

शांति की खोज में" - उ"स

अनुमानित-राक्षस" ••• •
यह है क्या? क्यों है? यह कहाँ है? करता क्या है? क्यों करता है? कैसे करता है? इत्यादि इत्यादि।।।।
उपरोक्त तीन प्रश्न का उत्तर आपको स्वयं ढूंढना पड़ेगा? मैं यह कह सकता हूँ कि- यह प्राय: प्रत्येक के जीवन में हाहाकार मचाये हुए है। यह प्रत्येक के पास रहता है। हम अपने से दूसरों के प्रति जो कुछ भी बुरा अनुमान लगाते हैं, यह वही है। अनुमान लगाकर जो कुछ भी करते हैं, यह वही करवाता है। करवाता इसलिए है कि उसे स्मूथ एनर्जी ( ऊर्जा) पसंद नहीं है, वह चाहता है कि एनर्जी डिस्ट्रब रहे उसे ऐसा देखने में मज़ा आता है और इसमें उसे सच्चाई की हार नज़र आती है, नियम कानून फेल होते हैं यह उसे अच्छा लगता है। यह ऐसा करता है जैसे कि यह आप पर सवार हो गया है आप को अपने वश में कर लिया है, आपकी मानसिकता बदल देता है आप से अपनी बात बोलवाता है, प्रतिक्रिया करवाता है इत्यादि इत्यादि। कभी आप में अहंकार भाव, लोभ-भाव, कामचोरी - भाव , ईर्ष्या इत्यादि भर देता है और आपको निर्देशित कर शैतानी काम करवाता है। आप को पता ही नहीं चल पायेगा कि कब वह आप को वश में कर लिया, कभी कभी आप को अच्छा बना कर, अच्छा अनुभव दिला कर भी आप को अपने वश में कर लेगा; आपको पता भी नहीं होगा। बचने का उपाय बहुत कठिन है। आप अपने को चेक कीजिये कहीं आपके कार्य/ प्रतिक्रिया जिससे दूसरों की हानि हुई हो पर आपको उचित लग रहा हो या आपने कार्य पर आपको ही असंतोष, गलानी, दुख हो रहा हो तो समझ लीजिए यह काम उसने ही आप से करवा लिया है। इससे बचने के लिए - कोशिश करें कि कोई भी कार्य करने से पहले अपने गुरु और माँ से आज्ञा लें, अपने मित्र समय और गणेश से आज्ञा लें, श्रीकृष्ण से आज्ञा लें,तीनों देव एवं देवियों से आज्ञा लें, और करते समय यह जरुर सोचे की कोई कारण होगा? जो ईश्वर मुझसे यह करवा रहे हैं।।।।उ'स

August 29 at 12:02 AM ·
Public

23/10/2019

उ'स के एक शीर्षक से : एक व्यक्ति का परिचय एक युवती से हुआ। व्यक्ति को उसके प्रति पहले से संवेदना थी। युवती में उसे कृष्ण की छबि दिखती थी। वह चाहता था कि उ'सका दीदर रोजाना हो मनोहर वार्तालाप हो। अतः वह मिलने का सिलसिला शुरू किया पर सीधे सीधे उससे मिल नहीं पाता। वह युवती के इर्द गिर्द रहता। वह उसके पास जाता तो केवल मुस्कुराहट ही आदान प्रदान होती कोई बातचीत नहीं हो पाती। व्यक्ति युवती के प्रेम में नहीं था पर कृष्णमय मुस्कान के प्रति आकर्षित अवश्य था इसी कारण युवती से परिचय बढ़ाना चाहता था वार्ता करना चाहता था। उसे महसूस होता था कि कहीं युवती गलत न सोच ले। अतः वह युवती से आकर्षित न होने की सोच उत्पन्न की। अब वह युवती के तरफ देखता भी नहीं है। मैं ये सभी बातें नोट कर रहा था। पहले तो युवती उससे वार्ता भी करती थी अब वह भी उ'स के प्रति देखती नहीं है। मैं इन बातों को बहुत ही बारीकी से अध्ययन करता हूँ। मैंने पाया कृष्ण रूप दर्शन करने वाला भी ego का शिकार हो जाता है और वह युवती भी जिसे विद्वान रूप में एक पथ-प्रदर्शक प्राप्त होता ego के कारण प्राप्त नहीं हुआ। सीख:: वाह रे EGO सभी को अपने प्रभुत्व में रखता है। उ'स

17/10/2019

Yoga-Rahasya #उ'स

If the techniques of breathing is not perfectly known to you then don't follow the PRANAYAMA during ASANA ( posture exercise). To achieve same benefit just go for morning walk with uniform speed or to go for any sport everyday for half an hour to one hour. उ'स

09/09/2019

"What brings you here?" यह कभी हमारे English textbook के lesson की शीर्षक था, उसका जवाब आज भी १००% सत्य है, जबाव है " talking brought me here." || सचमुच लाजवाब है।। उ'स

21/08/2019

क्यों Dear आपने तो Like नहीं किया न, देखते तो जरूर हो पर ,,,, खैर; ,,,, मुझसे कोई खता हो गई क्या?- ऐसा किसी ने आप से पूछा तो आप क्या करोगे???? उ'स

20/08/2019

" तेरा क्या जाता है"
हर कोई परेशान है अपनी जीवनी लेकर
पर किसी भी दृष्टि से दिखता नहीं
साज-धाज और पोशाक से।
रुतबा वही रौनक भरी सजें हैं क्या कुछ छिपाने को या कुछ दिखाने को, कोई तारीफ कर दे तो हैं कतराते क्योंकि अपेक्षा है किसी और की।
क्यों डर का पिटारा बाँध लेते हो दो बातें ही करेगा या करेगी, लड़के तो ऐसा मौका चाहते ही हैं लड़कियाँ ही शायद डरती हैं। बात सुनना या सुनाना है अमल थोड़े ही न कर जाना है , वाणी ही तो तलवार है वाणी ही तो ढ़ाल है ,; दिमाग यदि बुद्धि -बल-कौशल से चिरदिगन्त निश्चिंत है तो उचित राह सुझाना इसमें क्या/कौन सा बिसात/ (अचरज की बात) है। - उ'स

20/08/2019

"खुशहाली ढूंढन मैं चला खुशहाल मिला न कोई
जो ढूंढा मन आपनोअ् मुझसे खुशहाल न कोई।।" उ'स

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